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Tag: Punjab Satire

“आम” आदमी के फेशन में “वी वी आई पी” के लिए अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टरों की डील कैंसिल होनी ही थी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे मन मोहने पी एम् की ईमान दारी|ओये ये भाजपाई एवंई बदनाम करते फिरते थे कि इटालियन फर्म अगस्ता वेस्ट लैंड से १२ हेलीकाप्टरों को खरीदने के लिए ३६० करोड़ रुपयों की रिश्वत ली गई है ओये अब हमने एक ही झटके में ३५३६ करोड़ के इस सौदे को ही कैंसिल कर दिया है|अब हमने तो उस दोषी पूर्व एयर चीफ एस पी त्यागी और उसके परिवार को भी नहीं छोड़ना

झल्ला

अरे मेरे चतुर सुजाण जी दरअसल आज कल आम आदमी का फेशन चल रहा है जिसके चलते ये वी वी आई पी के लिए हेलीकाप्टरों की खरीद २०१४ के चुनावों में कोई नया गुल खिला सकती थी इसीलिए दिल्ली में आम आदमी की आग में झुलसे आप जी के लिए अब वी वी आई पी कल्चर में फूंक फूंक कर कदम रखना सियासी मजबूरी भी है झल्लेविचारानुसार इस डील से जो नुक्सान हुआ है उसकी भरपाई के लिए दोषी कंपनियों से वसूली हो जाये तो मानेंगे की आप लोग वाकई सुधर गए हो

केजरीवाल की तबियत क्या बिगड़ी,बिजली कंपनियों के साथ पोलिटिकल पार्टियों को भी बुखार चढ़ाना शुरू कर दिया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आप पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे अरविन्द केजरीवाल का कमाल ओये हमें केवल चार दिन की चांदनी मिली है और उसमे ही हमने धमाल मचा दिया है |कल हमने पानी को फ्री किया था तो आज बिजली की कीमतें आधी करके तीनो बिजली कंपनियों का आडिट करवाने के लिए शुरुआत कर दी हैओये ऐसे होती है पॉलिटिक्स ये कंपनी वाले और दिल्ली में शीला दीक्षित की सरकार कहती फिरती थी कि कोर्ट में केस है ऑडिट नहीं हो सकता अब देख कल से आडिट शुरू हो जायेगा और हो जायेगा दूध का दूध और पानी का पानी इन सबको याद आ जायेगी उनकीअपनी ही नानी

झल्ला

बात तो आप जी कि अच्छी लग रही है अरविन्द केजरीवाल की तबियत खराब होने पर भी उन्होंने इन कंपनियों के साथ कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को बुखार चढ़ा दिया है |लेकिन अगर बिजली कंपनियों को बिना सब्सिडी दिए रेट्स कम हो जाते तो और ज्यादा अच्छा लगता |हे के नहीं ?

“कल” के जुगाड़ में बीते “कल” का ढोल पीट रहे ये नासमझ “कल” आएगा सामने तो “कल” की समझ पर रोयेंगे ये लोग

नया साल मुबारक
दीवार पर टंगे केलेण्डर को बदल कर दिल को खुश कर लिया
बीते साल की तरह ही हमने फिर आज नया साल कर लिया
अखबारें आज भी बीते साल की झलकियों से भरी हैं “झल्ला”
यारों ने बीते साल के मेरे संदेशों को कापी, कट, पेस्ट कर दिया
सरकारी केलेंडर भी दस सालों की बासी उपलब्धियों से भरा है
हुकुमरान उन्हें देख कर फूल कर कुप्पा हो रहे हैं आज कल
उनको यह गुमान है बहुत कुछ किया है उन्होंने आज तक
फेशन का चलन क्या है आज कल कुछ नहीं जानते ये लोग
“कल” के जुगाड़ में बीते “कल” का ढोल पीट रहे ये नासमझ
“कल” आएगा सामने तो “कल” की समझ पर रोयेंगे ये लोग

सोणा ते मन मोहणा पी एम् २०१४ तक सियासी रण छोड़ कर भागने वाला नहीं है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

खोजी पत्रकार

ओये झल्लेया देखा हसाड़ी खोजी पत्रकारिता का कमाल ओये हमने कहा था ना कि २०१४ के इलेक्शन से पह्ले डॉ मन मोहन सिंह को प्रधान मंत्री पद से हटा दिया जायेगा ओये अब सत्ता के गलियारों से आवाजें आ रही हैं कि डॉ मन मोहन सिंह खुद ही राहुल हन्दी के लिए प्रधान मंत्री के पद को छोड़ रहे हैं

झल्ला

अरे भोले भापा जी वोह दिन हवा हुए जब खलील मियां फाख्ता उड़ाया करते थे हसाडा सोणा ते मन मोहणा २०१४ तक सियासी रण छोड़ कर भागने वाला नहीं है यकीं नहीं आता तो पी एम् ओ का ब्यान पड लो

“आप” अगर आज फेयरली पानी नहीं देते तो “लवली” ने फेयर सरकार पर ही पानी फेर देना था

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

“आप ‘पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे वड्डे साहब जी दा कमाल ओये धोती को फाड़ कर कर दिया ना रुमाल| आज पहले दिन ही मेनिफेस्टो पर अमल करके दिल्ली वासियों को २०००० लीटर पानी मुफ्त देने की घोषणा कर दी गई है|बेशक यह सुविधा अभी तीन महीने तक रहेगी लेकिन ये तो देख कि [१]सरकार का पहला दिन है[२] मुख्य मंत्री खांसता हुआ बीमार पड़ा है[३] प्रेस वालों ने सेक्टेरिएट में ऐसी की तैसी की हुई है इसके बावजूदएक एक करके चुनावी वायदा पूरा किया जा रहा है|

झल्ला

अरे मेरे चतुर महान जीअगर आप फेयरली पानी नहीं देते तो कांग्रेसी लवली[अरविंदर सिंह] ने “आप” पर ही पानी फेर देना था| ये जो आप की फेयर[आप]+लवली[कोंग्रेस] सरकार बनी है वोह अगली[UGLY] फेयर[ Fair]बन कर रह जायेगा |

नरेंदर मोदी को बहु बनना है तो सासों के ताने तो झेलने ही पड़ेंगे

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्तेजित भाजपाई

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी मानसिकता वालों का क्या इलाज किया जाये ये लोग गुजरात में २००२ के दंगों को लेकर हसाडे सोणे नरेंदर मोदी की जान छोड़ ही नहीं रहे |पहले कहते थे जनता न्याय करेगी तो जनता ने २००२ +२००७ और फिर २०१२ में मोदी को मुख्य मंत्री बना कर न्याय कर दिया |फिर कहने लगे कि न्यायिक प्रक्रिया से बेदाग निकलें तो मानेंगे भई माननीय सुप्रीम कोर्ट +एस आई टी और अब मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रट ने भी मोदी को क्लीन चिट दे दी है | इसके बावजूद ये कथित सेक्युलर लोग कहने लग गए बेशक मोदी कानूनी लड़ाई जीत गए मगर सामाजिक तौर पर +मानवीय आधार पर दोषी हैं सो बेचारे मोदी जी ने अब ब्लॉग के माध्यम से गुजरात के दंगों पर अपनी संवेदना और अफ़सोस प्रकट कर दिया |ये कांग्रेसी तो अब कह रहे हैं कि “में न मानू” मोदी ने माफ़ी तो मांगी ही नही|

झल्ला

भापा जी ये तो सास बहु वाला झगड़ा है सास को आटा गूंधती बहु भी ख्वाहमखाह हिलती दिखती है | अब आपके मोदी को बहु बनना है तो सासों[MotherInLaw ]के ताने तो झेलने ही पड़ेंगे |और राजनितिक सासें भी बेहिसाब हैं |

बकरे की माँ माफ़ करना नरेंदर मोदी की भाजपा कब तक खैर मनाएगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आतिश बाज भाजपाई

ओये झल्लेया मुबारकां ओये मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने एस आई टी की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया और गुजरात दंगों के आरोपों से हसाडे नरेंदर भाई मोदी जी को बरी कर दिया ओये अब तो मानता है ना कि हो जायेगी हर हर मोदी और घर घर मोदी

झल्ला

अरे मेरे भोले सेठ जी एक दर बंद हुआ तो क्या सौ दर अभी भी खुले हैंइसीलिए भारत [कांग्रेसी]सरकार के मंत्रिमंडल ने गुजरात+ हिमाचल प्रदेश + राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्‍ली में अनधिकृत तरीके से शारीरिक/इलेक्‍ट्रानिक निगरानी की घटनाओं के मामले में जांच आयोग कानून 1952 के अनुसार जांच आयोग बनाने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी है इससे गुजरात कि एक महिला को लेकर स्नूपिंग स्कैंडल में मोदी की जांच होगी |अरे बकरे की माँ ,माफ़ करना ,नरेंदर मोदी की भाजपा कब तक खैरमनायेगी?

“आप”अधपकी”दिल्ली”को मझदार में छोड़ कर देश की बागडोर थामने जा रहे हैं यानि आधी छोड़ पूरी को भाग रहे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

“आप” चीयर लीडर

ओये झल्लेया अब तो हमें मुबारकां दे दे देख दिल्ली में हमने २८ सीटें जीत कर इतिहास बना दिया है |ठीक है, ठीक है बेशक हसाड़ी सरकार नहीं बन रही मगर ये भी समझ लो कि हमने किसी और की सरकार भी नहीं बनाने देनी है |इतनी बड़ी जीत के बावजूद ये कांग्रेसी और भाजपाई हमारी क्रांति को पानी का बुलबुला कह कर हमारी खिल्ली उड़ाने में लगे हैं लेकिन हमने भी ठान ली है अब लोक सभा के चुनावों में भी इन्हें नाकों चने चबवा देने हैं अगर ये लोग नहीं सुधरे तो भाजपाई अरुण जेटली +कांग्रेसी कथित युवराज[राहुल गांधी] के खिलाफ हसाडे हृदय युवा सम्राट[कुमार विशवास] को चुनाव लड़वा कर इनकी मिटटी पलीद कर देंगे

झल्ला

अरे मेरे भोले रत्न ,कुछ तो ढंग के यत्न कर साहित्यिक इतिहास पर भी नजर डालो और उसमे से यह निकाल कर पड़ो कि” अधजल गगरी छलकत जाये ” नहीं समझे तो भापा जी आधी रोटी छोड़ कर पूरी रोटी के चक्कर में भागने वाले को “इतिहास” ने कभी माफ़ नहीं किया और झल्लेविचारानुसार “वर्त्तमान” बेशक एक बारगी नजर अंदाज करदे मगर “भविष्य”अन्धकार मंय ही रहता है