जेट एयरवेज़ एयर लाइन्स के शेयर्स को आज कॉडशेयर्ससमझौते का सहारा मिल गया|नीचे जाते जाते संभल गए और १.५६%[[BSE ]की बढत पर स्थिर हो गए|
सुबह लगभग १२% तक गिरावट दर्ज़ की गई लेकिन इसी बीच एयर फ्रांस और के एल एम् के साथ कंपनी ने कोड शेयर्स[ CodeShare ] के अंतर्गत व्य्व्साईक समझौते की घोषणा की जिसके बाहर आते ही ४११.६० तक डूब चुके शेयर्स ४७६ .५० ,पर उछाल मार गए|
इससे पूर्व बीते सप्ताहांत ऍफ़ आई पी बी [ FIPB ]ने नरेश गोयल की जेट एयर वेज़ और मिडिल एशिया की एतिहाद एयर लाइन्स में दो हज़ार करोड़ रुपयों के वित्तीय समझौते पर प्रकोप दिखाया जिसके चलते बी एस सी [३०] के स्टॉक प्राइज में सवा प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ गई| एतिहाद ने जेट एयरवेज में २४% शेयर्स की खरीद का ऐलान किया हुआ है|इसी बीच जेट एयरवेज ने व्य्व्साईक रणनीति का एलान करते हुए एयर फ्रांस और के एल एम् के साथ कॉड शेयरिंग ट्रेवलिंग की घोषणा कर दी | इससे शेयर्स गिरते गिरते संभल गए और डेड़ प्रतिशत से अधिक लाभ पर स्थिर हो गए|
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इंडिगो एयर लाइन्स की फ्लाईट्स की संकरी लाईनों में प्रेफेरेंशल सीट के लिए अतिरिक्त शुल्क लगेगा
इंडिगो एयर लाइन्स की फ्लाईट्स की संकरी लाईनों में प्रेफेरेंशल सीट के लिए भी अब अतिरिक्त शुल्क लगेगा| लगातार लाभ में चल रही निजी एयर लाइन इंडिगो ने प्रेफेरेंशल सीटिंग के नाम पर हवाई यात्रियों से अतिरिक्त शुल्क वसूलने के घोषणा कर दी है| नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा किरायों में कटौती के लिए किये जा रहे तमाम दावों को धत्ता बताते हुए इंडिगो एयर लाइन्स ने पहली दो लाईनों और इमरजेंसी द्वार के समीप[१२&१३]लाईन की सीटों के लिए प्रीमियम लेने का एलान कर दिया है|सस्ती यात्रा करने का दावा करने वाली इस एयर लाइन में अब प्रेफेरेंशल सीटिंग के लिए घरेलू उड़ानों के लिए ५००/= और अन्तराष्ट्रीय फ्लाईट्स के लिए ८००/=प्रति सीट तक देना पड़ सकता है| इससे पूर्व नेशनल केरियर एयर इंडिया ने यात्रियों के लगेज में कटौती कर दी है
गौरतलब है के सिविल एविएशन मिनिस्ट्री द्वारा एयरलाइंस को अतिरिक्त सर्विसेज के नाम पर चार्ज वसूलने की इजाजत दे दी गई है।अब एयरलाइंस बेस फेयर से अलग इन सर्विसेज के लिए यात्री से ज्यादा कीमत वसूल सकेंगी।उल्लेखनीय है के घरेलू उड़ानों के लिए उपलब्ध फ्लाईट्स में अधिकतर सीटिंग एरेंजमेंट बेहद संकरे हैं और थोड़ी देर पश्चात ही घुटने सीधे करने की जरुरत पड़ने लगती है ऐसे में यह शुल्क अतिरिक्त दंड स्वरुप ही होगा|
इन सर्विसेज में प्रेफेरेंशल सीटिंग+ खान +पीना+(पानी छोड़कर)+चेक-इन बैगेज+स्पोर्ट्स और म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट+ वैल्यूएबल बैगेज की घोषणा और एयरलाइन लाउंज शामिल होंगे।
जानकारों का मानना है के इस कदम से भारत में सस्ता टिकट ऑफर करने में मदद नहीं मिलेगी। ट्रेवेल अजेंट्स एसोसिएशन टी ऐ ऐ आई ने इसे अनुचित बताया कर अपना एतराज जता चुकी है| इंडिगो+स्पाइसजेट और गोएयर जैसी बजट एयरलाइंस का ऑपरेशंस कॉस्ट जेट एयरवेज और एयर इंडिया जैसी फुल सर्विस एयरलाइंस के लगभग बराबर ही है।
निजी एयर लाइन्स से बकाये की वसूली करने के बजाय दायें बाएं से टैक्स लगा कर वसूली ही सरल उपाय है
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक पीड़ित टैक्स पेयर
ओये झल्लेया हसाडे सोणे मुल्क में हम जैसे सच्चे और इमानदार टैक्स का भुगतान करने वालों के साथ ये कैसा मखौल हो रहा है?ओये एक तरह सरकार घाटे का रोना रोती रहती है और टैक्स बडा कर हमारे मूल्यवान आंसूओं को निकालती रहती है|दूसरी तरफ निरंतर फायदा दिखा रहे इंडिगो एयर लाइन्स जैसी प्राईवेट कंपनियों से भी वसूली को टाला जाता है|ओये अब तो एयर पोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया [ऐ ऐ आई]की लेनदारी बढ कर ५०० करोड़ से भी ज्यादा हो गई है|नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के सी वेणुगोपाल ने पिछले वितीय वर्ष में संसद में बयाँ देकर अपना पल्ला झाड लिया | मंत्री जी के कमल मुख से निकली वाणी के अनुसार लगातार प्रॉफिट का ड्रम बजा रही [१] [आई जी ऐ.लिमिटेड]इंडिगो को ९.२६ करोड़ देने हैं| इसके अलावा [२] यूं पी ऐ के एक घटक के कब्जे में दूसरी फायदे वाली स्पाईस जेट पर ५८.७७ करोड़ का हिसाब बनता है|[३]जेट एयर वेज़ पर ८२.१७ करोड़ रुपयों का कर्जा है| [४]इसकी ही एक इकाई के रूप में जानी जाती जेट लाइट पर २७.६२ करोड़ है| [५]गो एयर को ८.५५ करोड़ देने हैं तो[६] किंग फिशर एयर लाइन्स पर २९५.५० करोड़ हो चुके हैं| ओये यहाँ तक ही बस नहीं है ४४.८३ करोड़ रुपये दबा कर कई कम्पनियाँ ग्राउंड से भी अंडर ग्राउंड हो चुकी हैं| इस मोटी रकम को बट्टे खाते में डालने की तैय्यारी चल रहे होगी तभी अभी तक इसकी वसूली के लिए कोई आर सी जारी नहीं की जा सकी है| यहाँ तक के कर्जे वाली इंडिगो एयरलाइन्स को ११ एयर यात्री विमान खरीदने को हरी झंडी दे गई है तो किंग फिशर के कब्जे वाले विमानों को रिलीज करने के लिए उनका पंजीकरण समाप्त किया जा रहा है| जख्मो पर नमक छिड़कने के लिए प्रो. आर एच ढोलकिया की रिपोर्ट को आधार बना कर इतनी ही रकम के लिए एजेंटों के माध्यम से यात्रियों पर सर्विस टैक्स लगाये जाने की तैय्यारी हो रही है|
झल्ला
ट्राफिक और नॉन ट्राफिक की मद में ये लेनदारी तो वाकई अपना कद बड़ा रही है|मंत्री जी के अनुसार दिसंबर २०१२ तक ये लेनदारी ५२६ करोड़ थी अब इस तिमाही में हुए इजाफे के लिए अगले संसद सत्र तक इंतज़ार करना पडेगा| इस मामले में तो यही कहना पडेगा के वड्डे लोग वड्डी गलां जी |हमें तो टैक्स भरना ही है|टिकट महंगा खरीदना ही है|सर्विस चार्ज देना ही पडेगा|
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आंकड़ों की बाजीगरी से भारतीय नियामक बड़ी हवाई दुर्घटना को छोटी बता रहा है: ICAO ने भारत को १३वा अनसेफ देश बताया
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक चिंतित हवाई यात्री
ओये झल्लेया ये नागरिक उड्डयन के महा निदेशक हसाडी सोणी जान के साथ कैसा घटिया मजाक कर रहे हैं|ओये इम्पोर्टेड खबरें आ रही हैं और हमारा दिमाग ख़राब कर रही हैं|अभी इस साल की शुरुआत में ही हसाडी राष्ट्रीय कैरियर एयर इंडिया को विश्व में तीसरी सबसे असुरक्षित एयर लाइन्स बता कर हंगामा खडा कर दिया गया था और अब कुत्तों कि तरह से सूंघने वाली संयुक्त राष्ट्र एविएशन की इंटर नॅशनल सिविल एविएशन आर्गेनाईजेशन ICAO ने एयर लाइन्स की सुरक्षा के लिहाज़ से अब भारत को विश्व का सबसे असुरक्षित [१३वा] देश बता दिया है| ओये इसका मतलब ये हुआ कि हवाई जहाजों की सुरक्षा के लिए आधे आधे किलो के पे पॅकेज लेने वाले अधिकारी अपने वेतन के लिफाफों का वज़न ही तोलते रहते हैं?और आये दिन हवाई दुर्घटनाएं होती रहती हैं| कोई पूछने वाला नहीं है|
झल्ला
सर जी दरअसल ये सब पैसे का खेल ही है | सुलभ+किफायती का टैग लगा लो+एक आध मंत्री को अपनी जेब में रखो और स्टाफ को कम करके अपना मुनाफ़ा बड़ा लो|आये दिन स्टाफ की कमी +तनख्वाह में देरी + कर्मियों की छटनी का रौना रोया जाता है|कर्मियों की संख्या+ यात्रा के टिकेट्स +पायलट्स के वर्किंग हावर्स तक के लिए कोई निर्णय लेने को तैयार नहीं है| सुरक्षा व्यवस्था तो स्टाफ ही देखेगा लेकिन स्टाफ को लगातार कम करते जा रहे अधिकारी अपना वजन बड़ा रहे हैं और इस स्थिति को बनाये रखने के लिए दुर्घटना के आंकड़ों का खेल खेलते रहते हैं|ये केवल झल्ला ही नहीं कह रहा वरन मोहन रंगराजन भी मीडिया में कहते फिर रहे हैं|अब देखो न सबसे सस्ती और समयबद्ध एयर लाइन्स का दावा करने वाली इंडिगो और स्पाईस जेट के अलावा एयर इंडिया +जेट एयरवेज़ आदि के प्लेन लैंड करने के बाद भी आपस में टकराने लग गए हैं|कम्प्यूटरों में ग्लिच आने लग गए हैं| हद तो ये है कि पिछले दिनों एक भारतीय छोटे जहाज़ की खराबी के कारण उसे पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंड करवाया गया| जहां तक बात मंत्री जी कि है तो बेचारे चौधरी अजित सिंह अपने प्रदेश यहाँ तक कि गृह मंडल तक में अपनी चौधराहट बचाने के लिए दुबले हुए जा रहे हैं|ऐसे में आगे कौन हवाल?
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घरेलू एयर लाइन्स द्वारा टिकट्स सस्ते करने की घोषणा के साथ शेयरों में भी गिरावट दर्ज़
हवाई यात्रा के टिकटों की कीमतों को यकायक कम करके एक नई संभवत सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया जा रहा है| इससे प्रथम द्रष्टि में यह यात्रा एयर लाइन्स की इकोनोमी बूस्ट करने वाली साबित हो सकती है और आज सुबह शेयरों में कुछ बढोत्तरी भी दिखाई दी मगर किराए को सबसे कम २२५०/= तक एनाउंस किये जाने पर जेट एयरवेज के शेयर गिरावट के साथ ही बंद हुए|बीते दिन ५८९ .३० पर बंद हुए बी एस ई के शेयर आज सुबह ५९२/= पर खुले तो जरूर मगर १.०४% की गिरावट के साथ ५८३.२० पर बंद हुए|एन एस ई में भी ०.७०% की गिरावट के साथ ५८४.७५ पर बंद हुए|
[२]सस्ते हवाई यात्रा की दौड़ में शामिल दूसरी एयर लाइन्स स्पाइस जेट के शेयरों की एन एस ई में पिछले एक माह से ट्रेडिंग के रिकार्ड नहीं हैं बी एस ई में २.१८% की गिरावट रही
४१.३५ रुपये के बीते दिन के बंद के बाद आज सुबह ४१.७० पर खुला मगर साँय चार बजे तक ४०.४५ रुपये पर ही रुका दिखाई दिया|
हवाईयात्रा में सस्ताई की यह जंग को अभी और बढाने के आसार दिख रहे हैं| इंडिगो और गो एयर आदि कम्पनियाँ भी बिना शोर शराबे के टिकट सस्ते करने की बात करने लगी है|एयर इंडिया द्वारा इसी मार्ग का अनुसरण करने की घोषणा करने की भी संभावना है|इन सबसे ऊपर भारत में एयर लाइन्स के प्रारम्भिक जन्म दाताओं में से एक टाटा समूह भी पुनः इस छेत्र में कूदने के तैय्यारी में लग गया है|इनकी प्राथमिकता २ और ३ टियर शहरों में उड़न भरने की होगी यही सरकार की नीति भी है|इसीलिए सबसे सस्ती हवाई यात्रा मुहैय्या करवाने का ताज ओडने वाले इंडिगो और स्पाइस जेट आदि की यह बादशाहत हवा में ही उड़ती दिखाई देने लग गई है|
जेट के एयर पोर्ट पर काम करने वाले ७५०० कर्मियों के वेतन में बढोत्तरी संभव:एतिहाद के लिए जेट ने एहतियात बरती
एतिहाद से 1८०० करोड़ के समझौते को निर्विघ्न करने के लिए जेट द्वारा एहतियात बरतते हुए ७५०० कर्मियों के वेतन में बढोत्तरी की जा सकती है | खबरें आ रही हैं कि जेट मेनेजमेंट ने दो सालों से लंबित वेतन सम्बन्धी मुद्दों पर कर्मचारियों से चर्चा शुरू कर दी है| नरेश गोयल, प्रवर्तित एयरलाइन ने पहले ही अपने कर्मचारियों की यूनियनों में से एक आल इंडिया जेट एयरवेज आफिसर्स एसोसिएशन के साथ समझौता कर लिया है। अब सभी श्रेणी में वेतन वृद्धि सुनिश्चित हो गई है| एयर पोर्ट पर कार्यरत कर्मियों के वेतन में १८०००/= तक की यह वृद्धि अप्रैल 2011 से लागू हो सकती है| जेट एयर वेज़ और एतिहाद में फायनल पेक्ट होने से पहले एफआईपीबी से क्लीयरेंसजरुरी है और उस क्लीयरेंस से पहले कर्मचारियों के असंतोष को शांत करना अक्लमंदी होगी|
जेट में यु ऐ ई की कंपनी एतिहाद रूचि दिखा रही है |24 % हिस्सेदारी तकरीबन 1 | 800 करोड़ रुपये में खरीदी जा सकती है। |
इससे सरकार की ऍफ़ डी आई की नीति के दरवाजे खुलने के आसार बनते दिखने लगे हैं|इसीलिए सबसे पहले कर्मचारियों के असंतोष को दूर करना जरुरी हैं संभवत इसीलिए एक साल से लंबित कर्मचारियों के वेतन बढोत्तरी की मांग को मान लिया गया है|इसे एक अच्छा संकेत माना जा रहा है क्योंकि क्रमचारियों के असंतोष के नकारात्मक परिणाम किंग फ़िशर एयर लाइन्स और एयर इंडिया पर दिख रहे हैं| |
इंदिरा गांधी इंटरनॅशनल एयर पोर्ट पर चार प्लेन आपस में टकराने से बचे
विश्व में सबसे महंगे इंदिरा गाँधी इंटर्नेशनल एयर पोर्ट पर सोमवार को चार प्लेन आपस में टकराने से बचे| अंतिम समय पर एयर ट्राफिक कंट्रोल द्वारा अलर्ट जारी करने से यह बचाव सम्भव हुआ| डी जी सी ऐ ने इसे मामूली घटना बताते हुए इन्क्वायरी सेट अप करने से अपना पल्ला झाड लिया है|
बताया जा रहा है की एक छोटे प्लेन[ऐ आर एयर वेज ] के पायलेट द्वारा सांय सात बजे ऐ टी सी की सूचना नहीं पड़ पाने के कारण यह हुआ| इस समय जेट एयर वेज के दो प्लेन भी उसी दिशा में आने लगे| इस पर एक प्लेन को उड़ने से रोका गया जबकि दुसरे को वहां से हटाया गया|
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