Ad

Tag: elections in delhi

“AAP”Party asked for Rules On Use Of Party Symbol By Single Volunteer Or a Group

“AAP”Party asked for Rules On Use Of Party Symbol By Single Volunteer Or a Group.
Aam Aadmi Party [AAP] has written a letter to the Election Commission seeking clarifications on use of Party name and symbol .
This letter has been written after arrest of five workers wearing the party caps in the capital.
It has been stated by “AAP” party that Since implementation of Code of Conduct in Delhi, Party volunteers are being unnecessarily harassed by Delhi Police.Even though AAP volunteers are peacefully campaigning for the party by wearing caps, Delhi Police are detaining them allegedly for violating the code of conduct. Some of volunteers were detained at Rajinder Nagar Police Station and were let off later for want of a valid reason.
The police is even objecting to wearing T-shirts terming it to be illegal.
In view of the above “AAP” party has asked for clarifications on the following points
[1]Wearing Of T Shirts+ Cap With Party .Symbol & Name By party Worker Or Group
[2]Distribution Of Similar Caps and Batches [Cost Of Such Cap Is Less Then 4/=each]
[3]Use Of Small Stickers [14 inches]On The Vehicles
[4] Elections Campaigning By Group With These T Shirts Or Caps

“आप” के अरविन्द केजरीवाल नई दिल्ली और गोपाल राय बाबरपुर से चुनाव लड़ेंगे:दूसरी लिस्ट जारी

आम आदमी पार्टी[ आप]ने दिल्ली के चुनावों के लिए दूसरी सूची: में 9 विधानसभाओं के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं|
“आप” के अरविन्द केजरीवाल नई दिल्ली और गोपाल राय बाबरपुर से चुनाव लड़ेंगे|
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए 9 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है. पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति(पीएसी) ने एक बैठक कर इन नौ सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्ट पर चर्चा की और उम्मीदवारों के नाम तय किए. नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल और बाबरपुर विधानसभा सीट से गोपाल राय के नाम तय किए गए हैं. कुल नौ सीटों के लिए घोषित किए जा रहे उम्मीदवारों के नाम निम्नवत हैः
1. बाबरपुर- गोपाल राय
2. बवाना- गजानंद
3. छतरपुर- ऋषिपाल
4. कृष्णानगर- सुशील चौहान
5. मटिया महल- सोहैल सलाउद्दीन
6. मुस्तफाबाद- कपिल धामा
7. नई दिल्ली- अरविंद केजरीवाल
8. शालीमार बाग़- वंदना कुमारी
9. विश्वास नगर- डॉ. अतुल गुप्ता
पार्टी का दावा है कि उम्मीदवारों की इस दूसरी सूची में इंजीनियर, डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं. आम आदमी पार्टी अब तक कुल 20 विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है. इसके अलावा 11 अन्य विधानसभाओं के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची जारी की जा चुकी है. फिलहाल उन नामों पर जनता की राय ली जा रही है. उसके बाद सक्रिय वॉलेंटियर्स की राय ली जाएगी और पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति उस पर अंतिम निर्णय लेगी.
अभी तक जितने भी आवेदन आए थे उन आवेदकों के साथ स्क्रीनिंग कमेटी की चर्चा का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. शीघ्र ही कई और विधानसभाओं के लिए भी शॉर्टलिस्ट जारी कर दी जाएगी.
भारतीय राजनीति में यह पहली बार हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों का नाम, जनता से रायशुमारी और कार्यकर्ताओं की पसंदगी जानने के बाद इतनी पारदर्शिता से तय कर रहा है. आम आदमी पार्टी ने बाकायदा घोषणा कर आम लोगों को आवेदन के लिए प्रेरित किया. किसी भी आवेदनकर्ता के खिलाफ अगर मामूली झगड़े तक का आरोप था, तो उसे भी सार्वजनिक किया गया. इससे आम लोगों ने आवेदकों के बारे में ऐसी-ऐसी जानकारियां उपलब्ध कराईं जिनके आधार पर निर्णय लेना आसान हो सका.
गोपाल राय (बाबरपुर) स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले गोपाल राय छात्र आंदोलनों में लंबे समय से सक्रिय रहे. आईसा, आईएसयू जैसे छात्र संगठनों के जरिए विद्यार्थियों के मुद्दों को उठाते रहे हैं. आईसा से छात्र संघ का चुनाव भी लड़ चुके हैं. छात्र आंदोलनों में सक्रियता की वजह से असामाजिक तत्वों ने उनकी हत्या की नीयत से गोली मारी. जीवन तो बच गया लेकिन उस हमले की वजह से शरीर के कई अंग बुरी तरह प्रभावित हैं. जनलोकपाल आंदोलन में शुरू से सक्रिय रहे हैं. आम लोगों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्षरत हैं और इन्होंने जंतर-मंतर पर दो बार अनशन भी किया है.
अरविंद केजरीवाल (नई दिल्ली) इन्कम टैक्स कमिश्नर की नौकरी से इस्तीफा देने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया. नौकरी त्यागने के बाद सूचना का अधिकार कानून बनवाने और उसके प्रचार-प्रसार में सक्रिय योगदान दिया. अन्ना हजारेजी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध देशव्यापी जनलोकपाल आंदोलन शुरू किया. देश के नामी-गिरामी लोगों के भ्रष्टाचार का कच्चा चिठ्ठा जनता के सामने लाते रहे हैं. आम आदमी को बिजली पानी के बढ़े दामों से मुक्ति दिलाने के लिए 15 दिनों का अनशन भी कर चुके हैं.