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1K New Aircraft For Indian Sky, Soon:Choubey

[Mumbai]1K New Aircraft For Indian Sky Soon:Choubey
The country is going to add 1,000 aircraft over the next 7-8 years
Ministry of Civil Aviation secretary, RN Choubey, adding said, country will be adding 100 more airports, and one billion trips in the next 15 years.
He said the country is an aviation locomotive for the world and provides humongous opportunities for players across the globe to grow.
The domestic aviation has been growing at 20 per cent every year, for the last four years.
This growth has been highest in the world and it has been sustained, Choubey said at a Global Aviation Summit organised by Ficci.
He said ,This growth is going to be there for at least 20 more years, if only the oil prices behave

विकास दर के लिए महिलाओं को श्रम बल का हिस्सा बनाने पर जोर:फिक्की

[नई दिल्ली]राष्ट्रपति ने राष्ट्रहित में महिलाओं को श्रम बल का अधिक से अधिक हिस्सा बनाने पर जोर दिया
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने नई दिल्ली में फिक्की महिला संगठन के 34वें वार्षिक सत्र को संबोधित कर रहे थे
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश का आधा हिस्सा महिलाएं हैं। महिलाएं कार्यस्थल और घर पर विविध तरीकों से काम करके हमारी अर्थव्यवस्था में योगदान देती हैं। लेकिन जब यह बात व्यवसाय और वाणिज्य पर आती है तो यह खेदजनक है कि महिलाओं को उनका बकाया नहीं दिया जाता। हमें ऐसी स्थितियां बनाने की जरूरत है जहां हमारी अधिक से अधिक बेटियों और बहनों की गिनती श्रम बल में हो। हमें घर पर, समाज में और कार्यस्थल पर उनके लिए उपयुक्त, उत्साहवर्धक और सुरक्षित स्थितियां सुनिश्चित करनी होंगी, ताकि कामकाजी महिलाओं का प्रतिशत बढ़ सके।
राष्ट्रपति ने कहा कि यदि अधिक महिलाएं श्रम बल का हिस्सा बनेंगी तो घरेलू आमदनी और हमारी विकास दर दोनों में तेजी आएगी। हम अधिक समृद्ध राष्ट्र बनेंगे। हमारे समाज में और अधिक समानता आएगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि समाज के निचले तबके की हमारी बहनों और बेटियों को भी उद्यमिता से अवगत कराया जाए और स्टार्ट-अप से जोड़ा जाए। सरकार की यहां भूमिका है लेकिन साथ ही नागरिक समाज और व्यवसाय-और फिक्‍की महिला जैसे संगठनों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने सामान्य नागरिकों खासतौर से महिलाओं के बीच उद्यम की संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए निर्णायक कदम उठाया है। महिलाओं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के बीच उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए अप्रैल 2016 में स्टैंड अप इंडिया पहल की शुरूआत की गई।
करीब 45 हजार ऋण मुख्यतः वास्तविक स्वामियों के बीच वितरित किए गए।
करीब 39 हजार ऋण महिलाओं को दिए गए।
मुद्रा योजना के अंतर्गत पिछले तीन वित्तीय वर्षों में करीब 117 मिलियन ऋणों को मंजूरी दी गई है।
इनमें से 88 मिलियन ऋण महिला उद्यमियों को दिए गए और उन्हें इस बात की खुशी है कि दिसंबर, 2017 में मुद्रा योजना में एनपीए की संख्या मंजूर किए गए ऋणों का 8 प्रतिशत से भी कम थी ।
राष्ट्रपति ने कहा कि विशुद्ध व्यवसाय विफल हो सकता है, लेकिन जब जानबूझकर और आपराधिक तरीके से बैंक ऋण का भुगतान नहीं किया जाता तो हमारे भारतीयों के परिवारों को उसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। निर्दोष नागरिक परेशानी में पड़ जाते हैं और अंततः ईमानदार करदाता को इसका बोझ उठाना पड़ता है। यह सराहनीय है कि हमारे देश के निचले स्तर पर- छोटे गांवों और परम्परागत रूप से शोषितों और वंचित समुदायों में मुद्रा उद्यमियों ने अपने ऋणों का भुगतान किया है।
राष्ट्रपति ने फिक्की महिला संगठन के सदस्यों से आग्रह किया कि वह देखें की किस प्रकार इन व्यवसायों को बड़े पैमाने पर महिलाओं द्वारा चलाया जा सकता है। वे किस प्रकार- विक्रेता, सहायक, आपूर्तिकर्ता, वितरक अथवा किसी अन्य रूप में इन स्टार्ट अप का हिस्सा बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे कॉरपोरेट क्षेत्र को महिलाओं के अनुकूल और लिंग संवेदनशील आपूर्ति श्रृंखला तैयार करने की दिशा में कदम उठाने चाहिए ताकि हमारी अर्थव्यवस्था में महिलाओं को सिर्फ शामिल करने के बजाय उन्हें अधिकार सम्पन्न बनाया जा सकें।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह भारत के लिए विशाल अवसरों का क्षण है। यदि हमारे संस्थान और हमारा समाज कानून के अनुसार और न्याय की भावना के प्रति सच्‍चा हो। हम प्रत्येक भारतीय महिला की उसकी सामर्थ्‍य पहचाने में मदद कर सकते हैं। हम एक विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं। इस पर असहमति हो सकती है लेकिन अन्य व्यक्तियों की प्रतिष्ठा का सम्मान होना चाहिए। प्रतिष्ठा और शिष्टता; आदेश और कानून का शासन; निष्पक्षता और न्याय; उद्यमिता और आकांक्षा- हमें इन सभी को हासिल करना होगा। हम सोच-विचार करके किसी एक को चुन नहीं सकते।
राष्ट्रपति ने कहा कि यहां हमसे से प्रत्येक की भूमिका है। फिक्की महिला संगठन का प्रत्येक सदस्य एक व्यक्ति है। यह संगठन एक संस्थान के रूप में भारतीय व्यवसाय और भारतीय समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है।

Bad Loans to Banks by UPA Regime a Big Scam:Modi

[New Delhi] Bad Loans to Banks by UPA Regime a Big Scam:Modi
Prime Minister Narendra Modi today launched a blistering attack on the previous Congress- led UPA regime, saying that banks were pressured to give loans worth thousands of crores of rupees to select industrialists in a scam bigger than 2G, coal and Commonwealth Games scams.
Speaking at the 90th AGM of industry association Ficci, Modi said the non performing asset (NPA) or bad loans problem is a “liability” handed over by “economists” in the previous regime.
Modi said loans extended to select industrialists by pressuring banks was a loot of public money.
Calling it a “scam”, he said this was bigger than the Commonwealth Games, 2G telecom spectrum allocation and coal block allocation scams.
Modi said his government is formulating policies keeping in mind the need of businesses, abolishing archaic and obsolete laws.
Industry, he said, had been long demanding Goods and Services Tax (GST) and the BJP-led government implemented it and introduced measures like anti-profiteering to see that industry passes on the benefit of lower taxes to the people.

Modi Bhape!Registration Counters In Trade Fairs Are Empty

Punjab Govt Stall In Pragiti Maidan

Punjab Govt Stall In Pragiti Maidan

[New Delhi,G.Noida] Modi Bhape!Registration Counters In Trade Fairs Are Empty
Trade Fairs Are Not For Aam Aadmi+Aam Traders+Domestic Traders
So Registration Counters Are Seen Empty In Many National Trade Fairs
This Can Be a Hurdle To Make Ambitious Schemes Of @StartUp
@MakeInIndia a Success
UP Govt Stall In Pragiti Maidan

UP Govt Stall In Pragiti Maidan


It May Be Due To Not Allowing Walk In Registration
So Walk In Registration In Such Trade Fairs
May Be Considered
Trade Fairs Are Organised By FICCI Like Institutions In Pragiti Maidan
Various Governments Brings Their Luxurious Pandals+Stalls+
Uttar Pradesh And Punjab Like States Have Start U Schemes They Distribute Fatty Hampers Of Literature+CDs
What Ironically They Are Not Equipped With Knowledge About Such Scheme
All Advice To Surf Their Websites On Line
It Is seen On Most Of The Counters That Only New Students Are Posted
By The Even Renowned Event Managers
Bhape! You May Be Surprised To Know That
No Staff Is Seen In Lounges Of Ministries Like Ministry Of External Affairs And Ministry Of Commerce
They Are Directly Linked With Ambitious Schemes

भारत के सर्वोच्च बैंकर ‘राजन’ ने एक ही बैंकर द्वारा बड़े कर्ज की जिम्मेदारी लिए जाने की वकालत की

[मुंबई]भारत के सर्वोच्च बैंकर राजन ने एक ही के बैंकर द्वारा बड़े कर्ज की जिम्मेदारी लिए जाने की वकालत की
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने बैंकों के मौजूदा रिण मंजूरी ढांचे में बदलाव की वकालत की है।
उनका कहना है कि रिण मंजूरी के लिये मौजूदा समिति आधारित व्यवस्था के बजाय किसी एक बैंकर को इसकी जिम्मेदारी उठानी चाहिये और यदि वह परियोजना सफलता के साथ आगे बढ़ती है तो उस अधिकारी को पुरस्कृत भी किया जाना चाहिये।
बैंकों के सालाना सम्मेलन को संबोधित करते हुये राजन ने कहा,
‘‘यह भी हो सकता है कि जब समितियां रिण के संबंध में अंतिम फैसला लें तब किसी वरिष्ठ बैंकर को रिण प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त करते हुये उसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिये और अपना नाम प्रस्ताव पर डालना चाहिए।’’
गवर्नर ने कहा, ‘‘इसके लिए बैंकरों को प्रोत्साहन देने की प्रक्रिया भी तैयार की जानी चाहिए ताकि वे सावधानी से परियोजनाओं का आकलन, डिजाइन और उनकी निगरानी करें और इसके सफल होने पर उन्हें पुरस्कार भी दिया जाये।’’
बैंकरों की संस्था आईबीए और फिक्की द्वारा आयोजित बैंकिंग सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजन ने कहा कि प्रस्तावों के बारे में बेहतर तरीके से जांच करने में प्रौद्योगिकी बड़ी भूमिका निभा सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘बैंकों की सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली विभिन्न बैंकरों द्वारा मंजूर किए गए रिणों के रिकार्ड को आसानी से दर्शा सकती है और अधिकारियों की प्रोन्नति में इसका योगदान हो सकता है।’’

राम राज्य की दूरदर्शी कल्पना आज प्रासंगिक है:अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेले में पीएम

[नई दिल्ली]राम राज्य की दूरदर्शी कल्पना आज प्रासंगिक है:पीएम
पहले अंतर्राष्ट्रीय रामायण मेले में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय टेलीविजन पर धारावाहिक रामायण की कथा ने हर उम्र और हर जगह के लोगों को सफलता पूर्वक जोड़ा। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली स्थित फिक्की ऑडिटोरियम में पहले अंतर्राष्ट्रीय रामायण मेले के उद्घाटन के बाद बोलते हुए कहा कि रामायण में अभय और निर्भय के साथ महिला के सम्मान की रक्षा भाव प्रेरणा देता है |जटायु के चरित्र का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि रामायण की कथा महिलाओं के सम्मान का संदेश देती है।प्रधानमंत्री ने कहा कि राम राज्य की कल्पना एक दूरदर्शिता थी जो आज प्रासंगिक हैःप्रधानमंत्री ने कहा कि रामायण एक आदर्श समाज के प्रत्येक पहलू को विवेक प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि अंतर्ऱाष्ट्रीय रामायण मेला छोटे कस्बों को भारत के शहरों से जोड़ने के लिए एक सकारात्मक शुरुआत है
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आज कहा कि समय आ गया है जब हमें विदेश मामलों और विदेश संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यनीति के रुप में साफ्ट पावर की संभावना को समझना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में विदेशी मामलों में साफ्ट पावर बहुत तेजी से महत्वपूर्ण होती जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया के देशों के साथ संबंध स्थापित करते समय अपनी महान परंपराओं और संस्कृति को गहराई, अधिक व्यक्तिगत और अधिक शक्तिशाली तरीके से महत्व देना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन देशों की संस्कृति में गौतम बुद्ध, राम और रामायण हैं उनके भारत के साथ संबंध हैं जिनसे कूटनीतिक संबंध आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि साफ्ट पावर के क्षेत्र में भारत के पास दुनिया के सामने पेश करने के लिए बहुत कुछ है।
पी एम ने रामायण कि विशेषताओं को उजागर करते हुए बताया कि
[१] इसमें आज के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है। “अल्पमृत्यु नहिं कवनिउ पीरा। सब सुंदर सब बिरुज सरीरा।।” यानी कोई समय से पहले नहीं मरता, सभी शारीरिक दृष्टि से स्वस्थ और मजबूत हैं।
[२]इसमें सामाजिक सौहार्द का संदेश है। “सब नर करहिं परस्पर प्रीती। चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीती।।” यानी सभी के बीच सामाजिक सौहार्द और आपसी विश्वास तथा प्रेम का माहौल है। सभी अपने धर्म और जिम्मेदारियों का पालन कर रहे हैं।
[३]नागरिकों के आचरण पर इसमें कहा गया है। “सब उदार सब पर उपकारी। बिप्र चरन सेवक नर नारी।।” यानी सभी उदार और दानी। सभी पुरुष और महिलाएं दूसरों की सेवा में हैं।
[४]सामाजिक आचरण के बारे में इसमे कहा गया है। “बयरु न कर काहू सन कोई। राम प्रताप विषमता खोई।।” यानी राम के प्रताप से सभी विषमताएं और मदभेद कम हो गए हैं और कोई भी वैमनस्य में शामिल नहीं है।
इस अवसर पर विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज +नजमा हेपतुल्ला आदि भी मौजूद थी।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi witnessing the cultural programme at the first International Ramayan Mela, in New Delhi on February 23, 2015.
The Union Minister for External Affairs and Overseas Indian Affairs, Smt. Sushma Swaraj, the Union Minister for Minority Affairs, Dr. Najma A. Heptulla and other dignitaries are also seen.

एटीएफ[जेट फ्यूल]को”जिन्स”मान कर इसपर लगने वाले वैट को 4% घटाओ रोजगार लाओ:उद्योग जगत

एटीएफ[जेट फ्यूल]को”जिन्स”मान कर इसपर लगने वाले वैट को 4% घटाओ रोजगार लाओ:उद्योग जगत
नागर विमानन मंत्री ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ नागर विमानन के मुद्दे पर चर्चा की
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री पी. अशोक गजपति राजू ने बजट-पूर्व विचार-विमर्श में नागर विमानन उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ नागर विमानन से संबंधित मुद्दे पर चर्चा की। अपने मुख्य भाषण में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर हवाई यात्रा का बहुविध प्रभाव पड़ता है और इसलिए नागर विमानन क्षेत्र को अपनी पूरी संभावना का लाभ उठाने की दिशा में अनुमति देने का निर्णय किया जाना चाहिए।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार का अनेक हिस्से एक साथ मिलकर नागर विमानन उद्योग की समस्याओं का समाधान ढूढेंगे।
विचार-विमर्श के दौरान अन्य विषयों के साथ-साथ सुरक्षा उपकरणों का स्तर बढ़ाने, एमआरओ उपकरण के लिए ‘ग्रीन’ चैनल स्थापित करने और हवाई खोज सुविधाओं के लिए समुचित धनराशि आवंटित करने के बारे में भी चर्चा की गयी।
इस दौरान उद्योगजगत के प्रतिनिधियों ने एमआरओ क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई सुझाव दिए,
जिनमें सेवा कर हटाने, एमआरओ गतिविधियों पर वैट में कमी लाने, दस-वर्षीय कर मुक्ति, एमआरओ घटकों पर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क हटाने के सुझाव शामिल हैं। यह बताया गया है
यदि ये उपाय किए जाते हैं तो एक अरब डॉलर से भी अधिक धनराशि के बल पर देश में एमआरओ गतिविधियों में लगभग एक लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
हितधारकों ने यह भी अनुरोध किया कि
एटीएफ को ‘घोषित जिन्स’ माना जाए ताकि एटीएफ पर वैट को 4 प्रतिशत तक घटाया जा सके।
इससे एयरलाइन और अधिक व्यवहार्य हो जाएंगे, क्योंकि एटीएफ का लागत में 45 %से अधिक योगदान है। इस बैठक में फिक्की, एएमसीएचएएम, अमरीका-भारत विमानन सहयोग कार्यक्रम, एफएए और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। नागर विमानन मंत्रालय में सचिव श्री वी. सोमासुन्दरन ने भी बैठक में भाग लेने वाले लोगों को संबोधित किया।

राहुल ने फिक्की में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाई तो महाराष्ट्र में आदर्श सोसाइटी घोटाले की जाँच दब गई

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे राहुल गांधी के फिक्की में तेवर देखे?ओये राहुल जी ने लोकपाल बिल के पास होने पर खुले आम ख़ुशी भी जता दी है |
ओये हमने लोकपाल बिल पास कराया + आरटीआइ का अधिकार दिया।इस पर भी सरकार की अच्छी खबरें आजकल तुम लोग नहीं दिखाते

झल्ला

चतुर सुजाण जी ये अप लोग भी मानते हो कि मुंबई के कोलाबा इलाके में कारगिल शहीदों की विधवाओं के नाम पर बनी आदर्श सोसायटी में घोटाले हुए हैं इसपर भी पी ऐ सी कि रिपोर्ट का पता नहीं और जांच आयोग की रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर ही ख़ारिज भी करदिया और अपने नेताओं को बरी कर दिया |अगर इस जांच में दोषियों के प्रति पारदर्शिता बरती जाती तो कहा जा सकता था कि आप जी के लोक पाल बिल+आर टी आई कारगर होंगे

जी डी पी बढाने के लिए महिलाओं को शक्ति देकर उन्हें वास्तविक भागेदार बनाना होगा: फिक्की में नरेंदर मोदी

गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के लामेरीडियन होटल में आयोजित फिक्की की महिला इकाई के सम्मलेन में जी डी पी ग्रोथ बढाने के लिए उद्योगों का विकास जरुरी बताया और इसके लिए महिलाओं की निर्णय लेने में भागे दारी और उसके लिए महिला सशक्तिकरण का मन्त्र दिया|
दिल्ली की तरफ कदम दर कदम बढ रहे नरेन्द्र मोदी ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ (फिक्की) की महिला शाखा की वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए अनेक भावनात्मक पहलुओं को छुआ और पिछड़ी महिलाओं के विकास में सरकारी सहायता उपलब्ध कराये जाने के अनेकों उदहारण दिए|उन्होंने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए + जानकारी +सुविधा+तकनीक + आदि को मुहैया करावाया जाना जरुरी बताया |कांग्रेस पर राजनीतिक प्रहार किये और अपने विरुद्ध कार्य कर रहे मीडिया के एक विशेष वर्ग पर भी कटाक्ष किये|

अपने भाषण में उन्होंने कई बार श्रोताओं को हंसा कर मंच से लगातार जोड़े रखा

पहले तो उन्होंने अपने भाषण को प्रवचन कहा यह संभवत कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के उपदेशात्मक भाषणों पर व्यंग था |इस पर सभागार में ठहाके गूँज गए|
[२]पुरुषों के लिए भी बधाई मांग बैठेजिसके उत्तर में सभी हंसने लगे|
[३]अहमदाबाद में जसु बेन के पिज्जा का उदहारण देते हुए मुख्य वक्ता ने उसे राहुल गांधी की खोज कलावती से जोड़ दिया और कहा कि अभी कुछ लोग अहमदाबाद पहुँच जायेंगे और कलावती की तर्ज़ पर जसु बेन को ढूँढेंगे |उन्हें यह बताना जरुरी है कि जसु बेन का देहांत ५ साल पहले हो चूका है|इस रहस्योद्घाटन से भी महिलाओं की हँसी गूँज गई|
[४]

क्या खाने का समय हो गया

थोड़ी देर बोलने के पश्चात नरेन्द्र मोदी ने संचालक से पूछा कि क्या खाने का समय हो गया अगर आप कहें तो मै भाषण बंद कर दूं वैसे मुझे ४ बजे दूसरे प्रोग्राम में जाना है|इस पर खुल कर ठहाके लगे|

कांग्रेस पर प्रहार

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा
[१]पहले गावं के सरपंच को झंडा फहराने के लिए भी अपने जेब से झंडा खरीदना पड़ता था और अब उन्ही गावों का गावों का बजट लगभग २ करोड़ का है|
[२]उपलब्धि और प्रतिबद्धता के विषय में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अभी तक कांग्रेस ने जो गड्डे भरे हैं उन्हें भरा जाना जरुरी था अब उस पर एक भव्य गुजरात का निर्माण किया जाना है|
[३] महिलाओं के लिए आरक्षण सम्बन्धी पूछे गए सवाल के उत्तर में मोदी ने कहा कि उन्होंने गुजरात एसेम्बली में एक बिल पास कराया है जिसके अनुसार स्वराज्य की स्थानीय इकाईयों में महिलाओं के लिए ५०% के आरक्षण का प्रावधान है लेकिन गुजरात की महिला गवर्नर ने उसे दबा रखा है|गौरतलब है कि गुजरात की गवर्नर पर कांग्रेस के वरदहस्त के आरोप लगते रहे हैं|
नरेन्द्र मोदी ने अपने राज्य में विकास के मॉडल का उल्लेख करते हुए बताया कि ग्रामीण महिलाओं को ज्ञान +सुविधा+ तकनीक +बाज़ार की जानकारी दिला कर प्रदेश के विकास में भागेदार बनाया गया है|गंगा बा के चरखे से शुरू करके भाजपा के मुख्य मंत्री ने लिज्जत पापड़+जसु बेन के पिज्जा आदि के अनेकों उदहारण दिए |उन्होंने बताया कि देश कि आबादी का ५०५ महिलाओं का है और इन्हें ज्ञान +सुविधा+ तकनीक +बाज़ार की जानकारी देकर देश के
महिलाओं की सीधे सीधे भागे दारीके लिए उन्हें निर्णय लेने की शक्ति देनी जरुरी है| इस दिशा में किये जा रहे कार्यों का ब्यौरा देते हुए कहा कि गुजरात में सरकारी भूमि का आवंटन घर की महिला के नाम किया जा रहा है[२]महिला के नाम खरेदी जा रही संम्पति पर स्टाम्प शुल्क फ्री कर दी गई है|महिला पंचों वाले ३०० से अधिक गावों को विशेष दर्जा और सुविधा दी जा रही है|
नरेन्द्र मोदी ने वर्तमान विसंगतियों की और तरफ भी इशारा किया कहा कि हमारी परंपरा में मां सबसे ऊपर है। लेकिन जैसे-जैसे हम आधुनिक होते गए वैसे-वैसे महिलाओं के प्रति हमारी सोच बिगड़ती रही और उसमें विकृतियां बढ़ती गईं। इस समय महिलाओं की हालत 18वीं सदी से भी बदतर हो गई है। रूंधे गले से बताया कि १८ वी शताब्दी में कन्यायों को पैदा होने के बाद मर डाला जाता था लेकिन आज कल तो माँ के गर्भ में ही कन्या भ्रूण कि हत्या करा दी जाती है|
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया नेटवर्किंग को धन्यवाद दिया, जिसकी सहायता से बहुत बड़ी संख्या में महिलाओं ने उनसे संपर्क किया, और सुझाव दिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि वर्ष के अंत में एक ऐसा दस्तावेज प्रकाशित किया जाना चाहिए जिसमे महिला उधमियों के संघर्ष और विकास की कहानियां समाहित हो जिससे आने वाली पीडियों को भी लाभ होगा|