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Tag: Prime Minister Dr Manmohan singh

Tight Lipped Dr Mannmohan Singh Moves Supreme Court In Coal Block Allocations

[New Delhi]Tight Lipped Dr Mannmohan Singh,Moves Supreme Court In Coal Block Allocations
Mr Clean former Prime Minister Dr Manmohan Singh has been summoned as accused by a Lower court in coal scam case.
Which Has Angered And United Congress Party.
Former PM Dr Manmohan Singh Moves Supreme Court against trial court order summoning him as accused in a coal block allocation case
Another Party In This case Kumar Mangalam Birla also moves SC against trial court order summoning him as accused in a coal block allocation case.
Former Prime Minister Singh is said to have been examined on 27 January by CBI in the coal block allocation case relating to Hindalco but neither he nor the agency confirm it.
Earlier Smt Sonia Gandhi Led Angered Congress Has Marched In Support Of Ex PM Dr Manmohan Singh And Expressed Solidarity
Smt Gandhi along with top Cong leaders marched towards Dr Manmohan Singh’s residence to express solidarity with the former PM.
Congress leaders led by Smt Sonia Gandhi marched from the AICC headquarters to the residence of Dr Singh
File Photo

Dr.Manmohan Singh Squirt Joyous Holi Greetings

Dr. Manmohan Singh Squirt Joyous Holi Greetings
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh has greeted the people on the festive occasion of Holi.
In a message, the Prime Minister said that the festival heralding the onset of spring celebrates the different hues of the country’s cultural mosaic and is an occasion to rejoice in the glory of nature in all its vibrant colours. The festival symbolizes the country’s spirit of unity, harmony and tolerance.
‘May the festival bring health, happiness and prosperity to all’, the Prime Minister wished.

लोहड़ी पर्व अर्थव्‍यवस्‍था में किसानों के योगदान+परम्‍परागत लोकाचार+ संस्‍कृति+खुशहाली का प्रतीक हैं: डॉ मन मोहन सिंह

प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने लोहड़ी+ मकर संक्रांति + पोंगल के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी |
अपने संदेश में डॉ मन मोहन सिंह ने कहा कि संक्रांति का पर्व वर्ष के दौरान परम्‍परागत खुशहाली की शुरूआत का संकेत देता है। लोहड़ी और पोंगल फसल कटाई के त्‍यौहार हैं जो अर्थव्‍यवस्‍था में किसानों के योगदान और हमारे परम्‍परागत लोकाचार, संस्‍कृति और खुशहाली के प्रतीक हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह ने कामना व्‍यक्‍त की कि ये त्‍यौहार लोगों के जीवन में प्रसन्‍नता और समृद्धि लेकर आएं।

डॉ मन मोहन सिंह ने नववर्ष के संदेश में सबके लिए शांति,सुरक्षा,प्रसन्‍नता,समृद्धि की कामना की

प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने नव वर्ष के सन्देश में सबके लिए शांति, सुरक्षा, प्रसन्‍नता और समृद्धि की कामना की
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने नववर्ष की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि नया वर्ष हममें से प्रत्‍येक के लिए बीते हुए वर्ष की सफलताओं और उपलब्धियों के साथ-साथ कमियों और गलतियों पर दृष्टिपात करने का समय है। यह हमें स्‍वयं का पुनर्मूल्‍यांकन करने और भावी वर्ष के लिए योजना बनाने, सुधारात्‍मक कार्य करने तथा नये लक्ष्‍य तय करने का अवसर प्रदान करता है। यह समय उम्‍मीद बनाए रखने, लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने, संकल्‍प और विश्‍वास के साथ नई शुरूआत करने का है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्‍ट्र के रूप में यह एकजुट होने और भावी अवसरों तथा चुनौतियों के लिए अपने आपको तैयार करने का समय है।
डॉ. सिंह ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि वर्ष 2014 सभी के लिए शांति, सुरक्षा, प्रसन्‍नता और समृद्धि लाए।

B J P Again Criticized weak kneed policy of Center against terrorism and Opposed Talk Diplomacy With Pakistan

B J P Again Criticized weak kneed policy of Center against terrorism and Opposed Talk Diplomacy With Pakistan Bhartiya Janata Party[ B J P ]strongly condemned the terrorist attack launched today on the police and security forces in Jammu region. Criticized weak kneed policy of Center against terrorism and demanded that meeting of the Prime Minister Dr. Manmohan Singh with his Pakistani counterpart at New York should have been called off.
B J P President Raj Nath Singh said “These terror strikes on Indian soil are carried out by anti- India forces operating from Pakistan. Since the incumbent UPA government has been pursuing a weak kneed policy against terrorism for the past many years, the terrorists have been emboldened to strike anywhere in India, almost at will.
Contrary to the Prime Minister Dr. Manmohan Singh’s belief there is no signs of improvement on the ground in Pakistan as the ISI and Pakistan army continue to play its active role in destabilising India’s internal and external security.
Let the newly elected government led by Miyan Nawaz Sharif be given some time to prepare the ground for talks by taking strong action anti- India forces operating from Pakistan. Therefore the scheduled meeting of the Prime Minister Dr. Manmohan Singh with his Pakistani counterpart at New York later this week should have been immediately be called off.
As per media reports the Prime Minister has shown no indication to cancel his appointment with Pakistan PM. Ever since the UPA government has come to power it has adopted a compromising Pakistan policy. Be it ‘ Havana Declaration’ or the ‘Sharm al Sheikh’ fiasco the UPA govt has considerably weakened India’s position in Indo-Pak bilateral relations.
When the NDA was in power we had engaged Pakistan from a position of strength and achieved the ‘Islamabad Declaration’ in which Pakistan promised to us that terrorist activities would not be carried out from Pakistani soil. The UPA government has lost that diplomatic edge. Pakistan should be pursued compelled to implement ‘ Islamabad Declaration’ signed on January 6, 2004 before initiating any meaningful dialogue.
Pursuing a spineless diplomacy at this juncture will present India as a ‘soft state’ which could be pushed around by any big or small country. The Prime Minister and the UPA government seems to be in a hurry to initiate dialogue with Pakistan. It also gives an impression as if he is motivated by certain conservative political motive instead of safeguarding our national interest. The BJP believes that there should be no talks with Pakistan unless the environment is conducive for dialogue.

मुजफ्फरनगर में तीन दिन बाद हिंसा प्रभावित छेत्रों में लगे कर्फ्यू में दो घंटे की ढील ;38 लोग दंगों का शिकार हो चुके है

मुजफ्फरनगर में तीन दिन बाद हिंसा प्रभावित छेत्रों में लगे कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गयी। जिले में अब तक 38 लोग दंगों का शिकार हो चुके हैं|
जरूरी सामान की खरीददारी के लिए तीन थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू में अपराह्न दो घंटे की ढील दी गयी है| दंगों पर काबू पाने के लिए एक तरफ अधिकारियों क तबादला किया जा रहा है तो दूसरी तरफ गिरफ्तारियों पर जोर है| मेरठ रेंज के आइजी और डीआइजी को हटा दिया गया है। यहां के आइजी ब्रजभूषण को हटाकर उनकी जगह भावेश कुमार सिंह को नया आइजी बनाया गया है।
मेरठ जिले से सटे बागपत में सांप्रदायिक तनाव फ़ैलाने के प्रयास में पुलिस ने 899 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि 2225 लोगों के खिलाफ 107,116 के तहत कार्रवाई की गई है। 35 अवैध शस्त्र बरामद किये गये हैं और 126 लाइसेंसी हथियार जमा कराये गये हैं। भाषा ने बागपत पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी सिंह के हवाले से बताया कि यह कार्रवाई 28 अगस्त से अब तक की गयी है।इसके अलावा 81 लोग घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है|मेरठ के डी एम् रिणवा ने भर्ती घायलों के इलाज का निरीक्षण किया[फोटो] |. सिविल लाइंस, शहर कोतवाली तथा नई मंडी में कर्फ्यू अभी भी जारी है| घटनाओं के सिलसिले में 17 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं. इनमें से एक प्राथमिकी सुखेडा गांव में आयोजित हुई महापंचायत के सिलसिले में है जिसमें कथित तौर पर भड़काउ भाषण दिये गए जिससे हिंसा हुई.
भाजपा ने इन दंगों से अपना पल्ला झाड़ लिया है| पूर्व अध्यक्ष वेंकैय्या नायडू ने कहा कि उत्तर प्रदेश कि जनता को मालूम है कि इन दंगों के लिए कौन जिम्मेदार है| शांति स्थापित होते ही सत्य सबके सामने आ जाएगा| उन्होंने सत्ता रुड समाज वादी पार्टी के सर दंगों को भड़काने का आरोप लगाया है|
पीएम मनमोहन सिंह ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने का एलान किया है। यह राशि पीएम राहत कोष से दी जाएगी।

प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने महात्‍मा गांधी की धरोहर पर पांच लाख पृष्‍ठों वाला पोर्टेल राष्‍ट्र को समर्पित किया

प्रधानमंत्री ने महात्‍मा गांधी की धरोहर पर पोर्टेल राष्‍ट्र को समर्पित किया
प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने आज महात्‍मा गांधी की धरोहरों से संबंधित पांच लाख प्रमाणित पृष्‍ठों वाला एक पोर्टेल राष्‍ट्र को समर्पित किया।डॉ मन मोहन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि गांधी विरासत पोर्टल इलेक्ट्रानिक प्लेटफार्म पर पूरी दुनिया में गांधीजी को सुलभ बनाने के उद्देश्य से प्रौद्योगिकी-चालित पहल है। यह महात्मा गांधी के जीवन एवं कार्य और विचारों पर सर्वाधिक प्रमाणिक खुले स्रोत संग्रहालय में से एक बनाने की आकांक्षा के साथ तैयार किया गया है। मुझे विश्वास है कि यह आने वाली पीढ़ियों, खासतौर से दुनियाभर के युवाओं के लिए बहुमूल्य स्रोत होगा। उन्होंने कहा कि यह स्व-प्रमाणित सत्य है कि ज्ञान समावेशी प्रक्रिया होनी चाहिए जहां सीखने के लिए बाधाएं व्यवस्थित रूप से खुल जाती हैं। सिर्फ विचारों के मुक्त प्रवाह के लिए प्रतिबद्ध समाज ही ज्ञान के युग का नेतृत्व करने की उम्मीद कर सकता है। हमारी सरकार ने इस दिशा में अनेक कदम उठाए हैं। राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन, भारतीय डिजिटल पुस्तकालय, टैगोर पर वैरियोरम और गांधी विरासत पोर्टल सभी इस सफर में महत्वपूर्ण मील के पत्थर हैं।

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh launching the Gandhi Heritage Portal, at a function, in New Delhi on September 02, 2013.

The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh launching the Gandhi Heritage Portal, at a function, in New Delhi on September 02, 2013.

पांच लाख प्रमाणित पृष्‍ठों वाला यह पोर्टेल संस्कृति मंत्रालय ने 7.50 करोड़ रूपये की लागत से साबरमती आश्रम संरक्षण एवं स्‍मारक ट्रस्‍ट अहमदाबाद से तैयार कराया है।
इस पोर्टेल में महात्‍मा गांधी की आकृति युक्‍त और गैर-आकृति युक्‍त धरोहरों को दर्शाया गया है। इस पोर्टेल में महात्‍मा गांधी के लेखन को तीन भाषाओं [१]अंग्रेजी[२] हिन्‍दी और [३]गुजराती में वर्गीकृत किया गया है। इसमें अंग्रेजी के 100 खंड+ हिन्‍दी के 97 + गुजराती के 82 खंड हैं। इन खंडों में महात्‍मा गांधी के [अ]हिंद स्‍वराज[आ]दक्षिण अफ्रीका में सत्‍याग्रह[इ] आत्मकथा अथवा सत्‍य के साथ मेरे प्रयोगों की कहानी[ई] यर्वदा मंदिर से और अना‍सक्ति योग के रूप में उनका [उ]गीता का अनुवाद शामिल है।
पोर्टेल समर्पण समारोह में संस्‍कृति मंत्री श्रीमती चंद्रेश कुमारी कटोच, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्‍बल, प्रधानमंत्री के नवाचार सलाहकार डॉ. सैम पित्रौदा, नारायण देसाई, श्री कार्तिकेय साराभाई और संस्‍कृति सचिव श्री रविन्‍द्र सिंह भी उपस्थित थे।

प्रधान मंत्री ने आर्थिक सुधारों की रेल को रफ़्तार देने के लिए उद्योग जगत के साथ बैठक की

[नयी दिल्ली,] प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने आर्थिक सुधारों की रेल को रफ़्तार देने के लिए उद्योग जगत के साथ बैठक की| प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए आज देश के उद्योग जगत के साथ बैठक की और आने वाले महीनों में और सुधारों का वादा किया। बैठक में उद्योग जगत ने अनेको सुझाव सेते हुए ठोस निर्णय तथा त्वरित क्रियान्वयन पर जोर दिया।
डॉ मन मोहन सिंह ने व्यापार और उद्योग परिषद की बैठक में उद्योगपतियों को सरकार की सुधारों के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर आश्वस्त किया और निवेश धारणों को मजबूती प्रदान के लिये उद्योग जगत की शिकायतों तथा सुझावों को ध्यान से सुना।
, देश को 8 % या उससे अधिक वृद्धि दर के रास्ते पर वापस लेन पर भी सहमति बनी
करीब तीन घंटे चली बैठक में उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बड़ी परियोजनाओं के रास्ते की बाधाओं को दूर करने और निवेश प्रोत्साहित वृद्धि के लिये माहौल तैयार करने को कहा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी+ आईसीआईसीआई बैंक की प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी चंदा कोचर+ सुनील भारतीय मित्तल+ एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख+ राहुल बजाज+ नारायणमूर्ति+अजीम प्रेमजी+ स्वाती पीरामल+ भारतीय मित्तल शामिल हैं।
प्रधानमंत्री की व्यापार और उद्योग परिषद की उच्च स्तरीय बैठक में वित्त मंत्री पी चिदंबरम, वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा तथा पीएमईएसी के चेयरमैन सी रंगराजन समेत अन्य ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh meeting the captains of Industry, in New Delhi on July 29, 2013.

प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने ,आणविक जीव-वैज्ञानिक, प्रोफेसर ओबैद सिद्दिकी के देहान्‍त पर शोक व्‍यक्‍त किया

प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने जीव-वैज्ञानिक प्रोफेसर ओबैद सिद्दिकी के देहान्‍त पर गहरा शोक व्‍यक्‍त किया है
प्रधान मंत्री द्वारा जारी शोक सन्देश में कहा गया है कि ”डा. ओबैद सिद्दिकी के देहान्‍त की खबर सुनकर मुझे अत्‍यंत दुख हुआ है। वे भारत के जाने-माने आणविक जीव-विज्ञानियों में से एक थे।
डा. सिद्दिकी को उनके अनुसंधान कार्यों के लिए लम्‍बे समय तक याद किया जायेगा।
डा. सिद्दिकी वैज्ञानिकों की उस पीढ़ी से सम्‍बद्ध रहे हैं, जिसने देश के वैज्ञानिक अनुसंधान प्रयासों की नींव रखी। महान अनुसंधाता, शिक्षाविद् और एक नेक दिल इंसान के रूप में उनके मित्रों और सहयोगियों को उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।
मैं उनकी मृत्‍यु पर गहन संवेदना व्‍यक्‍त करता हूं और दिवंगत आत्‍मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।”
डा. सिद्दिकी टाटा इंस्टिट्यूट आफ फंडामेंटल रिसर्च, बंगलौर के नेशनल सेंटर फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च में राष्‍ट्रीय अनुसंधान प्रोफेसर थे | उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की और भारत + विदेश में कई प्रतिष्ठित विश्‍वविद्यालयों में पढ़ाया।उन्हें देश के सर्वाधिक विख्‍यात वैज्ञानिकों में से एक माना जाता है |

डॉ मन मोहन सिंह की तबियत ख़राब :जमोसन्यूज़.कॉम पी एम् के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है

:प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह का स्वास्थ्य ठीक न होने का समाचार है|जमोस न्यूज़ . कॉम डॉ मन मोहन सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है|
केंद्रीय मंत्रिमंडल की आज सुबह होने वाली बैठक, प्रधानमंत्री की तबियत ख़राब होने के कारण स्थगित कर दी गई है| यह बैठक सुबह साढ़े दस बजे होनी थी जिसमें भंडाफोड़ करने वालों की सुरक्षा संबंधी विधेयक ‘व्हिसलब्लोअर प्रोटेक्शन बिल’ में संशोधन सहित कई प्रस्तावों पर विचार किया जाना था।
सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी भाषा ने कहा है कि प्रधानमंत्री का स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से यह बैठक टालनी पड़ी।