Ad

Tag: Rahul Gandhi

कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बागियों के लिए राहुल गाँधी ने दरवाज़े बंद किये

२०१४ में नई उम्मीद बन कर उभरे राहुल गाँधी ने कांग्रेस के उपाध्यक्ष बनने के बाद सार्वजानिक रूप से निर्णय लेने शुरू कर दिए है|इसी कड़ी में उन्होंने कांग्रेस के बागियों को मुम्बई में कड़ी चेतावनी देते हुए कह दिया है कि जिन लोगों ने पार्टी छोड़ कर पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा है, उनके लिए पार्टी के दरवाजे अब से बंद होंगें|
पार्टी उपाध्यक्ष बनने के बाद पार्टी की मुंबई इकाई के नेताओं एवं पदाधिकारियों के साथ अपनी पहली बातचीत में राहुल ने कहा कि वह फलदाई चर्चा और नए नियम बनाने के लिए मिलने आए हैं |पार्टी को देश की डी एन ऐ बता कर एक नारा देने के साथ प्रारम्भिक स्तर पार्टी को मज़बूत बनाने के लिए राहुल गंभीर दिखे
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसारबंद दरवाजों में बातचीत के दौरान उन्होंने बागियों को फिर से पार्टी में शामिल करने की पुरानी परिपाटी को खत्म करने का एलान करते हुए कहा, ‘पहले उनके लिए दरवाजे खुले रहते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.|इसकी आधिकारिक पुष्ठी नही हो पाई है|

कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बागियों के लिए राहुल गाँधी ने दरवाज़े बंद किये

कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बागियों के लिए राहुल गाँधी ने दरवाज़े बंद किये

कांग्रेस और भाजपा ने २०१४ के अश्वमेघ के लिए पारंपरिक मुस्लिम और हिन्दू वोट बैंक को मोहित करने का प्रयास शुरू किया

राहुल गाँधी को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाये जाने के बाद केंद्र में सत्ता रूड कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने २०१४ के अश्वमेघ की तैय्यारी शुरू कर दी है तभी दोनों पार्टियों ने अपने विश्वस्त +भरोसे मंद अश्वों को तबेले से निकाल लिया है अब इनके भरोसे पारंपरिक मुस्लिम और हिन्दू वोट बैंक को मोहित करने का प्रयास शुरू हो गया है| |कांग्रेस का अश्व है हिन्दू आतंकवाद [सेफ़्रोन टेरोरिस्म] और भाजपा के लिए कांग्रेस के वंश वाद के साथ हिन्दू वोट बैंक रहा है|
रविवार को कांग्रेस के चिंतन शिविर में देश के गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे ने अपने भाषण में पार्टी की वैचारिक धरोहर को आगे लाते हुए भगवा आतंकवाद के लिए भाजपा और आर एस एस को निशाना बनाया|इसके बाद कांग्रेस के नेताओं के बयाँ आने शुरू हो गए इससे साफ जाहिर हो गया कि विकास के मुद्दे पर गुजरात चुनाव हार चुकी कांग्रेस अब २०१४ में कोई नया रिस्क नही लेना चाह रही | इसीलिए सपा बसपा आदि में बंटे उनके अल्प संख्यक वोट बैंक के लिए एक पुराना जांचा परखा भगवा आतंकवाद रूपी चुम्बक का प्रयोग शुरू हो गया है|भाजपा ने इसके लिए कांग्रेस को घेरने में कोई देर नहीं की और कांग्रेस को वंशवाद और आतंक के सरंक्षक बता दिया |इसके अलावा तमाम टी वी चेनलों पर शिंदे और दिग्विजय सिंह के डायलाग्स रिपीट किया जा रहे हैं जिनमे उन्होंने ओसामा बिन लादेन के लिए श्री और हाफ़िज़ सईद को साहब कहा है|भाजपा इसे मुस्लिम तुष्टिकरण बता रही है|

Congress V/S B.J.P.

भाजपा ने भी अपने पत्ते फेंटने शुरू कर दिए

पूर्व मुख्य मंत्री लोध नेता कल्याण सिंह

को भाजपा में पुनः शामिल कर लिया |गौर तलब है कि कल्याण सिंह ने एतिहासिक अयोध्या काण्ड के कारण अपनी गद्दी छोड़ी थी और उनकी छवी एक कट्टर हिंदूवादी की रही है|
कांग्रेस और भाजपा में एक जुबानी जंग भी शुरू हो गई है जिसमे बढत लेने के लिए भाजपा ने २४ जनवरी को देश में आन्दोलन छेड़ने की चेतावनी दे डाली है|इनकी आपसी तू तू में में पाकिस्तान में बैठे हाफ़िज़ सईद ने फायदा उठाते हुए भारत में सेकुलरिज्म की खिल्ली उडाई | भारत को एक आतां वादी राष्ट्र घोषित करने में देर नहीं लगाई और शिंदे की तारीफों के पुल बांध दिए|जिस हाफ़िज़ को पूरा देश आतंकवादी कह रहा है और उस के सहारे पाकिस्तान में चल रहे दहशत गर्दी के कैम्पों को उजागर किया जा रहा था अब उसी हाफ़िज़ को भारत के गृह मंत्री के एक ब्यान मात्र से भारत पर लांछन लगाने का अवसर मिल गया| इस विषय में अनेकों चिंतकों से पूछने पर एक स्वर में जवाब आया कि देश के गृह मंत्रीके पास अगर आर एस एस और भाजपा के कैम्पों में चल रहे आतंकवादी गतिविधिओं की जानकारी है तो उस पर तत्काल कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए उसे देश के सामने लाना चाहिए|अपनी पार्टी के शिविर में उसे नेताओं के मार्ग दर्शन के रूप प्रस्तुत करके इसे पब्लिसिटी का आधार नहें बनाया जाना चाहिए

राहुल गांधी को उपाध्यक्ष के पद पर दूसरा प्रोमोशन मिला: भविष्य वाणी : ३रा प्रोमोशन २०१४ में सरकार में पहला पद

राहुल गांधी को उपाध्यक्ष के पद पर दूसरा प्रोमोशन मिला:

कांग्रेस अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी की ओर से उठाए गए मुद्दों पर जयपुर की चिंतन शिविर में हुई चिंतन मनन की कोई खबर बेशक अभी तक लीक नहीं की गई लेकिन ४३ वर्षीय राहुल गांधी को लोक सभा के चुनावों से मात्र १६ महीने पहले आधिकारिक रूप से पार्टी में पञ्च साल बाद दूसरा प्रोमोशन नंबर-2 की पोजीशन के रूप में मिल गया है|तीसरा प्रोमोशन सरकार में पहले पद के रूप में दिए जाने की भविष्य वाणी की जाने लगी है|
कांग्रेस अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी ने कांग्रेस चिंतन शिविर के उद्घाटन भाषण में अनेको ज्वलंत मुद्दों पर चिंता जता कर उनपर चिंतन का आह्वाहन किया था |शिविर के दूसरे दिन १९ जनवरी शनिवार को राहुल को उपाध्यक्ष बनाने का ऐलान कर दिया गया।छोटे बड़े सभी नेता इस उपलब्धि को मीडिया के समक्ष उजागर करने में लगे रहे |शिविर के बाहर समर्थकों ने हमेशा की तरह आतिश बाजी से इस का स्वागत किया राहुल गांधी ने इस जिम्मेदारी को स्वीकार करते हुए पार्टी कार्यसमिति की बैठक में पार्टी का आभार जताया और कहा कि वह कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम करेंगे।
गौरतलब है कि २००४ में सक्रीय राजनीती में आये राहुल को २००७ में पार्टी का महासचिव बनाया गया था और अब पञ्च साल उन्हें यह दूसरा आउट आफ टर्न [ओ वाई टी] प्रोमोशन मिला है|
नंबर दो की हैसियत में आने पर भी सरकार में और 2014 के आम चुनाव में उनकी भूमिका क्या होगी, इस पर कुछ नहीं कहा गया। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि अगला चुनाव राहुल के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। कांग्रेस में 1986 के बाद से उपाध्यक्ष का पद नहीं था। राहुल के लिए यह पद बनाया गया है।
127 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी में इससे पहले कुछ समय के लिए अर्जुन सिंह और जितेंद्रप्रसाद उपाध्यक्ष रहे हैं। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद राहुल ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं से बहुत कुछ सीखा है। ऐसे ही साथ मिलता रहा तो देश बदल देंगे।

रसोई गैस सिलेंडर्स का वीरप्पाई दावं लग गया तो तीर, नहीं लगा तो तुक्का तो होगा ही


:झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक आम रसोई गैस सिलेंडर पीड़ित उपभोक्ता

ओये झल्लेया इस केंद्र सरकार ने क्या मज़ाक बना रखा है? पहले तो खाना बनाने के लिए जरूरी गैस सिलेंडरो को अर्थव्यवस्था के नाम पर छीना फिर जब इस पर हाय हल्ला हुआ तो एन गुजराती चुनावों के दौरान सिलेंडरों की संख्या[६-९ ]बढाने का एलान कर दिया अब चुनाव आयोग ने फटकार लगाई तो फिर पलट गए आज बुधवार को पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने उवाच दिया है कि सस्ते एलपीजी सिलेंडरों की संख्या बढ़ाए जाने पर फैसला अभी नहीं किया गया है और यदि ऐसा फैसला होता, तो इसकी सूचना चुनाव आयोग को जरूर दी गई होती।ओयारा ऐसे सरकारें चलती है?
?

रसोई गैस सिलेंडर्स का विरप्पाई दावं लग गया तो तीर, नहीं लगा तो तुक्का तो होगा ही

झल्ला

ओये भोले रामा दरअसल ये पुराणी चाल है तीर चलाओ लग गया तो तीर नहीं तो तुक्का तो होता ही है|अब अगर लग जाता तो गुजरात में राहुल गांधी की एक दिवसीय रैली को बल मिल जाता और संसद में छाए वाल मार्ट के बादलों पर भी पानी पड़ जाता|अब चुनाव आयोग ने नहीं चलने दिया तो कहा जा सकता है कि भाई हम तो कुकिंग गैस सिलेंडर्स की कैपिंग हटाना चाहते हैं मगर भाजपा और चुनाव आयोग करने नहीं दे रहा |मै ठीक हूँ या क्या मै ठीक हूँ