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देवयानी की ,अमेरिका में वीजा धोखाधड़ी के आरोप में , गिरफ्तारी के वारंट को जज शिरा ने निरस्त किया

भारतीय राजनयिक देवयानी खोबराखडे के विरुद्ध वीजा धोखाधड़ी के आरोप में अमेरिका में जारी गिरफ्तारी के वारंट को रद्द किये जाने के आदेश जारी हो गए हैं | साउथ अमेरिका डिस्ट्रिक्ट जज शिरा ऐ शेंडलीन [ShiraASheindlin] ने ये आदेश जारी किये हैं लेकिन अमेरिकन सरकार के लिए अभी भी उच्च अदालत में जाने की सम्भावनाएं बनी हुई हैं|
जज शिरा ने अपने १४ पन्नो के आदेश में साफ़ तौर पर लिखा कि राजनयिक को अभियोग से पूर्व राजनयिक छूट प्राप्त थी
न्यायिक आदेशानुसार भारतीय राजनयिक देवयानी ने 26 अक्तूबर, 2012 से 8 जनवरी, 2014 के बीच अमेरिका में वाणिज्य दूतावास के अधिकारी के तौर पर काम किया था। इस पद की वजह से उन्हें महावाणिज्यिक संबंधों के विएना सम्मेलन के तहत ‘महावाणिज्यिक छूट मिली हुई थी।
अमेरिकी सरकार ने अभियोग खारिज नहीं किये जाने के लिए यह कहते हुए दलीलें प्रस्तुत की, कि गिरफ्तारी के समय देवयानी को राजनयिक छूट हासिल नहीं थी और वर्तमान में भी उन्हें छूट हासिल नहीं है।
गौरतलब है कि देवयानी को अपनी नौकरानी संगीता रिचर्ड के वीजा में धोखाधड़ी करने के आरोप में पिछले साल 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। पेशेवर अपराधी की भांति कपड़े उतारकर तलाशी भी ली गईजिसे लेकर भारतीय मीडिया ने मामले को जोर शोर से उठाया|इसके अलावा विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने भी लोक सभा में यह दावा किया था कि देवयानी को निर्दोष साबित करा कर ससम्मान भारत लायेंगे उसके पश्चात भारत में अमेरिकन एम्बेसी को दी जा रही छूटों पर पाबंदी लगाईं जाने लगी| विशेष श्रेणी के अमेरिकी राजनयिकों को मिलने वाले विशेषाधिकार कम करने समेत कई कदम उठाए। गए इससे भारत और अमेरिका के बीच राजनयिक विवाद बढ़ गया | आज देवयानी के पिता उत्तम खोबडागड़े ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को बताया कि षड्यंत्र के तहत उनकी बेटी को प्रताड़ित किया गया |शिकायतकर्ता संगीता रिचर्ड पेशेवर झूट बोल कर अपने काम निकालने में माहिर है यहाँ तक कि बीते दिन उनके भारत से भगोड़े पति ने अमेरिका में ही अपनी पत्नी[शिकायतकर्ता]के विरुद्ध इस बाबत रिपोर्ट भी लिखवाई है श्री उत्तम ने ससम्मान देवयानी को पुनः अमेरिका में पोस्टिंग की मांग की है |देवयानी के बेटी और पति अमेरिका मेही हैं|

अमेरिका ने आरोप वापिस नहीं लिए और माफ़ी भी नहीं माँगी लेकिन भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े भारत लौट आई हैं

अमेरिका ने देवयानी खोबरागड़े पर लगाये सहायिका के उत्पीड़न के आरोप वापिस नहीं लिए और इसके लिए माफ़ी भी नहीं माँगी लेकिन देवयानी खोबरागड़े को भारत लौटा दिया गया है इसके जवाब में भारत सरकार ने भी सामान रैंक के अमेरिकी राजनयिक को भारत छोड़ने को कह दिया है| बेशक दोनोंदेशों के सर्वोच्च नेता अपनी जुबान बंद किये हैं और स्थिति को सुधारने की बात कर रहे हैं मगर दोनों देशों के नागरिकों में एक दूसरे देश के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है|
भारत की वरिष्ठ राजनयिक देवयानी खोबरागड़े पर मैनहट्टन में वीजा धोखाधड़ी और झूठे बयान देने के मामले में ग्रैंड ज्यूरी ने अभियोग लगा दिया और पूर्ण राजनयिक छूट मिलने के बाद देवयानी आरोपों के साथ भारत आ चुकी हैं उनके खिलाफ लगाये गए सभी आरोप बने रहेंगे। देवयानी खोबरागड़े ने एक बार फिर अपना ब्यान दोहराते हुए कहा कि अमेरिकी अदालत में उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और निराधार’ हैं |
उधर भारत मूल के ही अमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भरारा ने जिला न्यायाधीश को लिखे पत्र में कहा कि 39 वर्षीय खोबरागड़े के खिलाफ आरोप बने रहेंगे और यदि वह राजनयिक छूट के बिना अमेरिका आती हैं तो मुकदमे का सामना करना ही पड़ेगा। गौरतलब है कि देवयानी का परिवार अमेरिका में ही है
इस राजनयिक विवाद के कारण भारत+अमेरिका के आपसी सम्बन्धों को नुकसान हो चूका है जिसे स्वीकार करते हुए शीर्ष अमेरिकी नेतृत्व को इसका अहसास हो चूका है भाषा ने अमेरिकी अधिकारीयों के हवाले से ‘‘सबसे मूखर्तापूर्ण कदम बताया है इन सम्बन्धों को फिर से सामान्य करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।

देवयानी की नौकरानी संगीता के [भगोड़े] पति के “देश” छोड़ने से भारतीय व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह है

देश में ७७ पासपोर्ट केंद्र हैं एअरपोर्ट पर विशेष जांच व्यवस्था है अनेकों जांच एजेंसियां हैं उसके बावजूद भी संगीता रिचर्ड के भगोड़ा करार दिए गए पति फिलिप रिचर्ड के सुरक्षित अमेरिका पहुँचने पर जहां अमेरिकन प्रशासन की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं वहीं भारतीय[लचर] व्यवस्था की भी पोल भी खुल रही है |
अमेरिका में तैनात भारतीय उप महावाणिज्य दूत देवयानी खोबरागडे [Devyani Khobragade]की सहायिका [maid] संगीता रिचर्ड और उसके पति फिलिप रिचर्ड के विरुद्ध भारत में धोखाधड़ी+ब्लैक मेलिंग के केस दर्ज है और उन्हें भगोड़ा घोषित करके वारंट निकाले जा चुके हैं |इसके बावजूद भी फिलिप ने अमेरिकी वीजा प्राप्त किया और भारत छोड़ने में सफलता प्राप्त कर ली | इसके इतर संगीता की शिकायत पर राजनयिक को अरेस्ट करके उसकी जामा तलाशी ली गई
जिसके विरोध में संसद से सड़क तक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैंजिसके दबाब में भारत ने अमेरिकी राजनयिकों एवं उनके परिवार के लोगों के विशेषाधिकार छीनने उनके सभी हवाईअड्डा पास वापस लेने तथा अमेरिकी दूतावास के लिए आयात मंजूरी रोकने सहित कई सख्त कदम उठाए है

American Parliament

American Parliament

|प्रशासनिक हलकों में कहा जा रहा है कि देवयानी के विरुद्ध षड्यंत्र रचा गया है |अमेरिका ने यधपि खेद जताया लेकिन माफ़ी अभी तक नहीं माँगी है |अभी तक अमेरिका में दूसरे शत्रु देशों के बागी नेताओं को राजनितिक शरण दी जाती रही है मगर सम्भवत पहली बार भारत जैसे मित्र देश के सामान्य भगोड़े अपराधी को शरण दी गई है यह अपनेआप में एक आश्चर्यजनक है| आसाराम+नारायण साईं+आदि जैसों के पीछे रेड अलर्ट और लुक आउट जैसे कदम लिए जा रहे हैं मगर अंतराष्ट्रीय अपराधी के विरुद्ध अभी तक अमेरिका से प्रत्यर्पण की मांग भी नहीं की गई हैयहाँ तक कि मैनहट्टन न्यू यॉर्क के प्रासीक्यूटर प्रीत भरारा द्वारा भारतीय नयायालय का अपमान किये जेन के उपरान्त भी भारत से कोई न्यायिक प्रतिक्रिया नहीं हुई है | अमेरिकी पक्षधर संगीता को पीड़िता बता कर उसे न्याय देने के लिए सवयम को खुदाई खिदमतगार साबित करने में जुटे हैं तो भारतीय पक्षधर देवयानी को पीड़िता बताकर संगीता को ब्लैक मेलर बता रहे हैं |अमेरिकी शासन द्वारा संगीता को स्लेव वेजेस देने की बात कह रहा है जबकि भारतीय दृष्टिकोण से संगीता को लॉजिंग+बोर्डिंग की सुविधा के साथ मानक वेतन दिया जा रहा है