[नयी दिल्ली]परीक्षार्थियों को मोदी मंत्र ‘स्माइल मोर, स्कोर मोर’
बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्माइल मोर, स्कोर मोर’ का मंत्र देते हुए परीक्षाओं को उत्सव की भांति लेने को प्रेरित किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को तनाव मुक्त रहने की सलाह दी और उन्हें ‘स्माइल मोर, स्कोर मोर’ का मंत्र देने के साथ ही अभिभावकों से परिवार में उत्सव जैसा माहौल बनाने को कहा ।
‘आकाशवाणी’ पर प्रसारित २०१७ के पहले ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मेरा सभी से आग्रह है कि पूरा परिवार एक टीम के रूप में इस उत्सव को सफल करने के लिए अपनी-अपनी भूमिका उत्साह से निभाए। देखिए, देखते ही देखते बदलाव आ जाएगा।’’ मोदी ने कहा, ‘‘इसलिए मैं तो आपसे कहूंगा ‘‘स्माइल मोर, स्कोर मोर’’ जितनी ज्यादा खुशी से इस समय को बिताओगे, उतने ही ज्यादा नंबर पाओगे, करके देखिए। और आपने देखा होगा कि जब आप खुश होते हैं, मुस्कुराते हैं, उतना आप ज्यादा सहज अपने आप को पाते हैं ।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि परीक्षा अपने-आप में एक खुशी का अवसर होना चाहिये । साल भर मेहनत की है, अब बताने का अवसर आया है, ऐसे में यह उमंग और उत्साह का पर्व होना चाहिए। बहुत कम लोग हैं, जिनके लिए परीक्षा में प्रसन्नता का मौका होता है, ज्यादातर लोगों के लिए परीक्षा एक दबाव होती है। निर्णय आपको करना है कि इसे आप खुशी का मौका मानेंगे या दबाव मानेंगे। जो खुशी का मौका मानेगा, वो पायेगा और जो दबाव मानेगा, वो पछताएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘और इसलिये मेरा मत है कि परीक्षा एक उत्सव है, परीक्षा को ऐसे लीजिए, जैसे मानो त्योहार है और जब त्योहार होता है, जब उत्सव होता है, तो हमारे भीतर जो सबसे खूबसूरत होता है, वही बाहर निकल कर आता है। समाज की भी ताकत की अनुभूति उत्सव के समय होती है। जो उत्तम से उत्तम है, वो प्रकट होता है।
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परीक्षार्थियों को मोदी मंत्र “स्माइल मोर, स्कोर मोर”
२९ जनवरी के “मन की बात”में स्कूलों की खामियों को साझा करने के लिए छात्रों को सुनहरा अवसर
[नई दिल्ली]देश भर के छात्रोंऔर उनके अविभावकों को एक सुनहरा अवसर मिल रहा है |अपनी बात कहने का+शिक्षण संस्थाओं में व्याप्त धांधलियों को उजागर करने का|यह अवसर स्वयम प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदान किया है |प्रधान मंत्री मोदी रेडियो पर २९ जनवरी को अपनी “मन की बात” करेंगे जिसके लिए उन्होंने शिक्षण छेत्रों में व्याप्त कठिनाईयों से सम्बंधित सुझाव मांगे हैं|
२९ जनवरी को प्रसारित होने वाला यह २८वां कार्यक्रम, बोर्ड परीक्षाओं परआधारित,युवाओं को समर्पित होगा |
गौरतलब हे के शिक्षा के छेत्र में व्याप्त अनियमितताएं+भ्र्ष्टाचार दावानल की भांति राष्ट्रीय प्रतिभाओं को लील रहा है|अनेकों शिक्षण संस्थाएं काले धन के अर्जन का स्रोत बन चुके हैं|चूँकि प्रधान मंत्री मोदी ने काले धन के खिलाफ जेहाद छेड़ा हुआ हैऔर उन्होंने स्वयम शिक्षा सम्बन्धित सुझाव मांगे हैं सो इस अवसर का लाभ अवश्य उठाना चाहिए |बिहार +बेंगाल +उत्तर प्रदेश आदि से नक़ल गिरोह+गैरकानूनी केपिटेशन फी की वसूली और शिक्षकों का आभाव आदि की खबरें आती रहती है|संभवत इसीलिए अक्षमता+पलायन+बेरोजगारी की समस्याएं मुंह बाये खडी है |
इल्लीगल केपिटेशन फी+बिल्डिंग फंड्स+यूनिफार्म+बुक्स+टीचिंग स्टाफ की कमी+शिक्षा का स्तर+बसों के नाम पर लूट+परिसरों का दुरूपयोग आदि से पीएम् को सीधेअवगत कराया जाना ही चाहिए |२९ जनवरी के “मन की बात”में स्कूलों की खामियों को साझा करने के लिए छात्रों के लिए यह सुनहरा अवसर है
प्रधानमंत्री अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम में २६ जून करेंगे :मन की बात:मांगे सुझाव
[नई दिल्ली] प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम में २६ जून करेंगे मन की बात मन की बात:जिसके लिए उन्होंने सुझाव मांगे हैं
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है|श्रीमोदी ने ट्वीट किया है के
“This month’s #MannKiBaat will take place on 26th June. Share your ideas on the Open Forum or call on 1800-11-7800.”
अपने इस कार्यक्रम में पीएम मोदी विकास+अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस+क्रिकेट+मौसम+खेती+विदेश नीति+पोस्ट ऑफिस आदि से जुड़े मुद्दों पर अपने मन की बात कर सकते हैं |
पीएम ने भारतीय मीडिया को पोटीजीव ख़बरों को प्राथमिकता देने का उपदेश दिया
[नई दिल्ली]पीएम ने भारतीय मीडिया को पोटीजीव ख़बरों को प्राथमिकता देने का उपदेश दियाप्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज के “मन की बात” में मीडिया को सकारात्मक सोच के साथ पॉजिटिव खबरों को प्राथमिकता देने का उपदेश दिया |
श्री मोदी ने रेडियो प्रसारण में अपने लोक प्रिय कार्यक्रम मन की बात में पूर्व राष्ट्रपति ऐ पी जे अबुल कलाम और एक श्रोता के हवाले से प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया को आग्रह किया के पॉजिटिव ख़बरें भी प्राथमिकता से दिखाए
उन्होंने कहा
रवि करके किसी सज्जन ने कहा कि कृपया अपने अधिकारियों से कहिए कि हर दिन कोई एक अच्छी घटना के बारे में पोस्ट करें
प्रत्येक न्यूज़पेपर और न्यूज़ चैनल में हर ब्रेकिंग न्यूज़ , बुरी न्यूज़ ही होती हैI क्या सवा-सौ करोड़ आबादी वाले देश में हमारे आस-पास कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है? कृपया इस हालत को बदलिए। रवि जी ने बड़ा गुस्सा व्यक्त किया है। लेकिन मैं मानता हूँ कि शायद वो मुझ पर गुस्सा नहीं कर रहे हैं, हालात पर गुस्सा कर रहे हैं। आप को याद होगा, भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम हमेशा ये बात कहते थे कि अख़बार के पहले पन्ने पर सिर्फ़ पॉजिटिव ख़बरें छापिए। वे लगातार इस बात को कहते रहते थे। कुछ दिन पहले मुझे एक अख़बार ने चिट्ठी भी लिखी थी। उन्होंने कहा था कि हमने तय किया है कि सोमवार को हम एक भी नेगेटिव ख़बर नहीं देंगे, पॉजिटिव ख़बर ही देंगे। इन दिनों मैंने देखा है, कुछ T.V. चैनल पॉजिटिव ख़बरों का समय स्पेशली तय करके दे रहे हैंI तो ये तो सही है कि इन दिनों अब माहौल बना है पॉजिटिव ख़बरों का। और हर किसी को लग रहा है कि सही ख़बरें, अच्छी ख़बरें लोगों को मिलती रहें।
पी एम ने १९ वे कार्यक्रम में कहा के एक बात सही है कि बड़े-से-बड़ा व्यक्ति भी उत्तम-से-उत्तम बात बताए, अच्छे-से-अच्छे शब्दों में बताए, बढ़िया-से-बढ़िया तरीके से बताए, उसका जितना प्रभाव होता है, उससे ज्यादा कोई अच्छी ख़बर का होता है। अच्छी ख़बर अच्छा करने की प्रेरणा का सबसे बड़ा कारण बनती है। तो ये तो सही है कि जितना हम अच्छाई को बल देंगे, तो अपने आप में बुराइयों के लिए जगह कम रहेगी। अगर दिया जलायेंगे, तो अंधेरा छंटेगा ही – छंटेगा ही – छंटेगा ही। और इसलिए आप को शायद मालूम होगा, सरकार की तरफ़ से एक वेबसाइट चलाई जा रही है ‘ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया ’. इस पर सकरात्मक ख़बरें होती हैं। और सिर्फ सरकार की नहीं, जनता की भी होती हैं और ये एक ऐसा पोर्टल है कि आप भी अपनी कोई अच्छी ख़बर है, तो उसमें आप भेज सकते हैं। आप भी उसमें कंट्रीब्यूट कर सकते हैं। अच्छा सुझाव रवि जी आपने दिया है, लेकिन कृपा करके मुझ पर गुस्सा मत कीजिए। हम सब मिल करके पॉजिटिव करने का प्रयास करें, पॉजिटिव बोलने का प्रयास करें, पॉजिटिव पहुँचाने का प्रयास करें
PM Expressed Shock And Pain Over Gujarat Violence:Mann Ki Baat
[New Delhi] PM Expressed Shock And Pain Over Gujarat Violence Nation shocked, pained at Gujarat violence.PM Narendra Modi In His Eleventh Man Ki Baat On Radio Touched Many Issues Alongwith Gujarat Violence And Expressed His Concern Over Violence
In his first reaction on the recent Gujarat violence over the quota issue, Prime Minister Narendra Modi today said the incidents, which claimed at least ten lives, had upset the entire nation.
“The recent incidents of violence in Gujarat has upset the entire nation. Whatever happens to the land of Gandhi and Sardar Patel, the nation is shocked and pained first,” he said in his radio programme ‘Mann Ki Baat’.
Appreciating the people of Gujarat, Modi said their cooperation helped in controlling the situation. “In a very short time, my Gujarati brothers and sisters controlled the situation. They played an active role and did not let the situation worsen and peace was restored in the state.
Urging people to work together for development, he said that development alone will solve all problems.
P M said “Peace, unity and brotherhood are the only correct way and we have to walk together on the path of development as only it is the solution of our problems,”
पीएम मोदी ने ग्यारहवी”मन की बात”में खतरनाक डेंगू से बचाव के लिए”स्वच्छता”की लोक शिक्षा दी
[नई दिल्ली]प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ग्यारहवी “मन की बात” खतरनाक डेंगू से बचाव के लिए स्वच्छता की लोक शिक्षा दी |
पी एम मोदी ने आज रेडियो पर अपने सन्देश में गंदे पानी के जमाव की सफाई को भी महत्व दिया| उन्होंने बताया कि पूरे देश में डेंगू की जाँच के ५१४ निशुल्क केंद्र हैं जिनका लाभ उठाना चाहिए |
पीएम ने कहा
“भाइयो-बहनो, आजकल डेंगू की खबर आती रहती है। ये बात सही है कि डेंगू खतरनाक है, लेकिन उसका बचाव बहुत आसान है। और जो मैं स्वच्छ भारत की बात कर रहा हूँ न, उससे वो सीधा-सीधा जुड़ा हुआ है।टी वी पर हम विज्ञापन देखते हैं, लेकिन हमारा ध्यान नहीं जाता है। अखबार में विज्ञापन छपती है, लेकिन हमारा ध्यान नहीं जाता है। घर में छोटी-छोटी चीज़ों में सफाई शुद्ध पानी से भी रख-रखाव करने के तरीके हैं। इन बातों में व्यापक लोक-शिक्षा हो रही है, लेकिन हमारा ध्यान नहीं जाता है और कभी-कभी लगता है कि हम तो बहुत ही अच्छे घर में रहते हैं, बहुत ही बढ़िया व्यवस्था वाले हैं और पता नहीं होता है कि हमारे ही कहीं पानी भरा हुआ है और कहीं हम डेंगू को निमंत्रण दे देते हैं। मैं आप सब से यही आग्रह करूँगा कि मौत को हमने इतना सस्ता नहीं बनने देना चाहिए। ज़िंदगी बहुत मूल्यवान है। पानी की बेध्यानी, स्वच्छता पर उदासीनता, ये मृत्यु का कारण बन जाएं, ये तो ठीक नहीं है! पूरे देश में करीब 514 केन्द्रों पर डेंगू के लिए मुफ़्त में जांच की सुविधायें उपलब्ध हैं। समय से रहते ही, जांच करवाना ही जीवन रक्षा के लिए उपयोगी है और इसमें आप सबका साथ-सहयोग बहुत आवश्यक है। और स्वच्छता को तो बहुत महत्व देना चाहिए। इन दिनों तो रक्षा-बंधन से दीवाली तक एक प्रकार से हमारे देश में उत्सव ही उत्सव होते हैं। हमारे हर उत्सव को स्वच्छता के साथ अब क्यों न जोड़ें? आप देखिये संस्कार स्वभाव बन जाएंगे।”
पीएम ने सियासतदानों को चकित करते हुए भूमि अधिग्रहण सम्बन्धी किसान हितकारी १३ कानूनों को लागू किया
[नयी दिल्ली] पीएम ने सियासतदानों को चकित करते हुए यूंपीऐ के लंबित पड़े हुए किसान हितकारी १३ कानूनों को लागू किया
प्रधान मंत्री ने आज अपनी ग्यारहवीं “मन की बात” सियासत दानों को चकित करते हुए भूमि विवाद ये यूं टर्न लिया मगर इसके साथ ही यूंपीऐ सरकार के लंबित पढ़े हुए किसान हितकारी १३ कानूनों को लागू कर दिया
रेडियो पर अपने मन की बात में पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि किसानो को भ्रमित और भयभीत करने के लिए विपक्ष द्वारा दुष्प्रचार किया जा रहा है |इसीलिए ४१ अगस्त को समाप्त होने जा रहे आर्डिनेंस को यहां समाप्त होने दिया जा रहा है लेकिन इसके साथ ही यूं पी ऐ सरकार द्वारा लंबित रखे गए किसान हितकारी १३ कानून को आज से लागू कर दिया गया है|
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने आज अध्यादेश के रास्ते से विमुख होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग और रेलवे अधिनियम सहित 13 कानूनों को शामिल करने का आदेश जारी किया ताकि उन लोगों को फायदा पहुंचाया जा सके जिनकी जमीन भूमि कानून के तहत अधिग्रहित की गई है ।
सरकार ने भूमि अधिनियम में कठिनाइयों से संबंधित उपधारा :धारा 113: के हटाने के तहत आदेश जारी किया है ताकि 13 केंद्रीय कानूनों के तहत अधिग्रहित भूमि के सभी मामलों में मुआवजा, पुनर्वास और पुनस्र्थापन के निर्धारण से संबंधित प्रावधानों को आगे बढ़ाया जाए जो 2013 के कानून में छूट गए थे।
इस उप धारा के इस्तेमाल से सरकार अब चौथी बार विवादित भूमि अध्यादेश जारी करने की जरूरत से बच गई है। मौजूदा अध्यादेश की मियाद 31 अगस्त को खत्म हो रही है।
माना जा रहा है कि अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ऐसे आदेश के पक्ष में थे, लेकिन कानून मंत्रालय ने कहा था कि 13 कानूनों को भूमि कानूने के दायरे में लाने के लिए सिर्फ अध्यादेश लाया जा सकता है।
कांग्रेस संशोधन का विरोध कर रही है और उसने आध्यादेश लाए जाने का भी कड़ा विरोध किया था।
भूमि अधिग्रहण कानून-2013 में 13 कानूनों को इसके दायरे से अलग कर दिया गया था, हालांकि इसके साथ एक शर्त थी कि इनको एक साल के भीतर इस कानून के दायरे में लाया जाएगा।
PM Of India Narendra Modi’s “Mann- Ki- Baat” On 30th August
[New Delhi]Prime Minister Of India Narendra Modii’s Mann Ki Baat On 30th August .PM Modi Has Invited Ideas/Suggestions For His Upcoming Radio Programme “Mann- Ki- Baat”
PM Has Tweeted
Am sure you have a lot of ideas & suggestions for the upcoming ‘Mann Ki Baat’ programme on 30th. Share them here. https://mygov.in/group-issue/give-your-inputs-prime-ministers-mann-ki-baat-30th-august-2015/
PM Is Likely To Share His Achievements During Recent Visit In UAE + NSA Meet With Pakistan And Onion Price Rise Also
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