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Tag: Durga Shakti Nagpal

violation of the environmental regulations,In The Gautam Budh Nagar, Uttar Pradesh,Is Established

The committee headed by Saroj, a director in the environment ministry has submitted report on the adverse environmental impact of alleged illegal sand mining in the UP district. This Panel has established The violation of the environmental regulations Act, 1957 .
The Ministry of Environment & Forest vide office order no. Z-11013/170/2013-IA.II(M) dated 6th August, 2013 constituted a three member Committee comprising of [1]Dr. Saroj, Director, M o E F, New Delhi, [2] Shri G.C. Meena, Deputy Collector of Mines, Incharge Dehradun Office of I B M, Dehradun,[3] Dr. K. K. Garg, Director, Regional Office of M o E F, Lucknow to inquire into the adverse environmental impact of the alleged illegal sand mining in Gautam Budh Nagar, Uttar Pradesh.
From the very beginning Govt.of Uttare Pradesh has been denying any illegal sand mining in the area ,Specially by the ruling party’s leaders.
Information is now received through the Sources, that This Panel has refuted the claim of the State govt and established the violation of the environmental regulations Act, 1957 by endorsing the findings of Rampant+ Unscientific and Illegal mining going on at various locations in the Gautam Buddh Nagar district along the Yamuna River in Uttar Pradesh.
It may be added that The 2010-batch IAS officer was suspended by the Uttar Pradesh government in the wake of the crackdown, sparking nation-wide outrage.Now She In Being Harassed By the leaders.
28-year-old SDM (sadar)of GB Nagar, Durga Shakti Nagpal who led the crackdown on sand mining mafia in her district, was suspended on July 27 ostensibly for ordering demolition of a mosque’s wall, which was under construction, allegedly without following the due process. Now It Is Alleged that This Case Was Also Fabricated By The Sand MAFIA

अखिलेश यादव ने लैप टॉप के वितरण से आगे बढे राजनितिक कदम को दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन की कुल्हाड़ी पर मार लिया

प्रधान मंत्री की सीट पर उम्मीद भरी नजरें गढ़ाए समाजवादी पार्टी वर्तमान में रेत माफिया केस में देश की राजनीती में अलग थलग पड़ चुकी है संभवत इसीलिए अखिलेश यादव की सरकार ने निलंबन के एक सप्ताह पश्चात आई ऐ एस दुर्गा शक्ति नागपाल को चार्जशीट जारी कर दी है । इस प्रक्रिया में निलंबित अधिकारी को उनके विरुद्ध लगाये गए चार्ज बता कर अधिकारी का स्पष्टीकरण माँगा जाता है ।सरकार को इसे डैमेज को कंट्रोल करने का समाजवादी प्रयास समझा जा सकता है |
इससे पूर्व निलंबित अधिकारी ने मुख्य मंत्री के सचिव से बात चीत करके अपनी स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया जिसके अगले ही दिन यह चार्ज शीट की कार्यवाही की गई है| बेशक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि नोएडा की एसडीएम (सदर) रहीं आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल का निलंबन वापस नहीं होगा लेकिन इसके साथ सपा के सांसद नरेश अगरवाल के सुर बदले हुए दिखाई दिए हैं |उन्होंने पत्रकारों को बताया के दुर्गा शक्ति नागपाल कानूनी प्रक्रिया का पालन कर रही है उन्होंने पत्रकारों पर टिपण्णी करतॆ हुए कहा के आप [पत्रकार]लोग मामले को तूल देना बंद करें तो दुर्गा शक्ति नागपाल को न्याय मिल सके |
इससे पहले समाजवादी पार्टी के विधायक नरेन्द्र भाटी+राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल+ प्रदेश में काबिना मंत्री आज़म खान+राजेंद्र चौधरी+शिव पाल यादव और खनन मंत्री प्रजापति ने दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन को तत्काल सही ठहराया था | आज़म खान और नरेश अगरवाल ने तो यहाँ तक कहा था कि अधिकारी भी सांप्रदायिक मानसिकता से कार्य कर रहे हैं. यदि डीएम ने दुर्गाशक्ति को क्लीनचिट दी है तो उनके ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जानी चाहिए.उन्होंने खनन के मामले को पूरी तरह गलत बताया|
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती +भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए कहा के उत्तर प्रदेश में आपराधिक तत्वों का राज चल रहा है जिसका शिकार उत्तर प्रदेश की जनता के साथ-साथ अपने कार्यों के प्रति निष्ठावान और ईमानदार अफ़सर भी बन रहे हैं.एक ईमानदार अफ़सर पर ग़लत कार्रवाई की गई है और पूरा देश दुर्गाशक्ति नागपाल के साथ है.|
गौरतलब है के 2009 बैच की आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल को पिछले दिनों निलंबित कर दिया गया थाइसके लिए उनसे कोई स्पष्टीकरण तक नहीं माँगा गया|उसके पश्चात सैंड माफिया के रूप में उभरे नरेन्द्र भाटी ने एक सभा में में कह दिया के मात्र ४१ मिनट्स में उन्होंने दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड करा दिया | .
विपक्ष के आरोपों के मुताबिक दुर्गाशक्ति नागपाल इसी खनन माफ़िया के खिलाफ़ सख़्ती से कार्रवाई कर रहीं थी जिस कारण दीवार का बहाना बनाकर उनका निलंबन किया गया. सूत्रों की माने तो नरेन्द्र भाटी ने ही बीते दिनों अपने पैसे से यह दिवार बनवाई थी और मस्जिद बनाने के लिए छेत्र वासियों को उकसाया था |इसके पीछे अनेको कारण बताये जा रहे है लेकिन एक महत्त्व पूर्ण कारण यह भी बताया जा रहा है के सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सार्वजानिक स्थल पर धार्मिक स्थल नही बनाये जा सकतेऐसे में अगर अवैध दीवार गिराई नहीं जाती तो अधिकारी की जवाब देही बनती है और अगर अधिकारी दीवार गिराने की कार्यवाही करतॆ है तो भी उनके खिलाफ जनाक्रोश को भड़काने का आरोप लगा कर अधिकारी को प्रताड़ित किया जा सकता है| इस घटना के पश्चात पूरे प्रदेश में सम्प्रदाइक तनाव को हवा दी गई डी एम् के चैनल को हटा[ Avoid] कर एल आई यूं से सीधे रिपोर्ट मंगाने का दावा किया गया | वास्तव में सेंड माफिया के एक फोन के पश्चात ४१ मिनट में ही सस्पेंशन आर्डर सर्व भी करा दिए गए| पौने पांच हज़ार सदस्यों वाली आईएएस एसोसिएशन ने दुर्गाशक्ति नागपाल के समर्थन में आ गई है|
अभी तक हाई कोर्ट और केंद्र सरकार ने इस घटना क्रम में सीधे हस्तक्षेप में रुचि नहीं दिखाई है लेकिन लखनऊ की सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर नूतन ठाकुर ने एक याचिका दायर करके आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति के निलंबन को चुनौती दे दी है कोर्ट ने रेत खनन +मस्जिद निर्माण पर प्रदेश सरकार से रिपोर माँगा ली है| इसके अलावा कांग्रेस+भाजपा+बसपा+रालोद+ आप+आदि अनेको दलों ने प्रदेश सरकार के इस कदम को अनुचित बताया है और भाजपा ने तो संसद के मानसून सत्र में मामले को उठाने की बात कही है| अखिलेश यादव की सरकार अपने राज हट्ट पर कायम रहते हुए अभी तक अधिकारी के निलंबन को रद्द करने से मना करके अपनी किरकिरी कराती आ रही है| लोगों ने तो यह भी कहना शुरू कर दिया है के लैप टॉप के वितरण से जो राजनितिक कदम आगे बढे थे दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन की कुल्हाड़ी पर उसी बढे कदम को स्वयम मार कर जख्मी कर लिया गया है |

दुर्गा शक्ति नागपाल के विरुद्ध सुलगाई गई धार्मिक उन्माद की चिंगारी क्या संसद के मानसून सत्र में भड़केगी


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये आई ऐ एस और मीडिया वालों ने क्या खावाह्मखः रौला पाया हुआ है?ओये हमने दुर्गा शक्ति नागपाल को रेत माफिया के दबाब में थोड़े न सस्पेंड किया है |भाई वहां तो कोई अवैध रेत खनन नही हो रहा है| प्रदेश में खनन से एक करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है| और वोह सारा सरकारी खजाने में जाता है|ओये रमजान के पवित्र महीने में मस्जिद की दीवार गिराई गई हमें बदनाम करने केलिए अब ये बसपा+भाजपा+रालोद के साथ अपने दामाद को बचाते फिर रहे कांग्रेसी भी जुड़ गए हैं |ये हमारी लोक प्रिय+ स्पष्ट बहुमत वाली सरकार के खिलाफ खुली साजिश है|हमने भी कोई कच्ची गोलियां नही खेली हैं अवैध खनन की शिकायत पर पांच सदस्यीय जांच बैठा दी हैहो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानी

झल्ला

ओ हो सरकारे आली आप जितना बोलते जा रहे हो उतना ही अपने ही बुने जाल में खुद ही फंसते भी जा रहे हो|
[१]चलो पहले आप की जांच की जाँच कर ली जाये |आप ने जाँच बैठाई है यह सर मत्थे है लेकिन जाँच की रिपोर्ट के आने से पहले ही जांच बैठाने वाले प्रदेश खनन मंत्री ने अवैध खनन के अस्तित्व को ही नकार दिया है| अधिकारी के निलंबन को जायज ठहरा दिया है|आप समझ रहे हैं न मेरी बात ?
[२]दूसरे आप कह रहे हैं के रेत खनन माफिया का कोई दबाब नही है उधर मुख्य आरोपी आपके कद्दावर मंत्री भाटी जी सीना ठोक कर दावा करते फिर रहे हैं के मात्र ४१ मिनट में एस डी एम् दुर्गा शक्ति नागपाल के सस्पेंशन आर्डर अधिकारियों को सर्व करा दिए |इस दावे का समर्थन हरदोई नरेश अग्रावल करते फिर रहे हैं
[३] भैय्या जी आप मस्जिद गिराने का आरोप लगा रहे हो तो ये बताओ के अगर मस्जिद की दीवार गिराई गई तो[अ] वोह डी एम् के निर्देश पर गिराई गई[आ] सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए गिराई गई|[इ] गावं वालों ने खुद ही दीवार गिराई|इसके बावजूद भी आप ये मानते हो के इससे आपके वोट बैंक को धक्का लग सकता है या फिर आप इस मुद्दे को रंग देकर सियासी लाभ ले सकते हो तो आपने गिरी हुई दीवार को बनवाया क्यूं नही|आप केवल इसका इस्तेमाल ही करने में जुटे हुए हो| मेरी बात पहुँच रही है के नही???
[४]आप अब कह रहे हो के कांग्रेस अशोक खेमका के समर्थन में क्यूं नही आरही शाद आप का इशारा रॉबर्ट वढेरा की तरफ है तो आप ये मान रहे हो के आप भी अपने किसी न किसी राजनीतिक दामाद को बचाने के लिए जुगाड़ लगा रहे हो????
अगर ऐसा है तो बेहद खतरनाक है | जिस तरह से आपकी समाजवादी पार्टी ने असामजवादी ढंग से एक ईमानदार महिला अधिकारी के विरुद्ध धार्मिक उन्माद की चिंगारी सुलगाई है और चारों तरफ से मंत्री और संतरी उसे हवा दे रहे है वोह देश के लिए बेहद घातक है |अगर इस ईमानदार महिला अधिकारी की आहों में दम है तो संसद के मानसून सत्र में उसकी सिसकियाँ जरूर गूंजेंगी |और मत भूलो के मारी हुई खाल की सांस से भी लोहा भस्म हो जाता है |

आप” ने दिल्ली में नया ट्रांसपोर्ट घोटाला उजागर किया और दुर्गा शक्ति नागपाल को पार्टी ज्वाईन करने का न्यौता भी दिया

आम आदमी पार्टी[आप]ने दिल्ली सरकार का एक और घोटाला उजागर करने और उसकी जांच जनलोकायुक्त से कराने की घोषणा की है|
“आप ” ने निलंबित एस डी एम् दुर्गा शक्ति नागपाल को मुलायम सिंह यादव के खिलाफ पार्टी टिकट पर दिया चुनाव लड़ने का न्यौता भी दिया है|
लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरीं शीला दीक्षित की दिल्ली सरकार का एक और भ्रष्टाचार उजागर हुआ है| संचार माध्यमों से परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी श्री अनिल चिकारा की एक सी डी चैनलों पर दिखाई जा रही है,| वाहन फ़िटनेस प्रमाणपत्र (Vehicle Fitness Certificate) जारी करने के ठेकों में भारी गड़बड़ियों को उजागर करने पर उन्होंने जान-माल का खतरा बताया है. उनके अनुसार बिना टेंडर के अपनी मनचाही कम्पनी से रिश्वत लेकर काम देने का यह खुलासा जो वो कर रहे हैं, उसके कारण उनकी जान को खतरा हो गया है. इस सी डी में उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें कुछ भी हुआ तो इसकी सीधी ज़िम्मेदार दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित होंगी।
‘आप पार्टी’ ने घोषणा की है कि दिल्ली में सरकार गठन के 15 दिन के अंदर अन्ना हज़ारे वाला जनलोकपाल कानून पास कराया जाएगा और इस जनलोकायुक्त को सरकार की ओर से जो पहली तीन जांच करने के लिए कहा जाएगा उनमें
[1]बिजली घोटाला,
[२]पानी घोटाला और
[३] ट्रांसपोर्ट घोटाला होगा।
उत्तर प्रदेश में भी खनन माफ़िया के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली ईमानदार भा. प्र.अधि. दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन के खिलाफ ‘आम आदमी पार्टी’ पहले दिन से आन्दोलन कर रही है.|
आज ग्रेटर नोएडा में तीन दिन से अनशन कर रहीं ‘आम आदमी पार्टी’ की कार्यकर्त्ता सविता शर्मा और चन्द्रमोहन शर्मा को समर्थन देने पहुँचें डॉ. कुमार विश्वास और मनीष सिसोदिया ने उनका अनशन तुड़वाया और ‘आम आदमी पार्टी’ की राजनीतिक सलाह कमिटी के निर्णय से कार्यकर्त्ताओं को अवगत कराते हुए श्रीमति दुर्गा शक्ति नागपाल को खुला आमंत्रण दिया कि वो आगामी लोकसभा चुनाव में इस भ्रष्ट दमनकारी सरकार के मुखिया श्री मुलायम सिंह यादव के खिलाफ ‘आम आदमी पार्टी’ के प्रत्याशी के रूप में नामांकन करें.
‘आम आदमी पार्टी’ अपनी पूरी शक्ति से उन्हें चुनाव लड़वाकर लोकसभा में पहुंचायेगी ताकि वहाँ ऐसा कानून बनाया जा सके जिससे आगे किसी ईमानदार अधिकारी का दमन माफ़िया राज पर चलने वाली कोई भी भ्रष्ट सरकार न कर सके.