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Tag: Parliamentarian Jayant Choudhry

रालोद के युवा सांसद जयन्त चौधरी ने उत्तर प्रदेश में दशकों से चली आ रही [तीन नई] तहसीलों की मांग फिर उठाई

रालोद के युवा सांसद जयन्त चौधरी ने उत्तर प्रदेश में तीन नई तहसीलों की मांग की| स्थानीय लोग दशकों से इनके लिए मांग करते आ रहे हैं इनके लिए एक पार्टी और एक ही परिवार से आये दो दो मुख्य मंत्रियों द्वारा स्वीकृति भी दी जा चुकी हैंइसके उपरान्त भी अभी तक स्थानीय निवासियों को न्याय नहीं मिल पाया है जबकि ये क्षेत्र तहसील बनने के सभी मानकों को पूरा करते हैं|
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव एवं लोकसभा युवा सांसद जयन्त चौधरी ने उत्तर प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर प्रदेश में मथुरा जनपद में[१] गोवर्धन, आगरा जनपद में [२]अकोला तथा गाजियाबाद जनपद में [३]लोनी को तहसील का दर्जा दिलाने की मांग की है।
प्रदेश में इन तहसीलों के सृजन की मांग काफी पुरानी है तथा स्थानीय लोग वर्षों से संघर्षरत हैं। ये क्षेत्र तहसील बनने के सभी मानकों को पूरा करते हैं। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह यादव[वर्त्तमान सी एम् के पिता] ने सन 2006 में गोवर्धन को तहसील बनाने का वादा किया था। मथुरा प्रशासन द्वारा 2012 में गोवर्धन को तहसील बनाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इसी प्रकार अकोला को तहसील बनाने के लिए भी डेढ़ दशक से संघर्ष चल रहा है। राजस्व परिषद में प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद भी राज्य सरकार ने अकोला का प्रस्ताव खारिज कर दिया। लोनी को तहसील बनाने की मांग भी काफी समय से हो रही है। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 3 जून 2013 को गाजियाबाद दौरे के दौरान लोनी को तहसील बनाने की घोषणा कर चुके हैं।
जयंत चौधरी ने कहा कि स्थानीय लोग इस मांग को लेकर आन्दोलनरत हैं।
इन तहसीलों का सृजन न होने से स्थानीय लोगों को न्यायालय संबंधी मामलों के लिए लम्बी दूरी तय करनी पड़ती है। इन तहसीलों के बनने से लोगों को कृषि एवं अन्य भूलेख पत्रावलियां मिलने में सुलभता होगी।

रालोद ने गन्ना किसानो के बकाये के भुगतान के लिए एक दिसंबर से चक्का जाम करने की चेतावनी दी

गन्ना किसानो के बकाये के भुगतान के लिए राष्ट्रीय लोकदल [रालोद]ने एक दिसंबर से गन्ना प्रधान जिलों में चक्का जाम करने की चेतावनी दी है
राष्ट्रीय लोकदल महासचिव एवं लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने एक बयान में कहा है कि राज्य सरकार जल्द से जल्द गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करे। यदि ऐसा नहीं होता है तो रालोद 1 दिसम्बर को राज्य के गन्ना प्रधान जिलों में चक्का जाम करेगा। उन्होंने किसानों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस आन्दोलन शामिल होने का आवाहन किया है। उन्होंने कहा है कि आम लोगों, व्यापारियों तथा विद्यार्थियों को परेशानी न हो इसलिए यह आन्दोलन दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक होगा तथा आपातकालीन सेवाओं तथा रेल यातायात में बाधा नहीं पहुंचाई जाएगी।
श्री जयन्त ने राज्य सरकार से मांग की है कि प्रदेश में चीनी मिलें समय पर चालू हों जिससे गन्ना किसानों को समय से गन्ने का मूल्य मिल सके और वे गेहूं की बुवाई शुरू कर सकें। इसके अलावा उन्होंने राज्य सरकार से उत्तर प्रदेश उच्च न्यायालय के ब्याज सहित बकाया भुगतान के आदेश का पालन करने की भी मांग की है।
रालोद राष्ट्रीय महासचिव ने कहा है कि प्रदेश की 90 चीनी मिलों में से 66 चीनी मिलों ने राज्य सरकार को लिखकर दिया है कि वे किसानों का बकाया भुगतान करने में असमर्थ हैं तथा सरकारी मिलें भी सुचारू रूप से नहीं चल रही हैं। अतः राज्य सरकार को इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द करने की भी मांग की है। गन्ना शोध संस्थान, शाहजहांपुर की रिपोर्ट के अनुसार इस बार गन्ने की फसल लागत में 23 रुपए प्रति क्विंटल की बढोत्तरी हुई है। अतः सांसद जयन्त चौधरी ने राज्य सरकार से गन्ना किसानों को लाभकारी मूल्य देने की मांग करते हुए बताया की
उन्होंने बताया कि हरियाणा और पंजाब में गन्ने का मूल्य क्रमशः 301 और 300 रुपए प्रति क्विंटल है। युवा सांसद ने केन्द्र सरकार से चीनी के आयात पर रोक लगाने तथा एथेनाॅल के उत्पादन में 5 से 10 % गन्ने के उपयोग की मांग की है।
रालोद ने २४ नवम्बर को मेरठ आगमन पर मुख्य मंत्री का विरोध करते हुए गिरफ्तारी दी थी इसके अलावा 21 नवम्बर को गन्ना किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए लखनऊ में गन्ना आयुक्त का घेराव किया था। इससे पहले रालोद ने 19 नवम्बर 2009 को जन्तर मन्तर पर आन्दोलन करके गन्ना नियंत्रण संशोधन आदेश, 2009 का विरोध किया था। इस आदेश के तहत केन्द्र सरकार एसएपी और एफआरपी के अन्तर का भुगतान राज्य सरकार पर डालना चाहती थी जबकि पहले इस अंतर का भुगतान सरकारी और निजी सुगर मिलों द्वारा किया जाता था।

रालोद सुप्रीमो अजित सिंह ने अपने वोट बैंक को पहले डांटा तो अब महासचिव जयंत ने सहानुभूति का मलहम लगाया

राष्ट्रीय लोक दल [रालोद]सुप्रीमो अजित सिंह की डांट के बाद उनके पुत्र राष्ट्रीय महासचिव सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ और मुजफ्फरनगर जिले के हिंसा प्रभावित गांवों का दौरा किया और पीड़ितों के जख्मो पर सहानुभूति का मलहम लगा कर अपने वोट बैंक को बिखरने से बचाने का प्रयास किया | चौधरी चरण सिंह की राजनीतिक विरासत के तीसरे युवा नेता ने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की |
लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ तथा मुजफ्फरनगर जनपद के हिंसा प्रभावित गांवों का१४ अक्टूबर को दौरा किया। उन्होंने मेरठ जनपद के राधना तथा मुजफ्फरनगर जनपद के सोरम और सिसौली गांवों का दौरा कर दंगा पीडि़तों के परिवारीजनों से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं तथा उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वसन दिया सांसद जयन्त चौधरी सबसे
[१]पहले सोरम में विपिन के परिवारीजनों से मिले। विपिन की मौत 07 सितम्बर को पुर बलियान गांव में हिंसा के दौरान हुई थी। सांसद जयन्त चौधरी ने मृतक के परिवाजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में रालोद पीडि़तों के साथ है।
[२] उसके बाद वह सिसौली पहुंचे और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष एवं बालियान खाप के मुखिया नरेश टिकैट के साथ बैठक कर क्षेत्र के हालात पर चर्चा की। बैठक में पूर्व विधायक राजपाल बालियान, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व विधायक प्रदीप बालियान तथा अन्य बुजुर्ग लोग उपस्थित थे।
बाद में वह मेरठ जनपद के
[३] राधना गांव में पहुंचे और हिंसा में जख्मी लोगों का हाल जाना। खेड़ा गांव में पंचायत के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में इस गांव के कई लोग जख्मी हुए थे।
युवा सांसद ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। हिंसा में किसानों के ट्रैक्टरों तथा नलकूपों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की है। रालोद महासचिव ने लोगों से शान्ति व सौहार्द बनाने की अपील की।

रालोद के युवा सांसद जयन्त चौधरी ने शामली जनपद के हिंसा प्रभावित गांवों का दौरा किया और निर्दोष लोगों को बचाने का आश्वासन दिया

रालोद के युवा सांसद जयन्त चौधरी ने शामली जनपद के हिंसा प्रभावित गांवों का दौरा किया और निर्दोष लोगों को बचाने का आश्वासन दिया|
राष्ट्रीय लोकदल महासचिव +लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने शामली जनपद के हिंसा प्रभावित लिसाड़+ लाख+ बाहबड़ी+ सिम्हालका + नाला गांवों का दौरा किया उन्होंने पीड़ितों के दुःख को साँझा किया और ढाढस बंधाया
सांसद जयन्त चौधरी ने हिंसा पर दुख जताते हुए कहा है कि रालोद इस संकट की घड़ी में दंगा पीडि़तों के साथ है। उन्होंने कहा कि बहुत से लोगों ने उनसे शिकायत की है कि दंगों में निर्दोष लोगों को फंसाया गया है। युवा सांसद ने प्रशासन की इस कार्रवाई की निन्दा की है। उन्होंने कहा है निर्दोष लोगों को बचाने के लिए रालोद कार्यकर्ता आगे आएंगे तथा इस मामले की निष्पक्ष जांच और लोगों को न्याय दिलाने के लिए सीबीआई जांच की आवश्यकता है।
नाला गांव में रालोद महासचिव दोनों समुदाय के लोगों से मिले तथा उनके बीच हुए शान्ति व सुलह के समझौते की सराहना की। उन्होंने कहा कि गांव से पलायन कर चुके लोगों को वापस लाने के लिए स्थानीय लोगों की पहल प्रशंसनीय है। उन्होंने गांव में शान्ति व सौहार्द स्थापित करके आपसी भाईचारे का संदेश दिया है।

उत्तरप्रदेश में जाट+मुस्लिम एकता की विरासत को बचाने के लिए रालोद दो अक्टूबर को शान्ति+सौहार्द स्थापित करने का संकल्प लेगा

उत्तर प्रदेश में जाट मुस्लिम एकता की विरासत को बचाने के लिए राष्ट्रीय लोक दल[रालोद ]दो अक्टूबर को प्रदेश में शान्ति व सौहार्द स्थापित करने का संकल्प लेगा|
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह के निर्देश पर रालोद के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता 02 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में महात्मा गांधी तथा लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा स्थल पर प्रार्थना सभा का आयोजन करेंगे और श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे | प्रदेश में शान्ति व सौहार्द स्थापित करने एवं गांधी जी, शास्त्री जी और चौ. चरण सिंह जी के आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया जाएगा।
रालोद महासचिव एवं लोकसभा के युवा सांसद जयन्त चौधरी ने प्रदेश में अराजकता पर चिंता व्यक्त करते हुए स्थिति को सामान्य बनाने में सकारात्मक भूमिका अदा करने के लिए पार्टी को निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी और पक्षपातपूर्ण रवैये के कारण प्रदेश की जनता का विश्वास उठ चुका है। आज दंगा पीडि़त दोनों समुदाय के लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। रालोद महासचिव ने मांग की है कि दंगों में निर्दोषों को न फंसाया जाए और पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई द्वारा कराई जाये

रालोद ने मुजफ्फरनगर हिंसा के दौरान विशेष ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस अधिकारियों को हटाये जाने की सीबीआई जांच की मांग की

रालोद ने मुजफ्फरनगर हिंसा के दौरान विशेष ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस अधिकारियों को हटाये जाने की सीबीआई जांच की मांग की
राष्ट्रीय लोकदल [रालोद]महासचिव + लोकसभा में मथुरा से युवा सांसद जयन्त चौधरी ने हाल ही में मुजफ्फरनगर हिंसा के दौरान विशेष ड्यूटी पर लगाए गए पुलिस अधिकारियों के छुट्टी पर जाने के घटनाक्रम को अनुचित बताते हुए राज्य सरकार की निन्दा की है।
[१] उन्होंने कहा है कि मुजफ्फरनगर में विशेष ड्यूटी पर लगाए गए एडीजी (कानून-व्यवस्था) अरुण कुमार को छुट्टी पर भेज दिया गया तथा बाद में उन्हें उनके पद से हटा दिया गया। [२]उसके बाद दंगों की जांच के लिए गठित किए गए विशेष जांच प्रकोष्ठ के मुखिया पुलिस अधीक्षक केएन मिश्रा को प्रकोष्ठ के गठन के 24 घंटे के अन्दर ही हटाकर दूसरे पुलिस अधिकारी को इसकी कमान सौंप दी गई और
[३] अब मुजफ्फरगनर के एसएसपी प्रवीण कुमार का छुट्टी पर जाना, राज्य सरकार के ऊपर सवालिया निशान लगाता है।
युवा सांसद ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम से प्रतीत हो रहा है कि मुजफ्फरनगर हिंसा पर राज्य सरकार की नीयत साफ नहीं है और न ही वह गंभीर है। युवा सांसद ने कहा है कि प्रदेश में जल्दी-जल्दी प्रशासनिक फेरबदल अव्यवस्था तथा बदहाली को दर्शाता है। इससे ईमानदार प्रशासनिक अधिकारियों का मनोबल टूटता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हालात ठीक नहीं है और ऊपर से पुलिस के उच्चाधिकारियों को छुट्टी पर भेजा जा रहा है जो अनुचित है। इससे साबित होता है कि प्रशासन राज्य सरकार के दबाव में है और इस तरह से इस मामले की निष्पक्ष जांच असंभव है। इसलिए इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा होनी चाहिए।
सांसद जयन्त चौधरी ने मांग की है कि इस मामले में किसी भी निर्दोष को न फंसाया जाए और प्रशासन निष्पक्ष होकर कार्य करे। रालोद महासचिव ने लोगों से शान्ति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि लोग क्षेत्र में परम्परागत सौहार्द तथा शांति को बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

रालोद सांसद जयन्त चौधरी ने हिंसाग्रस्त मुजफ्फरनगर में तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में दोबारा सफलता हासिल की

सांसद जयन्त चौधरी ने मुजफ्फर नगर में तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में दोबारा सफलता हासिल की सांसद जयन्त चौधरी ने यूं पी के दंगों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए न्याय न मिलने तक लड़ने का संकल्प दोहराया| गौरतलब है कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह को मुजफ्फर नगर में गिरफ्तार करके लौटाया जा चुका है|| मुख्य मंत्री और प्रधान मंत्री के दौरों का एलान हो चूका है ऐसे में स्थानीय नेता की अपने ही छेत्र में अनुपस्थिति से रालोद की प्रतिष्ठा पर स्वाभाविक प्रश्न लग रहा था| जिसके उत्तर में स्थानीय नेता का अपने लोगों से मिलना जरुरी था|
उत्तर प्रदेश प्रशासन के साथ लुका छुप्पी के खेल में राष्ट्रीय लोकदल महासचिव +लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी आज दूसरी बार प्रशासन को धत्ता बताते हुए चुपके से मुजफ्फरनगर पहुंचे और तीन पीढ़ियों से चले आ रहे अपने वोट बैंक के साथ मिलने में सफलता हासिल की | उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार वालों से बातचीत कर अपनी संवेदना व्यक्त की और लोगों से आग्रह किया कि वे मिलजुलकर रहें क्योंकि यही इस क्षेत्र की परंपरा रही है।
दंगों की सीबीआई जांच की मांग करते हुए जयन्त चौधरी ने राज्य सरकार से न्याय न मिलने तक लड़ने तथा अयोग्य, भ्रष्ट और निर्दयी सपा सरकार को राज्य की सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि 7 सितम्बर तथा उसके बाद की घटनाओं में प्रशासन की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
जयन्त चौधरी ने तड़के सुबह 5 बजे बिना किसी पार्टी पदाधिकारी को सूचित किए तथा बिना सुरक्षा के राज्य में प्रवेश किया तथा मुजफ्फरनगर में तीन गांवों रहमतपुर, बसेड़ा और बोखलहेड़ी का दौरा किया। वह सबसे पहले बसेड़ा गांव पहुंचे और बृजपाल सिंह राणा के परिवारीजनों से मिले एवं अपनी संवेदना व्यक्त की। बृजपाल सिंह महापंचायत से लौटते समय 7 सितम्बर 2013 को मारे गए थे। उनकी चार लड़कियां तथा एक लड़का है, तीन लड़कियों की शादी हो चुकी है तथा लड़का 12वीं में पढ़ रहा है। उसके बाद वह रहमतपुर पहुंचे और अजय के परिवारीजनों से मिले। अजय की 7 सितम्बर 2013 को जॉली गांव में हिंसा के दौरान मौत हुई थी।
उसके बाद जयन्त चौधरी बोखलहेड़ी गांव पहुंचे तथा मृतक सोहनवीर और शौकत के परिवारीजनों से मिले। बाद में मुजफ्फरनगर में पार्टी के सांसद संजय सिंह चौहान के निवास पर जयन्त चौधरी ने दोनों समुदायों के बुजुर्ग लोगों के साथ बैठक कर पार्टी अध्यक्ष चौ. अजित सिंह का संदेश सुनाया जिसमें उन्होंने कहा, “मैं तीन पीढ़ियों के इस रिश्ते को नफरत के माहौल से टूटने नहीं दूंगा।” बैठक में दोनों समुदाय के लोगों में शाही इमाम मौलाना जाकिर, मौलाना फुरकान, मौलाना जमालुद्दीन, कारी जकी, मौलाना जैलुद्दीन, कृष्णपाल राठी, सुधीर भारती, ठा. अरुण सिंह तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
रालोद राष्ट्रीय महा सचिव जयन्त चौधरी ने कहा, “मैंने दूसरी बार प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया है। मैंने दोनों समुदायों के नेताओं तथा परिवारों से मुलाकात की है। लोग प्रशासन से दुखी तथा नाराज हैं। उत्तर प्रदेश सरकार लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। मैं सीबीआई जांच तथा जान-माल की हानि का उचित मुआवजा देने की मांग करता हूं।”
जयन्त ने शांति तथा सुलह के लिए अपने-अपने समुदायों को मजबूत संदेश देने के लिए गांव के बुजुर्गों की भूमिका पर जोर दिया। जयन्त चौधरी ने पार्टी के लोगों को शांति बहाल करने तथा सक्रिय रूप से गांवों का दौरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “जो लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, मैं उनसे शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं तथा जो लोग अपने घर छोड़कर चले गए हैं, मैं उनको वापस लाने के लिए उनके गांवों में अनुकूल माहौल तैयार करने का कार्य करूंगा।”
रालोद ने दावा किया है कि उनके नेता का यह साधारण दौरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे से अलग है जिन्होंने 27 अगस्त 2013 को कवाल में पहली घटना के बाद लगभग 20 दिन बाद प्रभावित जिले का दौरा किया है। मुजफ्फरनगर तथा शामली में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के बजाए प्रशासन मुख्यमंत्री के इस दौरे की सुरक्षा व्यवस्था में पूरा जोर दे रहा है।
दूसरी बार जयन्त क्षेत्र में घुसने में कामयाब रहे। इससे पहले 13 सितम्बर 2013 को उत्तर प्रदेश पुलिस के रोकने से पहले ही उन्होंने मेरठ जनपद के तीन गांवों मोर खुर्द, मोहम्मदपुर शिखस्त तथा निलोखा का दौरा किया था। गाजियाबाद में प्रवेश करने के प्रयास में सांसद जयन्त चौधरी को 9 सितम्बर 2013 को गिरफ्तार किया गया था। रालोद अध्यक्ष तथा केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह को 9 सितम्बर 2013 को उत्तर प्रदेश में नहीं जाने दिया उसके बावजूद भी 12 सितम्बर को उन्हें गिरफ्तार करके छोड़ा गया था|

रालोद के राष्ट्रीय युवा महासचिव जयन्त चौधरी ने प्रशासन को चकमा देकर हिंसा प्रभावित छेत्रों में प्रवेश किया और पीड़ित हिन्दू,मुस्लिम परिवारों को धाडस बंधाया

राष्ट्रीय लोकदल [रालोद]के राष्ट्रीय युवा महासचिव जयन्त चौधरी ने आज प्रशासन को चकमा देकर हिंसा प्रभावित छेत्रों में प्रवेश किया और पीड़ित परिवारों को धाडस बंधाया| रालोद के महासचिव जयन्त चौधरीमुजफ्फरनगर+ मेरठ, बागपत तथा शामली जनपद में शान्ति बहाली के उद्देश्य से गए थे। उन्होंने मेरठ जनपद के तीन गांवों में हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारीजनों से बातचीत की तथा शोक व्यक्त किया। उत्तर प्रदेश प्रशासन को चकमा देकर श्री जयन्त चौधरी तड़के सुबह 6 बजे बिना सुरक्षा तथा बिना किसी को बताए अपने एक वाहन से अकेले मेरठ में प्रवेश किया।RLD General Secretary and MP Jayant Chaudhary in Nilokha, District Meerut, meeting Salim,72, whose grandson, Sahid (32), was killed on September 8 in the village as Sahid's mother looks on
जयन्त पहले मोर खुर्द गांव पहुंचे और वैभव और छोटू से मिले जिनके पिता विरेन्द्र सिंह 7 सितम्बर को मारे गए थे।
उसके बाद वह मोहम्मदपुर शिखस्त गांव गए और हिमांशु (8) तथा चिराग (10) से मिले और शोक व्यक्त किया। इन मासूम बच्चों ने अपने पिता योगिन्दर सिंह को 7 सितम्बर को महापंचायत से लौटते समय खो दिया था।
उसके बाद वह निलोखा गांव की ओर चले तथा 72 वर्षीय सलीम से मिले जिनका 32 वर्षीय पोता साहिद 8 सितम्बर को गांव में मारा गया। जयन्त को देखकर सलीम रो पड़ा और कहा, “मैंने सबकुछ एक झटके में खो दिया। क्यों?” जयन्त ने दुखी पिता को ढ़ाढस बंधाते हुए कहा कि आप बुजुर्ग व्यक्ति हैं, आपने सबकुछ देखा है। अपना दिल मत दुखाईए।”
इसके बाद गांव के सभी बुजुर्ग मस्जिद में एकत्रित हुए जहां जयन्त चैधरी उनसे मुखातिब हुए तथा कहा कि सभी बुजुर्ग एक साथ आगे आएं और समुदाय को शान्ति एवं सुलह का संदेश दें।
रालोद नेता जयन्त चौधरी ने कहा, “मैं उन लोगों के पास जाना चाहता था जो दुखी हैं। कई जिन्दगियां समाप्त हो गईं। मैंने लोगों में राज्य सरकार की निष्क्रियता के प्रति आक्रोश देखा है। लोग भाईचारे व शान्ति को पुनः बहाल करने की गंभीर पहल के लिए जागरूक हैं। निलोखा गांव में बहुत से ग्रामीणों ने मुझे बताया कि जो लोग गांव छोड़ चुके हैं, उन्हें वापस लाया जाएगा, हम गांव को बिखरने नहीं देंगे।”SONY DSC
जब जयन्त चौधरी ने निलोखा गांव छोड़ा तथा बहरामपुर गांव में मृतक जहीद के परिवारीजनों से मिलने के लिए चले, उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें मेरठ जनपद के जानी गांव पर रोक लिया तथा वापस जाने के लिए कहा। जानी में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में शान्ति है लेकिन वे सांसद की वापसी पर अड़े हुए थे।
युवा सांसद ने कहा, “यह समय पुलिस के लिए समस्या उत्पन्न करने का नहीं है। मैं शान्ति के लिए आया हूं। मैं बहरामपुर जाना चाहता था लेकिन जानी में पुलिस ने मेरी कार को रोक लिया। पुलिस ने कई जगह बैरीकेडस लगा रखे थे। मैं चाहता हूं कि प्रशासन अपने संसाधानों को कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर केन्द्रित करे बजाय यह सुनिश्चित करने के कि मैं अपने लोगों से न मिल सकूं।”
जयन्त चौधरी ने यह भी कहा कि एक तरफ तो समाजवादी पार्टी के नेता आगरा में बैठक करके राजनीतिक मुद्दों पर चर्चाएं कर रहे हैं और दूसरी तरफ सांप्रदायिक हिंसाओं को बुझाने जा रहे जन प्रतिनिधियों को रोका जा रहा है। इस समय इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन उचित नहीं है तथा इससे उन लोगों का भला नहीं होगा जो असुरक्षित महसूस कर रहे हैं तथा न्याय की मांग कर रहे हैं

रालोद सांसद जयन्त चौधरी ने शहीद हेमराज के गांव में विकास कार्य तेजी से कराने के लिए मुख्य मंत्री को रिमाइंडर भेजा

रालोद सांसद जयन्त चौधरी ने शहीद हेमराज के गांव में विकास कार्य तेजी से कराने के लिए मुख्य मंत्री को अनुस्मारक भेजा |
लांस नायक हेमराज जम्मू-कश्मीर में पुंछ के मेंढर इलाके में शहीद हुए थे |
राष्ट्रीय लोकदल[रालोद] महासचिव एवं मथुरा से लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अनुस्मारक पत्र लिखकर शहीद हेमराज के गांव शेरनगर में विकास कार्य शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री गांव के सम्पूर्ण विकास+ शहीद स्मारक+शहीद के नाम से मार्ग+ प्रवेश द्वार, पार्क+ हाईस्कूल+ परिजनों को नौकरी तथा गांव को लोहिया ग्राम योजना में शामिल करने की घोषणा कर चुके हैं लेकिन जो कार्य शुरू किए गए थे वे आधे-अधूरे छोड़ दिए गए हैं। गांव को लोहिया ग्राम का दर्जा दिया गया था लेकिन उन मानकों पर विकास कार्य नहीं हुए।
रालोद सांसद ने इससे पूर्व भी 14 जनवरी 2013 को प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मथुरा जनपद के गांव शेरनगर में शहीद हेमराज की स्मृति में डिग्री कॉलेज, चिकित्सालय, पशु चिकित्सालय तथा छाता (राष्ट्रीय राजमार्ग 2) से वाया पैगांव-विशम्भरा से गांव शेरनगर तक सड़क निर्माण कराने की मांग की थी।
श्री जयन्त चौधरी ने कहा है कि शेरनगर पिछड़ा गांव है। यह क्षेत्र शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए क्षेत्र के लोगों को 18 किमी दूर कोसीकलां जाना पड़ता है। शेरनगर निवासी लांस नायक हेमराज 08 जनवरी 2013 को जम्मू-कश्मीर में पुंछ के मेंढर इलाके में शहीद हुए थे। उन्होंने कहा है कि ये कार्य साहसी अमर शहीद हेमराज की स्मृति में अर्पित हों तो शहीद को सम्मान, परिवार एवं क्षेत्र को शांति और देशभक्त नौजवानों को प्रेरणा मिलेगी।

रालोद के जयन्त चौधरी ने बौद्ध सर्किट की तर्ज़ पर ही बृज सर्किट की योजना की मांग लोक सभा में उठाई

राष्ट्रीयलोक दल[रालोद]के मथुरा से युवा सांसद जयन्त चौधरी ने बौद्ध सर्किट की तर्ज़ पर ही बृज क्षेत्र में बृज सर्किट की योजना की मांग की| धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इससे पूर्व रालोद द्वारा पश्चिमी उ प्र में महाभारत सर्किट पर भी काम किया जा चुका है|
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव एवं लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने आज लोकसभा में नियम 377 के अंतर्गत बृज क्षेत्र में बृज सर्किट की योजना बनाने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि बृज में प्रतिवर्ष धार्मिक दृष्टि से देश-विदेश से कृष्ण भक्तों एवं पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है। बृज के प्रमुख स्थान जैसे वृन्दावन, गोवर्धन, बरसाना, नंदगांव, गोकुल तथा दाऊजी आदि लाखों लोगों का आस्था व विश्वास का केंद्र हैं लेकिन इसके बावजूद उन्हें सुविधाएं नहीं मिलने के कारण भावनाओं को ठेस पहुंचती है। बांके बिहारी मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन को आते हैं किन्तु अव्यवस्थाओं के चलते उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां रासलीला, बृज चौरासी कोस की परिक्रमा का आयोजन होता ही रहता है किन्तु यदि लोगों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं तो और भी पर्यटकों का खिंचाव बृज की ओर होगा।
श्री जयन्त ने कहा है कि पर्यटन मंत्रालय ने धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना के तहत सूफी, सिख और जैन सर्किटों की तर्ज पर 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान बौद्ध देशों से विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बौद्ध सर्किट के विकास की योजना बनाई है। उसी प्रकार से बृज क्षेत्र में भी बृज सर्किट को विकसित करने की योजना बनाई जाए।
उन्होंने बताया कि देश में बड़े पर्यटन स्थलों और सर्किटों के विकास के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 40 बड़ी पर्यटन योजनाओं की पहचान की है और इनमें से 26 को मंजूरी प्रदान की गई है। 12वीं पंचवर्षीय योजना की अवधि के दौरान ऐसे 35 पर्यटन सर्किटों/स्थानों की पहचान की गई है, जहां पर ढांचागत विकास के लिए मिशन मोड पर काम किया जाएगा।