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Tag: Lt. Governor Of Delhi Shri Najeeb Jung.

“आप”को मिले चुनावी चंदे की जांच भी अब बिहार से इम्पोर्टेड ५ इंस्पेक्ट्रों से ही करा ली जाएगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां !ओये हसाडे सोणे अरविन्द जी केजरीवाल साहब ने बिहार से पांच पोलिस इंस्पेक्टरों को एंटी करप्शन ब्यूरो के इम्पोर्ट कर लिया है |ओये ये एलजी साहब रखें दिल्ली पोलिस को अपने कब्जे में हमने बिहार की पोलिस से दिल्ली में बैलेंस बनाये रख लेना है|ओये इससे बिहार के लाखों लोगों के मनोबल में भी वृद्धि हो जाएगी|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान वाकई इस एक तीर से आप जी की पार्टी को मिले दो करोड़ के दान की जांच भी इनकम टैक्स+सी बी आई दिल्ली पोलिस से करवाने के बजाय बिहार के इन्हीं इंस्पेक्ट्रों को दी जा सकेगी और तीसरे शिकार के रूप में बिहार में होने वाले चुनावों को भी साधा जा सकेगा

Centre Immunized LG From CM Of NCT Delhi

[New Delhi]Centre Immunized LG From CM Of NCT Delhi
The Centre today backed Delhi Lieutenant Governor Najeeb Jung making it clear that it was not mandatory for him to consult Chief Minister Arvind Kejriwal on matters like appointment of bureaucrats.
In a gazette notification issued today, the Union Home Ministry said that the LG will have jurisdiction over matters connected with services+public order+ police + land and he may consult with the Chief Minister whenever he thinks necessary in issues of services using his own “discretion”.
it said.that It is well established that where there is no legislative power, there is no executive power since executive power is co-extensive within legislative power,
It also said that the Anti-Corruption Branch police station shall not take cognisance of offences against officials, employees and functionaries of these central government services. This will supersede a 1998 notification.
The appointment of senior bureaucrat Shakuntala Gamlin as acting Chief Secretary by LG last week had triggered a full-blown war between the ruling AAP and the Lt Governor, with Kejriwal questioning the LG’s authority and accusing him of trying to take over the administration.
Kejriwal had also sought the intervention of Prime Minister Narendra Modi in the matter even as he accused the Centre of using Jung to run Delhi.
file photo .

भारत को एलईडी[Light-Emitting Diode]से कम खर्च में चमकाने के लिए आज से हुई शुरुआत

The Prime Minister, launching the National Programme for LED Street Lighting and LED Home Lighting, in New Delhi on January 05, 2015.

The Prime Minister, launching the National Programme for LED Street Lighting and LED Home Lighting, in New Delhi on January 05, 2015.

[नई दिल्ली]भारत को एलईडी[Light-Emitting Diode]से ,कम खर्च में, चमकाने की आज से हुई शुरुआत |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में घरेलू बिजली बचत योजना और राष्ट्रीय स्तर पर घरों और सड़कों पर एलईडी [light-emitting diode]बल्ब लगाए जाने संबंधी योजनाओं की शुरूआत की|
पीएम ने प्रोडक्ट की गुणवत्ता और मार्च, 2016 तक100 शहरों में घरों +सड़कों पर एलईडी बल्ब लगाए जाने की परियोजना पूरी करने के लिए इसके प्रचार प्रसार पर विशेष जोर दिया| दिल्ली में घरेलू उपभोक्ताओं को एलईडी बल्ब 10 रुपए के शुरूआती भुगतान पर दिए जाएंगे और 12 महीने तक प्रति बल्ब 10 रुपए उनके बिजली के बिल में वसूले जाएंगे। इस प्रकार एलईडी बल्ब, बाजार कीमत 350 से 600 रूपए प्रति बल्ब की तुलना में इस योजना के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को प्रति बल्ब 130 रुपए की कीमत पर दिए जाएंगे। दिल्ली के घरों में एक एलईडी बल्ब लगाने से लगभग 162 रुपए की वार्षिक बचत का अनुमान है। एलईडी बल्बों की तीन साल की वारंटी होगी।
श्री मोदी ने आज साऊथ ब्लॉक में एक बल्ब के स्थान पर एलईडी बल्ब लगा कर दिल्ली में घरेलू बिजली बचत और घरों तथा सड़कों पर एलईडी बल्ब लगाए जाने संबंधी राष्ट्रीय योजना की शुरूआत की।बताया गया है के केवल साऊथ ब्लॉक में ही इस प्रयोग से प्रति माह 7000 यूनिट बिजली बचेगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि एलईडी बल्ब के जरिए बिजली बचाने के काम को जन-अभियान बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिजली पैदा करने से बिजली बचाना कहीं अधिक सस्ता है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बिजली पैदा करने से बिजली बचाना इसलिए कठिन है, क्योंकि जहां एक उत्पादन इकाई भारी मात्रा में बिजली पैदा करती है, वहीं बिजली बचाने के लिए करोड़ों लोगों की सक्रिय भागीदारी का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों में जागरूकता पैदा करनी चाहिए और प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित नागरिकों को एलईडी बल्ब लगाए जाने के अभियानों से जोड़े जाने की भी जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन कार्यक्रमों की शुरूआत बल्ब निर्माताओं के लिए एक चुनौती है कि वे गुणवत्ता से समझौता किए बिना बेहतरीन एलईडी बल्ब का उत्पादन करें।
जागरूकता पैदा करने के अभिनव तरीकों और बिजली बचाने के संदेश को दूर-दूर तक पहुंचाने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नये वर्ष में डायरियों और कैलेंडरों जैसे उपहारों के स्थान पर एलईडी बल्बों को उपहार स्वरूप देना चाहिए।
उन्होंने सुझाव दिया कि कंपनियां लाभांश देते समय एलईडी बल्बों का वितरण भी कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर लक्ष्य बनाया जाना चाहिए और एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में इस योजना को प्रमुखता देनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में उद्यमियों, प्रतिष्ठित नागरिकों और आम लोगों की भागीदारी राष्ट्र प्रेम का कार्य है, क्योंकि इससे आयात बिलों में कमी आएगी, यह एक प्रकार की समाज सेवा है और इससे पर्यावरण सुरक्षित होगा।
यह पहल देश भर में बिजली बचाने के संदेश के प्रसार के लिए सरकार का प्रयास है। एलईडी बल्ब साधारण बल्ब की तुलना में 50 गुना अधिक समय तक चलता है। इसके अलावा सीएफएल की तुलना में एलईडी बल्ब 8 से 10 गुना अधिक टिकाऊ होता है और इसीलिए इससे बिजली और पैसे दोनों की बचत होती है।
प्रधानमंत्री ने घरेलू बिजली बचत योजना (डीईएलपी) के तहत दिल्ली के उपभोक्ताओं द्वारा एलईडी बल्ब प्राप्त करने के आवेदनों के पंजीकरण के लिए एक वेब-आधारित प्रणाली की शुरूआत की। श्री मोदी ने सबसे पहले पंजीकरण कराने वाले दिल्ली के एक आम नागरिक को दो एलईडी बल्ब प्रदान किए।
मार्च, 2015 से एलईडी बल्बों को चरणबद्ध तरीके से वितरित किया जाएगा। लक्ष्य रखा गया है कि मार्च, 2016 तक 100 शहरों में घरों और सड़कों पर एलईडी बल्ब लगाए जाने की परियोजना पूरी कर ली जाए।
इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल श्री नजीब जंग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिजली मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल सहित दिल्ली के सांसद भी उपस्थित थे।

दिल्ली में सरकार के लिए भाजपा को बचा कर नजीब ने अजीब जंग जीती और सुप्रीमकोर्ट से शाबाशी भी वसूली

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाइयों ने क्या मखौल बना रखा हैओये दिल्ली में ना तो ये सरकार बना रहे हैं और ना ही चुनाव ही करवाने दे रहे हैं उलटे हसाडे अपने उप ऱाज्यपाल जनाब नजीब जंग साहब को भी हमसे छीन ले गए|ओये चुनाव हों तो हम भी भाजपा और “आप” वालों को उनकी अौकात दिखाएँ

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण मोदी के मोह पाश से निकलना अब इतना भी नहीं रहा आसान| इसी मोह पाश में बंधे नजीब ने अजीब जंग जीत ली है | भाजपा को बचा कर सुप्रीमकोर्ट से शाबाशी भी वसूली है |कल तक “आप” और आप लोग भाजपा को सत्ता लोलुप बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे लेकिन उसी भाजपा को आप लोगों के शिकंजों से निकाल कर नजीब साहब ने भाजपा को एक जंग जितवा दी है और आपके देखते देखते सुप्रीम कोर्ट से शाबाशी भी वसूल ली है

“आप” के स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस के सहारे पार्टी का सियासी वजूद+विधायक बच पाएंगे?

“आप” के स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस के सहारे पार्टी का सियासी वजूद+विधायक बच पाएंगे?
“आप” को सियासी वजूद बचाने और अपने विधायकों को बांधे रखने के लिए स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस का ही सहारा रह गया है|अभी तक किसी ठोस उपलब्धि के अभाव में ये दोनों बैसाखियाँ क्या”आप” पार्टी की सियासत को जिन्दा रख पाएंगी इस पर संदेह गहराता जा रहा है |
आम आदमी पार्टी [आप]अपने सियासी वजूद के लिए स्टिंग +प्रेस कांफ्रेंस रूपी दो बैसाखियों पर चल रही है|इनके सहारे क्या “आप ” दिल्ली की सत्ता तक दोबारा पहुँचने तक अपने विधायकों को एक जुट रख पाएगी यह यक्ष प्रश्न आज सब तरफ उत्तर तलाश रहा है|
भाजपा को रोकने के नाम पर आये दिन “आप” के न्रेतत्व द्वारा कांग्रेस+भाजपा[कथित ईमानदार]+जे डी [यूं] +निर्दलीय विधायकों से बातचीत का हवाला दिया जा रहा है|इसके पीछे अपने विधायकों को यह सन्देश देना भी एक उद्देश्य हो सकता है कि दिल्ली में जल्द उनकी ही सरकार बनने वाली हैऔर अगर सरकार नही बनी तो चुनाव निश्चित हैं|
प्रेस कांफ्रेंस और स्टिंग के सहारे आये दिन भाजपा पर हमलावर हो रही “आप” पार्टी ने खोजी वेबसाइट “तहलका” की तर्ज पर दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष शेर सिंह डागर को बंगारू लक्ष्मण बनाने का प्रयास किया|इस स्टिंग में भाजपा नेता के घर जाकर “आप” के विधायक को सौदे बाजी करते हुए दिखाया गया है|जिसे भाजपा ने तत्काल नकार दिया|उसी स्टिंग की सी डी को बतौर एविडेंस सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया|लेकिन न्यायालय द्वारा स्टिंग सी डी को स्वीकार नहीं किया गया |उसके पश्चात आनन फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई और पांच दिन पुराने पत्र को लेकर एल जी पर भाजपा के लिए बैटिंग करने का आरोप लगा दिया गया |
जिस एल जी नजीब जंग ने अरविन्द केजरीवाल को सी एम की शपथ दिलाई थी उसी एल जी को आश्चर्यजनक रूप से गालियां दी जाने लगी फिर उसी एल जी के पास आज[ बुधवार] सुबह सी डी लेकर पहुँच गए और विधान सभा भंग करने के लिए अनुरोध कर दिया| संसद में पहुंचे पंजाब से चार सांसद भी कुछ खास उपलब्धि दर्ज नहीं करा पाये हैं |
दिल्ली के बाहर मरीना बीच पर भी आज मौन विरोध प्रदर्शन किया गया| यहाँ भी कुछ खास भीड़ जुटाने में सफलता नहीं मिली
आप-तमिलनाडु शाखा के लगभग 30 सदस्य ही मरीना समुद्र तट पर अपने मुंह पर पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते दिखाई दिए| उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीते दिनों कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करने आये “आप” के कुछ टोपी धारक केवल मीडिया के कैमरों तक ही सिमित होकर रह गए |
दरअसल दिल्ली में भाजपा को सरकार बनाने से रोकने की कोशिश में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के रुख के बाद “आप” पार्टी के लिए मुसीबत और बढ़ गई है।
अपना सियासी वजूद बचाने के साथ उसे अपने विधायकों को भी टूटने से बचाए रखना जरूरी हो गया है क्योंकि एल जी अगर भाजपा को सरकार बनाने के लिए न्योता देते हैं और बहुमत सिद्ध करने के लिए गुप्त मतदान होता है तो निश्चित माना जा रहा है कि “आप” के विधायक भाजपा के पक्ष में बढ़ी संख्या में टूटेंगे| इसीलिए “आप” पार्टी आये दिन स्टिंग+प्रेस कांफ्रेंस और मीडिया में ब्यान देकर लगातार भाजपा पर दबाब बनाने और चर्चा में रहने को मजबूर है|सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार भाजपा के पी एम नरेंद्र मोदी दिल्ली में जोड़ तोड़ करके सरकार नहीं बनाना चाहते लेकिन अगर उनकी पार्टी को न्योता मिलता है और गुप्त मतदान होता ही तो निश्चित रूप से भाजपा की सरकार बन जाएगी|इसीलिए अंतिम विकल्प के रूप में अरविन्द केजरीवाल सदन में बहुमत के लिए गुप्त मतदान को भी चुनौती देने के लिए संविधान की दुहाई दे सकते हैं

भापेयो !दिल्ली की जनता तो पहले ही आ+भा+कां को गद्दी नकार चुकी है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

एक स्वर में आप+कांग्रेसी चीयर लीडर्स

ओये झल्लेया दिल्ली में संविधान का कैसा मजाक उड़ाया जा रहा है? देख तो दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग साहब भी अब दिल्ली में अल्पमत वाली भाजपा की सरकार बनवाने पर तुल गए हैं |ओ यारा तू ही बता ये दिल्ली की जनता ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत नहीं दिया ऐसे में हॉर्स ट्रेडिंग से भाजपा को सरकार बनाने देना अपने आप में संविधान का उल्लंघन है कि नहीं?

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाणों दिल्ली की जनता पहले ही आ+भा+कां को गद्दी नकार चुकी है |
दिल्ली की जनता ने तो “आप” और कांग्रेस को भी स्पष्ट बहुमत नहीं दिया था तब आपलोगों ने खिचड़ी सरकार बना कर जनता के दिलों में जख्म दिए फिर सरकार छोड़ करके उन जख्मों पर नमक छिड़का था कि नहीं?
इसीलिए झल्लेविचारानुसार जनता ने तो भाजपा+कांग्रेस+आप के साथ सभी दायें बाएं दलों को दिल्ली में सरकार बनाने के लायक नहीं समझा सभी को नकार दिया है अब आप सभी नकारे गए दोबारा जनता में जाने को खो-खो खेल रहे हो |
भापा जी क्या ये जनता की भावना के खिलाफ नहीं है ?संविधान की भवन का मजाक है कि नहीं?अपने ही असूलों से यूं टर्न लेना है कि नहीं ?

दिल्ली की कमान एल जी के हाथों सोंपने के विरुद्ध “एस सी” में”आप”की याचिका स्वीकार :२४ फरवरी को सुनवाई

दिल्ली की कमान लेफ्टिनेंट गवर्नर के हाथों सोंपने के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में”आप पार्टी “की याचिका स्वीकार हो गई है जिस पर २४ फरवरी को सुनवाईहोगी|
सर्वोच्च न्यायलय ने “आप” की दायर याचिका को सुनवाई के लिए संज्ञान में ले लिया है |सुनवाई के लिए २४ फरवरी [सोमवार] की तारीख दी गई है|
गौरतलब है कि अरविन्द केजरीवाल को जब दिल्ली की विधान सभा में जन लोक पाल पेश नहीं करने दिया गया उस समय केजरीवाल ने मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा देकर विधान सभा भंग करके चुनाव कराने की सिफारिश की थी लेकिन गृह मंत्रालय ने माइनॉरिटी का डिसिशन कह कर इसे अस्वीकार कर दिया और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया अब दिल्ली की कमान लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग के हाथों में है |नजीब जंग पर कांग्रेस पार्टी+पूर्व मुख्य मंत्री शीला दीक्षित+ और अम्बानी का नजदीकी बताया जा रहा है|दिल्ली में एल जी शासन के विरुद्ध “आप” पार्टी द्वारा बीते दिनों एक याचिका दायर की गई जिसे संज्ञान में लेते हुए चीफ जस्टिस पी सथासिवम[ Chief Justice P Sathasivam ] की बेंच ने पेटिशन [ petition ] पर सुनवाई के लिए २४ फरवरी तय की है|

कांग्रेस ने”आप”को मुद्दे दिए अल्पमत के बावजूद सरकार बनवाई बदले में शुकराना देना तो बनता ही है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

चिढ़ा हुआ भाजपाई

ओये झल्लेया देख तो मुल्क में डेमोक्रेसी का कैसे मजाक उड़ाया जा रहा है| कांग्रेस और “आप” पार्टी में दिल्ली की सत्ता की बंदरबांट का ये कैसा नंगा खेल चल रहा है |पहले तो “आप” पार्टी ने कांग्रेस को गालियां दे दे कर पॉपुलैरिटी हथियाई फिर गालियां खाने वाले आठ कांग्रेसियों के दम पर दिल्ली की सत्ता कब्जाई फिर दिल्ली की विधान सभा में असंवैधानिक जन लोक पाल और अपने गैर कानूनी कानून मंत्री को लेकर दुनिया में अपनी जग हसाई करवाई | अब देख कैसे बेशर्मी से त्याग पत्र देकर दिल्ली की सत्ता को एल जी की प्लेट में कांग्रेस के ही सामने परोस दिया

झल्ला

अरे सेठ जीआप भी तो ३२ के आंकड़े के साथ अल्पमत में हो इसीलिए आपके कोसने से सत्ता का छींका आपजी की झोली में तो गिरने से रहा|आप का तो वोही हाल हुआ किएक अम्बानी की माया मोह में खुदा और विसाले सनम दोनों ही हाथ से निकल गए जहाँ तक बात “आप” वालों की है तो भापा जी कांग्रेस ने इन्हें मुद्दा दिया २८ के आकड़े पर अटके आम आदमी को ख़ास बनने के लिए सरकार बनाने का मौका दिया अब अपने मेंटोर को शुक्राना देना तो बनता है कि नहीं |क्यों ठीक है ना ठीक?

Arvind kejriwal Is Scheduled To Broom Delhi Politics With Early Six ,Wef 28 December 2013

[New]Chief Minister Of Aam Aadmi Party [AAP]Arvind kejriwal Is Scheduled To Broom Delhi Politics With The Team Of Early Six Wef 28 December . This New Team May Sworn In At Ram lila Ground .Party’s Mentor Anna hazare+ Old Associates Kiran Bedi and Santosh Hegde May Be Invited For This First Ceremony .Party Has Solved The Problem With Its M L A Vinod Kumar Binni. Binni has Consented For Any Responsibility.
Aam Aadmi Party [AAP] Legslative party and Delhi’s Chief Minister designate Arvind Kejriwal today sent the list of party MLAs, to be sworn in as ministers, to the Lt. Governor Shri Najeeb Jung. This list includes:
[1] Manish Sisodia: He is a well known activist who came to prominance during the Jan Lokpal agitation. Manish Sisodia was a prominent journalist and was associated with Zee News and All India Radio for a long time. He quit journalism to participate in the agitation for Right To Information. He was a key member of the team that laid the foundation of the Jan Lokpal Andolan. Sisodia sat on fast for 10 days demanding setting up of an SIT to probe cases against corrupt union ministers. Sisodia was also sent to Jail with Anna Hazare during anti-graft agitation.
[2] Somnath Bharti: He is a post graduate from the Indian Institute of Technology and a lawyer by profession. When police implicated innocent activists in false cases during protests that broke out after infamous Delhi Gang Rape Case, Shri Bharti contested their case and secured justice for them. He has been President and Secretary of the IIT Alumni.
[3]Satyendra Kumar Jain: He is an architect by profession. He was working with the CPWD. He quit due to prevailing corruption ine department. Jain actively particpated in the Jan Lokpal Satyagrah. He is a well known social worker. He helped Chitrakoot based social organization Drishti, working for visualy impared grls, with construction of orgaization’s building. He is also associated with social organization Sparsh, wchich works for mentally challenged children. He also organizes mass marriages for poor girls.
[4] Rakhi Birla: She was a journalist with a private news channel before joining Aam Aadmi Party. She has been associated with many social organizations and has been fighting tirelessly for the cause of the Dalits.
[5] Saurabh Bhardwaj: He was an engineer by profession. An incident of rape with with a poor minor girl changed his outlook. He fought a long drawnn legal battle to secure justice for the poor rape survivour. After his fight for the girl, Bhardwaj became a lawyer to provide legal help to such victims. He has been fighting for the cause of visually impared, poor students, flood victims and senior citizens.
[6] Girish Soni: He is a well crusador for the cause of the Aam Aadmi. He tirelessly participated in Bijli Pani Andolan of the Aam Aadmi Party.