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Kamal Nath Is Pro-tem Speaker of 16th L S:P M Ensures Ordinary Citizens

Senior Congress Leader And Parliamentarian From Chindawada M P, Kamal Nath sworn-in as Pro-tem Speaker of 16th Lok Sabha by President Pranab MukherjiKamal nath Was Parliamentry Affairs Minister In The Last Govt Prime Minister Narendra Modi + Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari, +Union Minister for Urban Development, Housing and Urban Poverty Alleviation and Parliamentary Affairs, M. Venkaiah Naidu Were also Present In This Oath Ceremony.
Prime Minister Narendra Modi today assured the nation that all efforts will be made in Parliament for fulfilling the hopes and aspirations of ordinary citizens.
The prime minister told reporters at Parliament House before the commencement of the first session of the 16th Lok Sabha.
Lok Sabha Was adjourned for the day after condoling death of Union Minister Gopinath Munde.
kamal nath New Pro tem Speaker Photo Caption

स्टालिन के निवास सी बी आई द्वारा मारे गए छापे से प्रधान मंत्री ने सरकार को अलग किया

द्रविड मुनेत्र कषगम (डीएमके) द्वारा केंद्र से समर्थन वापिस लेने के तत्काल पश्चात ही पांच साल पुराने ड्यूटी कर की चोरी के मामले में नेता एम के स्टॉलिन के चेन्नई स्थित आवास पर मारे गए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के छापे से मचे बबाल पर सफाई आनी शुरू हो गई है|
प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा है कि सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है और वह इससे खिन्न हैं।इससे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने भी सुबह अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है|
सीबीआई ने आज सुबह आयातित कार में टैक्स अदायगी के मामले में डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि के बेटे स्टॉलिन के घर पर छापा मारा था। डॉ. सिंह ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में सरकार की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह इससे खिन्न हैं और इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं हैं।उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। छापों का समय सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है।
गौरतलब है कि स्टॉलिन के यहां छापों को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है। यहाँ तक कि भाजपा ने भी कहा है कि डीएमके के केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार से समर्थन वापस लेने के एक ही दिन बाद यह छापे यह दर्शाते हैं कि सरकार अपने फायदे के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।

स्टालिन के निवास सी बी आई द्वारा मारे गए छापे से प्रधान मंत्री ने सरकार को अलग किया

स्टालिन के निवास सी बी आई द्वारा मारे गए छापे से प्रधान मंत्री ने सरकार को अलग किया


छापों को लेकर संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ+संचार मंत्री कपिल सिब्बल + सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भी अपनी नाराजगी जताई है।
सीबीआई ने ने सफाई देते हुए गुरुवार को कहा कि ये कार्रवाई पूरी तरह से प्रक्रिया के अनुसार ही की गई है। सीबीआई ने कहा कि इसके पीछे किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाने का मकसद नहीं था।राजनेताओं की ओर से इस कार्रवाई पर भारी हंगामा करने और रोष प्रकट करने के बाद सीबीआई टीम स्टालिन के आवास से चली गई और जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां तक कहा कि टीम का आवास के भीतर जाने का इरादा नहीं था।
सीबीआई द्वारा दर्ज शिकायत में कहा गया है कि तमिलनाडु में 33 वाहन आयात किए गए, जिनमें से कुछ वाहनों को आयात करके बेच दिया गया जो कि आयात प्रावधानों का उल्लंघन है। इससे राजकोष को 48 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।

सरकार स्थिर है और इसकी पतवार सशक्त हाथों में है: श्रीलंका के तमिलों के हितों की चिंता है

हमारी सरकार स्थिर है और सरकार की पतवार हमारे सशक्त हाथों में है ,हमारी सरकार के बहुमत को किसी भी पार्टी ने चेलेंज भी नही किया है ऐसे में हमें कोई खतरा नहीं है इसीलिए हम देश में विकास की नाव को लगातार आगे खे ते [चलाते]रहेंगे| श्रीलंका में तमिलों का ही सिर्फ अब प्रश्न है इसके लिए प्रस्ताव को ड्राफ्ट करने उसकी भाषा या कंटेंट पर आम सहमती बनाने के प्रयास किये जा रहे है|ये आत्म विश्वास आज दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सरकार ने व्यक्त किया| वित्त मंत्री पी चिदम्बरम+संसदीय कार्यमंत्री कमल नाथ और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस में यह विश्वास व्यक्त किया|

सरकार स्थिर है और इसकी पतवार सशक्त हाथों में है: श्रीलंका के तमिलों के हितों की चिंता है

सरकार स्थिर है और इसकी पतवार सशक्त हाथों में है: श्रीलंका के तमिलों के हितों की चिंता है


इन तीनो वक्ताओं ने इंग्लिश +तमिल और हिंदी भाषा में मीडिया को संबोधित करते हुए बताया के कुछ दलों द्वारा प्रस्ताव के लिए कुछ सुझाव या आपत्तियां दी गई हैं उन पर चर्चा जारी है कुछ ही समय में इस पर निर्णय ले लिया जा जाएगा|
उन्होंने कहा की सरकार की कमजोरी का सवाल ही पैदा नहीं होता अभी बीते दिन ही आम आदमी के हित में बिल पास कराया है और ऐसा ही आगे भी कर लिया जाएगा| ९ सालों से लगातार घटक दलों के सहयोग से सरकार चला रहे है कभी बहुमत का प्रश्न नहीं आया अभी भी नहीं आएगा|
उन्होंने घटना क्रमका ब्यौरा देते हुए बताया कि तमिल नाडू में सत्ता रुड जयललिता की सरकार ने केंद्र को एक पत्र लिखा था जिसमे यूं एन में बनाए जा रहे प्रस्ताव में संशोधन के लिए कहा गया था कमोबेश यही मांग उनकी विरोधी डी एम् के ने भी की थी मगर बाद में करूणानिधि ने स्टेंड में थोड़ा परिवर्तन कर लिया| श्रीलंका में तमिलों के हितों के लिए स्वर्गीय इंदिरा गांधी और राजिव गांधी के समय से ही कांग्रेस के स्टेंड के विषय में सबको जानकारी है इसीलिए अब इसविषय को हल्का करने का कोई प्रयास नहीं किया जाएगा| अब केवल यूं एन के प्रस्ताव में संशोधन के लिए आम सहमती बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं|
गौरतलब है कि ५३९ सदस्यों वाली संसद में बहुमत सिद्ध करने के लिए २७१ सांसदों की जरुरत है| डी एम् के के १८ सदस्यों को हटाने के बाद भी सरकार अल्प मत में नहीं दिखती|
कांग्रेस के =२०२
एन सी पी =०९
बी एस पी=२१
रालोद=०५
जी डी एस =०३
सपा=२२
और अन्य =२२ हैं
अज के नए घटना क्रम में सपा ने राजनीतिक पैतरें दिखाने शुरू कर दिए हैं यदि सपा अपना सपोर्ट वापिस लेते है तब कुछ चिंता की बात होगी लेकिन सरकार के आत्म विशवास को देखते हुए २०० सांसदों वाली नितीश कुमार की पार्टी के स्टेंड को समझा जा सकता है|