झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ
सपाई चीयर लीडर
ओये झल्लेया देखा हसाडे सर में दर्द करने वाले एक एक कर के कमजोर होते जा रहे हैं ओये पूर्व विधान परिषद सदस्य डॉ हरि सिंह ढिल्लों ने भी अपने खासुलखास राष्ट्रीय लोक दल को ढील दे दी है |ओये अमरोहा से पूर्व सासंद देवेन्द्र नागपाल के बाद डॉ. ढिल्लो ने भी राष्ट्रीय लोकदल से इस्तीफा दे दिया।ओये अब तो मानता है न कि ये कथित राष्ट्रीय रालोद ओनली बाप +बेटे की पार्टी बन कर रह गई है
झल्ला
ओ मेरे भोले पहलवान जी रालोदाई “नलके” से पानी निकलना कब का बंद हो चुका है |
अच्छे खासे रसूख वाले अमरोहिया डॉ ढिल्लो को बरेली-मुरादाबाद में शिक्षक निर्वाचन छेत्र के विधान परिषद के चुनाव में भाजपा के जयपाल सिंह के मुकाबिले प्यासा रहना पड़ गया|
ऐसे में बाकी के एमएलसी सीट के लिए चौधरियों के सूखे नलके को खींचते रहना तो २५ साल की डाक्टरी का भी अपमान होगा
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