Ad

Tag: rape victim denied justice

दिल्ली पोलिस से आप पार्टी ने न्याय माँगा तो बदले में लाठियां और जेल मिली

आम आदमी पार्टी [आप] ने दिल्ली पोलिस की अमानवीय पोलिसगिरी के विरुद्ध न्याय की मांग की है|पार्टी का आरोप है की पार्टी के कार्यकर्ताओं
ने जब बलात्कार के खिलाफ एफआईआर दर्ज़ किये जाने की मांग उठाई तो कार्यकर्ताओं के ऊपर पुलिस ने कहर. बरपा दिया|
गोकुलपुरी बलात्कार मामले में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने कल न सिर्फ बेरहमी से मारा बल्कि उनके पानी मांगने पर पेशाब भी पिलाने की कोशिश की|. गिरफ्तार १५ कार्यकर्ताओं में से कई के हाथ पैर तोड दिए गए हैं. थाने में बंद कर महिला कार्यकर्ताओं को पुरुष पुलिसकर्मियों ने लात घूसों से पीटा. इनमें से एक अखिलेश ने जब पानी मांगा तो एक पुलिसकर्मी ने अपनी पेंट की चेन खोलकर उसे पेशाब पिलाने की कोशिश की.| पुलिस बार बार आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से पूछ रही थी कि “कहां है तुम्हारा मीडिया. अब मीडिया नहीं है तो हमें कैसे ससपेंड करवाओगे”. इस पिटाई के बाद पुलिस ने खुद ही अपने थाने की खिडकियां तोडीं और कार्यकर्ताओं पर तोडफोड व दंगे का आरोप लगा दिया|. आज १५ लोगों को अदालत में पेश किया गया जहां ४ महिलाओं को तो जमानत दी गई लेकिन बाकी को जमानत देने से भी मना कर दिया गया.
आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल ने ४ महिलाओं को जमानत देने और ११ पुरुषों को जमानत न देने के फैसले के औचित्य पर सवाल उठाया है.| इतना ही नहीं, सुनवाई के ठीक पहले दोपहर करीब १.३० बजे, अदालत में बैठे कई लोगों ने गोकुलपुरी इलाके के एसीपी को जज साहब के चैंबर में जाते देखा. इसके ५ मिनट बाद जब लोगों ने जज साहब के स्टेनो से पूछा तो उसने बताया कि दोनों साहब लंच कर रहे हैं. इस पर अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाया है कि सुनवाई के ठीक पहले,

मामले से जुडे एसीपी के साथ जज का लंच करना, क्या न्याय की मर्यादा के खिलाफ नहीं है.

उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि जज साहब को दोनों के बीच हुई बातचीत का खुलासा करना चाहिए.
इसके बाद सुनवाई हुई जिसमें जज साहब ने पुलिस के गवाहों को तो सुना लेकिन पुलिस की पिटाई में घायल लोगों को एक शब्द भी नहीं बोलने दिया. आश्चर्य की बात है कि इस मामले में

पुलिस ने जिस अधिकारी को शिकायतकर्ता बनाया है उसी को जांच अधिकारी भी बनाया है.

गोकुलपुरी का यह घटनाक्रम इस प्रकार है

– बलात्कारियों के चंगुल से छूटने के बाद पीडिता और उसके पति ने ऑटो पकड़ा. उन्हें परेशान हाल देखकर ऑटो वाले ने उनसे बात की तो उसे पूरा मामला समझ में आया. वह पीड़ित दंपत्ति को लेकर गोकुलपुरी थाने पंहुचा और सुबह करीब 5 बजे आम आदमी पार्टी की हेल्पलाइन पर फ़ोन कर घटना की जानकारी दी और मदद का अनुरोध किया. सुबह 6 बजे आम आदमी पार्टी के कुछ कार्यकर्ता थाने पहुच गये. इसके बाद कई घंटे तक पुलिस टाल मटोल करती रही. जब कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ी तो 11 बजे पीडिता को मेडिकल के लिए ले जाया गया. इसके बाद भी पीड़िता के पति या कार्यकर्ताओं को पुलिस कुछ बताने को तैयार नहीं थी.
आप पार्टी ने आरोप लगाया है के दिल्ली में बलात्कार होना, पुलिस का एफआईआर तक न दर्ज करना और फिर इंसाफ मांग रहे लोगों पर लाठियां बरसाकर उन्हें जेल में डाल देना, ये सब दिल्ली में जंगलराज की निशानी है. दिल्ली विधानसभा में बैठी कांग्रेस और बीजेपी महिलाओं को सुरक्षा देने के मामले में हाथ खडे कर चुकी हैं. मुख्यमंत्री शीला दीक्षित तो ‘पुलिस मेरे हाथ में नहीं है’ कहकर पल्ला झाड लेती हैं, वहीं बीजेपी वाले कभी कभार प्रदर्शन की रस्म अदायगी कर घर बैठ जाते हैं. विधानसभा में आज तक कोई इस मुद्दे पर कुछ नहीं करता, जबकि दिल्ली में हर रोज़ बलात्कार की दिल दहलाने वाली घाटनाएं सामने आ रही हैं.
गोकुलपुरी इलाके में सामने आई गैंगरेप की घटना के बाद भी पुलिस एफ.आई.आर दर्ज नहीं कर रही थी. एक आटोचालक के माध्यम से यह खबर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं तक पहुंची. पुलिस अधिकारी अपने इलाके में बलात्कारियों की इस हरकत पर शर्मसार होने की जगह, इंसाफ मांग रहे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाने लगे. कई लोगों की हड्डियां तोड़ दी गईं. आम आदमी पार्टी के 15 कार्यकर्ताओं को थाने में बंद करके फिर से पीटा गया. महिला कार्यकर्ताओं पर भी पुरुष-पुलिसकर्मियों ने चांटे और डंडे बरसाए और उन्हें भद्दी भद्दी गालियां देकर अपमानित किया गया. यहां तक कि पानी मांगने पर गिलास में पेशाब दिया गया.
आज दिल्ली पुलिस या तो अपराधियों के संरक्षण में लगी है या नेताओं के. नेता और अधिकारी दोनों जनता के मन में खौफ पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. इस समय दिल्ली में जनता सिर्फ आम आदमी पार्टी पर भरोसा कर रही है. पार्टी के कार्यकर्ता निडर होकर बलात्कारियों के खिलाफ आवाज़ भी उठा रहे हैं और पुलिस को भी सही धाराओं में रिपोर्ट लिखने व दोषियों को गिरफ्तार करने पर मजबूर कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी के लोग सत्ता में न होकर भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए जान हथेली पर रखकर आगे आ रहे हैं. इसमें आम आदमी पार्टी से जुडे आटोचालक भी अहम भूमिका निभा रहे हैं.
इसके पहले भी कई मामलों में आम आदमी पार्टी का महिला सुरक्षा दल ज़रुरत के वक़्त महिलाओं की सुरक्षा के काम आती है. ये दल इस वक़्त दिल्ली के कई क्षेत्रों में काम कर रहा है-
– 3 दिन पहले गुड़गांव में एक छोटी सी बच्ची के साथ बलात्कार हुआ . मामला लेकर पीड़ित के घर वाले पुलिस के पास पहुंचे, पर पुलिस ने मामला दर्ज तो हुआ,पर अपराधियों को पकड़ने में कोई मुस्तैशी नही दिखाई. बाद में घरवालों ने “आम आदमी पार्टी” से सम्पर्क किया, और अब “आप” कार्यकर्ता ही बच्ची को इन्साफ दिलाने की मुहीम चला रहे है.
– कानपुर में मजदूर की 7 साल की बच्ची को घर के बाहर से अगवा करके सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने एफआईआर करने से भी इनकार कर दिया,बाद में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए,पहले तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को ही गिरफ्तार किया, पर बाद में पुलिस पर दवाब बना, और पुलिस ने अपराधियों की गिरफ्तारी की,और कार्यकर्ताओं को बरी कर दिया।
– गाज़ियाबाद से एक बच्ची अगवा हुई, यहाँ भी आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ मिलकर मुरादनगर से लड़की को बरामद कराया. दूसरे केस में अगवा बच्ची की माँ ने आम आदमी पार्टी को संपर्क किया, तो पुलिस के साथ मिलकर इस बच्ची को भी बरामद किया गया.
– दामिनी केस के बाद सबसे ज्यादा चर्चा में आये गुडिया बलात्कार मामले में भी सिर्फ आम आदमी पार्टी के हस्तक्षेप के बाद ही बच्ची की जान बच पायी. पूरे दिन प्रदर्शन के बाद बच्ची को अच्छे अस्पताल में भरती कराया गया और 2 दिन के भीतर बलात्कारी को पकड़ा गया.
आज दिल्ली में आम आदमी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो महिलाओं की सुरक्षा के प्रति वचनबद्ध है. जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्पेशल कमांडो फोर्स बनाई जायेगी. इसमें हर वार्ड में कम से कम २५ कमांडो महिलाओं की दिन रात सुरक्षा के लिए ही तैनात किए जायेंगे. इस फोर्स में नौजवानों को कमांडो ट्रेनिंग देकर रखा जायेगा. इनका कमान ईमानदार पूर्व सैनिकों के हाथ में दी जायेगी.
इसीलिए आने वाले चुनाव के लिए हमारा नारा है- ‘अगर फिर दिया बेईमानों को वोट तो होते रहेंगे दिल्ली में बलात्कार’.