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आतंकवादियों के पर्दाफाश को एनआईए की सराहना, इलेक्ट्रॉनिक्स संचार निति को श्रेय

[नयी दिल्ली] आतंकवादियों के पर्दाफाश को एनआईए की सराहना, इलेक्ट्रॉनिक्स संचार निति को श्रेय
भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आईएसआईएस से प्रभावित एक आतंकवादी समूह का पर्दाफाश करने के लिए बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की सराहना की और कहा कि इलेक्ट्रॉनिक संचार की जांच के बिना यह संभव नहीं होता।
जैटली ने ट्वीट किया, ‘‘खतरनाक आतंकवादी मॉड्यूल का पर्दाफाश करने के लिए शाबाश एनआईए। क्या एनआईए द्वारा आतंकवादी मॉड्यूल का पर्दाफाश करने की यह कार्रवाई इलेक्ट्रॉनिक संचार की जांच के बिना संभव है?’’
एनआईए ने बुधवार को आईएस के एक मॉड्यूल का हिस्सा होने के संदेह में उत्तर प्रदेश और दिल्ली के 17 स्थानों पर छापेमारी कर 10 लोगों को गिरफ्तार किया था।
अन्य विपक्षी पार्टियों समेत कांग्रेस ने जांच एजेंसियों को किसी भी कंप्यूटर के डाटा की जांच का अधिकार देने संबंधी आदेश के जरिये ‘‘नागरिकों की जासूसी’’ करने के लिए सरकार पर निशाना साधा था।
जेटली ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘क्या संप्रग सरकार के दौरान सबसे ज्यादा इंटरसेप्ट किये गये थे। निश्चित रूप से जॉर्ज ऑरवेल का जन्म मई 2014 में नहीं हुआ था।’’
वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के सरकार पर किये गये हमले पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। चिदंबरम ने कहा था, ‘‘यदि कोई आपके कंप्यूटर की जांच करने जा रहा है तो यह ऑरवेलियन स्टेट है। जॉर्ज ऑरवेल आसपास हैं। यह निंदनीय है।’’

जाली मुद्रा पकड़ने के लिए भारत अब बांग्लादेश पुलिस को प्रशिक्षित करेगा

[नयी दिल्ली]जाली भारतीय मुद्रा पकड़ने के लिए भारत अब बांग्लादेश के २०० पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित करेगा
यह प्रशिक्षण एनआईए द्वारा दिया जाएगा|देश में किसी भी एक समय पर 4,000 करोड़ रु मूल्य की जाली मुद्रा चल रही होती है
आतंकवादी घटनाओं की जांच करने वाली एजेंसी एनआईए जाली भारतीय करेंसी नोटों [एफआईसीएन] को पकड़ने के लिए बांग्लादेश के करीब 200 पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण देगी। भारत में करीब 80 % जाली नोट इस पड़ोसी देश के रास्ते भारत आते हैं।
एनआईए, भारतीय रिजर्व बैंक तथा आर्थिक मामलों के विभाग और गृह मंत्रालय के साथ सहयोग से बांग्लादेश के अधिकारियों को प्रशिक्षण देगी। इसमें खुफिया जानकारी को तत्काल आधार पर साझा करना भी शामिल है।
भारतीय बाजार में प्रचलन में जारी नोटों के बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं होने की वजह से एनआईए ने 2012-13 में कोलकाता के संस्थान को इसके बारे में अध्ययन को कहा था।
इस अध्ययन के अनुसार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और देश के बाहर से यहां परिचालन कर रहे अंडरवर्ल्ड गैंग ने यहां करीब 70,000 करोड़ रपये की जाली मुद्रा झोंकी हुई है। इसमें से सिर्फ एक-तिहाई को ही विधि प्रवर्तन एजेंसियों ने पकड़ा है।
अध्ययन में कहा गया था कि किसी भी समय पर 4,000 करोड़ रु मूल्य की जाली मुद्रा चल रही होती है। एनआईए सूत्रों ने कहा कि बांग्लादेश द्वारा सहयोग बढ़ाने के बाद इसमें कमी आई है।
फाइल सिंबॉलिक फोटो

तंजील की विधवा”फरजाना खातून”ऐआईआईएमएस में जिंदगी की जंग हार गई

[नई दिल्ली]ऍन आई ऐ अधिकारी तंजील अहमद की विधवा “फरजाना खातून “अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गई|तंजील अहमद के साथ ही फरजाना खातून को भी ३ अप्रैल को अज्ञात हमलावरों द्वारा गोलिया मारी गई थी |तंजील की तत्काल मृत्यु हो गई जबकि फरजाना को गम्भीर रूप से जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराय गया था| फरजान ने लगातार दस दिन तक मृत्यु से जंग लड़ी लेकिन डॉक्टर्स फरजाना को बचाने में नाकाम रहे |नतीजतन फरजाना ने आज सुबह ऐआईआईएमएस में स्वादस बजे दम तोड़ दिया
ऍन आई ऐ इंस्पेक्टर तंजील अहमद पठानकोट आतंकवादी हमले की जाँच कर रहे थे |एक शादी से लौटते समय अज्ञात हमलावरों ने उन्हें गोलियों से भून डाला |फरजाना भी गोलियों का शिकार हुई थी|फरजाना को आज शाम जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्दे ख़ाक किया जाएगा

नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को सौंपे गए 88 मामलों में से केवल 29 लोगों पर ही सिद्ध हुआ दोष

[नई दिल्ली]नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी [एनआईए]को सौंपे गए 88 मामलों में से 29 लोगों पर दोषसिद्ध हुआ जबकि दो केसों को बंद करने के लिए फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई है|
नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी को कुल मिलाकर छानबीन और मुकदमा चलाने के लिए इसकी स्‍थापना से अब तक कुल मिलाकर 88 मामले सौंपे गए है। इनमें से 62 मामलों में छानबीन पूरी कर ली गई है और 60 मामलों में आरोप-पत्र दायर कर दिये गये हैं।
शेष दो मामलों में बंद करने की रिपोर्ट लगा दी गई है।
12 मामलों में मुकदमा चलाने की कार्यवाही पूरी हो गई है और
विशेष अदालतों में फैसला सुना दिए गए हैं।
ये फैसले एनआईए अधिनियम-2008 के अंतर्गत सुनाए गए है।
इनमें से दस मामलों में 29 लोगों पर दोषसिद्ध हो चुका है और दो मामलों में अभियुक्‍त बरी हो गए हैं। बाकी 26 मामलों में छानबीन चल रही है।
यह जानकारी आज गृह मामलों के राज्‍य मंत्री श्री हरिभाई प्रार्थीभाई चौधरी ने लोकसभा में श्री सी एस पुत्‍ता राजू के एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में दी।