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Tag: Disposal of protest letters

आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े असहयोगियों के १० लाख प्रोटेस्ट लेटर्स का क्या होगा?

आम आदमी पार्टी [आप]के उपवासी नेता अरविन्द केजरीवाल द्वारा दिल्ली में बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जुड़ने वालों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है| आप पार्टी ने दिल्ली की सरकार पर दबाब बनाने के लिए अपने जांचे परखे कदम उठाने शुरू कर दिए हैं जहां आन्दोलन को 6 अप्रैल से महात्मा गाँधी के दांडी मार्च का स्वरुप देते हुए बिजली बनी के काटे जा चुके कनेक्शनों को जोड़ने का एलान किया गया है तो वहीं आन्दोलन में समर्थकों को जोड़ने के लिए मोबाईल पर एस एम् एस भेजने शुरू कर दिए गए हैं सविनय अवज्ञा आन्दोलन[ असहयोग] के समर्थन में १० लाख असहयोगी जुड़ चुके हैं लेकिन दिल्ली की सरकार अभी भी झुकती दिखाई नहीं दे रही|
८ लाख प्रोटेस्ट लेटर्स लेकर निकले औटो [२७२]रिक्शा पर पार्टी के २७२ प्रतिनिधिओं से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने ना केवल मिलने से इंकार किया वरन पोलिस का उपयोग किया और दिल्ली वासिओं की व्यथा ब्यान करते प्रोटेस्ट लेटर्स तक लेने में कोई रूचि नहीं दिखाई| अब उपवास के १३ वें दिन इन प्रोटेस्ट लेटर्स की संख्या १० लाख तक पहुँचने का दावा किया जा रहा है| पार्टी ने अब आन्दोलन को अगले चरणों में ले जाने का एलान कर दिया है|
6 अप्रैल से बिल न भरने के कारण काटे गए बिजली कनेक्शन जोड़ने की घोषणा की गई है| उपवासी नेता अरविन्द केजरीवाल ने कहा है के कार्यकर्ता राजधानी की एक-एक गली में जाकर इस काम को अंजाम देंगे।उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के दांडी मार्च नमक सत्याग्रह की तरह दिल्ली में आप का यह बिजली पानी सत्याग्रह राजधानी में निरंकुश कुशासन की जड़ों पर सीधा प्रहार करेगा।
इस अवसर पर यह स्वाभाविक प्रश्न उठता है के जब अगला चरण घोषित किया जा चूका है तब पुराने चरण का क्या होगा|अर्थार्त १० लाख [अभी तक]प्रोटेस्ट लेटर्स का उपयोग कैसे किया जा सकेगा|मुख्य मंत्री ने इन्हें लेने से इंकार कर दिया है|आप पार्टी को इसके लिए डी ई आर सी का रास्ता दिखाया जा रहा है| दिल्ली सरकार के एक प्रवक्ता मुकेश टी वी चेनलों पर इन प्रोटेस्ट लेटर्स की प्रमाणिकता को चुनौती देने में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं|बेशक आप के नेता गण इस चुनौती को स्वीकार करके जांच करवाने की बात कह रहे हैं मगर यक्ष प्रश्न अभी भी ज़िंदा है के दिनों दिन विशाल होते जा रहे प्रोटेस्ट लेटर्स के बंडलों का क्या होगा|क्या इन्हें दोबारा मुख्य मंत्री के द्वार तक लेजाया जाएगा या फिर कोई और रण निति अपनी जायेगी|इस विषय में आप पार्टी भी अभी अपने पत्ते खोलती नज़र नहीं आ रही|पार्टी प्रवक्ता ने बातचीत के दौरान यह जरुर कहा के इन पत्रों को डिलीवर करने दोबारा मुख्य मंत्री के कार्यालय जायेंगे लेकिन इसके लिए कोई निश्चित तारीख बताने में गुरेज ही किया गया