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Tag: JammuKashmir

मलूक नागर ने केंद्र का भरपूर समर्थन किया और विपक्ष को तबियत से धोया

(नई दिल्ली) #बसपा के बिजनोर से सांसद #मलूकनागर ने मंझे हुए अभिनेता की भांति #लोकसभा मे जम्मूकश्मीर संशोधन बिल पर केंद्र का समर्थन किया ।सम्भवत फ़िल्म अभिनेता दिलीपकुमार के स्टाइल में हर दिशा में हाथ हिलाते+बालों को सँवारते हुए कश्मीर के गुर्जर और गुर्जर बकरवाल के कल्याण के लिए अनेक सुभाव भी दिए ।ग्रहमंत्री अमित शाह मुस्कुराते हुए जिन्हें नोट करते हुए देखे गये। मलूक नागर ने सीमाओं पर बसे गुर्जर गावों में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की मांग के साथ ही इनके मुख्य दुग्ध व्यवसाय के लिए एसइज़ेड मार्केट व्यवस्था बनाये जाने की बात भी कही। कुशल वक्ता की तरह कांग्रेस के युवा सांसद #रवनीतसिंहबिट्टू और जसबीर सिंह गिल से चुहल बाजी की और भाजपा सांसद सत्यापाल सिंह को गुर्जरों के विषय मे ना बोलने पर टोका भी।नागरविशेष रूप से कांग्रेस पर हमलावर रहे।

Curfew Still in force in 3 Police Station Areas of Summer Capital Of J&K

[Srinagar,J&K]Curfew Still in force in 3 Police Station Areas of Srinagar,Counter-Infiltration Operations Entered the Second Day,
Curfew was today in force in three police station areas of Srinagar city in Kashmir,
However, normal life remained affected in the Valley for the 75th straight day.
curfew continued in
Nowhatta,
M R Gunj and
Khanyar police station areas of the summer capital today.
The two counter-infiltration operations along the Line of Control in Kashmir today entered the second day,
“The operations along the LoC in Uri and Naugam sectors continue,”
One soldier was killed yesterday as Army foiled two infiltration bids in Uri and Naugam sectors of Kashmir.
The authorities had yesterday lifted curfew across Kashmir except from six police station areas of the city.
This morning, the curbs from three areas were lifted.
The official, however, said restrictions on the assembly of people under section 144 CrPC continued to remain in force in the Valley.
Meanwhile, normal life continued to remain disturbed in Kashmir for the 75th consecutive day due to restrictions and separatist sponsored strike.
The separatists, have extended the protest programme till September 22.
Shops, business establishments and petrol pumps continued to remain shut in Srinagar and elsewhere in the Valley, while public transport was off the roads.
Schools, colleges and other educational institutions also continued to remain shut.
Mobile internet services also remained suspended, while the outgoing calls on prepaid numbers continued to remain barred across the Valley.
As many as 81 people, including two cops, have been killed in the unrest that broke out a day after Hizbul Mujahideen commander Burhan Wani was killed in an encounter with security forces in South Kashmir on July 8

After Khursheed Now Ally Omar Also Guns at “Modi”for Touching Balochistan

[Srinagar,Delhi]After Khursheed Now Ally Omar Also Guns at PM for Raising Balochistan
After Cong’s Salman Khursheed Now Its Ally NC’s Omar Abdullah Lashes Out at Centre for Raising Balochistan
Former chief minister Of J&K Omar Abdullah today lashed out at the Centre for raising the issue of Balochistan at a time when Kashmir has been hit by violence.The Prime Minister Narendra Modi also referred to Balochistan in his Independence Day speech yesterday
Omar wrote on twitter.
“6 protestors dead in Kashmir in 24 hours but WTH let’s go sort out Balochistan since we are doing such a good job in J&K at the moment!”
Following the all-party meeting chaired by Prime Minister Narendra Modi on August 12, the Centre decided to raise the issue of human rights violations in Balochistan province of Pakistan.Omar Absented This Meeting
Earlier Ex MEA In Congress Regime Salman Khursheed Also Criticized PM Modi For Touching Pakistan’s Weak Nerve POK+Bulochistan+Gilkit
Photo Caption
File Photo
All Party Meeting Chaired By PM

प्र मं मोदी ने आंकड़ों के आधार पर पाक को आतंकवादी देश साबित करते हुए पीओके को भी भारत का हिस्सा बताया

[नई दिल्ली]भारत के प्रधान मंत्री ने आंकड़ों के आधार पर पाकिस्तान को आतंकवादी देश साबित करते हुए पीओके को भी देश का हिस्सा बताया|पीएम ने विस्थापित कश्मीरी पंडितों के जख्मों पर मलहम लगाया इसके साथ ही कश्मीर में किये जा रहे विकास कार्यों का भी ब्यौरा दिया
कश्मीर पर बुलाई गई सर्वदलीय मीटिंग में भारत के प्राधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा के आज जब हम जम्मू-कश्मीर की बात करते हैं, तो हमें जम्मू-कश्मीर राज्य के चार भागों की बात करनी चाहिए:
[१] जम्मू,
[२]कश्मीर-घाटी,
[३]लद्दाख, और
[४]पाक-अधिकृत कश्मीर
मोदी ने मीटिंग में
पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों से प्राप्त हथियारों का भी ब्यौरा देते हुए पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा किया
उन्होंने बताया
कश्‍मीर में अशांति की जड़ क्रॉस -बोर्डर टेररिज्म है, जिसको मुख्यतः पडौसी देश से प्रोत्साहन मिलता है। आतंकवाद के कारण कश्मीर में आम जन जीवन प्रभावित है | कश्‍मीर में जब से आतंकवाद 1989-1990 से प्रारंभ हुआ, तब से अब तक सुरक्षा कर्मियों की कार्यवाही में
[१]34 हजार से ऊपर AK 47 राईफल बरामद हुए
[२]5 हजार से ऊपर ग्रेनेड लॉन्‍चर बरामद हुए
[३]करीब 90 लाइट मशीन गन्‍स बरामद हुई
[४]12 हजार से ऊपर पिस्‍तौल और रिवॉल्‍वर बरामद हुए
[५]3 Anti Tank , और 4 Anti Air Craft Guns बरामद हुए
[६]350 से अधिक मिसाइल लॉन्‍चर बरामद हुए
[७]आर डी एक्‍स समेत 63 हजार किलो Explosives, 1 लाख से अधिक ग्रेनेड आदि बरामद हुए हैं।
[८]इस अवधि में 5 हजार से अधिक विदेशी आतंकवादी, जो कि 5 बटालियन के बराबर हैं, मारे गए है।
इतने हथियार बरामद हों, इतने विदेशी आतंकवादी घाटी में मार-काट हेतु आएं हों, फिर पाकिस्‍तान चाहे लाख झूठ बोले, तो भी दुनिया कभी उसके दुष्प्रचार को स्वीकार नहीं करेगी |
प्रस्तुत है नरेंद्र मोदी के वक्तव्य के अंश
“मैं सभी राजनैतिक दलों के नेताओं का आभारी हूं कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर के इलाकों में मौजूदा स्थिति के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की है। लोकतंत्र द्वारा पिछले छह दशकों से पोषित समृद्ध परंपरा हमारे देश की एकता और अखंडता की सबसे बड़ी ताकत रही है। कुछ मुद्दों पर हमारे बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब देश की अखंडता और संप्रभुता की बात आती है तब हम एकजुट रहते हैं।
जम्मू व कश्मीर में हाल ही में हुई घटनाओं से हर भारतीय की तरह, मेरे हृदय को भी काफी गहरा दुख पहुंचा है। मुझे यह देखकर बहुत दुख होता है कि बच्चे अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, सेब का उत्पादन मंडियों तक पहुँच नहीं पा रहा, दुकानदारों की दैनिक आमदनी नहीं हो रही है और सरकारी कार्यालय लोकहित के कार्य नहीं कर पा रहे हैं। इस स्थिति से सबसे अधिक गरीब प्रभावित है।
हम पोलिटिकल वर्कर्स का अस्तित्व तो लोगों की वजह से ही है। ये हमारी ताकत हैं, हमारी ऊर्जा का स्रोत हैं; वास्तव में, जनशक्ति हमारे सार्वजनिक जीवन का अहम हिस्सा हैं। चाहे कोई भी हताहत हो, सिविलियन हों या फिर सिक्योरिटी फोर्सेज , दुःख हम सब को होता है | उनके परिवारों के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है। घायल हुए लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और साथ ही हम जल्द से जल्द घाटी में शांति स्थापित करना चाहते हैं ताकि यहां के लोग अपना सामान्य जीवन जी सकें, अपनी रोजी-रोटी कमा सकें, अपने बच्चों को पढ़ा सकें और रात में सुकून से सो सकें।
हम कश्मीर के मुद्दे का संविधान के मूलभूत सिद्धांतों (बेसिक प्रिंसिपल्स ) के अनुरूप स्थायी और शांतिपूर्वक हल के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम खुले विचारों वाले हैं और हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं। हम पूरे जम्मू और कश्मीर राज्य के हर नागरिक के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। समाधान ढूंढने के लिए, हम श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करते रहे हैं |
जम्मू और कश्मीर को अक्सर भारत का ताज कहा जाता है। असल में जम्मू और कश्मीर सर्व पंथ सम्भाव की सदियों पुरानी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जहां पर हिन्दू, सिख, बौद्ध एवं मुसलमान सदियों से एक साथ रहते आये हैं | जम्मू-कश्मीर राज्य हमारे फाउंडिंग फादर्स के उस विश्वास का प्रतीक है जो हमे हमारी विविधताएं होते हुए भी, हमे एक भारतीय के रूप में, उजागर करता है | जम्मू और कश्मीर न केवल हमारी क्षेत्रीय अखंडता का मुद्दा है बल्कि यह हमारी राष्ट्रीयता की परिभाषा भी है। हम इन हक़ीक़तों से इनकार नहीं कर सकते कि सुरक्षा बलों ने हर प्रकार की चोटें सही हैं, उनके ऊपर सुनियोजित हमले हुए हैं, इसके बावजूद भी सुरक्षा बलों ने संयम दिखाया है। आंकड़े बताते हैं कि सुरक्षा बल बड़ी संख्या में जख्मी हुए हैं |
कुछ तत्वों के दुष्प्रचार के बावजूद, कश्‍मीर में भ्रम और अशांति फैलाने वालों, और बच्‍चों को उकसाने वालों का प्रतिशत बहुत कम है। हर कश्मीरी अमन चैन चाहता है, और लोकतंत्र में विश्‍वास रखता है। इसलिए, लगातार चुनाव के बाद चुनाव में, कुछ अलगाववादी तत्‍वों द्वारा दी गई धमकियों के बावजूद, कश्‍मीर की जनता ने लोकतंत्र के इस हर पावन पर्व पर भारत के लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था में अपनी आस्‍था व्‍यक्‍त की। यहां तक कि वर्तमान अशांति से कुछ दिन पूर्व ही मुख्‍य मंत्री महबूबा जी की कांस्टिटुएंसी में जमकर वोट डाले गए तो यह भ्रम फैलाना कि यह जन आंदोलन है यह भी सत्‍य से एकदम परे है।
कुछ इलाकों में, क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ प्रतिबन्ध लगाए गए | यह कानून व्‍यवस्‍था को बनाए रखने का एक कानूनी कदम है। अन्यथा शान्तिप्रिय जनसमूह के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा । वास्‍तव में, आम नागरिकों को इतनी परेशानी इन प्रतिबंधों से नहीं हुई, जितनी की अलगाववादी तत्‍वों द्वारा लगातार दिए जा रहे हड़ताल के कैलेण्‍डर से हुई।
इसी दौरान, अमरनाथ यात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन होता रहा | साथ ही, लदाख में सोलर एनर्जी पर भी राज्य सरकार विशेष कार्य कर रही है | NEET, CET, UPSC की सिविल सर्विसेज परीक्षा का संचालन सुचारू रूप से किया गया | यहाँ तक कि सभी ज़रुरत की वस्तुएं आम नागरिकों को उपलब्ध कराई गयी | आने वाला समय पर्यटन के लिए सबसे अहम है, साथ ही सेब की फसल भी आने वाली है जोकि कश्मीर के आम नागरिकों की जीविका के लिए बहुत महत्वपूर्ण है | कुछ अलगाववादी तत्व इस समय का फायदा उठाकर कश्मीर के अमन और शांतिप्रिय नागरिकों को अनावश्यक बाधा पहुंचाने की चेष्ठा कर रहे हैं |
पाकिस्तान भूल जाता है कि वह अपने देश के नागरिकों पर लड़ाकु विमान से बम बरसाता है | अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को विश्व के सामने बलूचिस्तान में और पाक-अधिकृत कश्मीर में लोगों पर हो रहे अत्याचारों का जवाब देना होगा |
हम लोगों के बुनियादी अधिकारों के लिए पूर्णतः कटिबद्ध हैं | आतंकवाद के विरुद्ध भी, हमारे क़ानून जितने मानवीय हैं, उतने विश्व के और किसी लोकतंत्र में नहीं हैं | हमारी सरकारों और हमारी सुरक्षा बलों नें इन घटनाओं से निपटने में संयम को दर्शाया है।
भारत, आतंकवाद का मुकाबला पूरी शक्ति और संकल्प से करेगा | यह हमारा राष्ट्रीय दायित्व है | भारत, रूल ऑफ़ लॉ के लिए प्रतिबद्ध है, इसे भारत की कमजोरी समझना विरोधी ताकतों की बड़ी भूल होगी | भारत आतंकवाद को समाप्त करने के लिए संकल्प-बद्ध हैं | हमारे लिए, मीन्स एंड एंड्स , यानी साधन और साध्य, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, और हम दोनों का निर्वाह करने में सक्षम हैं |
एक वास्‍तविकता यह भी है कि कश्‍मीर घाटी में सदियों से रह रहे कश्‍मीरी पंडितों को कश्‍मीर घाटी में अपने पूर्वजों के घरों से विस्थापित किया गया है। एक समुदाय विशेष के विरुद्ध इस प्रकार की ज्यादती पाकिस्‍तान में प्रशिक्षित, पाकिस्‍तान द्वारा हथियारों से लैस किये गए आतंकवादियों एवं उनसे सहानुभूति रखने वालों का काम है। यह कदापि कश्मीरियत में विश्वास रखने वालों का काम नहीं है ।
जम्मू एवं कश्मीर के सर्वागीण विकास के लिए पिछले दिनों ही राज्य सरकार की राय से 80 हजार करोड़ से ऊपर का एक विकास पैकेज पर फैसला लिया गया है। इस पैकेज के अंतर्गत केवल सड़क और बिजली के projects ही नहीं बल्कि जम्मू एवं कश्मीर के हर क्षेत्र व हर वर्ग के संपूर्ण विकास का ध्यान रखा गया है। बच्चों को अच्छी शिक्षा की सुविधा, युवाओं को रोजगार, चिकित्सा के लिए आधुनिक सुविधाएं, राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सुविधाएं, राज्य में फलों के उत्पादन के लिए विशेष सुविधा आदि शामिल हैं।
तुरंत रोजगार मुहैया कराने के लिए सरकार ने फैसला लिया है कि 10 हजार स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स (SPOs), लगभग 1200 पैरा मिलिटरी व 5 IR बटालियन में लगभग 4000 पदों पर नियुक्ति की जायेगी। इसके अतिरिक्त उड़ान व HIMAYAT योजना में लगभग 1 लाख 25 हजार लोगों को प्रशिक्षण कराने का उद्देश्य है ताकि बेरोजगारों को उचित रोजगार मिल सके।
सुश्री महबूबा मुफती के नेतृत्व वाली राज्य की पीडीपी बीजेपी सरकार राज्य की समस्याओं को दूर करने का बेहतर प्रयास कर रही है। सरकार ने पिछले एक महीने में, विषम परिस्थितियों के बावजूद, स्थिति को बहुत ही सावधानीपूर्वक संभाला है। पूरा देश आज उनके साथ खड़ा है |
मैं फिर से यह बात दोहराना चाहूंगा कि केंद्र और राज्य की सरकारें यहां के लोगों की सभी जाय़ज शिकायतों को दूर करने और शांति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हिंसा, आतंकवाद और भारत विरोधी अन्य गतिविधियों से सख्ती से निपटा जाएगा वहीं हर किसी व्यक्ति की जाय़ज शिकायतों को सुना जाएगा और उन्हें दूर किया जाएगा।
मैं इस बात पर पुनः बल देना चाहूंगा कि आतंकवाद और विध्वंस का जवाब हम सभी राजनीतिक दलों एवं देशवासियों को मिलकर देना होगा। आज जब आतंकवाद पूरे विश्व में बढ़ रहा है, ऐसे समय में हम जब पड़ोसी देश से शह पाए हुए आतंकवाद से घिरे हुए हैं, हमें इस लड़ाई के खिलाफ एक जुट होकर लड़ना होगा। सरकार की सभी राजनीतिक दलों से इस विषय पर रचनात्मक सहयोग की अपेक्षा है। सभी राजनीतिक दलों को अपने मतभेदों को इस विषय पर भुलाकर राज्य में शांति-व्यवस्था और खुशहाली कायम करने में सहयोग करना होगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि राज्य सरकार की लगन से और आप सब के पूर्ण सहयोग से हम शीघ्र ही जम्मू एवं कश्मीर में पुनः सामान्य जीवन स्थापित कर पाएंगे।
कश्मीर में अब तक जो मुख्य कदम एवं हमारी नीति रही है उसे मैं एक बार पुनः दुहराना चाहूँगा:
1) क़ानून व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखना किसी भी सरकार का दायित्व होता है | आतंक की कार्यवाही से समझौता नहीं होगा |
2) आज के युग में लोकतांत्रिक परम्परा के अनुकूल ही सिविल सोसाइटी को नागरिक गतिविधियों से जोड़ते हुए, प्रोत्साहित किया जाएगा
3) हम लोकतंत्र की परम्परा के अनुकूल ही राजनीतिक प्रक्रिया को आदरपूर्वक और बढ़ाएंगे, और
4) कश्मीर के नवयुवकों को भी राज्य की सक्रिय आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने की व्यवस्था में तेज़ी लायेंगे |
5) जिन राज्यों में जम्मू-कश्मीर राज्य के लोग रह रहे हैं, चाहे वो हिन्दू हों, मुसलमान हों, सिख हों, या बौद्ध हों, या किसी भी धर्म के हों, उन राज्यों को उनसे संपर्क साधना चाहिए, और यह प्रयत्न करना चाहिए कि वे जम्मू-कश्मीर में रह रहे अपने सगे-संबंधों से संपर्क साध सकें और अपनी, और भारत के दूसरे प्रदेशों में हो रही प्रगति का विवरण दे सकें |
6) विदेश मंत्रालय को प्रयत्न करना चाहिए कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के वासी जो विश्व के विभिन्न देशों में रह रहे हैं, उनसे संपर्क साधें और उनसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की दयनीय स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करें, और विश्व समुदाय को उसकी जानकारी दें |
मैं आप सभी को एक बार फिर से इस बैठक में अपने महत्वपूर्ण सुझाव व विचार रखने के लिए धन्यवाद देता हूं। सरकार की मदद करने के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं । हम सब इस राष्ट्रीय भावना के प्रति प्रतिबद्ध है कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता के साथ समझौता नहीं किया जा सकता। संविधान के दायरे में हम सभी वर्गों की शिकायतों को दूर करने के लिए तैयार हैं।”

अलगाववादी समूहों ने हड़ताल करके”फिरदौस”में फिर किया जनजीवन प्रभावित

[श्रीनगर,जे &के]अलगाववादी समूहों ने हड़ताल करके “फिरदौस” में फिर किया जनजीवन प्रभावित|
अब की बार कश्मीर घाटी में प्रवासी कश्मीरी पंडितों को बसाने के लिए+‘‘सैनिक कालोनी’’ बनाने की ‘‘प्रस्तावित योजनाओं’’+ और राज्य में नयी औद्योगिक नीति शुरू किए जाने को लेकर है |
कश्मीर घाटी में प्रवासी कश्मीरी पंडितों को बसाने के लिए ‘‘सैनिक कालोनी’’ बनाने की ‘‘प्रस्तावित योजनाओं’’ और राज्य में नयी औद्योगिक नीति शुरू किए जाने के विरोध में अलगाववादी समूहों द्वारा किए गए हड़ताल के आह्वान के कारण आज घाटी में आम जनजीवन प्रभावित है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में व्यापारिक प्रतिष्ठान + पेट्रोल पंप +निजी स्कूल बंद रहे
जबकि सरकारी कार्यालयों और बैंकों में उपस्थिति बेहद कम रही।
सार्वजनिक परिवहन के वाहन सड़कों पर नहीं उतरे जबकि निजी कार+कैब + ऑटो-रिक्शा सामान्य रूप में देखे जा रहे हैं।
हुर्रियत कांफ्रेंस+जेकेएलएफ
ने सोमवार को ‘‘पंडितों के लिए अलग बस्तियां बसाने, सैनिक कॉलोनियों के निर्माण की प्रस्तावित योजनाओं, नयी कश्मीर विरोधी औद्योगिक नीति शुरू करने और जम्मू कश्मीर में जनांकिकी संबंधी बदलावों का प्रयास करने’’ के खिलाफ आज बंद का संयुक्त आह्वान किया था।
हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी लगातार नजरबंद हैं जबकि उदारवादी हुर्रियत के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूख को कल नजरबंद गया है।
जेकेएलएफ के अध्यक्ष मोहम्मद यासिन मलिक को कल उनके कार्यालय अबी गुजर से गिरफ्तार किया गया था।
फाइल फोटो

दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में हुई मुठभेड़ में एक पूर्व पोलिस कर्मी सहित दो आतंकवादी ढेर

[श्रीनगर] दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढेर:मृतकों में एक पूर्व पोलिस कर्मी
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में आज हिजबुल मुजाहिदीन के दो वांछित आतंकवादी मारे गए। इन आतंकवादियों में एक व्यक्ति पूर्व में पुलिसकर्मी रह चुका है।
सेना अधिकारी के अनुसार ,सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शोपियां के वेहिल गांव में शुरू हुई। मुठभेड़ की शुरूआत 62 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों द्वारा इलाके में खोजी अभियान चलाए जाने के बाद हुई।
मारे गए आतंकी के पास से दो भी हथियार बरामद हुए हैं।
मृत आतंकवादियों की पहचान [१]नसीर अहमद पंडित [२] इनामुल हक उर्फ वसीम मल्ला के रूप में हुई है। दोनों ही हिजबुल मुजाहिदीन के वांछित आतंकवादी थे।
पंडित पिछले साल पुलिस बल छोड़कर आतंकी समूह में शामिल हो गया था। पुलिस बल छोड़ने से पहले वह तत्कालीन मंत्री एवं पीडीपी के विधायक अल्ताफ बुखारी के आवास पर सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात था

महबूबा ने ज़ुल्फ़िकार अली की ट्राइबल अफेयर्स मंत्रालय में चौधराहट 1 दिन में ही खत्म की

[जम्मू]महबूबा ने ज़ुल्फ़िकार अली की ट्राइबल अफेयर्स मंत्रालय में चौधराहट 1 दिन में ही खत्म की:मंत्रिपद छीना
जम्मू कश्मीर की पहली मुस्लिम महिला मुख्य मंत्री महबूबा मुफ़्ती ने चौधरी ज़ुल्फ़िकार अली से ट्राइबल अफेयर्स मंत्रालय वापिस ले लिया |बीते दिन ही उन्हें यह कार्यभार दिया गया था|अभी तक इसका चार्ज किसी को नहीं दिया गया है | अली पीडीपी लीडर हैं और कल ही उन्हें कंस्यूमर अफेयर्स + पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन (CAPD) के साथ ही ट्राइबल अफेयर्स का चार्ज दिया गया था |सी एम ने आज उनसे ट्राइबल अफेयर्सका चार्ज लेकर अपने पास रख लिया है

PDP Nods For Mehbooba’s Chief MinisterShip

[Srinagar]PDP Nodes For Mehbooba’s Chief MinisterShip
Mehbooba Mufti was today unanimously elected as PDP legislature party leader, with a senior leader saying that she is the PDP nominee for the Jammu and Kashmir Chief Minister’s post.
The 56-year-old PDP President was elected the leader of the legislature party at a meeting of PDP MLAs, MLCs and MPs at her residence
Mehbooba is PDP’s nominee for the Chief Minister’s post, said senior party leader Muzaffar Baig after the meeting.
Mehbooba thanked the party legislators for showing faith in her leadership and electing her as the legislature party leader.

“महबूबा” ने “मोदी”से मुलाकात करके जे&के में राजनितिक अनिश्चितता की समाप्ति के संकेत दिए

[नयी दिल्ली] महबूबा ने मोदी से मुलाकात करके जे&के में राजनितिक अनिश्चितता की समाप्ति के संकेत दिए|इस आधे घंटे की मुलाकात के बाद जम्मू कश्मीर में सरकार के गठन प्रक्रिया को गति मिलनी तय मानी जा रही है|गौरतलब हे के सीएम मुफ़्ती सईद की मृत्यु के पश्चात महबूबा द्वारा कुछ शर्तों के आधार पर सरकार बनाने में देरी की जारही थी |इन शर्तों को भाजपा ने इंकार कर दिया था |पूर्व सीएम ओमर अब्दुल्लाह भी प्रदेश में राज्यपाल शासन की मांग कर रहे थे |इस मुलाकात के के बाद महबूबा सी एम पद की शपथ ग्रहण करसकेंगी|
महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री से इस बैठक को ‘काफी सकारात्मक’ बताया है|
पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और अपनी बैठक को राज्य के लोगों से जुड़े मुद्दों का निपटारा करने के संबंध में काफी सकारात्मक और अच्छा बताया
महबूबा आज सुबह प्रधानमंत्री आवास गई और उनसे चर्चा की ।
इससे तीन दिन पहले राज्य में सरकार के गठन को लेकर पीडीपी और भाजपा के बीच बातचीत में गतिरोध उत्पन्न हो गया था और भाजपा के मुख्य वार्ताकार राम माधव ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी पीडीपी की कोई नई मांग नहीं मानेगी ।
बहरहाल, प्रधानमंत्री के साथ 30 मिनट तक चली बैठक के बाद महबूबा ने कहा कि राज्य में सरकार के गठन को लेकर हम पिछले दो.तीन महीने से गतिरोध की स्थिति देख रहे हैं लेकिन आज मैं संतुष्ट हूं । मैं काफी संतुष्ट हूं

सरताज़ अजीज को अगर केवल दहशतगर्दी पर बात करनी हो तो भारत उनका इस्तकबाल करेगा :सुषमा स्वराज

[इस्लामाबाद ,नई दिल्ली ]भारत ने आज एनएसऐ वार्ता पर छाई अनिश्चितता को समाप्त करते हुए दोटूक शब्दों में पाक से कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर बात करनी हो तो आइये और अगर कश्मीर का पेंच फँसाना हो तो फिर कभी मिलेंगें|विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने आज दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस करके पाकिस्तान के समकक्ष की इस्लामाबाद में कि गई प्रेस वार्ता का जवाब दिया |उन्होंने सरताज अजीज की हुर्रियत की बॉल के लिए दो लक्ष्मण रेखाएं [RedLines]खींच कर बॉल को उन्ही के पाले में लौटा दिया| उन्होंने कहा कि समग्र चर्चा के लिए वातावरण में बने आतंकवाद के रोड़े को एड्रेस करने के लिए ही एन एस ऐ की मीटिंग आयोजित की गई है |
भारत की विदेश मंत्री ने कहा कि भारत-पाक की बीच हर बातचीत वार्ता नहीं है। सुषमा ने कहा कि अगर पाकिस्तान नहीं मानता है तो बात नहीं होगी। उन्होंने कहा कि पाक के पास आज रात तक का वक्त है।
सुषमा स्वराज ने कहा कि अटल जी के समय शुरू हुई थी वार्ता। हर वार्ता का एक संदर्भ होता है।सुषमा ने साफ कर दिया कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर विदेश सचिव ही करेंगे बातचीत।
प्रेस कॉफ्रेंस में विदेश मंत्री द्वारा कही गईं मुख्य बातें-
आगरा वार्ता पर पाक ने ही डाला था अड़ंगा।
आतंक और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती।
उफा में कंपोजिट डॉयलाग की बहाली नहीं हुई।
आतंकवाद, सीमा विवाद पर अलग-अलग बातचीत की सहमति बनी थी। उफा के बाद नवाज शरीफ की आलोचना हुई थी। सुषमा ने कहा कि ‘वो डोजियर देंगे हम जिंदा इंसान आतंकवादी “नवेद”प्रस्तुत करेंगे
एनएसए से सिर्फ आतंकवाद पर बातचीत की सहमति हुई थी। बातचीत के न्यौते पर 22 दिन बाद जवाब मिला।
सीजफायर पर डीजीएमओ स्तर की बातचीत होनी थी । इसका जवाब आजतक नहीं मिला।
एनएसए स्तर की बातचीत के लिए 14 अगस्त को जवाब मिला।
उफा के बाद 91 बार सीजफायर का उल्लंघन हुआ। हमारे ऊपर बातचीत रद्द करने का दबाव था।
भारत भाग नहीं रहा है। बातचीत का माहौल बन रहा है। आतंकवाद के अलावा किसी और मुद्दे पर बात नहीं। शिमला समझौते के तहत बातचीत में तीसरा पक्ष [हुर्रियत]स्वीकार नहीं।
हमारी कोई शर्त नहीं है।
तीसरे मुल्क में बातचीत नहीं होगी।
वो आना चाहते हैं। हम बुलाना चाहते हैं।
आतंकवाद के अलावा किसी और मुद्दे पर बात नहीं होगी।
सुषमा ने कहा कि उफा में कश्मीर का कई जिक्र नहीं था।
भारतीय मंत्री ने सरताज अजीज द्वारा भारत के खिलाफ कथित डोजियर लहराए जाने का मजाक उड़ाते हुए कहा कि डोजियर एक गंभीर विषय होता है। डोजियर का लेना देना चलते चलते नहीं होता है।अगर वोह डिजियर देंगें तो हमारे पास उनके विरुद्ध जिंदा सबूत नावेद है।
इससे पूर्व इस्लामाबाद में पाकिस्तान ने आज कहा कि वह बिना किसी शर्त के एनएसए स्तरीय वार्ता के लिए तैयार है। हालांकि इस बैठक के होने और उसमे से कुछ पॉजिटिव निकलने की संभावना कम ही दिख रही है।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत दोभाल से वार्ता के लिए कल भारत आने वाले पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने इस्लामाबाद में आज एक प्रेस वार्ता में कहा कि वह निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भारत यात्रा के लिए तैयार हैं, लेकिन बिना किसी शर्त के।
नयी दिल्ली में आने पर उनके कश्मीरी अलगाववादी नेताओं से नहीं मिलने के भारत सरकार के रूख की कड़ी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान उच्चायोग में कल होने वाले स्वागत समारोह में मेहमानों की सूची को नियंत्रित करने जैसा है।