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Tag: Deputy Consular general Devyani Khobrakhade

IFS Devyani Khobragade Is Now Stripped Of Her Official Activities

IFS Officer Devyani Khobragade Is Again Hitting Datelines Of Media This Time She Is Not Arrested But Stripped Of Her Office Charge By Indian Ministry Of External Affairs She Is Charged For Unauthorized Statement To Media +Children,s Foreign Citizenship Now She Is Placed Under Watch So She Is No More Active Director In The Ministry It Is Well known That Ms Khobragade Was Main Attraction In The National And International Media When She Was Arrested And Stripped In U S A In 2013 She Was Charged With Visa Fraud On This Issue Both Governments Stood Face To Face

अमेरिका ने आरोप वापिस नहीं लिए और माफ़ी भी नहीं माँगी लेकिन भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े भारत लौट आई हैं

अमेरिका ने देवयानी खोबरागड़े पर लगाये सहायिका के उत्पीड़न के आरोप वापिस नहीं लिए और इसके लिए माफ़ी भी नहीं माँगी लेकिन देवयानी खोबरागड़े को भारत लौटा दिया गया है इसके जवाब में भारत सरकार ने भी सामान रैंक के अमेरिकी राजनयिक को भारत छोड़ने को कह दिया है| बेशक दोनोंदेशों के सर्वोच्च नेता अपनी जुबान बंद किये हैं और स्थिति को सुधारने की बात कर रहे हैं मगर दोनों देशों के नागरिकों में एक दूसरे देश के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है|
भारत की वरिष्ठ राजनयिक देवयानी खोबरागड़े पर मैनहट्टन में वीजा धोखाधड़ी और झूठे बयान देने के मामले में ग्रैंड ज्यूरी ने अभियोग लगा दिया और पूर्ण राजनयिक छूट मिलने के बाद देवयानी आरोपों के साथ भारत आ चुकी हैं उनके खिलाफ लगाये गए सभी आरोप बने रहेंगे। देवयानी खोबरागड़े ने एक बार फिर अपना ब्यान दोहराते हुए कहा कि अमेरिकी अदालत में उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और निराधार’ हैं |
उधर भारत मूल के ही अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा ने जिला न्यायाधीश को लिखे पत्र में कहा कि 39 वर्षीय खोबरागड़े के खिलाफ आरोप बने रहेंगे और यदि वह राजनयिक छूट के बिना अमेरिका आती हैं तो मुकदमे का सामना करना ही पड़ेगा। गौरतलब है कि देवयानी का परिवार अमेरिका में ही है
इस राजनयिक विवाद के कारण भारत+अमेरिका के आपसी सम्बन्धों को नुकसान हो चूका है जिसे स्वीकार करते हुए शीर्ष अमेरिकी नेतृत्व को इसका अहसास हो चूका है भाषा ने अमेरिकी अधिकारीयों के हवाले से ‘‘सबसे मूखर्तापूर्ण कदम बताया है इन सम्बन्धों को फिर से सामान्य करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।

सामान्य अपराधी संगीता रिचर्ड के भगोड़े पति को शरण देकर अमेरिका ने कोई गलती तो नहीं कर दी

अभी तक अमेरिका में राजनयिक शरण देने का चलन था लेकिन अब लगता है कि उप महावाणिज्य दूत देवयानी खोबरागडे [Devyani Khobragade]की सहायिका [maid] संगीता रिचर्ड के षड्यंत्र में फंस कर उनके [ भारत में] भगोड़े पति [फिलिप रिचर्ड]को वीजा दे दिया और सामान्य अपराधियों को अपने यहाँ शरण देने की गलती कर दी है |
अब भारतीय संसद+सोशल मीडिया से होते हुए सडकों तक अमेरिका के विरोध में स्वर उठने लग गए हैं |
भारत ने आज कहा कि न्यूयार्क में तैनात उप महावाणिज्य दूत देवयानी खोबरागडे को किसी साजिश में फंसाया गया है। उन्हें पिछले सप्ताह अपनी सहायिका के उत्पीड़न के आरोप में एक तरफ़ कार्यवाही करते हुए देवयानी को अपमान जनक रूप से गिरफ्तार कर हथकडी लगायी गयी और अपराधियों के साथ हवालात में बंद कर दिया गया था |भारत ने इसे ‘बर्बर’ कार्रवाई बताते हुए अमेरिकी राजनयिकों एवं उनके परिवार के लोगों के विशेषाधिकार छीनने उनके सभी हवाईअड्डा पास वापस लेने तथा अमेरिकी दूतावास के लिए आयात मंजूरी रोकने सहित कई सख्त कदम उठाए है । इसके लिए मुख्य षड्यंत्र कारी बताये जा रहे प्रीत बरारा [ USProsecutorPreetBarara ]ने उलटे भारतीय न्यायलय व्यवस्था की ही आलोचना कर दी है
कम बोलने वाले और अमेरिका से अच्छे सम्बन्धों के पक्षधर रहे भारतीय प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने भी अमेरिका में हुई इस कार्यवाही को शोचनीय /दयनीय बताया है |देवयानी के समर्थन में कोलकत्ता+हैदराबाद +मेरठ+आदि में भी प्रदर्शन हुए और अमेरिकन प्रेसिडेंट बराक ओबामा के पुतले फूंके गए |देवयानी के पिता ने भी अनशन करने की चेतावनी दी है

भारत ने रीढ़ सीधी करके अमेरिकन राजनयिकों को दी जा रही सुविधाओं को वापिस लिया

भारत सरकार ने अपनी रीढ़ को सीधी करते हुए आज अमेरिका को उसके ही स्टाईल में जवाब दिया और देश में अमेरिकी राजनयिकों और उनके परिजनों को दी जा रही सुविधाओं को वापिस लिया|यह अमेरिका में भारतीय डिप्टी कौंसल जनरल देवयानी खोब्रागडे के साथ किये गए दुर्व्यवहार के विरोध में किया गया है |जबकि अमेरिका ने भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की कपड़े उतार कर कथित तलाशी को यह कहते हुए उचित ठहराने का प्रयास किया कि देवयानी की गिरफ्तारी के दौरान मानक प्रतिक्रियाएं ही अपनाई गई हैं। भारत में इसकी जबरदस्त प्रतिक्रया हुई है |लोक सभा स्पीकर मीरा कुमार [पूर्व राजनयिक]+भाजपा के पी एम् के उम्मीदवार नरेंदर मोदी +कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी + गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे आदि ने अमेरिकी कांग्रेस के एक डेलिगेशन से विरोध स्वरुप मुलाक़ात करने से इंकार कर दिया| के परिचय पत्र वापिस मांग लिए|
गौरतलब है कि देवयानी पर अपनी निजी मैड[नौकरानी] संगीता रिचर्ड को घोषित वेतन का आधा वेतन देने का जुर्म लगाया गया है
|[१]इस प्रक्रिया में अमेरिकी कोंसुलेटस और उनके परिजनों के परिचय पत्र वापिस मांगे गए हैं |
[२]दिल्ली स्थित अमेरिकन एम्बेसी के बाहर ट्रैफिक कण्ट्रोल करने के लिए लगाये गए बेरिकेडिंग को हटा लिया गया
[३] दूतावास में दी जा रही शराब की सप्लाई को रोक दिया गया है
[४] एअरपोर्ट विशेष पास भी ले लिए गए हैं
[५]कर्मचारी और उनके सहायकों के वेतन स्लिप की भी मांग कर दी गई है |