[मेरठ]इनर व्हील क्लब मेरठ मेन की सभा में पर्यावरण जागरूकता के लिए वार्ता हुई|श्रीमति मधु वत्स ने घरों से निकलने वाले रोजमर्रा के कचरे के इस्तेमाल की महत्वपूर्ण विधियाँ बताई |इस अवसर पर पर्यावरण से सम्बंधित तम्बोला भी खिलाया गया| इस गेम की प्रत्येक लाइन में पौधा रोपण का संकल्प दिलाया गया |
बॉम्बे बाज़ार स्थित चैंबर में आयोजित इस सभा की अध्यक्षता श्रीमती अनुराधा अग्रवाल ने की | सचिव श्री मति कीर्ति गुप्ता ने सञ्चालन किया |
डिस्ट्रिक्ट चेयर मैन श्री मति सरोज विनायक +नीता खन्ना+राखी अग्रावल+अंजू वर्मा अदि उपस्थित थी|
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इनर व्हील क्लब में ,घरों से निकलने वाले ,रोजमर्रा के कचरे के इस्तेमाल की महत्वपूर्ण विधियाँ बताई गई
भूजल संरक्षण के लिए रैली निकाली
[मेरठ] भूजल को सहेजने और रिचार्ज करने के लिए जागृति फ़ैलाने के उद्देश्य से आज मेरठ में एक रैली निकाली गई|एन ऐ एस इंटर कालेज में आयोजित इस रैली में जिला विकास अधिकारी ने रैली के समापन पर शामिल छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि आज की परिस्थतिया इशारा कर रही हैं कि अब समय आ गया हैं कि जहाॅं भूमि के जल को सहेज कर रखने की जरूरत हैं वही उसको रिचार्ज करने की भी।
इस अवसर पर जिला विज्ञान क्लब ने जल पर आधारित प्रदर्शनी+वर्षा मापने के तरिके+हाइड्रोपोनिक्स के पौधो की प्रदर्शनी का आयोजन भी किया|
कार्यक्रम का संचलन समन्वयक जिला विज्ञान क्लब,मेरठ दीपक शर्मा ने किया।
रैली में जिले के माध्यमिक विद्यालय,बेसिक शिक्षा के स्कूल,सभी विभाग के कर्मचारी व उनके अधिकारी भी शामिल हुए।
इस अवसर पर जिला विद्यालय निरिक्षक शिवकुमार ओझा+जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जिवेन्द्र सिंह ऐरी+जी.आई.सी के प्रधानाचार्य , एन.ए.एस.इ.का. से आभा शर्मा +मुकेश कुमार+ राजीव त्यागी+मतीन अंसारी+माला+राजकुमार शर्मा+राजेश मोहन शर्मा+अजित चैधरी+हरपाल सिंह यादव+चरन सिंह आदि उपस्थित रहे
होली के उपदेश के अनुरूप आपसी प्रेम और भाई चारे के सन्देश को फैलाएं :डा. लक्ष्मी कान्त वाजपई
हे प्रभु मुझे राम के रंग से रंग दो : अंतःकरण में शान्ति एवं प्रेम का साम्राज्य स्थापित करो
[मेरठ] कंकरखेडा, में स्वामी सत्यानन्द जी महाराज द्वारा रचित अमृतवाणी सत्संग के सुअवसर पर पूज्य श्री भगत नीरज मणि ऋषि जी ने प्रवचन में प्रभु के सच्चे गाढे रंग में रंगे जाने की कामना की है| :
रंगन वाले देर क्या है, मेरा चोला रंग दे
राम रंग दे प्रेम रंग रंग दे ॥
उन्होंने प्रभु से प्रार्थना की कि हे दीनदयाल मेरा चित्त जो जगत के भोगों की दलदल में रंग हुआ है उसे अपने रंग में रंग दो। अभी तक मैंने जितनी बार भी रंगा सारे के सारे रंग झूठे एवं फीके थे हे प्रभु तू इसे अपने प्रेम के गूढे रंग में रंग दे। इसे राम रंग से रंग दे जिससे मेरा अंतःकरण में शान्ति एवं प्रेम का साम्राज्य स्थापित हो जाये।
पूज्य श्री भगत नीरज मणि ऋषि जी,
प्रस्तुति रकेः खुराना
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