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Tag: India Today Satire

काहे की होली? काहे की हमजोली ??जब दो गज की दूरी और मास्क भी जरूरी!

झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया!रंगों के मस्त त्यौहार होली दियाँ लख लख मुबारकां।
ओए कल होलिका के दहन से बुराईओं का खात्मा हो चुका अब खुल के रंग बरसाओ।बरसाने से अयोध्या या फिर काशी नहाओ।
झल्ला

Holi

Holi

चतुर सेठ जी!हमारी काहे की होली??? काहे की होली? काहे की हमजोली ??जब दो गज की दूरी और मास्क भी जरूरी!
संग खड़ी हमजोली!फिर भी दो गज की दूरी ऊपर से मास्क भी जरूरी।हाँ तुम लोगों ने तो महाराष्ट्र के फार्म हाउस में एन सी पी वालों से होली मिलन कर ही लिया।बंगाल में ममता और आसाम में कांग्रेस के गाल बिना गुलाल के ही लाल कर लिए।
बुरा ना मानो
होली के हुलियारे बेचारे ,तुम्हारी कोरोना चेतावनियों के मारे
ढूंढ रहे रघुबीरा,लेकर सोने का बीड़ा,दिख नही रहा हुड़दंगी कन्हाई
किलस किलस गुलाल से कर रहे अपने ही दोनों गाल लाल
काहे की खुशियां ?काहे के रंग ?? होली हुई बदरंग

मेरठ का1वाहन कमेला तो कंट्रोल नही हो रहा,देश भर में कमेले खोलने चले

झल्लीगल्लां
व्यंगकार
 ओए झल्लेया !ये क्या हो रहा है? ओए मोदी सरकार स्क्रैप पालिसी थोप कर पुरानी एंटीक गाड़ियों के दर्शन दुर्लभ करने जा रही है।ओए अब एंटीक गाड़ियों का प्रदर्शन/रेस नही होगी । वाहन निर्माता भी अपने वाहन की लंबी लाइफ का दावा नही कर पाएंगे
झल्ला
झल्ला भापा जी!मेरठ का1वाहन कमेला तो कंट्रोल नही हो रहा,देश भर में कमेले खोलने चले
मेरठ के सोतीगंज में एक वाहन कमेला लखनऊ से लेकर दिल्ली के शासन+प्रशासन के काबू नही आ रहा और ये परिवहन मंत्री नितिन गडकरी पूरे देश मे वाहन कमेले खोलने जा रहे हैं और उम्मीद है कि इन कमेलों को पर्यटन केंद्र बना कर प्रवेश टिकट भी लगा दिया जाएगा

मोदीभापे!हमारे टैक्स से सोने की लंका बनाई,देखने के लिए टिकट दिखाते हो

झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया! उत्तरप्रदेश में पंचायत चुनाव आने वाले है सो हसाडे यशस्वी+तेजस्वी मुख्यमंत्री महंत आदित्यनाथ योगी ने कह दिया है कि चुनांवों से डरने की जरूरत नही क्योंकि हसाडी सरकार की लोक कल्याण पर आधारित ढेरों उपलब्धियां हैं जिन्हें घर घर पहुंचाना जरूरी है।ओए उनके आदेशों का पालन करने को हमने भी टीम स्प्रिट से कमर कस ली है
झल्ला
चतुर सेठ जी! आपकी सरकारों की सबसे बड़ी उपलब्धि ये है कि जिस नागरिक के टैक्स से सोने की लँकाएं बना रहे हो उन्ही लँकाओं को देखने के लिए करदाता से टिकट के पैसे वसूल रहे हो।

गडकरी जी! स्कैनिया के खिलाफ मानहानि का दावा कब कर रहे हो?

झल्लीगल्लां
तपाहुआभजपाई
Jamos Cartoonओए झल्लेया! ऐ की हो रेया? अब स्वीडन की स्कैनिया भी हम पर रिश्वतखोरी का कीचड़ उछालने लगी।राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं और एन वक्त पर हसाडे मंत्री पर रिश्वत के रूप में बसें लेने की बात कही जाने लगी गी।ये तो हसाडे खिलाफ कोई नया षड्यन्त्र ही है । बताओ !कह रहे हैं कि मंत्री की बेटी की शादी में बस दी ।अरे भाई बेटी की शादी में तो लोग पता नही क्या क्या दे जाते हैं और ये स्वीडिश बस के पैसे की बात कर रहे है।हसाडे कर्मठ मंत्री नितिन गडकरी जी ने तत्काल इसका खण्डन कर दिया है
Jhallaa Cartoonझल्ला मेरे भोले सेठ जी!गडकरी जी अपनी और पार्टी की छवि बचाने के लिए स्कैनिया पर कब मान हानि का दावा ठोंक रहे हैं और तब तक बसों के अस्तित्व से इनकार की प्रतीक्षा भी रहेगी।वरना विपक्ष इन अति आधुनिकबसों के हॉर्न चुनांवों में बजायेंगे ही बजायेंगे

नही छडणी,कैप्टेन ने गद्दी नही छडणी;प्रशांत किशोर को बनाया कैबिनेट मंत्री

झल्लीगल्लां
कैप्टेनगुटकांग्रेसी
ओए झल्लेया! मुबारकां!!ओये हसाडे धाकड़ सीएम कैप्टेन अमरिन्दर सिंह जी ने बिहार+बंगाल में धूम मचा चुके विश्व विख्यात चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर साहब को एक ₹ कि तनख्वाह पर कैबनेट मंत्री बणा लिया है। ओए देख लेना अब 2022 में भी हसाडी ही सरकार बनेगी
झल्ला
भा जी
ठंड रखो ठंड।आपके कैप्टेन साहिब ने तो कहा था कि पिछला चुनाव उनका आखरी चुनाव फिर भी आप लोगों ने गोटियाँ बिठानी शुरू कर दी हैं।पहले सुनील जाखड़ ने आधार बनाने के लिए 2022 में कैप्टेन साहिब के लिए भविष्यवाणी कर दी थी और अब प्रशांत किशोर की नियुक्ति आपके कैप्टेन का यूटर्न ही है।यह यूटर्न लाफिंग जट्ट नवजोत सिंह सिधू और उस पर दावँ लगाए बैठे आलाकमान जरूर अशांत हो सकते हैं

कोरोना नियमो के अपराधियों के पश्चात आंदोलनकारी किसानों को भी अभयदान मिलेगा ?

झल्लीगल्लां
दिल्लीनिवासी
ओए झल्लेया! ये क्या हो रहा है? ओए कोरोना और किसानों को लेकर वैसै ही आटा गिला है ऊपर से हुक्मरानों ने ट्रैफिक और कोरोना के नाम पर पौने दो सौ करोड़ ₹ का जुर्माना थोप कर गरीबों को आटा गूंथने लायक भी नही छोड़ा ।
झल्ला
झल्लाभापा जी! कोरोना नियमो के अपराधियों के पश्चात आंदोलनकारी किसानों को भी अभयदान मिलेगा ?
इसीको तो कहते है बनाना रिपब्लिक यानि अपनी ढपली अपना राग। नहीं समझे अरे दिल्ली के कानून यूपी में नही चलते ।नही समझे? अरे कोरोना नियमों को तोड़ने वालों से जुर्माना वसूलना तो दूर अब उनके खिलाफ दर्ज हजारों मुकद्दमे वापिस लेने का फरमान योगी जी महाराज निकाल चुके है।अब शायद कुछ समय पश्चात आंदोलनकारी किसानों को भी अभयदान मिल ही जाना है

आन्दोलनजीविओं से पनप रहे परजीवियों के लिए प्रथक कोपभवन जरूरी

न्यायविद
Judiciaryओएझल्लेया!अब तो खुश हो जा।ओए सर्वोच्च न्यायालय ने दोबारा सुना दिया है कि कभी भी और कहीं भी कैसे भी प्रदर्शन का अधिकार नही मिल सकता।ठीक है असहमति का हक सबको है लेकिन यारा ये तो आन्दोलनजीवी शाहीन बाग के बाद अब सिंधुऔर गाजीपुर बोर्डरों पर परजीवियों को जन्म देने में जुट गए हैं।टॉप कोर्ट के तमाचे से शायद आंदोलन के नाम पर सार्वजनिक स्थलों पर कब्जा करने और अराजकता फैलाने वालों को सद्बुद्धि मिलेगी
झल्ला

झल्ला

झल्ला

भापा जी! अभी तक आन्दोलनजीवियों से पनप रहे परजीवियों के नाश को कोई वैक्सीन नही बनी है इसीलिए रामायणकालीन कैकई को याद करके आन्दोलनजीविओं के लिए प्रथक कोपभवनों की व्यवस्था करवा दो

राममंदिर के लिए धनसंग्रह और संग्रहकर्ताओं का सेनिटाइज़ेशन जरूरी है

#मनमयूरनचाताभाजपाई
ओए झल्लेया! मुबारकां!!ओए ये विपक्षी राममंदिर निर्माण की तारीख को लेकर रामभक्तों को चिढ़ाते थे ।अब वोह ध्याड़ा आ गया है ।ओए 39 दिनों में भव्य राम मंदिर बन कर तैयार हो जाएगा। राष्ट्र के इस गौरव के लिए गौरवशाली राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद जी ने पांच लाख एक सौ ₹ का चेक देकर धनसंग्रह की शुरुआत करवा दी है
#झल्ला
चतुर सुजाण जी!राम नाम की लूट है सो आपके दागी छुटभैय्ये भी धनसंग्रह टोलियों में शामिल करा लिए गए है। झल्लेविचारानुसार धनसंग्रह और संग्रहकर्ताओं का सेनिटाइज़ेशन बहुत जरूरी है क्योंकि दूषित धन और दूषित धन संग्रहकर्ताओं से धार्मिक उद्देश्य पर सदैव प्रश्नचिन्ह लगा करते है

भोलेनाथ!हज हाउस की जैसी दुर्दशा से अपने मानसरोवर भवन को बचाना

#प्रसन्नचितभाजपाई
ओए झल्लेया! मुबारकां!!
ओए हसाडे समर्पित सीएम महंत आदित्यनाथयोगी जी ने गाजियाबाद में कैलाशमानसरोवर भवन का उद्घाटन कर दिया।अब 132 करोड़ ₹ के इस भवन में भोले के भक्तों को दुर्गम यात्रा सम्बन्धी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी।
#झल्ला
चतुर सेठ जी
बचपन मे सुनते थे कि कहीं मन्दिर है तो उसके आसपास मस्जिद या मजार जरूर खड़ी कर दी जाती थी ।यहां तक के सड़क के किनारे ईंट लगा कर उस पर सफेदी पौत दी जाती थी और उस पर अंधभक्त्तों का चढ़ावा शुरू होजाता था जिसे शाम होते होते कथित धर्मी बटोरते नजर आते थे।
अब चूंकि आपजी की सरकार है तो गाजियाबाद में हज हाउस हो और आपका स्मारक ना हो तो आपके अधिकारों का हनन होगा। वैसे विशाल हज हाउस की दुर्दशा से सबक लेकर भवन को सुव्यवस्था दी गई तो समझेंगे कि इसमे लगे झल्ले का टैक्स सुकारथा हो गया

किसान मन की बात सुनाने नही बल्कि अपने मन की मनवाने आये हैं

#क्रोधितकिसान
ओए झल्लेया! ये क्या हो रहा है?
ओये इन काले कृषि कानूनों के खिलाफ हम लोग अपने मन की बात बताने दिल्ली आए हैं और यहां बेरिकेडिंग्स+पानी की बौछारों से स्वागत किया जा रहा है और मेजबानी करने के बजाय कोई काशी में तो कोई हैडराबाद में दिखाई दे रहा है
#झल्ला
भापे जी! आपलोगों ने जिस तरह से दिल्ली को घेर कर अर्थव्यवस्था +ट्रैफिक को जाम कर दिया है उससे तो लगता है कि आप लोग सुनाने नही बल्कि अपनी बात मनवाने आये हो