बोफोर्स तोपों में दलाली को लेकर जिसके नाम के गोले राजीव गाँधी [अब स्वर्गीय]पर चलाये जा रहे थे उस ओत्तावियो क्वात्रोची [ Ottavio Quattrocchi ] का शनिवार को इटली के मिलान में हार्ट अटैक से निधन हो गया है | इससे १९८७ के बोफोर्स दलाली के एक निंदनीय अध्याय का अंत हो गया है|इस पर टिपण्णी करते हुए आम आदमी पार्टी[आप]ने क्वात्त्रोची की मृत्यु को अनैतिक बोफोर्स काण्ड का तिरस्कारपूर्वक अंत बताया हैआप पार्टी का कहना है कि इस अकेले केस में केंद्र सरकार द्वारा लगातार पर्दा डाले रखने के बावजूद इसी केस के आधार पर स्विस बैंक से पहली बार इसकी डिटेल्स निक्लावाई जा सकी थी लेकिन इसके बावजूद अभी तक किसी को सजा नहीं हुई है|आठवें दशक से लगातार सी बी आई + तत्कालीन फॉरेन मिनिस्टर + नयायालय +के हस्तक्षेप और फिर क्वात्त्रोची को देश छोड़ने की इजाजत देकर केस को रिश्वत के बजाय धोखा धडी का केस बना दिया गया|पहले उसे देश से बाहर जाने दिया गया फिर उसके वापिसी के लिए नाटक किये गए| अब दलाली के क्यू [ Q ] नाम से कुख्यात इस मुख्य आरोपी की मृत्यु से केस की सभी गोपनीय जानकारी भी दफन हो गई है|
इससे एक बात तो साफ़ हो गई है कि देश के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को धनवान और शक्तिशाली के हित में अपराधिक रूप में उपयोग किया जा रहा है|
इसी परिपेक्ष्य में आप पार्टी ने लोक पल के गठन की मांग को पुनः उठाते हुए जुडिशियल सिस्टम में सुधार को आवश्यक बताया है|
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ओत्तावियो क्वात्त्रोची की मृत्यु १९८७ के अनैतिक बोफोर्स काण्ड का तिरस्कारपूर्वक अंत है:आप पार्टी
राजीव गाँधी को उनकी २२ वी पुण्य तिथि पर कांग्रेस ने भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की
[मेरठ]दिवंगत राजीव गाँधी[ RajivGandhi ] को उनकी २२ वी पुण्य तिथि पर कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं ने भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की|बुढाना गेट स्थित पार्टी के कार्यालय में आयोजित इस श्रधांजलि सभा में दिवंगत नेता के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वाहन किया गया|
आश्चर्यजनक रूप से एक ऐ आई सी सी और दो पी सी सी सदस्यों के अलावा लगभाग २० कार्यकर्ता ही मौजूद थे जबकि यहाँ चार ऐ आई सी सी[ AICC ] और बाईस पी सी सी[ PCC ] सदस्य हैं|ऐसे महत्वपूर्ण आयोजन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जमावड़े का आभाव कहीं न कहीं यह सन्देश जरुर देता है कि २०१४ के टारगेट को प्राप्त करने के लिए किये जा रहे कार्यों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है |
शीला दीक्षित ने बिजली पानी के बिलों में धांधली के आरोपों की बौछार से बचने के लिए स्वयम नए विवाद के रूप में एक ढाल ईजाद की
दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने बिजली पानी के बिलों में धांधली के आरोपों की बौछार से बचने के लिए स्वयम नए विवाद के रूप में एक ढाल ईजाद की है| इसके लिए उन्होंने एक ऐसे राजनीतिक साए को मीडिया के समक्ष पेश किया है जिसका वजूद या नाम तक बताने से उन्हें परहेज हैं| मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित आज कल दिल्ली में बिजली और पानी के बिलों में धांधली के आरोपों से गले तक घिरी हैं|आये दिन आम आदमी पार्टी[आप] और भाजपा नए खुलास एकाराने में लगे हुए हैं|ऐसे में उन्होंने एक नए विवाद को स्वयम ही हवा दे दी है| उन्होंने कहा है कि हाल में एक शख्स ने मुझे [शीला]दिल्ली विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस का टिकट पाने के लिए घूस की पेशकश की। शीला ने कहा कि घूस की पेशकश करने वालों को कुछ नहीं होता, जबकि भ्रष्ट तो वे भी होते हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शीला दीक्षित का यह तीसरा कार्यकाल है। चौथी बार उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने की तैयारी की जा रही है।
सी एम् ने यह खुलासा करके मीडिया और विपक्ष को एक नया मुद्दा जरूर दे दिया है इस खुलासे पर दिल्ली की सियासत एक बार फिर गरम हो गई है। बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने कार्रवाई करने के बजाय मीडिया में बयान देने को लेकर शीला की नीयत पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं|
आप के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया
ने सवाल किया है कि शीला किस कारण घूस देने वाले का नाम नहीं बता रही हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे करप्ट लोगों को कड़ी सजा मिले, इसके लिए जरूरी है कि उसका नाम बताया जाए।
दिल्ली विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष प्रो. विजय कुमार मलहोत्रा
ने कहा है कि श्रीमती शीला दीक्षित का यह बयान कांग्रेस संस्कृति को बेनकाब करता है। पहली बार एक मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार किया है। रिश्वत लेना अपराध है तो रिश्वत देना भी अपराध है और उस अपराध को छिपाना भी अपराध है। किसी अपराधी को बचाने का काम मुख्यमंत्री करे तो निन्दनीय होने के साथ-साथ अनैतिक व कानून विरोधी भी है। आखिर रिश्वत की पेशकश करने वाला व्यक्ति अभी कांग्रेस में किस पद पर है यह खुलासा होना चाहिए।।एक दैनिक अखबार में दिए इंटरव्यू में शीला ने बताया कि एक शख्स उसने मिलने उनके दफ्तर में आया और उन्हें पैसों के एवज में विधानसभा चुनाव में टिकट देने की पेशकश की।
गौरतलब है कि श्रीमती शीला दीक्षित का यह बयान उस समय आया है जब उनकी सरकार बिजली पानी के बिलों में धांधली के आरोपों से गले तक घिरी हैं आये दिन नए खुलासे किये जा रहे हैं| ऐसे में अपनी पार्टी से सम्बंधित एक और नए विवाद को स्वयम जन्म देना बेवजह नहीं हो सकता जबकि सी एम् ने कहा है कि घूस की पेशकश करने वाले अपराधी का कुछ नहीं बिगड़ता इसके बावजूद उन्होंने घूस देने वाले का नाम नहीं बताया। दबाब बढने पर अब इस मुद्दे को तत्कालीन पी एम् राजीव गांधी [अब स्वर्गीय]के कार्यकाल से जुडा बताया जा रहा है|
राजीव गाँधी की स्वीडिश कंपनी के साथ सांठ गाँठ के विक्लिक्स के खुलासे की प्रभावी जाँच नहीं होगी :मनीष शिशोदिया ;कांग्रेस ने खंडन किया
सनसनी खेज ख़बरों को लीक करने में माहिर हो चुके विकिलीक्स ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी[स्वर्गीय]पर स्वीडिश कम्पनी के लिए
इन साइडर
का काम करने का आरोप लगाया है| विक्लिक्स ने दावा किया है कि इंडियन एयरलाइन्स में काम करते हुए राजीव गांधी स्वीडन की एक कंपनी के लिए एजेंट का काम भी करते थे| इस पर टिपण्णी करते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा है कि जन लोक पाल के नहीं होने से इस आरोप की भी जांच की खाना पूरी करके इसे भी ठन्डे बसते में डाल दिया जाएगा|
आप के वरिष्ठ नेता मनीष शिशोदिया के अनुसार जांच एजेंसियों में न्युक्तियों में सांठ गाँठ हो रहे है इसी लिए जांच एजेंसियां सरकार में बैठे प्रभावी नेताओं के हितो की रक्षा में लगी हुई हैं | प्रभावी जन लोक पाल नहें होने से कोई भी प्रभावी जांच नहीं हो पायेगी|
गौरतलब है कि एक अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ ने विक्लिक्स के हावाले से खबर छापी है कि स्वीडन की साब स्कानिया कंपनी के साथ राजीव गांधी जुड़े हुए थे. हालांकि राजीव के प्रयासों के बावजूद भी वोह सौदा नहीं हो सका था. विमान खरीद कि उस रेस में ब्रिटिश कंपनी जुगआर ने बाजी मार ली थी.
जार्ज फर्नाडीज
विकिलीक्स ने सीआईए से पैसे लेने पर भी समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस को भी लपेटा है| श्री मति इंदिरा गांधी के आपात काल[इमरजेंसी] से लड़ने के लिए जॉर्ज फर्नांडिस ने फ्रांसीसी सरकार [सी आई ऐ]से भी मदद मांगीथी|.
कांग्रेस ने किया खुलासे का खंडन
विकिलीक्स द्वारा देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर किए गए खुलासे को कांग्रेस पार्टी ने खारिज कर दिया है. कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा है कि विकिलीक्स के आरोपों में कोई दम नहीं है. जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि आज एक प्रतिष्ठित अखबार ने अजीब सी खबर छापी है. मैं इसे लेकर निराश हूं. उन्होंने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इसी रिपोर्ट में नीचे की पंक्तियों में लिखा है कि इन दावों की पुष्टि करने वाला कोई नहीं था तो यह खबर यहीं आधारहीन हो जाती है|
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