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Tag: MamtaBanerjee

ममता दीदी ने तो आज शपथली, कांग्रेसी तो२दिन पहले ही स्टाम्प पेपर जमा करा चुके

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

तृणमूल कांग्रेस;टीएमसी] का चेयर लीडर

ओ झल्लेया!मुबारकां !ओ आमी अध्यक्षा दीदी सुश्री ममता बनर्जी जी ने लगातार दूसरी बार पश्चिमी बंगाल के मुख्य मंत्री पद की शपथ ले ली है | ओ झल्ला हमारा मंत्रिमंडल में १८ नए चेहरों के साथ टोटल 42 सदस्य हैं।
राज्य के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने खुद रेड रोड पर हमारा 61 वर्षीय ममता बनर्जी जी को पद + गोपनीयता की शपथ दिलाई है ।
ओ अब ये सारे कांग्रेसी+लेफ्टिस्ट ,पीछे बैठ कर हल्लू हल्लू हल्लू करते फिर रहे हैं

झल्ला

अरे क्या दादा! कांग्रेस के ४४ विधायकों ने तो दो दिन पहले ही अपने नेताओं के प्रति निष्ठां की शपथ लेकर स्टाम्पपेपर जमा भी कर दिया

ममता को टीएमसी का नेता चुनने के लिए विधायक दल ने की ओपचारिकता पूर्ण

[कोलकाता] ममता को टीएमसी का नेता चुनने के लिए विधायक दल ने की ओपचारिकता पूर्ण
ममता बनर्जी को तृणमूल कांग्रेस का नेता चुनने के लिए सत्तारूढ़ तृणकां विधायक दल ने ओपचारिकता पूर्ण की
आज हुई एक बैठक में ममता बनर्जी को सर्वसम्मति से तृणमूल कांग्रेस का नेता चुना गया।
बेलाहा पश्चिम सीट से फिर से निर्वाचित होने वाले तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा जिसका पार्टी के नव-निर्वाचित विधायकों ने समर्थन किया।
जिसके पश्चात ममता बनजी राज्यपाल से मिल कर सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज भवन गयीं
गौरतलब हे के जनता ने एक बार फिर ममता बनर्जी के नाम जनादेश दिया है और तृणमूल कांग्रेस ने दो तिहाई बहुमत के साथ बंगाल की बादशाहत हासिल की है ।
चुनाव में वाममोर्चा. कांग्रेस गठजोड़ ममता की लहर में लगभग उड़ गया ।
पश्चिम बंगाल के चुनावी इतिहास का अब तक का संभवत: सबसे लंबा विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद से ही सबकी नजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भविष्य पर टिक गयी थी और आज नतीजें सामने आने के साथ ही यह तय हो गया कि ममता ‘दीदी’ की पार्टी की बंगाल पर पकड़ बनी हुई है। वाममोर्चा एवं कांग्रेस गठबंधन की रणनीति सफल नहीं रही और यह ‘परिवर्तन’ की बयार लाने में नाकाम साबित हुई ।
चुनाव में पहली बार ऐसे 9776 मतदाताओं को अपने मताधिकार के प्रयोग का हक मिला जो भारत और बांग्लादेश के बीच क्षेत्र की अदला बदली के बाद भारत के नागरिक बने।
फाइल फोटो
सी एम ममता पी एम मोदी के साथ

बंगाल में नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़ी 12,744 पृष्ठों वाली 64 रहस्यमय फाइलें हुई सार्वजनिक

[कोलकाता]बंगाल में नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़ी 64 रहस्यमय फाइलें हुई सार्वजनिक
सीएम सुश्री ममता बनर्जी ने अपने वायदे को अमली जामा पहनाते हुए नेताजी सुभाष चन्द्र से जुड़ी 64 फाइलें सार्वजनिक कर दी इसके साथ ही उन्होंने ऐसा करने के लिए केंद्र को ,चुनौती भी दे डाली
प बं सरकार ने आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी वे 64 फाइलें सार्वजनिक कर दीं हैं, जो उनके रहस्यमय ढंग से लापता हो जाने पर कुछ रोशनी डाल सकती हैं। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि केंद्र को भी बोस से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक कर देनी चाहिए।
12,744 पन्नों वाली 64 फाइलें बोस के परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में प्रदर्शित की गईं। बोस के परिवार के सदस्य यह मांग करते रहे हैं कि उनसे जुड़ी जो जानकारी आज तक गोपनीय बनाकर रखी गई, उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
शहर के पुलिस आयुक्त सुरजीत पुरकायस्थ ने कहा कि इन फाइलों को कोलकाता पुलिस संग्रहालय में कांच के बक्सों में प्रदर्शित किया गया और सोमवार से आम जनता की पहुंच इन तक होगी।
64 फाइलों में से 55 फाइलें कोलकाता पुलिस के पास हैं जबकि नौ अन्य फाइलें राज्य की पुलिस के पास हैं।
पुरकायस्थ ने फाइलों के डिजीटलीकृत प्रारूप वाली डीवीडी नेताजी के परिवार के सदस्यों को सौंपी।
पुलिस संग्रहालय का दौरा करके आने वाली मुख्यमंत्री बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘आज एक ऐतिहासिक दिन है। हमारी सरकार ने नेताजी की सभी फाइलंे सार्वजनिक कर दी हैं। लोगों को भारत के बहादुर बेटे के बारे में जानने का अधिकार है।’’ बाद में उन्होंने कहा, ‘‘हमने एक शुरूआत की है। लोगों को सच पता चलना चाहिए। केंद्र सरकार को भी :नेताजी से जुड़ी: फाइलें सार्वजनिक करनी चाहिएं। हम सभी में सद्बुद्धि आए। आप सच को दबा नहीं सकते। सच को बाहर आने दें।’’

ममताबनर्जी दीदी भूल गई के केंद्र ने भी”नेता”जी की तुरुप फ़ाइल को चुनावों के लिए बचा रखा है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

नेता जी सुभाष प्रशंसक

ओये झल्लेया मुबारकां!ओये हसाड़ी ममता दीदी ने अगले सप्ताह नेता जी सुभाष चन्द्र [SCBose] से सम्बंधित ६४ फाइलें सार्वजानिक कर देनी हैं ओये अब नेता जी के विषय में फैली सारी भ्रांतियां दूर होजानी है

झल्ला

चलो अच्छा ही है ,देर आयद दूरूस्त आयद लेकिन आपजी की ममता दीदी जल्दबाजी में यह भूल गई के केंद्र के पास भी फाइलों की तुरुप है जिसका इस्तेमाल आपजी के पश्चिमी बंगाल के चुनावों में किया जा सकता है|अर्थार्त फाइलों वाला वायदा पूरा करने के साथ ही उसकी कीमत भी तत्काल वसूल ली जाएगी |ममताबनर्जी दीदी भूल गई के केंद्र ने भी”नेता”जी की तुरुप फ़ाइल को चुनावों के लिए बचा रखा है |

बंगला देश के साथ २२ अहम समझौते हुए लेकिन ग्लास अभी भी खाली है ,जिसमे”तीस्ता” जल आना शेष है

[नई दिल्ली]बंगला देश के साथ २२ अहम समझौते हुए लेकिन ग्लास अभी भी थोड़ा खाली है ,जिसमे”तीस्ता” जल आना शेष है| भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बांग्ला देश में दो दिवसीय दौरे में २२ अहम मुद्दों पर समझोते हुए हैं यह अपने आप में एक उपलब्धि है लेकिन ग्लास अभी भी भरा नहीं है और इस खाली स्थान में तीस्ता जल विवाद शामिल है |गंगा+ब्रह्म पुत्र के पानी पर चर्चा कर चुके दोनों देश तीस्ता के जल पर कोई समझौता डिक्लेअर नहीं कर पाये |पीएम श्री मोदी ने तीस्ता के मुद्दे को भी मानवता के आधार पर हल करने का संकेत जरूर दिया है |
ढाका यूनिवर्सिटी में दिए अपने सम्बोधन में श्री मोदी ने कहा कि पानी+पंक्षी+पवन पर कोई वीजा नहीं लगता इसीलिए पानी एक राजनितिक मुद्दा नहीं हो सकता
गंगा और ब्रह्मपुत्र के पानी के संबंध में हम साथ चले हैं।तीस्ता पर भी कोई हल निकल आएगा |
पी एम ने कहा कि मानवता+मानवीय मूल्यों के आधार पर पानी का मुद्दा भी हल कर लिया जाएगा
गौरतलब है कि भारत और बांग्लादेश के बीच फरक्का और तीस्ता के पानी के मुद्दे को लेकर 18 साल से विवाद है। दिसंबर से मार्च के बीच इस नदी में पानी का बहाव कम हो जाता है। इस वजह से बांग्लादेश में मछुआरों और किसानों को परेशानी होती है। बांग्लादेश दोनों देशों के बीच नदी के पानी का 50-50 फीसदी बंटवारा चाहता है। लेकिन पश्चिमी बंगाल की सीएम ममता बनर्जी राजी नहीं हैं।
मोदी के लिए सीएम ममता बनर्जी को इस समझौते के लिए राजी करना भी किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। चूंकि ममता की सहमति के बिना तीस्ता के जल बंटवारे पर कोई समझौता नहीं हो सकता। यही वजह है कि ममता के बांग्लादेश पहुंचने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उनको भी विशेष दर्जा दिया