[फैजाबाद]। राष्ट्रीय लोकदल[रालोद] के प्रदेश अध्यक्ष +पूर्व सिंचाई मंत्री मुन्ना सिंह चौहान सहित पांच लोगों के विरुद्ध तीन साल पुराने मामले में गैर जमानती वारंट जारी किये गए हैं |
जिसे श्री चौहान ने फर्जी रिपोर्ट पर उत्पीडन की कार्यवाही बताया है| सेकंड न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मुन्ना सिंह चौहान और पूर्व जिला पंचायत सदस्य विश्वेशनाथ मिश्र उर्फ सुड्डू समेत पांच लोगों के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किये हैं|
पांचों आरोपियों के हाजिरी माफी प्रार्थनापत्र को निरस्त करके किया है।
रालोद नेता से इस बाबत पूछने पर उन्होंने बताया कि एक दलित [पासी] परिवार को न्याय दिलाने के लिए 19 जुलाई 2010 को पार्टी के लगभग डेढ़ सौ समर्पित समर्थकों के साथ पूराकलंदर थाने का केवल घेराव किया था थाने का दोषी प्रभारी स्थान्तरित भी हो गया लेकिन जाते जाते वोह अपनी रिपोर्ट में पूराकलंदर थाने के सामने इलाहाबाद-फैजाबाद राजमार्ग जाम करने का आरोप भी मढ़ गया | श्री चौहान के अनुसार एक तरफ तो प्रदेश सरकार बसपा की मायावती की सरकार में दर्ज़ फर्जी ऍफ़ आई आर को निरस्त करने का दावा कर रही है और दूसरी तरफ फर्जी ऍफ़ आई आर के आधार पर उनका औत्पिदन किया जा रहा है|उन्होंने न्यायिक प्रणाली में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि अगली तारीख पर अदालत जाकर न्यायाधीश महोदय को स्थिति से अवगत कराएँगे|
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रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान के खिलाफ तीन साल पुरानी ऍफ़ आई आर पर गैर जमानती वारंट जारी
देवेन्द्र नागपाल का रालोद से टिकट कट गया है इसीलिए दूसरी पार्टी से पींगे बढ़ा रहे हैं
रालोद प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने फोन पर बताया कि देवेन्द्र नागपाल ने बीते चार सालों में अपने छेत्र में विकास का कोई कार्य नहीं किया है||पार्टी कार्यक्रमों में शामिल नहीं होते|यहांतक कि जिला संगठन से दूर रहते हैं |इसीलिए अब पार्टी के केन्द्रीय न्रेतत्व ने देवेन्द्र नागपाल का टिकट काटने का फैंसला कर लिया है|शायस इसीलिए अब नागपाल के पास किसी भी दूसरी पार्टी की शरण में जाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है|
गौरतलब है कि अमरोहा से २००९ में १५ वी संसद के लिए रालोद के टिकट पर चुनाव जीते देवेन्द्र नागपाल ने आज कल रालोद के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं| उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाया कि पार्टी अपने उद्देश्य और सिधान्तों से भटक चुकी है| उन्होंने जाटों के समर्थन के लिए समाजवादी पार्टी से मदद लेने की कवायद तेज़ कर दी है|और ऐसा ही भरोसा वोह आज कल मदद मांगने वाले जाटों को भी दिला रहे हैं|गौर तलब है कि जाट रालोद के मुखिया अजित सिंह का पारंपरिक वोट बैंक है और अब उसमे सेंध लगाने की तैयारी हो रही है| पार्टी विरोधी इसी गतिविधि पर प्रदेश अध्यक्ष ने अपनीप्रतिक्रिया दी है|
बताते चलें कि पूर्व निर्दलीय सांसद हरीश नागपाल के भाई.है देवेन्द्र नागपाल|सोबर्स क्लब और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रहे है | शराब व्यवसाई देवेन्द्र नागपाल अपने पिता स्वर्गीय श्री रामदास नागपाल के आदर्शों के अनुरूप गरीब परिवारों की बेटियों, उनकी चिकित्सा उपचार शिक्षा आदि की शादी के लिए सहायता प्रदानकरने के कारण प्रसिद्ध है |
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