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Tag: JalianWala Bagh Massacre

PM Modi Remembers Martyrs of Jalianwala Massacre

(New Delhi)PM Modi Remembers Martyrs of Jalianwala Massacre
Prime Minister of India Narendra Modi on Monday paid tributes to the martyrs of the Jallianwala Bagh massacre of 1919,
Modi Tweeted “I bow to those martyrs who were killed mercilessly in Jallianwala Bagh on this day. We will never forget their courage and sacrifice,”
Their valour will inspire Indians for the years to come,
British troops on the orders of Brigadier Gen Reginald Dyer had opened fire on a large group of people who had gathered at Jallianwala Bagh, Amritsar to celebrate Baisakhi, the harvest festival.
At least 400 people were killed and a thousand were injured.

जलियांवाला हत्याकांड शताब्दी वर्ष में भी भारत 1 मंच साझा नहीं कर सका :नमन

[अमृतसर,दिल्ली] #शहीदोंकोनमन
जलियांवाला हत्याकांड शताब्दी वर्ष में भारत 1 मंच साझा नहीं कर सका
पंजाब के सीएम के अमरिंदर सिंह की आगवानी में कांग्रेसाध्यक्ष राहुलगांधी ने पुष्पचक्र चढ़ाए लेकिन भाजपा नीत केंद्रीय प्रतिनिधित्व अनुपस्थित रहा|
भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैय्या नायडू ने शताब्दी की स्मृति में स्मारक सिक्का+ टिकट जारी किया तो प्रदेश के सीएम नदारद रहे
आम आमदी पार्टी [आप] और एसएडी एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोपों में सीमित रहे |
गौरतलब हे के ब्रिटेन के 80 सांसदों ने ब्रिटिश सरकार से इस नृशंस हत्याकांड पर माफी मांगने को कहा हैं लेकिन भारत से मृतकों को शहीद का दर्जा देने को फुसफुसाहट भी सुनाई नही देरही|
जो अंग्रेज किसीको गलती से छू जाने पर भी सॉरी कह कर निकल जाते हैं उन्ही का न्रेतत्व इतने बढे हत्याकांड पर खेद तो प्रगट कर रहा है लेकिन सॉरी कहने को तैयार नहीं |इसके पीछे उनकी अपनी विवशता हो सकती हैलेकिन भारत के राजनितिक दल अपने किस फायदे के लिए इस तरफ केवल औपचारिकता को ही पूर्ण करने तक ही सिमित है जोकि जांच का विषय हो सकता है|
अमृतसर के जलियांवाला बाग में बैसाखी के दौरान 13 अप्रैल 1919 को यह नरसंहार हुआ था जब ब्रिटिश भारतीय फौज के सैनिकों ने कर्नल रे डायर की कमान में वहां स्वतंत्रता की मांग के लिए जुटे निहत्थे लोगों पर गोलियां चलवा दी थी। इस जनसंहार में सैंकड़ों लोग मारे गए थे जबकि कई घायल हो गए थे।
उप-राष्ट्रपति नायडू ने शनिवार को जलियांवाला बाग में स्मारक पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की और सिख ग्रंथियों द्वारा गाए जा रहे शबद सुने। इस कांड के 100 साल पूरे होने के अवसर पर उन्होंने एक स्मृति सिक्का और एक डाक टिकट भी जारी किया।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “आज, जब भयावह जलियांवाला बाग नरसंहार के 100 साल पूरे हो रहे हैं, भारत सभी शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है…उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी भूला नहीं जाएगा। उनकी स्मृति हमें एक ऐसे भारत के निर्माण के लिये और पुरजोर तरीके से प्रेरित करती है, जिस पर उन्हें गर्व हो।”
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जलियांवाला बाग नरसंहार के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर जलियांवाला बाग स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि स्वतंत्रता की जो कीमत चुकाई गई है उसे भुलाया नहीं जाना चाहिए।
राहुल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ,सुनील जाखड़ सहित कांग्रेस के अन्य नेता भी मौजूद थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां आगंतुक पुस्तिका में लिखा, ‘‘आजादी की कीमत को कभी भुलाया नहीं जाना चाहिए। हम भारत के लोगों को सलाम करते हैं जिन्होंने आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।’’
भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त डोमिनिक एस्क्विथ भी अलग से शनिवार को जलियांवाला बाग स्मारक स्थल गए।
उन्होंने आगंतुक पुस्तिका में लिखा, ‘‘आज से 100 साल पहले की जलियांवाला बाग घटना ब्रिटिश भारतीय इतिहास की एक शर्मनाक घटना है। जो कुछ भी हुआ और उससे उपजी पीड़ा से हमें बेहद दुख है।’’
बाद में पत्रकारों से बातचीत में डोमिनिक ने कहा कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने बुधवार को जलियांवाला बाग कांड को ब्रिटिश भारतीय इतिहास पर ‘‘शर्मनाक धब्बा’’ करार दिया।
हालांकि, टेरेसा मे ने इस घटना पर माफी नहीं मांगी। उन्होंने सिर्फ खेद प्रकट किया था।
यह पूछे जाने पर कि ब्रिटिश सरकार ने माफी क्यों नहीं मांगी, इस पर डोमिनिक ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि यह वाकई एक अहम सवाल है। मैं आपसे सिर्फ इतना कहूंगा कि मैं यहां जो करने आया हूं उसका सम्मान करें, यह उन्हें याद करना है जिन्होंने 100 साल पहले अपनी जान गंवाई। और यह ब्रिटिश सरकार एवं ब्रिटिश जनता का दुख व्यक्त करने के लिए है।’’

कांग्रेस को १९४७ में मानव निर्मित त्रासदी के लिए देश से माफ़ी मांगनी चाहिए

[नई दिल्ली] कांग्रेस को १९४७ में कराये गए कत्लेआम+लूटमार के लिए देश से माफ़ी मांगनी चाहिएअब समय आ गया है जब कांग्रेस को माफ़ी मांग लेनी चाहिए |ब्रिटैन के ८० संसद जब भारत में १०० वर्ष पूर्व जलियांवाला बाग़ में किये गए कत्ले आम के लिए अपनी ही सरकार से माफ़ी की मांग कर सकते हैं और वहां की प्रधान मंत्री खेद व्यक्त कर सकती हैं तो भारत में १९४७ के घृणित अपराध पर विभाजन के लिए जिम्मेदार और उसके नतीजों को झेलने में असफल रहे कांग्रेस को माफ़ी मांग कर उस के लिए प्रायश्चित करलेनी चाहिए |
1947 में कराए कत्लेआम की अब #कांग्रेस को माफी मांग कर प्रायश्चित कर लेना चाहिए
देश विभाजित करा कर दोनों तरफ ना केवल
कत्लेआम कराया गया वरन
लूटमार मचाई गई
छोड़ी गई जमीनों को हथियाया गया
रिहैबिलिटेशन के नाम पर फ्रॉड किये गए
अब समय आ गया है जब इसके लिए उत्तरदायी दल को सार्वजनिक रूप से माफी मांग कर प्रायश्चित कर लेना चाहिएक्योंकि विभाजन से अपराधों की ज्वाला उठी उसे समेटने में तत्कालीन सरकार अक्षम रही |इसे विश्व की सबसे बढ़ी मानव निर्मित त्रासदी बताया गया है|

जलियांवाला काण्ड का बदला लेने वाले उधम सिंह का वंशज चपरासी की नौकरी के लिए धरने पर

amritsar[नई दिल्ली] शहीद उधम सिंह का वंशज चपरासी की नौकरी के लिए धरने पर
ऐसे समय में जब राष्ट्रीय बहस में राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर जोर है, तब महान क्रांतिकारी उधम सिंह के प्रपौत्र पंजाबसरकार से चपरासी की नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने करीब 10 साल पहले उन्हें यह नौकरी देने का वादा किया था।
हालांकि कांग्रेस सरकार की ओर से किया गया यह वादा पूरा नहीं सका क्योंकि राज्य में कांग्रेस पार्टी करीब 10 साल से सत्ता से बाहर है। उधम सिंह की बड़ी बहन आस कौर के प्रपौत्र जग्गा सिंह द्वारा शिरोमणि अकाली दल और भाजपा सरकार से बार..बार अपील किए जाने का अभी कोई परिणाम नहीं निकला है।
भारतीय स्वाधीनता संग्राम के इतिहास में 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में खूनी दिवस के दौरान उधम सिंह वहां उपस्थित थे। बाद में करीब 21 साल बाद उन्होंने लंदन में माइकल ओ ड्वायर की हत्या कर इस नरसंहार का बदला लिया था। जलियांवाला बाग में कत्लेआम के समय माइकल ओ ड्वायर ही पंजाब का गवर्नर था ।
बाद में उधम सिंह को हत्या के आरोप में लंदन में फांसी दे दी गयी थी।
जग्गा सिंह इस समय अपने परिवार के छह सदस्यों के साथ बेहद गरीबी में जीवन गुजार रहे हैं। इसके अलावा उन्हें 60 वर्षीय पिता जीत सिंह की देखभाल भी करनी पड़ती है। वह एक दिहाड़ी मजदूर हैं।
तीस वर्षीय जग्गा सिंह दसवीं तक पढ़े हैं और 2,500 रपये मासिक की तनख्वाह पर संगूर की एक कपड़ा दुकान में काम करते हैं। उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह उनके पत्रों पर ध्यान देंगे।
सिंह अब इस कड़ाके की और धुंध भरी सर्दी में अपने विरोध को यहां जंतर मंतर तक ले आए हैं। उन्हें उम्मीद है कि अब राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता के गलियारों में उनकी आवाज जरूर सुनी जाएगी।
हालांकि अभी तक केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा अथवा पंजाब में सत्तारूढ़ शिअद-भाजपा से उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है

PM Modi Greets On Baisakhi & Salutes Jalianwala Bagh Martyrs

[New Delhi]PM Modi Greets On Baisakhi&Salutes Jalianwala Bagh Martyrs
Modi Do Not Forget To Greet His Senior Colleague Dr Najma Heptulla On Her Birth Day
Prime Minister Of India Narendra Modi Greeted Nation On Baisakhi And Saluted Martyrs Of Jalianwala Bagh Massacre
Modi Posted Couple Of Tweets
He Tweetd
[1]On the auspicious occasion of Baisakhi, my greetings to people across India & the world. May this day bring joy & prosperity in society.
[2]Saluting all the martyrs who lost their lives in the Jallianwala Bagh massacre. Their sacrifice & courage can never be forgotten.
[3]Wishing my Cabinet colleague, a leader with years of experience, Dr. Najma Heptulla on her birthday. May she lead a long & healthy life.
PM Modi Also Greeted Odia People
In another tweetd PM Said
On Maha Vishuba Sankranti I extend my good wishes to all Odia people. I pray for an exceptional year ahead, filled with happiness & success.