Ad

Tag: Optimism

ख़ुशी बेच ,उम्मीदों की सीढ़ियां बढ़ा,पूरी कर ख्वाहिशें,जिंदगी सुकून से गुजरती जाएगी

नफरतों की आँधियाँ यूं हीं बहा करती नही ,तन्हाईयों से खेलने का शगुल भी जिम्मेदार है
अरे पगले दुनिया पर ज़रा नजरें डाल कर तो देख,जवानी हर उम्र की अंगड़ाईयाँ ले रही है
खौफ,इन्तेजार,बोझिल शब्दों को डाल समुद्र में खुशियां बुनने को एक छोटी सी डोरी तूँ बना
कोशिश ईमानदार हो,नतीजे गर असरदार हों ,जमाना खुद ही हो जाएगा तुझ पर मेहरबान
जिंदगानी को खुशग़वारी का बस झोँका तो दिखा ,रूह में बसी खुशबू ये बोलेगी खुदबखुद
ख़ुशी बेच ,उम्मीदों की सीढ़ियां बढ़ा,ख्वाहिशें पूरी कर ,जिंदगी सुकून से गुजरती जाएगी