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Tag: India Today Satire

रक्षा बजट में 16000 करोड़ के उछाल से ₹1500000 की उम्मीद को भी पलीता लग ही गया

                                                    झल्लीगल्लां

भजपाईचेयरलीडर

ओए झल्लेया! मुबारकां !! ओए हसाडी सरकार बहुत जल्द अतिआधुनिक मिसाइल और हेलीकॉप्टर आदि खरीदने जा रही है।इसके लिए ₹ 16000 करोड़ खर्च करने को कमर कस ली गई है।ओये अब हसाडी रक्षा व्यवस्था ने चीन और पाकिस्तान के साथ ही तालिबानियों को नानी और दादी याद करा देणी है

झल्ला

चतुर सेठ जी!

अभी ₹ पांच लाख करोड़ की वसूली तो हुई नही कि उसमें छेद शुरू हो गए। आप लोगों के ये  तेवर देख कर लगता है कि ₹ 1500000 की उम्मीद को भी पलीता लग ही गया।

 

पाकिस्तान को तालिबान का एक और घर बनने से अब ख़ुदा ही बचा सकता है

                                                      झल्लीगल्लां

चिंतक

ओए झल्लेया! हसाडी नाक के नीचे पड़ोस में ये क्या खिचड़ी पक रही है ?पाकिस्तान के सफल रहे क्रिकेटर परंतु असफल प्रधानमंत्री इमरानखान  अफगानिस्तान पर काबिज तालिबान के प्रति हमदर्दी जता रहा है और उधर तालिबान सीना ठोक कर इमरान के पाकिस्तान को अपना दूसरा घर बता रहा है

ओये  ये दोनों तो आपस मे मिल गए अब हसाडे  कश्मीर का क्या होगा ???

झल्ला

भापा जी!हसाडा कश्मीर तो डोभाल जी  ,राजनाथ जी और नरेंद्रमोदी जी के सुरक्षित हाथों में है लेकिन अब अफगानिस्तान के पश्चात  पाकिस्तान को तालिबान के घर बनने से ख़ुदा ही बचा सकता है।

 

 

माननीय रमण जी!कानून के हाथ बेशक लम्बे है लेकिन पीड़ितों को न्याय देने में छोटे हैं

                                                 झल्लीगल्लां

पुलिसपीड़ितनागरिक

ओये झल्लेया!अब तो माननीय मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण जी ने भी स्वीकार कर लिया है कि पुलिस थानों में अघोषित unrecorded थर्ड डिग्री के हर किसी पर इस्तेमाल से मानवाधिकारों का हनन होता है। ओए इससे संविधान की धज्जियां उड़ा कर निर्दोषों को भी आसानी से  मौत की नींद सुला दिया जाता है।

झल्ला

भापा जी! आपजी का दुखड़ा जायज है।कानून के हाथ बेशक लम्बे कहे जाते है लेकिन आम जनता को न्याय नही दे पा रहे।वास्तव में पॉलिटिक्स में वोटबैंक की राजनीति के कलंक से ही अधिकांश नागरिक अधिकारों से वंचित है।अब देखो 1947 के रिफ्यूजी आज भी अपने हक/मानावाधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं लेकिन हुक्मरानों के कानों में जूं नही रेंग रही।कानून का रास्ता बेहद महंगा है सो पिसने को मजबूर है।ऐसे ही भृष्ट नेता पुलिस थानों का भी दुरुपयोग करने से बाज नही आते ।

टीएमसी ने पर्चा फाड़ने के लिए क्या नोटिस दिया था???व्यंग

23/7/2021

झल्ली गल्लां

टीएमसी ने पर्चा फाड़ने के लिए क्या नोटिस दिया था???व्यंग

टीएमसी का छुटभैय्या ;

ओये झल्लेया! देख संसद में  लोकतंत्र का कैसा मजाक उड़ाया जा रहा है। ओये बिना  सदन की कार्यसूची में शामिल किए बगैर हमारे  माननीय सांसद शांतनु सेन जी को निलंबित कर दिया।ओये हमने भी कच्ची गोलियां नही खेली हैं।अगर हमारे सेन दादा को तुरन्त बहाल नही किया गया तो हमने संसद के दोनों सदनो की कार्यवाही ठप्प कर  देनी है 

झल्ला

दादा! बात तो आप खूब भालो बोला।आपको तो  बीच दरिया से मछियां पकडने का हुनर भी मालूम है लेकिन इक गल दस्सो?

जासूसी मामले को भुनाने के चक्कर मे सेन दादा ने वरिष्ठ सदन(राज्यसभा )में जो मंत्री के हाथों से छीन कर वक्तव्य के पुर्जे पुर्जे करके चेयर की तरफ उछाल कर सीना चौड़ा किया,क्या यह टीएमसी के नोटिस में शामिल था?

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31 जुलाई तक राष्ट्र में एक राशनकार्ड जारी हो;सुप्रीमकोर्ट (व्यंग)

झल्लीगल्लां
सुप्रीमकोर्टकेउत्साहिवकील
ओएIMG-20210321-WA0014 झल्लेया!मुबारकां!!ओए माननीय,आदरणीय,सम्माननीय सुप्रीमकोर्ट के जस्टिस अशोकभूषण और जस्टिसएमआर शाह की सम्मानित पीठ ने जीवन के अधिकार में भोजन के अधिकार को जोड़ने को आवश्यक बताते हुए एक राष्ट्र एक राशनकार्ड का कार्य 31 जुलाई तक पूर्ण करने को कह दिया है।अब सभी गरीबों को भोजन मिलेगा। देश मे कोई भूख से नही मरेगा
झल्ला
MoHA Letterसाहिबजी! गरीबों को भोजन मुहैय्या करवाना सभी सरकारों की जिम्मेदारी है।लेकिन न्याय मंत्रालय+आवास मंत्रालय+श्रम एवं रोजगार मंत्रालय +पुनर्वास मंत्रालय आदि केवल थोड़े से भरे अपने ग्लास दिखा कर सीना ठोकने में लगे है।अभी तक गरीबी को परिभाशित ही नही किया जा सका।और तो और अभी तक दिए जा चुके न्याय,आवास,आदि के अधिकार आम जरूरत मन्दों तक नही पहुंच पाए हैं।।यहां तक झुग्गी झोपड़ियों में अग्निकांड आम हो चले है।1947 के रिफ्यूजी अपने हक के रिहैबिलिटेशन क्लेम को भटक रहे है।

सुप्रीमकोर्ट जी!निरन्तर महंगी हो रही न्याय व्यवस्था को मुफ्त कराने को भी प्रयास जरूरी

झल्लीगल्लां
चिन्तितनागरिक
Judiciaryओए झल्लेया!ये क्या हो रहा है? ओए मुल्क में नोटों के बंडल लेकर घूम रहे कोरोना मरीजों को पर्याप्त उपचार नही मिल रहा प्राइवेट अस्पतालों में 250 ₹ में भी टीका नही लग रहा और माननीय सुप्रीम कोर्ट फ्री में सभी को टीके लगवाने का फरमान जारी कर रही है।
झल्ला
झल्लाभापा जी!बेशक जान बचाने को सभी विकल्प खुले रहने चाहिए लेकिन कहा गया है कि “चैरिटी बिगिन्स एट होम” सो माननीय सर्वोच्च न्यायालय जी को स्वत संज्ञान में लेकर दिनों दिन महंगी होती जा रही न्याय व्यवस्था को मुफ्त कराने को भी प्रयास करने चाहिएं।

बिडेन,शेक्सपियर के हैमलेट की तरह भारत को दवाएं के भम्बड़भूसे में फंसे

झल्लीगल्लां
इंडोअमेरिकन
USAओए झल्लेया!ये नए प्रेजिडेंट जो बिडेन क्या चाहते हैं? चुनांवों के समय भारत से दोस्ती का दम भरते रहे।चुनाव जीतने के बाद कॉरोनानुसरों के वध के लिए बनाई जा रही वैक्सीन में उपयोग किये जा रहे कच्चे माल को देने में आनाकानी करने लगे।अब हमने दवाब बनाया तो सकारात्मक जवाब आने लग गए हैं।अरे इन डेमोक्रेट्स को सौचना चाहिए कि यही भारत है जिसने संकट की घड़ी में हमे बिनाशर्त दवाएं भेजी थी अब हमारी बारी आई तो हुकूमत ढील मिठयाई करने लगी।
झल्ला
सर् जी
झल्लालगता है अमेरिकन बिडेन जी ने ब्रिटिश नॉवेलिस्ट शेक्सपियर के देनमार्की पात्र हैमलेट को गम्भीरता से ले लिया है तभी कभी करूं या ना करूं के भम्भडभूसे में वडे हुए हैं

धरती बचाओ वरना लैब ऑक्सीजन के लिए भी पॉलिटिक्स होती रहेगी;अर्थ डे

झल्लीगल्लां
पर्यावरणविद
ओए झल्लेया!आज धरती दिवस है।आओ सभी रल मिल पौधे रोम्पे+साक्षरता फैलाएं और अपनी स्वर्ग से सुंदर धरती को बचाने में योगदान दें
झल्ला
भापा जी !
धरती को बचाने के लिए पर्यावरण में स्वच्छता जरूरी है।इसके लिए गैसों के उत्सर्जन को रोकने के लिए दूसरों की तरफ तकते रहने के बजाय स्वयम पौधा लगाएं+प्लास्टिक को ना कहें+प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन के मोह को त्यागें क्योंकि धरती गोल है और ऑक्सीजन का साइंन (o) भी लगभग गोल ही है।वरना तो कोरोना जैसी महामारी में भी लैब में बनी ऑक्सीजन के लिए हमेशा पॉलिटिक्स होती रहेगी।

श्मशान कर्मकांड के भाव बढ़े,नेता और व्यवसाई! करो टेकओवर की तैयारी

झल्लीगल्लां
श्मशानकाआचार्यजी
Jamos cartoonओए झल्लेया!हसाडे मेहनत के कर्मकांड के लिए दान दक्षिणा पर भी कथित समाजसेवी नाक भों सिकोड़ने लग गए।अरे हमे कोई शादी व्याह में तो बुलाता नही अब ले दे के कोई मरने पर ही यहां आता है।हम पूर्ण निष्ठा से 13 दिन कर्मकांड कराते हैं और अपना परिवार पालते हैं।अब ये कोरोना हमारे कहने से तो आया नही जो इसे लेकर हमारी थोड़ी बहुत इनकम को कोसा जा रहा है।
झल्लाझल्ला
महाराज!थोड़ा हंस वी लया करो।श्मशान में कर्मकांड के भाव बढ़ने से धन्नासेठ और राजनेता भी आकर्षित होंगे और इस कमाऊ व्यवस्था को टेकओवर करने को जुगत लड़ाएंगे।इससे आप लोगों के भी अच्छे दिन आ जाएंगे

उपराष्ट्रपति जी! पीड़ित किसकी मां को मासी कहे

झल्लीगल्लां
भजपाईलेखक
VP M Venkaiyya naiduओए झल्लेया!हसाडे सुयोग्य उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आज अपनी मूल जड़ों को याद रखने तथा अपनी माता, मातृभाषा, मातृभूमि और पैतृक स्थान को सम्मान देने का आह्वाहन किया है।
ओए श्री नायडू ने भुवनेश्वर राजभवन में “नीलिमारानी- माई मदर-माई हीरो” नामक पुस्तक का विमोचन करने के बाद जनसमूह को संबोधित करते हुए शिक्षा, न्यायपालिका तथा प्रशासन में मातृभाषा के व्यापक उपयोग की अपील की। “साझा करने एवं देखभाल करने” की सच्ची भावना में, उन्होंने सफल पुरूषों एवं महिलाओं को अपने पैतृक गांवों में रहने वाले लोगों की सहायता एवं समर्थन करने की अपील है।
झल्ला
चतुर सेठ जी!
झल्लाहसाडी माता रब्ब के चरणों मे समा गई।हसाडे पुरखों की मातृभूमि (रावलपिंडी/दन्दी)दूसरों को दे दी गई।मातृभाषा (पंजाबी) वालों ने 1947 के रिफ्यूजियों को लूट लिया।पैतृक स्थान वाले हुक्मरां पीड़ा सुनने तक को तैयार नही।ऐसे मैं आप ही बताओ कि मैं किसकी मां को मासी खून???