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Tag: Higher Education Loan Rates In America

फ़ेडरल एजुकेशन लोन रेट्स को डबल नही किये जाने के लिए बराक ओबामा की २०१२ की तरह आन्दोलन छेड़नेकी भावुक अपील

अमेरिका में संघीय छात्रों के एजुकेशन लोन रेट्स को सस्ता रखे जाने की मुहीम फिर से बीते वर्ष की तरफ लौट रही है अगर अमेरिकन कांग्रेस ने कोई सकारात्मक निर्णय नही लिया तो मात्र ३० दिनों के पश्चात[एक जुलाई से] सात मिलियन हायर एजुकेशन स्टूडेंट्स को १०००$ अतिरिक्त का भुगतान करना होगा|इसकी रोक थाम के लिए प्रेजिडेंट बराक [एच]ओबामा ने छात्रों से अपील की है कि अपने राजनितिक प्रतिनिधियों और कालेज प्रशासन पर दबाब बना कर यह पूछा जाये कि अब ऐसा कौन सा बदलाव आ गया है जिसके कारण फ़ेडरल लोन रेट्स को डबल किये जाने से रोका नही जा रहा| रोज गार्डन में छात्र और युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बीते वर्ष की भांति फिर से कालेज प्रशासन पर दबाब बनाने के लिए आगे आयें| ओबामा ने स्मरण करते हुए कहा कि बीते वर्ष छात्र और युवाओं के आन्दोलन से हाउस[186] & सिनेट[२४] रिपब्लिकन्स भी डेमोक्रेट्स[सत्तारुड] के साथ सहयोग करने के लिए राजी हो गए थे और स्टूडेंट लोन रेट्स को बढाने नहीं दिया गया द्विदलीय प्रणाली में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स का एक साथ एक प्लेटफार्म पर आना लाज़मी है और यदि इसके लिए किसी भी सदस्य की सोच में आपके विरुद्ध कोई बदलाव दिखाई देता है तो उसे अपने पक्ष में बदलने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से भी दबाब बनाया जाना चाहिए |
व्हाईट हाउस से जारी विज्ञप्ति के अनुसार प्रसीडेंट ओबामा ने इस संवाद को कालेज प्रशासन तक लेजाने पर भी जोर दिया है|ओबामा के अनुसार सस्ता एजुकेशन लोन केवल स्टूडेंट के फेवोर में नहीं है वरन यह राष्ट्र हित में भी है| हायर एजुकेशन कुछ लोगों के लिए केवल लग्जरी नही है वरन आर्थिक विकास के लिए आवश्यकता है इसीलिए उच्च शिक्षा को प्रत्येक परिवार की हैसियत में होना चाहिए|
गौरतलब है कि २००९ में देय कर्ज़दार छात्रों में से १३% को मात्र तीन सालों में ही दिवालिया[ defaulted ] का अभिशाप झेलना पड़ा|एजुकेशन लोन रेट्स महँगा होने के कारण प्रोफेशनल्स डॉक्टर्स+ टेक्नोक्रेट्स आदि की बेहद कमी है|जिनकी पूर्ती के लिए दूसरे मुल्कों पर निर्भरता है| कांग्रेस के रुख से संभवत निराश होकर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने छात्रों और युवाओं के यह भावुक अपील की है| बीते वर्ष भी इसी तरह के आन्दोलन के पश्चात हायर एजुकेशन लोन रेट्स पर नियंत्रण रखा जा सका था|