[हरिद्वार]योगगुरु बाबा रामदेव के व्यवसायिक फूड पार्क में खूनी संघर्ष हो गया जिसमे एक की मौत हो गई जबकि छह से अधिक घायल हुए हैं |यह खुनी संघर्ष पतंजलि फूडपार्क पदार्थों को ढोने वाली ट्रक यूनियन और हरिद्वार की स्थानीय ट्रक यूनियन में हुआ|बाबा के भ्राता रामभरत को पोलिस ने हिरासत में लिया है घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैमृतक का नाम दलजीत बताया गया है
प्राप्त जानकरी के अनुसार पतंजलि फूडपार्क के पदार्थों को ढोने के लिए हरिद्वार से बाहर के ट्रक मंगाए जाते हैं जिससे स्थनीय ट्रक ऑपरेटरों में रोष व्याप्त है लगातार उपेक्षा के फलस्वरूप इनका रोष आज फूट पढ़ा| आज सिक्योरिटी गार्ड्स से इनकी भिड़ंत भी हो गई |
फाइल फोटो
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योग गुरु राम देव के खिलाफ एक साथ ८१ मुकद्दमों के पीछे कांग्रेस सुप्रीमो की खिलाफत और भाजपाई मोदी का समर्थन तो बिलकुल नहीं है
झल्ले दी झल्लियां गल्लां
उत्तराखंडी कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झल्लेया योग पीठ पतंजलि की आड़ में ये राम देव तो बाबा के वेश में लैंड माफिया निकला ओये इनके खिलाफ हरिद्वार में बेनामी संपत्ति+ ग्राम सभा की भूमि कब्जाने + सरकारी जमीन पर कब्जा+ सरकारी भूमि के दुरुपयोग + स्टांप ड्यूटी चोरी+ सरकारी भूमि के दुरुपयोग के ८१ मामले निकले हैं अब तो भई पतंजलि को दी गई जमीन वापस लेकर उसे सरकारी संपत्ति में निहित कर देना चाहिए
झल्ला
लगे हाथों यह भी कह दो कि चुनावों से इनका कोई लेना देना नहीं है |बाबा राम देव के कांग्रेस सुप्रीमो के खिलाफ चुनाव प्रचार और भाजपाई नरेंदर मोदी को समर्थन तो कत्तई नहीं है |
सी एम् राम देव की जमीन खिसकाने के लिए पीसी करेंगे,केदारनाथ के हिसाब पर पूर्ण मौन होगा ऐसा तो झल्ले ने सोचा नहीं था
योग गुरु बाबा राम देव ने कांग्रेस की नींद चुराई ये बात सच है , पर बाबा पर एक साथ एक दिन में ८१ मुकद्दमे दर्ज़हो जायेंगे
ऐसा तो बाबा ने सोचा नहीं होगा
जर जोरू और जमीन में फंसाना आज कल हुआ है बेहद आम ,आसाराम फंसे जोरू में तो राम देव के लिए जमीन बनाई आसान
ऐसा तो भाजपा ने सोचा नहीं होगा
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में आई प्राकृतिक त्रासदा से हुई तबाही,पर केदार नाथ पुनर्निर्माण की सुध किसी को भी नहीं आयेगी
ऐसा तो किसी ने सोचा नहीं होगा
अरबों रुपये मिले उत्तराखंडी सरकार को काम कहाँ वोह आये,यूं पी सी एम् की झोली ने भी अपने प्रदेश से करोड़ों रुपये झटकाए
किसी ने क्या ये सोचा नहीं होगा
रमेश बहुगुणा राम देव की जमीन खिसकाने के लिए पी सी करेंगे ,और केदारनाथ के हिसाब किताब पर पूर्ण मौन धारण होगा
ऐसा तो झल्ले ने सोचा नहीं था
हिमाचल प्रदेश में भाजपा से सत्ता वापिस लेने के बाद अब कांग्रेस ने बाबा राम देव से 96 बीघा जमीन भी छीनी
[सोलन/दिल्ली ]हिमाचल प्रदेश में भाजपा से सत्ता वापिस लेने के बाद अब कांग्रेस ने बाबा राम देव से 96 बीघा जमीन भी छीन ली है|माना जा रहा है कि कांग्रेस की खिलाफत करने की सज़ा के रूप में योग गुरु राम देव को यह उलट आसन सिखाया जा रहा है|
योग गुरु बाबा रामदेव को लीज पर दिए गए करीब 96 बीघा भूमि के आवंटन को रद्द करने के साथ ही हिमाचल में कांग्रेस की सरकार ने वहां चल रहे अनुष्ठान को खंडित किया और पतंजलि योगपीठ परिसर को अपने कब्जे में ले लिया है। शुक्रवार दोपहर 2.30 बजे एसपी सोलन, एसडीएम कंडाघाट दल-बल के साथ साधुपुल परिसर पर कब्जा कर लिया।
एसडीएम कंडाघाट एलआर वर्मा ने डीएम सोलन की ओर से आर्डर पतंजलि योग पीठ के संयोजक रामेश्वर दत्त कौशिक को दिया। पतंजलि योग पीठ को दिए गए आर्डर में लिखा गया है कि कंपीटेंट अथॉरिटी ने आपकी लीज कैंसिल कर दी है। लीज खत्म होने के बाद अब योगपीठ जमीन की मालिक नहीं है, इसलिए जमीन को भवनों सहित सरकार के हवाले किया जाए।
आर्डर मिलने के बाद कुछ देर चले ड्रामे के बाद योगपीठ ने परिसर खाली कर दिया और शाम को जमीन के सरकारी अधिग्रहण का नोटिस मुख्य गेट पर चस्पा दिखाई दिया|
घटना क्रम
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार २२ फरवरी शुक्रवार दोपहर को परिसर के आसपास पुलिस हलचल देख पतंजली योग समिति ने अनुष्ठान शुरू कर दिया। कुछ स्थानीय लोग भी समर्थन में अनुष्ठान में बैठे। दोपहर 2.30 बजे एसपी सोलन, एसडीएम कंडाघाट दल-बल के साथ पहुंचे। जमीन खाली करने के लिए घोषणा हुई। लेकिन लाउडस्पीकर पर मंत्रोच्चारण के साथ अनुष्ठान जारी रहा। पुलिस ने केंद्र की लाइट काट दी और जवानों ने भी पोजिशन ले ली। पुलिस को पोजिशन लेता देख पतंजलि योग समिति के पदाधिकारियों, ग्रामीणों और प्रशासन के बीच चर्चा हुई। करीब दो घंटे के बाद एसडीएम ने अनुष्ठान को खंडित करने की प्रक्रिया पूर्ण की और कब्जा लिया |
बाबा रामदेव की प्रतिक्रया
ताजा घटनाक्रम के बाद बाबा रामदेव के 27 फरवरी को साधुपुल आने पर अब संदेह हो चला है| हालांकि योग गुरु बाबा का यह घोषित दौरा आधिकारिक रूप से रद्द नहीं हुआ है। यह आयोजन कहां होगा? यह अभी साफ नहीं है। सरकार की इस कार्यवाही को बिना नोटिस दिए, बिना सुनवाई किए एकतरफा कार्रवाई बता कर योगपीठ द्वारा इस मसले पर हाईकोर्ट के दरवाजे खटखटाने की भी बातें सुनी जा रही हैं|
भाजपा का स्टैंड
भाजपा सरकार के समय स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद मंत्री रहे डा. राजीव बिंदल ने पूरी कार्रवाई को शर्मनाक कदम बताया है। इससे निवेशक राज्य के रूप में हिमाचल की बदनामी पूरे देश में होगी। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने आयुर्वेद एवं पर्यटन विकास और जड़ी बूटियों के विपणन के नजरिए से यह कदम उठाया था। लेकिन वर्तमान सरकार ने इसे राजनीतिक चश्मे से देखा। इसके विपरीत उत्तराखंड में पतंजलि योगपीठ को कांग्रेस की सरकारों का हमेशा सहयोग मिला है।
घटनाक्रम
[१] इससे पूर्व जनवरी 2010: धूमल सरकार की कैबिनेट ने बाबा रामदेव को सोलन के साधुपुल में 28 एकड़ (करीब 96 बीघा) भूमि लीज पर दी और पतंजलि योगपीठ का दूसरा केंद्र हिमाचल में स्थापित करने का निमंत्रण दिया
[२]जून 2010: बाबा रामदेव ने मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की उपस्थित में परिसर में भूमि पूजन और शिलान्यास किया। हालांकि यहां निर्माण कार्य 2011 के अंत में शुरू हुआ।
[३]जनवरी 2013: नई कांग्रेस सरकार के राजस्व मंत्री कौल सिंह ने शीतकालीन सत्र के दौरान धर्मशाला में कहा कि बाबा रामदेव को गैरकानूनी तरीके से लीज पर जमीन दी गई है, जिसकी जांच करने की घोषणा की गई ।
[४]19 फरवरी 2013: कैबिनेट ने लीज डीड रद्द कर दी।
22 फरवरी 2013: डीसी सोलन ने लीज रद करने का आर्डर पतंजलि योगपीठ को सुनाया। एसडीएम कंडाघाट ने पुलिस की मदद से परिसर अपने कब्जे में लिया।
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