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Tag: political shield for narendra modi

एक्टिविस्ट लोकायुक्त की लटकती तलवार से बचाव के लिए गुजरात में ढाल के रूप में बिल पास कराया तो सबको गुस्सा आया


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक बेचारा दुखी भाजपाई

ओये झल्लेया हसाड़े सोणे नरेन्द्र मोदी के खिलाफ ये क्या षड्यंत्र रचा जा रहा है?जो कुछ भी करने लगते हैं कांग्रेस और मीडिया वाले अपना खाना पीना सब छोड़ छाड़ कर बेचारे मोदी के पीछे ही पड जाते हैं| मोदी को हमने अपनी पार्टी के केंद्र में लिया तो इनके पेट में मरोड़ उठने लगे |अब देखो सुप्रीम कोर्ट और गवर्नर के आदेशों का पालन करते हुए गुजरात में लोकायुक्त को शक्तिशाली और प्रभावी बनाने के लिए लोकायुक्त बिल पास कराया तो इसे लोक तंत्र पर ही खतरा बता दिया गया|ओये छान तो बोले सो बोले लेकिन छन्नी भी बोली जिसमे सैंकड़ो छेद |इस कांग्रेस ने केंद्र में जन लोकपाल बिल का जिस तरह मजाक बनाया उसे देश अभी तक भूला नहीं है |अब ये लोग हमें ही निशाना बना रहे हैं|कहा जा रहा है कि गुजरात में लोकायुक्त की नियुक्ति में अब राज्यपाल की कोई भूमिका नहीं रह गई है।
भाई हमने गुजरात में अब लोकायुक्त के अलावा चार उप−लोकायुक्त भी बना दिए हैं|इनका अनुमोदन सुप्रीम कोर्ट द्वारा किया जाएगा|
जो प्रक्रिया केन्द्र सरकार लोकपाल की नियुक्ति के लिए अपना रही है वही प्रक्रिया गुजरात सरकार लोकायुक्त की नियुक्ति के लिए अपना रही है इस पर भी इन्हें ऐतराज है| ओये पहले कहा जाता था कि समरथ को नहीं दोष गुसाईं लेकिन अब तो समरथ राजनीतिक मोदी में ही सारे अवगुण तलाशे जा रहे हैं |ओये ये लोग गोस्वामी तुलसी दास जी से भी बड़े हो गए

एक्टिविस्ट लोकायुक्त की लटकती तलवार से बचाव के लिए गुजरात में ढाल के रूप में बिल पास कराया तो सबको गुस्सा आया

एक्टिविस्ट लोकायुक्त की लटकती तलवार से बचाव के लिए गुजरात में ढाल के रूप में बिल पास कराया तो सबको गुस्सा आया

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी जो आप दिखाना चाह रहे हो वैसा सब कुछ नहीं है| दरअसल राज्यपाल कमला बेनीवाल ने न्यायाधीश आर ऐ मेहता को लोकायुक्त बना कर मुख्य मंत्री को चुनौती दी है|ये न्यायाधीश महोदय गुजरात में मोदी के खिलाफ काम कर रहे एक्टिविस्ट के सहयोगी रहे हैं|इसीलिए अपने ऊपर लटक रहे इस एक पक्षीय तलवार से बचने के लिए मोदी ने ढाल के रूप में लोकायुक्त बिल पास करा लिया है| अब तलवार और ढाल का तो पुराना रिश्ता रहा है|जहां तलवार होगे वहां ढाल भी जरुरी है|

नई कार्यकारिणी में नरेन्द्र मोदी को सुरक्षा कवच और वरुण गाँधी को उत्तर प्रदेश में नया चैलेन्ज मिला

भाजपा ने २०१४ के लोक सभा के चुनावों में विजय निर्माण के लिए अपने राजनीतिक अभियंताओं के दल की घोषणा कर दी है|इस में विशेष तौर से आज केवल दो तीन नामो पर चर्चा किया जाना श्रेयकर रहेगा|
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह के लिए घोषित टीम में गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनके विशेष सिपाहसालार अमित शाह और उत्तर प्रदेश में सांसद वरुण गांधी को राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया है|इससे कई निशाने साधने के प्रयास किये गए हैं|
नरेन्द्र मोदी अभी तक विरोधियों के अलावा अनेकों एन जी ओ के निशाने पर रहे हैं| मोदी के अलावा गुजरात के ही अमित शाह भी आरोपों में घिरे हैं|यहाँ तक की उन्हें जमानत पर छोड़ा गया है| तमाम विरोधों के बावजूद पहले अमित शाह को राज्य की मुख्य राजनीतिक धारा में लाया गया और अब अमित को राष्ट्रीय धारा में शामिल किया गया है|इसका एक प्रभाव तो यह हुआ है के आज नरेन्द्र मोदी से ज्यादा अमित शाह की आलोचना होने लग गई है| विरोध के स्वरों का लक्ष्य बदलने लग गया है|नरेन्द्र मोदी की कम और अमित शाह की आलोचना ज्यादा हो रही है|अमित के अपराधिक और साम्प्रदाईक दंगों के रिपोर्ट कार्ड को आगे लाया जा रहा है| गुजरात में विपक्षी और भाजपा में अपने नेताओं के सुरों में अमित गूंजने लगा है| आजकल नरेन्द्र मोदी अमेरिका की प्रशंसा पाने के लिए जरुरत से ज्यादा व्यस्त दिखाई देते हैं लेकिन इसके साथ ही केंद्र में भी मोदी की ढाल के रूप में अमित शाह को इंट्रोड्यूस कर दिया गया है|शायद यही पार्टी का उद्देश्य भी हो सकता है|
इसके अलावा युवा सांसद वरुण गाँधी को महासचिव के पद पर प्रोमोट किया गया है|उत्तर प्रदेश से सांसद वरुण को उत्तर प्रदेश में बड़ी भूमिका दी जा सकती है|वरुण के चचेरे बड़े भाई राहुल गांधी के मुकाबिले भाजपा को प्रभावी चेहरे की तलाश थी जो अब दूर हो सकती है| पिली भीत में दिए अपने विवादित बयानों से वरुण गांधी ने एक विशेष तबके को अपनी तरफ आकर्षित किया है|यह उनकी उपलब्धि साबित हो सकती है|इसके अलावा यह कहना अनुचित नहीं होगा के कांग्रेस के राहुल गांधी भरसक प्रयासों के बावजूद भी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में कुछ ख़ास मुकाम नहीं दिला सके अब यदि वरुण गांधी यहाँ हिट हो जाते हैं तो स्वाभाविक रूप से दोनों भाईयों में तुलना शुरू हो जायेगी और इसका लाभ वरुण को राष्ट्रीय स्तर पर जरुर मिलेगा