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१ रु में एलईडी बल्ब उपलब्ध कराने का दावा करने वाली वेबसाइट्स नकली हैं :ईईएसएल

[नई दिल्ली]१ रु में एलईडी बल्ब उपलब्ध कराने का दावा करने वाली वेबसाइट्स नकली हैं :ईईएसएल
ईईएसएल ने उपभोक्ताओं को नकली वेबसाइटों से सचेत रहने को कहा है |
ईईएसएल ने ऐसे कार्यों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है|
एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) ने उपभोक्ताओं को वैसे नकली वेबसाइटों, जो उजाला कार्यक्रम के तहत 9 वाट के एलईडी बल्ब की बिक्री कर रहे हैं, से सतर्क रहने को कहा है। ये वेबसाइटें ऊर्जा मंत्रालय के तहत आने वाले ईईएसएल कंपनी के उजाला कार्यक्रम के साथ संबद्ध नहीं हैं।
दो वेबसाइटें––
www.philips-led-at-10rs.inandpbs.twimg.com/media/CoGI9txWIAAybuk.jpg – http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2016/jul/i201672501.jpgएक रूपये में एलईडी बल्ब उपलब्ध कराने की बात कर उपभोक्ताओं को दिग्भ्रमित कर रही हैं ये कंपनियां न सिर्फ उजाला का लोगो इस्तेमाल कर रही हैं बल्कि उपभोक्ताओं को धोखा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर का भी इस्तेमाल कर रही हैं।
ईईएसएल के प्रबंध निदेशक श्री सौरभ कुमार के अनुसार, “हमारी टीम संगठन द्वारा बनाये गये कड़े प्रक्रियाओं के आधार पर उस दिशा में काम कर रही है। हम ऐसे सभी कदाचारों पर नजर रखे हुए हैं जो हमारे उपभोक्ताओं और उत्पादों की गुणवत्ता प्रदान करने के ईईएसएल के अच्छे प्रयासों को नुकसान पहुँचा सकते हैं।

174 More Villages Electrified:Consumers Alerted Against Fraudulent LEDs

[New Delhi]174 More Villages Electrified:Consumers Alerted Against Fraudulent LEDs
Power Ministry Electrified 174 Villages During Last Week ; 9,134 Villages Electrified till date under DDUGJY
As per Power Ministry 141 villages have been electrified across the country during last week (from 18th to 24th July 2016) under Deen Dayal Upadhyaya Gram Jyoti Yojna (DDUGJY).
Out of these electrified villages,
12 villages belong to Arunachal Pradesh ,
82 in Meghalaya,
15 in Assam,
12 in Uttar Pradesh,
3 in Mizoram,
18 in Jharkhand,
3 in Rajasthan ,
11 in Odisha and
15 in Bihar,
1 each in Madhya Pradesh, Himachal Pradesh and Chhattisgarh .
Energy Efficiency Services Limited (EESL) has alerted its consumers of fraudulent websites selling 9W LED bulbs under the name of Unnat Jyoti by Affordable LEDs for All (UJALA) programme.
These websites are not associated with the UJALA programme of EESL which is a public energy services company, under the administration of Ministry of Power.
As per Ministry Two websites –
[1] www.philips-led-at-10rs.in and
[2] pbs.twimg.com/media/CoGI9txWIAAybuk.jpg
are misleading consumers by promising them of providing LED bulbs as low as Re 1. They are not only using copyright images of UJALA logo but also Prime Minister Narendra Modi picture to deceive the consumers.

रौशनी बढ़ाकर,बिजली का खर्चा कम करना होतो घर के सारे पॉइंट्स एलईडी से बदल डालो:पीएम मोदी

[वाराणसी,यूं पी ]बिजली का खर्चा काम कराना होतो सारे पॉइंट्स को एलईडी से बदल डालो :पीएम नरेंद्र मोदी
स्थानीय सांसद और देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी विशिष्ठ शैली में बनारस के लोगों को सम्बोधित करते हुए देश भर को यह सन्देश दिया के
घर के सारे बिजली पॉइंट्स को एलईडी से बदल डालो रोशनी बढ़ेगी और बिजली का खर्चा अपने आप कम हो जाएगा
श्री मोदी ने कहा के
“अभी आपने देखा, आप लोग भी घाट पर जाते हैं और एलईडी की रोशनी आने के बाद तो मुझे बताया गया कि बहुत लोग जाते हैं, देखने के लिए जाते हैं। आपने देखा होगा कितना बड़ा बदलाव आया है। हम चाहते हैं हर परिवार में, मेरे काशी के हर परिवार में बिजली का बिल कम होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए। आप चाहते हैं कि बिजली का बिल कम हो? आप चाहते हैं आपके पैसे बचे? सचमुच में चाहते हो? तो मेरी एक बात मानोगे, पक्‍का मानोगे? वादा करो, भोले बाबा को याद करके वादा करो। आप अपने घर में जितने बल्‍ब है, ट्यूब लाइट है, एलईडी लगा दीजिए।
आप देखिए, आपका बिजली का बिल एकदम से कम हो जाएगा, आपके पैसे बच जाएंगे और रोशनी बढ़ जाएगी।
ये डबल मुनाफा वाले काम है और पूरे भारत में मुझे आंदोलन खड़ा करना है कि पुराने जो बिजली के बल्‍ब है उससे मुक्‍ति लीजिए। ये नई टेक्नोलॉजी है, जो हमारी आंखों के लिए अच्‍छी है, रोशनी के लिए अच्‍छी है और जेब के लिए भी अच्‍छी है। हम काशी में एक आंदोलन चलाए। सब लोग उस बात को आगे बढ़ाए तो काशी के अंदर भी हम इसका लाभ ले सकते हैं और मैंने देखा है .काशी की जो स्ट्रीट लाइट है उन को भी एल ई डी में कन्वर्ट करना है उसके कारण काशी महानगर पालिका का जो बिजली का बिल है वो भी बहुत कम हो जाएगा और वो जो पैसे बचेंगे वो काशी को अगर स्‍वच्‍छता के लिए लगा दिए गए तो मेरा काशी चमकता रहेगा। शाम को रोशनी से चमकेगा और दिन में सफाई से चमकेगा और दुनिया के लोग आएंगे तो एक नई काशी को देखकर के जाएंगे।

भारत को एलईडी[Light-Emitting Diode]से कम खर्च में चमकाने के लिए आज से हुई शुरुआत

The Prime Minister, launching the National Programme for LED Street Lighting and LED Home Lighting, in New Delhi on January 05, 2015.

The Prime Minister, launching the National Programme for LED Street Lighting and LED Home Lighting, in New Delhi on January 05, 2015.

[नई दिल्ली]भारत को एलईडी[Light-Emitting Diode]से ,कम खर्च में, चमकाने की आज से हुई शुरुआत |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में घरेलू बिजली बचत योजना और राष्ट्रीय स्तर पर घरों और सड़कों पर एलईडी [light-emitting diode]बल्ब लगाए जाने संबंधी योजनाओं की शुरूआत की|
पीएम ने प्रोडक्ट की गुणवत्ता और मार्च, 2016 तक100 शहरों में घरों +सड़कों पर एलईडी बल्ब लगाए जाने की परियोजना पूरी करने के लिए इसके प्रचार प्रसार पर विशेष जोर दिया| दिल्ली में घरेलू उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब 10 रुपए के शुरूआती भुगतान पर दिए जाएंगे और 12 महीने तक प्रति बल्ब 10 रुपए उनके बिजली के बिल में वसूले जाएंगे। इस प्रकार एलईडी बल्ब, बाजार कीमत 350 से 600 रूपए प्रति बल्ब की तुलना में इस योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति बल्ब 130 रुपए की कीमत पर दिए जाएंगे। दिल्ली के घरों में एक एलईडी बल्ब लगाने से लगभग 162 रुपए की वार्षिक बचत का अनुमान है। एलईडी बल्बों की तीन साल की वारंटी होगी।
श्री मोदी ने आज साऊथ ब्लॉक में एक बल्ब के स्थान पर एलईडी बल्ब लगा कर दिल्ली में घरेलू बिजली बचत और घरों तथा सड़कों पर एलईडी बल्ब लगाए जाने संबंधी राष्ट्रीय योजना की शुरूआत की।बताया गया है के केवल साऊथ ब्लॉक में ही इस प्रयोग से प्रति माह 7000 यूनिट बिजली बचेगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एलईडी बल्ब के जरिए बिजली बचाने के काम को जन-अभियान बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिजली पैदा करने से बिजली बचाना कहीं अधिक सस्ता है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बिजली पैदा करने से बिजली बचाना इसलिए कठिन है, क्योंकि जहां एक उत्पादन इकाई भारी मात्रा में बिजली पैदा करती है, वहीं बिजली बचाने के लिए करोड़ों लोगों की सक्रिय भागीदारी का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों में जागरूकता पैदा करनी चाहिए और प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित नागरिकों को एलईडी बल्ब लगाए जाने के अभियानों से जोड़े जाने की भी जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन कार्यक्रमों की शुरूआत बल्ब निर्माताओं के लिए एक चुनौती है कि वे गुणवत्ता से समझौता किए बिना बेहतरीन एलईडी बल्ब का उत्पादन करें।
जागरूकता पैदा करने के अभिनव तरीकों और बिजली बचाने के संदेश को दूर-दूर तक पहुंचाने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नये वर्ष में डायरियों और कैलेंडरों जैसे उपहारों के स्थान पर एलईडी बल्बों को उपहार स्वरूप देना चाहिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि कंपनियां लाभांश देते समय एलईडी बल्बों का वितरण भी कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर लक्ष्य बनाया जाना चाहिए और एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में इस योजना को प्रमुखता देनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में उद्यमियों, प्रतिष्ठित नागरिकों और आम लोगों की भागीदारी राष्ट्र प्रेम का कार्य है, क्योंकि इससे आयात बिलों में कमी आएगी, यह एक प्रकार की समाज सेवा है और इससे पर्यावरण सुरक्षित होगा।
यह पहल देश भर में बिजली बचाने के संदेश के प्रसार के लिए सरकार का प्रयास है। एलईडी बल्ब साधारण बल्ब की तुलना में 50 गुना अधिक समय तक चलता है। इसके अलावा सीएफएल की तुलना में एलईडी बल्ब 8 से 10 गुना अधिक टिकाऊ होता है और इसीलिए इससे बिजली और पैसे दोनों की बचत होती है।
प्रधानमंत्री ने घरेलू बिजली बचत योजना (डीईएलपी) के तहत दिल्ली के उपभोक्ताओं द्वारा एलईडी बल्ब प्राप्त करने के आवेदनों के पंजीकरण के लिए एक वेब-आधारित प्रणाली की शुरूआत की। श्री मोदी ने सबसे पहले पंजीकरण कराने वाले दिल्ली के एक आम नागरिक को दो एलईडी बल्ब प्रदान किए।
मार्च, 2015 से एलईडी बल्बों को चरणबद्ध तरीके से वितरित किया जाएगा। लक्ष्य रखा गया है कि मार्च, 2016 तक 100 शहरों में घरों और सड़कों पर एलईडी बल्ब लगाए जाने की परियोजना पूरी कर ली जाए।
इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल श्री नजीब जंग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिजली मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल सहित दिल्ली के सांसद भी उपस्थित थे।