Ad

Tag: MaharajaRanjitSingh

कांग्रेस सरकार अमृतसर में लगवायेगी फ्रेंच जनरल “अलार्ड” की मूर्ति

[चंडीगढ़,पंजाब]कांग्रेस अमृतसर में लगवायेगी फ्रेंच जनरल “अलार्ड” की मूर्ति| मालूम हो के बहुचर्चित राफेल लड़ाकू विमान फ्रांस से ही खरीदा जा रहा है जिसे लेकर कांग्रेस द्वारा भारत सरकार पर लगातार हमला किया जा रहा है |
पंजाब में कांग्रेस के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने राज्य के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग को अमृतसर में मशहूर फ्रांसीसी जनरल ज्यां फ्रांस्वा अलार्ड [ JeanFrancoisAllard ] की एक प्रतिमा स्थापित करने से जुड़े तौर तरीकों को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया है।अलार्ड नेपोलियन बोनापार्ट की सेना में उस समय भी रहे जब नेपोलियन की विश्व विजयी सेना ने की हार काअपमान झेला था
जनरल अलार्ड ने शेर-ए-पंजाब महाराजा रंजीत सिंह की घुड़सवार सेना ‘फौज-ए-खास’ का नेतृत्व किया था।
मुख्यमंत्री ने एक फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद यह निर्देश जारी किया। प्रतिनिधिमंडल में फ्रांस के सेंट ट्रोपेज कस्बे के उप मेयर और जनरल अलार्ड के वंशज हेनरी प्रीवोस्ट अलार्ड और ‘सिख ड फ्रांस’ संगठन के परिषद अध्यक्ष रंजीत सिंह शामिल थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से दिवंगत जनरल के साहस से युवा पीढ़ी को अवगत कराने में मदद मिलेगी।
प्रतिनिधिमंडल ने सिंह को अगले साल जून में सेंट ट्रोपेज में होने वाली एक वार्षिक सभा में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच सद्भावना और दोस्ती की भावना को बढ़ावा देने के लिए जनरल अलार्ड की जन्मस्थली सेंट ट्रोपेज में 2016 में महाराजा रंजीत सिंह की एक प्रतिमा स्थापित की गयी थी।

सिख इतिहास की महत्वपूर्ण पैतृक तलवार को अंग्रेजी कब्जे से निकालने में भारतीय मूल के बॉब ढिल्लों सफल हुए

सिख इतिहास की एक महत्वपूर्ण पैतृक सम्पत्ति को विदेशी कब्जे से निकालने में बॉब ढिल्लों सफल हुए हैं|केनेडा के धनिक रियल्टर की इस सफलता के समाचार दुनिया भर के अखबारों की सुर्खिया बने हुए हैं| ढिल्लों ने सिख साम्राज्य के संस्थापक महाराजा रंजीत सिंह की एक तलवार नीलामी में खरीद ली है| यह नीलामी मुलोक[ MullockAuctioneers]दवारा कराई गई है| भारतीय पंजाब के बरनाला जिले से हांग कांग गए व्यापारी के परिवार से जापान में पैदा हुए बॉब ढिल्लों ने कनाडा को कर्म स्थली बनायाहै |केनेडा ,कैलगिरी निवासी भारतीय मूल के व्यवसाई बॉब ने अपनी जड़ों से जुड़ी महाराजा रंजीत सिंह की तलवार खरीदने का गौरव पाया है| ३३.५ इंच लम्बी १९ वी सदी की इस ऐतिहासिक तलवार की नीलामी लन्दन बेस्ड नीलामकर्ता मुलोक ने इस माह की ३ तारीख को कराई है इस तलवार पर पंजाबी भाषा “गुरुमुखी” में अकाल सहाय रंजीत सिंह लाहौर लिखा हुआ है|
यदपि इस नीलामी के लिए बंद लिफाफों में बिड मंगाई गई थी और इसकी कीमत भी उजागर नहीं की गई है लेकिन नीलाम कर्ता की वेबसाइट के अनुसार या तो यह तलवार महाराजा को गिफ्ट की गई थी अन्यथा महाराज नेइसे सवयम किसी को भेंट में दिया था | इसीलिए इससे१००००- १५००० पाउंड्स की आमदनी प्राप्त होने की उम्मीद जताई गई थी |
कर्टसी ब्यूरो