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Tag: PRESIDENT SHRI PRANAB MUKHERJI

PM Greets Republic Of Italy+Andhra Pradesh And Telangana

[New Delhi]PM Greets Italy+Andhra Pradesh And Telangana
Today People Of Of Italy Are Celebrating Their Republic Day
To Mark The Republic Day Of Republic Of Italy PM Narendra Modi Tweeted
“On their Republic Day, my warm greetings & felicitations to the people of Italy”.
Last Evening President Of India Pranab Mukherji ,In his Greeting message to H E Mr. Sergio Mattarella,
“The President of Italy, Said
“Bilateral ties between our two nations are rooted in strong foundations of shared values, democracy and pluralism and we look forward to advancing our partnership in various areas of mutual interest”.
PM Greeted Telangana On Statehood Day
“My best wishes to the people of Telangana on the occasion of their Statehood Day. My best wishes for the State’s development journey”
PM Sh Modi Tweeted Greetings To AP
“Greetings & good wishes to my sisters & brothers of Andhra Pradesh in the development journey of this hardworking State”.
.Prime minister Narendra modi Also Tweeted Birth day Greetings To His Ministerial Colleague Anant Geete

भारत के राष्ट्रपति ने १४ अप्रैल को मनाये जाने वाले पांच त्योहारों की बधाई दी

[नई दिल्ली]भारत के राष्ट्रपति ने १४ अप्रैल को मनाये जाने वाले पांच त्योहारों की बधाई दी
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज [१]विशु[२]रोंगाली बिहु[३]वैसखादी[४]पुथांदु पिराप्‍पु+नव वर्ष की पूर्व संध्‍या पर बधाई दी
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 14 अप्रैल को मनाए जाने वाले विशु, रोंगाली बिहु, वैसखादी, पुथांदु पिराप्‍पु और नव वर्ष की पूर्व संध्‍या पर अपने संदेश में कहा –
“विशु, रोंगाली बिहु, वैसखादी, पुथांदु पिराप्‍पु और नव वर्ष के पावन अवसर पर मैं देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूं। देश के विभिन्‍न भागों में मनाए जाने वाले ये त्‍योहार हमारी समृद्धि और वि‍विध संस्‍कृति की एकता को दर्शाते हैं। हम आशा करते हैं कि आने वाले वर्ष में ये त्‍योहार हमारे देश की बहुवादी विरासत को और मजबूत बनाएंगे। ये त्‍योहार हमारे देश में शांति, प्रगति और समृद्धि लाने के लिए कार्य करने को प्रेरित करते हैं।”

मोदी भापे माफ़ करना आज तो होली ही है:HappyHoliExcuseMePlease

मोदी भापे माफ़ करना आज तो होली ही है:HappyHoliExcuseMePlease
होली उल्लास+व्यंग्य +नमकीन +भंग और रंगों का त्यौहार हैं |इसीलिए इस विशेष त्यौहार में इतने रंग उड़ते हैं कि व्यक्ति विशेष को भी पहचानना मुश्किल हो जाता है | भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी तो बिना त्यौहार के भी तीखे व्यंगों के रंग छोड़ने को जग प्रसिद्द हैं |
भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद मोहम्मद अंसारी ने तो ट्वीट करके होली की शुभकामनाओं की फुहार से शगुन कर लिया
नरेंद्र मोदी अपनी आदत अनुसार खंडवा में जा पहुंचे और वहां सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट्स के गिफ्ट दे आये |ये सर्व विदित है कि मध्य प्रदेश के खंडवा का नाम बहुगुणी अमर गायक किशोर कुमार के नाम से जुड़ा हुआ है शायद इसीलिए श्री मोदी स्वयं को रोक नहीं पाये | त्यौहार पर खीज उतारने कि रस्म अदायगी करते हुए उन्होंने मंच से राग विरोध छेड़ दिया और राज्य सभा में भूमि अधिग्रहण +ब्लैकमनी+इन्शुरन्स बिल आदि को लेकर विपक्ष की दबंगई पर भर भर कर गुब्बारे फेंके और उन्हें जनता के समक्ष मल्टीकलर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी |किसानो के लिए सिंचाई+छात्रों के स्कूल+मरीजों के लिए अस्पताल +गरीबों के लिए मकान+व्यापार के लिए सड़कें और उद्योग के लिए भूमि अधिग्रहण को गुजिया+बर्फी+इमरती+चन्द्रकला+बालुशाई+लड्डू साबित करके ही छोड़ा|अब चूंकि इस त्योहार का एक महत्वपूर्ण कलर मित्रता भी है लोग बाग़
अपने मतभेद भुला कर एक दूसरे से गले मिलते हैं सो श्री मोदी ने भी भूमि अधिग्रहण में खामियों को दूर करने का आश्वासन भी दिया है|
भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी के मुरीद राजनीती के अलावा हर फील्ड में से निकल कर बाहर आ रहे हैं |
क्रिकेट टीम तो वेस्ट इंडीज से आस्ट्रेलियाई पिच पर होली मिलन करने में व्यस्त हैं लेकिन अपने दश में टेनिस स्टार लीएंडर पेस और मार्टिना हिंगिस ने श्री मोदी से मुलाकत करके होली के शुभ अवसर पर औटोग्राफ़्स के साथ अपने टेनिस रैकेट्स भेंट स्वरुप दिए हैं
ये दोनों आस्ट्रेलिया ओपन मिक्स्ड डबल के नए नए विजेता हैं इसीलिए इनका और इनके रैकेट्स के महत्व को कम करके नहीं आँका जा सकता है|
इसीलिए इनकी कीमत श्री मोदी के नीलाम हो चुके सूट से कही ज्यादा हो सकती है |वैसे भी सूट की कीमत इंडियन रुपयों में लगाई गई थी और इस अंतराष्ट्रीय रैकेट्स की नीलामी करने पर अमेरिकन डॉलर्स में आमदनी हो सकती हैं|अरे भाई ये इनकी जेब में नहीं जाएगी बल्कि गरीबों के लिए मिठाई और नमकीन ही आएगी

संसद में वार्षिक बजट सत्र शुरू:राष्ट्रपति का अभिभाषण जारी:पीएम अच्छे वातावरण को आशान्वित

[नई दिल्ली]संसद में वार्षिक बजट सत्र शुरू:राष्ट्रपति का अभिभाषण जारी:पीएम अच्छे वातावरण को आशान्वित संसद के संयुक्त सत्र में वार्षिक बजट पर राष्ट्रपति का भाषण जारी है| आज के भाषण में मुख्य रूप से महात्मा गांधी के आलावा जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीन दयाल उपाध्याय आदि की कुटेशन्स गूंजी |
सबसे वर्तमान में ज्वललन्त शील भूमि अधिग्रहण मुद्दे पर सरकार ने किसानो के हितों को सर्वाधिक महत्व देने का आश्वासन दियाहै |और सांसदों से अपनी निधि का ५०% स्वच्छ भारत अभियान में खर्च करने का आग्रह किया गया है |अपनी सरकार की सात माह की उपलब्धियों में जन धन योजना+अर्बन डेवलपमेंटमिशन +स्मार्ट सिटी प्रोग्रेम+जीडीपी ग्रोथ+महंगाई पर नियंत्रण आदि का उल्लेख किया जा चूका है|न्यायायिक सुधारों का आश्वासन दिया गया है|
बजट सत्र में जाने से पूर्व प्रधान मंत्री ने मीडिया को सम्बोधित किया

The President, Shri Pranab Mukherjee, and other dignitaries arrives, at Parliament on beginning of Budget Session of Parliament, in New Delhi on February 23, 2015.

The President, Shri Pranab Mukherjee, and other dignitaries arrives, at Parliament on beginning of Budget Session of Parliament, in New Delhi on February 23, 2015.

उन्होंने कहा कि आज संसद के बजट सत्र का आरंभ हो रहा है। हमारी सरकार के लिए यह पूर्ण समय का अवसर पहली बार आया है। लोकतंत्र में, लोकतंत्र के इस मंदिर में, संवाद हो, हर विषय पर गहराई से बहस हो, और इस मंथन से अमृत निकले, जो देश के गरीब से गरीब के काम आए – इस संकल्प के साथ यह बजट सत्र का आरंभ हो रहा है। पीएम ने बताया कि कल भी मैं बहुत लम्बे समय तक सभी साथी दलों के नेताओं से मिला था, उनके विचार भी सुने हैं, और हमारा प्रयास रहेगा कि देशहित के हर महत्वपूर्ण इशू पर गहरी चर्चा हो।
बजट सत्र किसी भी सरकार के लिए अत्यंत महत्वरपूर्ण अवसर होता है। देश के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। सामान्य मानव की आशा-आकांक्षाओं की पूर्ति करने का प्रयास बजट में झलकता है। और मुझे विश्वास है कि बजट सत्र बहुत ही अच्छे वातावरण में, सहयोग के वातावरण में, और कुछ अच्छा करने की दिशा में मिलकर के प्रयास करने का एक अच्छा अवसर बनकर के रहेगा।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi giving statement to the media ahead of Budget Session of Parliament, in New Delhi on February 23, 2015.
The Union Minister for Urban Development, Housing and Urban Poverty Alleviation and Parliamentary Affairs,
Shri M. Venkaiah Naidu, the Minister of State for Skill Development & Entrepreneurship (Independent Charge) and Parliamentary Affairs, Shri Rajiv Pratap Rudy and the Minister of State for Minority Affairs and Parliamentary Affairs, Shri Mukhtar Abbas Naqvi are also seen.

कम सरकार और अधिक शासन के सिद्धांत पर सत्ता में आये नरेंद्र मोदी को प्रणब मुखर्जी ने पहला सबक दिया

कम सरकार और अधिक शासन के सिद्धांत पर सुशासन लाने के लिए सत्ता में आये नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पहला सफल सबक दिया | इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति मुखेर्जी द्वारा नव नियुक्त मंत्री को शपथ ग्रहण करवाई जा रही थी | उसके पश्चात मंत्री को राष्ट्रपति से हाथ मिलाना और रजिस्टर पर हस्ताक्षर करना था |इसी प्रोटोकॉल के अंतर्गत २६ मई की शाम जब राष्ट्रपति अपने भवन में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण करवा रहे थे उस समय शपथ ग्रहण कर्ता मंत्री को शपथ लेने के बाद रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने को कहा जा रहा था जिस प्रक्रिया में अगले मंत्री को बुलाने में विलम्भ हो रहा था| दुनिया भर की निगाहें जिस फंक्शन पर टिकी हों उस में इस प्रकार की कमी को राष्ट्रपति ने तुरंत भांप लिया और तत्काल सम्बंधित अधिकारीयों को इस बाबत निर्देश दिया जिसके फलस्वरूप शपथ ग्रहण कर चुके मंत्री द्वारा हस्ताक्षर करते रहने के दौरान ही नेक्स्ट मिनिस्टर को बुलाया जाने लगा| इससे समय की बचत भी हुई और कार्यक्रम में गति बनी रही|
इसके आलावा अन्य मंत्रियों को उनकी गलती के लिए भी बीच में ही टोका गया| भाजपा की सहयोगी टी डी पी के सांसद अशोक गजपति राजू ने शपथ पत्र पढ़ने के बावजूद भी अपना नाम पहले नहीं बोला और सीधे शपथ पत्र पढ़ने लग गए |राष्ट्रपति द्वारा टोके जाने के पश्चात राजू ने ओह कह कर अपनी गलती तो सुधार ली लेकिन क्षमा याचना से परहेज किया |गोवा के सांसद एस पी नाइक ने पद की शपथ लेने से पहले गोपनीयता की शपथ पहले पढ़नी शुरू कर दी जिसे प्रणब मुखर्जी ने दुरुस्त कराया | गौरतलब है कि नव नियुक्त मंत्रियों द्वारा शपथ पत्र पढ़ कर ही शपथ ग्रहण की जा रही थी
सोर्स ब्यूरो
फोटो कैप्शन
The President, Shri Pranab Mukherjee administering the oath of office of the Prime Minister to Shri Narendra Modi, at a Swearing-in Ceremony, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on May 26, 2014.

राष्‍ट्रपति ने 35 नर्सों को फ्लोरेंस नाइटिंगगैल पुरस्‍कार दिए

राष्‍ट्रपति ने आज 35 नर्सों को फ्लोरेंस नाइटिंगगैल पुरस्‍कार प्रदान किये|50 हजार रूपए एक प्रमाण पत्र और एक पदक प्रदान किया गया।
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश की 35 नर्सों को आज यहां राष्‍ट्रपति भवन में दरबार हॉल में फ्लोरेंस नाइटिंगगैल पुरस्‍कार प्रदान किये। इस अवसर पर स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री श्री गुलाम नबी आजाद, स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री श्रीमती संतोष चौधरी + स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री श्री ए.एच. खान चौधरी + स्‍वास्‍थ्य सचिव लव वर्मा आदि भी उपस्‍थित थे।
राष्‍ट्रपति ने बताया कि भारत का स्‍वास्‍थ्‍य सेवा उद्योग आज 45 बिलियन डॉलर से अधिक का है। हालांकि यह विश्‍व के स्‍वास्‍थ्‍य सेवा उद्योग के एक प्रतिशत से कम होने के बावजूद विश्‍व की 17 प्रतिशत जनसंख्‍या की सेवा करता है। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान में भारत में प्रत्‍येक एक हजार नागरिकों पर 0.8 नर्स हैं, जबकि विश्‍व में एक हजार नागरिकों पर औसतन तीन नर्स होती हैं। राष्‍ट्रपति ने कहा कि विश्‍व की तुलना में हमारे स्‍वास्‍थ्‍य सेवा तंत्र में करीब दो मिलियन और अधिक नर्सों को जोड़ने की आवश्‍यकता है। राष्‍ट्रपति ने कहा कि प्रशिक्षक के तौर पर नर्स बेहतर पद्धतियां विकसित करने और जहां वे रहते हैं उस समुदाय को शिक्षित करने में अहम भूमिका निभा सकती है। उन्‍होंने नर्सों को आधुनिक तरीकों और चुनौतियों से निपटने के लिए दूर दृष्टि अपनाने के लिए प्रोत्‍साहित किया।
गौरतलब है कि नर्सों की अंतरराष्‍ट्रीय परिषद नर्सिंग व्‍यवसाय के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्‍वास्‍थ्‍य सेवा में अपने योगदान के लिए अंतरराष्‍ट्रीय नर्स दिवस मनाती है। 2014 के लिए पुरस्‍कार पाने वालों की सूची निम्‍नलिखित हैं :-
1. सुश्री डेजी थॉमस, आंध्र प्रदेश से
2. मेजर जनरल सुनीता कपूर, सेना मुख्‍यालय से
3. डॉ. सुधामणि अम्‍मा एस, केरल से
4. सुश्री ए गणलक्ष्‍मी, हैदराबाद से
5. सुश्री रफीका बसीर, जम्‍मू-कश्‍मीर से
6. डॉ. पुनीता विजया एझीलारासू, तमिलनाडु से
7. डॉ. साईलक्ष्‍मी गांधी, कर्नाटक से
8. सिस्‍टर सोम्‍या, आंध्र प्रदेश से
9. सुश्री ताप्‍सी पंडित, अरूणाचल प्रदेश से
10. सुश्री अन्‍नम्‍मा वर्गीस, बिहार से
11. सुश्री कैलाश राधीड मसीह, चंडीगढ़ से
12. सुश्री भानुमती कांतिलाल पोपटानी, दादरा और नगर हवेली से
13. सुश्री मारिया कॉनसीकॉव सातोस डिकोस्‍टा, दमन और दीव से
14. सुश्री प्रवीण एफ, गोरावनकोल्‍ला, कर्नाटक से
15. सुश्री शर्मिला के. केरल से
16. सुश्री छाया प्रमोद लाड, महाराष्‍ट्र से
17. सुश्री यमनम सरोजा देवी, मणिपुर से
18. सुश्री लल्‍लूंगमुआनी, मिजोरम से
19. श्री बलदेव सिंह, राजस्‍थान से
20. सुश्री बेउला इन्‍द्रानी, तमिलनाडु से
21. सुश्री सुमन आर. कश्‍यप, नई दिल्‍ली से
22. सुश्री आशा खोसला, नई दिल्‍ली से
23. सुश्री कमला शर्मा, नई दिल्‍ली से
24. सुश्री बुलुमा साइका, गुवाहाटी से
25. सुश्री लक्ष्‍मी रंगकली, उत्‍तराखंड से
26. सुश्री ग्‍याती जयलंग, अरूणाचल प्रदेश से
27. सुश्री रूनू घराली, असम से
28. सुश्री मारथा दोदरे, बिहार से
29. सुश्री मंजूलाबेन केशवभाई पटेल, दादरा और नगर हवेली से
30. सुश्री वैशाली विलास रूईकर, महाराष्‍ट्र से
31. सुश्री इलिस्‍टीना मारबंनियांग, मेघालय से
32. सुश्री पदमावती मेहर, ओडिशा से
33. सुश्री सुकृति कनामंडल, पश्चिम बंगाल से
34. सुश्री सुनीता शर्मा, चंडीगढ़ से
35. सुश्री एल, चोंगनू कोम, मणिपुर से
Photo Caption
Shri Pranab Mukherjee presenting the Florence Nightingale Award 2014 to the Additional Director General Military Nursing Services (ADGMNS), Directorate General of Medical Services Army Head Quarters, Major General Sunita Kapoor,

ऐड्ज़-डि-कैम्‍प (ADC) राज्‍य के मुखिया का सबसे महत्‍वपूर्ण सहयोगी होता है:राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

[नई दिल्ली] ऐड्ज़-डि-कैम्‍प (ADC) राज्‍य के मुखिया का सबसे महत्‍वपूर्ण सहयोगी होता है|
राष्‍ट्रपति ऐड्ज़-डि-कैम्‍प (एडीसी) के पहले आधिकारिक पुनर्मिलन का राष्‍ट्रपति भवन में 04 मई, 2014 को आयोजन किया गया। इस सम्‍मेलन में न केवल देश से बल्कि अमेरिका+ऑस्‍ट्रेलिया+ इंग्‍लैड+ मिस्‍त्र + संयुक्‍त अरब अमीरात जैसे अनेकों देशों से भी सलाहकारों ने भाग लिया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि वह एडीसी को न केवल राष्‍ट्रपति का निरंतर साथी मानते हैं, बल्कि उन्‍हें राज्‍य के मुखिया का सबसे महत्‍वपूर्ण सहयोगी भी समझते हैं। उन्‍होंने कहा कि यहां उपस्थित हर एडीसी अपने प्रख्‍यात पूर्ववर्ती से जुड़ा रहा था। उन्‍होंने यह अनुरोध किया कि उन्‍हें यह सदैव ध्‍यान रखना चाहिए कि वे कभी भी यहां मेहमान नहीं थे, बल्कि वे उस भवन के निवासी थे, जिसका हर हिस्‍सा न केवल शाही इतिहास से जुड़ा हुआ है, बल्कि यह हमारे देश+यहां के लोगों+उनके भविष्‍य से भी जुड़ा हुआ है।
इस कार्यक्रम में स्‍वतंत्रता के पश्‍चात् सभी प्रेजीडेंसी का विगत और वर्तमान में प्रतिनिधित्‍व करने वाले एडीसी ने भाग लिया। श्री सी. राजगोपालाचारी के एडीसी रियर एडमिरल (रिटा.), कृपाल सिंह, डॉ. राजेन्‍द्र प्रसाद के एडीसी एयर मार्शल (रिटा.), एम. एम. सिन्‍हा सबसे पुराने भूतपूर्व एडीसी और लेफ्टि. जनरल रामेश्‍वर यादव, डी. जी. इन्‍फैन्‍ट्री और लेफ्टि. जनरल एस. के. गडोक, कमांडेट स्‍टाफ कॉलेज वेलिंगटन सबसे वरिष्‍ठ सेवारत पूर्व एडीसी ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
फोटो कैप्शन
The President, Shri Pranab Mukherjee meeting the reunion of Former Aides-de-camp (ADC) to the President of India, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on May 04, 2014.

महिलाओं के प्रति नकारात्‍मक अवधारणा बदलने के लिए मिलकर काम करना चाहिए:अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस पर प्रणब मुख़र्जी

महिलाओं को मताधिकार दिलाने के लिए १०५ वर्ष पूर्व प्रारम्भ किये गए अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बेशक भारत में महिलाओं को केंद्रीय सत्ता में भागेदारी का अधिकार नहीं दिया जा सक है इस पर भी सामाजिक छेत्रों में महिलाओं का अभिनन्दन और सिभ कामनाएं जारी है
भारत के राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने हर वर्ष 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जारी अपने संदेश में कहा-
‘अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मैं अपने देश के सभी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं का अभिनन्‍दन करता हूं और उन्‍हें शुभ कामनाएं देता हूं।‘
jamos cartoonsउन्होंने प्राचीन भारत में महिलाओं के स्टेटस के विषय में बोलते हुए कहा ” भारत में स्‍त्रियों ने – राजनीतिक, शैक्षिक और आध्‍यात्‍मिक सभी क्षेत्रों में महानता प्राप्‍त की है। प्राचीन भारत में उन्‍हें स्‍वतंत्रता प्राप्‍त थी और वे सार्वजनिक जीवन में बराबरी के आधार पर भाग लिया करती थी। ऋग्वेद में महिलाओं को ऊंचा स्‍थान दिया गया है। यत्रनार्यस्‍तु पूज्‍यन्‍ते, रमन्‍ते तत्र देवता यानि जहॉं भी महिलाओं का आदर होता है, देवता वहीं रहते हैं। तैत्रीय उपनिषद में मातृदेवो भव कहा गया है इसका मतलब है आपकी माता आपके लिए देवता की तरह हो” प्रेसिडेंट ने स्‍वामी विवेकानन्‍द को कोट करते हुए कहा ” जिस देश में भी नारियों को सम्‍मान दिया जाता है वह महान बनता है”
“भारतीय संविधान में भी स्‍त्रियों की समानता पर जोर दिया गया है। संविधान में ही नहीं बल्‍कि भारतीय राष्‍ट्र में भी महिलाओं को बराबरी का दर्जा हासिल है। यहां राज्‍य ऐसे सक्रिय उपाय करता है जिससे लिंग आधारित भेदभाव नहीं होता। महिला सशक्‍तिकरण को ऐसा तत्‍व माना जाना चाहिए जिससे लिंग समानता की ओर हमारे प्रयास जाहिर ही न हों, बल्‍कि वे राष्‍ट्र निर्माण में उनके पूरी तरह शामिल होने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएं।
हमें एक समाज के रूप में महिलाओं के प्रति नकारात्‍मक अवधारणा बदलने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। महिलाओं को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण मिलना चाहिए जहां उनकी प्रतिभा प्रस्‍फुटित हो और वे राष्‍ट्र निर्माण में पूरी तरह योगदान दे सकें। महिलाओं के इस अंतर्राष्‍ट्रीय दिवस पर हम सब महिला दिवस मनाने से हमारे समाज के हर सदस्‍य मे महिलाओं के लिए सर्वोच्‍च सम्‍मान की भावना बढ़े।
आई टी यूं ITU ने भी आई सी टी ICT के माध्यम से महिलाओं के विकास की बात कही है |आई टी यूं के अनुसार ७९ देशों में एक मिलियन डिस एडवांटेज महिलायें यूं एन के सहयोग से आई सी टी का लाभ उठा रही है |jamos cartoons
निजी एयर लाइन्स जेट एयरवेज और इलेक्ट्रॉनिक्स के छेत्र में गरानी डी ई एल एलDELL ने महिलाओं के लिए विशेष रियायतों की घोषणा की है
गौरतलब है कि .अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आवाहन, पर पहले सबसे पहले यह दिवस २८ फरवरी १९०९ में मनाया गया। उस समय इसका प्रमुख ध्येय महिलाओं को वोट देने के अधिकार दिलवाना था क्योंकि, उस समय अधिकर देशों में महिला को वोट देने का अधिकार नहीं था।
१९१७ में रुस की महिलाओं ने, महिला दिवस पर रोटी और कपड़े के लिये हड़ताल पर जाने का फैसला किया। यह हड़ताल भी ऐतिहासिक थी।भारत में सत्ता में भागे दारी केलिए महिला रिजर्वेशन बिल संसद में लंबित है और उसके प्रति राजनीतिक पार्टियों की केवल बयान बाजी ही हो रही हैं

दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश की वापिसी के लिए राष्ट्रपति श्रेय के वास्तविक हकदार हैं ,राहुल गाँधी नही: सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से

[नई दिल्ली] दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश की वापिसी के लिए राष्ट्रपति श्रेय के वास्तविक हकदार हैं ,राहुल गाँधी नही: सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पत्रकार लालकृष्ण आडवाणी ने दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश की वापिसी के लिए , अपने नवीन ब्लॉग में,राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को क्रेडिट दिया | ब्लॉगर अडवाणी ने अध्यादेश पर केंद्र की कांग्रेस नीत सरकार के यूटर्न लेने का कारण राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को बताया है। उन्होंने इसके पीछे राहुल के विवादास्पद बयान को दरकिनार करते हुए लिखा है कि इस विषय में राहुल गाँधी को श्रेय देने की कोई जरूरत नहीं है। आडवाणी ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को एक बार फिर से सरकार की साख को बचाने का श्रेय दिया है।
अडवाणी के अनुसार राहुल के बयान के बाद मुश्किल में फंसे प्रधानमंत्री ने देश वापसी के बाद केबिनेट में इस पर चर्चा की बात कही थी। राहुल ने अपने साडे तीन मिनट के बयान में इसको बकवास करार देते हुए अध्यादेश को फाड़कर फेंक देने की बात तो जरूर कही, लेकिन यह नहीं बताया कि यह क्यों बकवास है और उन्हें यह क्यों नामंजूर है।
24 सितंबर को दागी नेताओं की कुर्सी को बचाने वाला अध्यादेश सरकार ने पास किया था तभी लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्य सभा के नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने इसका विरोध करने की जानकारी ट्वीट आदि के जरिए दी थी जिसके पश्चात वह अपने पार्टी के सदस्यों के साथ राष्ट्रपति से मिले भी थे। राष्ट्रपति से हुई 45 मिनट की बातचीत में वह खुद इस बात को लेकर आशांवित थे कि राष्ट्रपति इस पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे और एक और रबर स्टाम्प राष्ट्रपति नहीं बनेंगे
उन्होंने लिखा है कि राष्ट्रपति के चेहरे से यह जाहिर हो रहा था कि वह उनकी बात से पूरी तरह से सहमत हैं।

भारत को वि‍कसि‍त राष्‍ट्रों की श्रेणी में शामि‍ल होने के लिए इसे अपनी शि‍क्षा की नींव को मजबूत करना होगा

भारत को वि‍कसि‍त राष्‍ट्रों की श्रेणी में शामि‍ल होने के लिए इसे अपनी शि‍क्षा की नींव को मजबूत करना होगा|
राष्‍ट्रपति‍ प्रणब मुखर्जी ने आज बीजापुर के सैनि‍क स्‍कूल में आयोजि‍त स्‍वर्ण जयंती समारोह में भाग लि‍या। इस अवसर पर राष्‍ट्रपति‍ ने कहा कि‍ यदि‍ भारत को वि‍कसि‍त राष्‍ट्रों की श्रेणी में शामि‍ल होना है तो इसे अपनी शि‍क्षा की नींव को मजबूत करना चाहि‍ए। उन्‍होंने नागरि‍क मूल्‍यों से होने वाले भटकाव पर चिंता जाहि‍र की, जि‍से समाज में अक्‍सर देखा जा सकता है। उन्‍होंने वि‍द्यालय के अधि‍कारि‍यों का आह्वान कि‍या कि‍ वे अनुशासन, संवेदना, सहनशीलता, दूसरों की राय का सम्‍मान, उनके अधि‍कारों का सम्‍मान और राष्‍ट्र के प्रति‍कर्तव्‍य की उच्‍च भावना जैसे महत्‍वपूर्ण नागरि‍क मूल्‍यों को युवाओं और महि‍लाओं में अंतर्नि‍वि‍ष्‍ट करना चाहि‍ए।
राष्‍ट्रपति‍ ने कहा कि‍ सैनि‍क वि‍द्यालय दूरदृष्‍टि‍योजना और पूर्व रक्षा मंत्रि‍यों श्री वी के के मेनन, श्री वाई बी चव्‍हाण, कर्नाटक के तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री श्री एस नि‍जालिंगप्‍पा और तत्‍कालीन केन्‍द्रीय शि‍क्षा मंत्री श्री के एल श्रीमाली जैसे नेतृत्‍व का परि‍णाम हैं। प्राकृति‍क आपदाओं के दौरान नागरि‍क अधि‍कारि‍यों की मदद और आवश्‍यकता के अनुसार कानून एवं व्‍यवस्‍था को बनाने में सहायता प्रदान करने के लि‍ए राष्‍ट्रपति‍ ने देश की सीमाओं पर मुस्‍तैदी के साथ तैनात भारतीय सेना के बहादुर सैनि‍क और अधि‍कारि‍यों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
photo caption
The President, Shri Pranab Mukherjee inaugurating the Golden Jubilee Indoor Stadium, during the Golden Jubilee Celebrations of Sainik School, Bijapur, at Karnataka on September 24, 2013.
The Governor of Karnataka, Shri H.R. Bhardwaj and the Chief Minister of Karnataka, Shri Siddaramaiah are also seen.