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हरियाणा में चुनाव आते ही जांच एजेंसियों को रोबर्टवाड्रा याद आया

(नयी दिल्ली) हरियाणा में चुनाव आते ही जांच एजेंसियों को रोबर्टवाड्रा याद आया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि वह रॉबर्ट वाड्रा को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ करना चाहता है क्योंकि धनशोधन मामले में ‘‘धन के लेन-देन की कड़ियों’’ से कथित रूप से उनका सीधा संबंध है।
ईडी ने न्यायमूर्ति चंद्र शेखर के सामने कहा कि कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा मामले की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
वाड्रा पर लंदन में 12, ब्रायनस्टन स्क्वायर स्थित 17 करोड़ रुपए की सम्पत्ति की खरीदारी में धनशोधन का आरोप है। उनके खिलाफ धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत जांच की जा रही है।
वाड्रा ने कहा कि ईडी बेमतलब की जांच कर रही है और उसके पास उनके खिलाफ आरोपों के समर्थन में कुछ भी सामग्री नहीं है

कार्त्ति और वढेरा के सर पर बड़ों का हाथ होने पर ही इनका विशाल साम्राज्य खड़ा हुआ होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये मोदी सरकार कितना नीचे गिर गई |ओये पहले सोनिया जी के दामाद होने के कारण वढेरा जी के पीछे पढ़े रहे और अब हसाडे वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम साहिब के बेटे कार्त्ति के पीछे पढ़ गए हैं|ओये हसाडे नेताओं के बच्चों के पीछे बिना सोचे समझे बिना किसी सबूत के पड़ना कहाँ की ?राजनीती है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी! कार्त्ति और वढेरा के सर पर बड़ों का हाथ होने पर ही इनका विशाल साम्राज्य खड़ा हुआ होगा
रोबर्ट वढेरा और कार्त्ति साहिब ने अपने अपने बुजुर्गों के हाथों के बदौलत ही एम्पायर खड़ी की है ऐसे में स्वाभविक रूप से आंच तो उन पर भी आएगी ही |

वढेरा का एयरपोर्ट्स पर टंगा वीआईपी छींका गिराया ,अब उसे भी रातब फ़ैलाने का मौका मिल गया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आप पार्टी चेयर लीडर

ओये झल्लेया! छाज बोले तो समझ में आता है लेकिन यहां तो छन्नी भी चीखे मारने लग गई |ओये मुल्क के रॉयल दामाद “रोबर्ट वढेरा” ने समाज सेवा का एक भी कार्य नही किया और अब हसाडे सम /विषम की क्रान्तिकारी योजना का विरोध करने पर उत्तरआये हैं| ओये सिर्फ ये लोग ओनली आईपी बनने के लिए प्रदुषण नियंत्रण जैसी ज्वलनंत समस्या के लिए भी पाखण्ड चला रहे हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान! वढेरा का एयरपोर्ट्स पर टंगा वीआईपी छींका गिराया ,अब उसे भी रातब फ़ैलाने का मौका मिल गया
आप लोगों ने कोस कोस कर रोबर्ट वढेरा का एयरपोर्ट्स पर टंगा वीआईपी स्टेटस छींका गिरा दिया|अब उन्हें भी मौका मिल ही गया रातब फ़ैलाने का

रोबर्ट वढेरा के भूमि घोटाले का जिन्न फिर से बाहर आ गया

[नई दिल्ली]रोबर्ट वढेरा के भूमि घोटाले का जिन्न फिर बाहर आ गया है|हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल कुमार विज ने तीखे तेवर दिखाते हुए यह घोषणा की है कि रोबर्ट वढेरा की फर्म द्वारा कांग्रेस की हुड्डा गवर्नमेंट में किये गए भूमि घोटालों की शीघ्र जाँच की जाएगी श्री विज के अनुसार राहुल गांधी के सूटिड बूटिड जीजा जी रॉबर्ट वाड्रा के घोटालों की जांच तो होगी जरूर । कब होगी, कैसे होगी, इसका फैसला करेंगे मुख्यमंत्री जी | अब इसके लिए [रिटायर्ड] जस्टिस एसएन ढींगरा का चयनभी कर लिया गया है जिसकी रिपोर्ट छह महीनों में आने की संभावनाएं हैं| इस पर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के दामाद रोबर्ट वढेरा ने ने आज उम्मीद जताई कि उनके जमीन सौदों के सिलसिले में हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गयी जांच को राजनीतिक बदले के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जाएगा और उनके या उनसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।इस पर केंद्रीय गृह मंत्री राज नाथ सिंह ने आज कहा है कि भाजपा की सरकार प्रतिशोध के लिए कोई काम नहीं करेगी

सीएम खट्टर ,कहीं, हरियाणवी अशोक खेमका के केस चक्रव्यूह में अभिमन्यु बनने तो नहीं जा रहे

[चंडीगढ़]सीएम खट्टर ,कहीं, हरियाणवी अशोक खेमका के केस चक्रव्यूह में अभिमन्यु बनने तो नहीं जा रहे|
हरियाणा के १० वें सीएम को भी भ्र्ष्टाचार के चक्रव्यूह का सामना करना पड़ रहा है |जीरो टॉलरेन्स का नारा देने वाले श्री खट्टर अशोक खेमका के केस में अर्जुन के बजाय अभिमन्यु सरीखे मजबूर दिखाई दे रहे हैं |
हरियाणा को भगवान का निवास” कहा गया है लेकिन नाम के विपरीत यहाँ आये दिन अराजकता मुह फैलाये खड़ी दिखाई दे रही हैं |प्रदेश के इस डीएनऐ को बदलने का संकल्प लेकर सत्ता में आये भाजपा के पहले मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर संकटों में घिरते जा रहे हैं |शिक्षक+किसान+ट्रांसपोर्टर+के आलावा आये दिन एक्सीडेंट+लूट की समस्यायों से जूझते हुए चौथे लाल श्री खट्टर भी प्रदेश के पूर्व तीन “लाल” की भांति असहाय दिखने लग गए हैं |
यह शायदप्रदेश के डीएनऐ में ही हैं|
हरियाणा राज्य वैदिक +सिंधु घाटी सभ्यता का मुख्य निवास स्थान है। यूं तो इस क्षेत्र में लड़ी गई विभिन्न लड़ाइयाँ भी इतिहास में दर्ज हैं |इसमें महाभारत के महा युद्ध के अलावा तीन पानीपत की लड़ाइयाँ भी शामिल हैं मगर “गीता” के ज्ञान से यह प्रदेश हरि का निवास कहा गया है|
राजनीतिक इतिहास देखा जाये तो यहां बुराइयों के चक्रव्यूह को भेदने के लिए ९ धाकड़ मुख्य मंत्री आये+बंसी लाल तीन बार तो चौधरी देवी लाल के परिवार को ६ बार सत्ता सुख प्राप्त हुआ भजन लाल ने भी अपने तेवर दिखाए +यहां के पहले सीएम तो राष्ट्रपति भी बने मगर प्रदेश का डी एन ऐ नहीं बदल पाये जिसके फलस्वरूप तीन बार [ नवंबर १९६७+ जून १९७७+ जुलाई १९९१ ]राष्ट्रपति शासन लगाया गया |
हरियाणा, भारत के अमीर राज्यों में से एक है और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर यह देश का दूसरा सबसे धनी राज्य है यह आर्थिक रूप से दक्षिण एशिया का सबसे विकसित क्षेत्र है शायद इसीलिए ९ वें मुख्य मंत्री ने राबर्ट वढेरा और डी एल ऍफ़ की लैंड डील से आँखें मूंदे रखीजिन्हें खोलने के लिए व्हिसल ब्लोअर अशोक खेमका चर्चा में आये और उत्पीड़न का शिकार बने |
प्रदेश के दसवें मुख्यमंत्री श्री खट्टर से जनता को अपेक्षाएं हैं लेकिन मात्र चार महीने में ही अशोक खेमका जैसे व्हिसल ब्लोअर को ४६ वें ट्रांसफर का दंश दे दिया|बेशक सरकारी डिक्शनरी में ट्रांसफर को दंड नहीं कहा गया लेकिन ट्रांसपोर्ट विभाग जैसे मलाई दार महकमे से पुरातत्व जैसे काम महत्वपूर्ण विभाग में ट्रांसफर अपने आप में अभूत कुछ कह जाता है| स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने अपनी सरकार की छवि सुधारने के लिए अशोक खेमका का साथ देने की घोषणा कर दी है इसके बावजूद श्री खट्टर पुराने सियासी ब्यान को ही दोहराने में लगे हैं”यह तो रूटीन ट्रांसफर था” प्रदेश सरकार का यह कदम इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि स्वयं खट्टर ने २९ मार्च को शासन +प्रशासन में फैले रिश्वत के बाजार को समाप्त करने का बीड़ा उठाया था २९ मार्च के एक ट्वीट में कहा गया है”राजनीती शक्ति अर्जन के लिए नही वरन जनता की सेवा के लिए है
हो सकता है कुछ छेत्रों में शासन के विरोधों की दिशा बदलने के लिए ऐसे जुगाड़ जरूरी समझे गए हों लेकिन क्षति तो हर हाल में क्षति ही है

सोनिया गांधी के हरियाणा के किसानों के बीच दौरे से हेल्थ मिनिस्टर से त्रस्त हुड्डा का हौंसला जरूरी बढ़ेगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाड़ी सोणी कांग्रेस फिर से मैदान में आ गई है |हसाड़ी माननीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी ने कह दिया है कि किसानों के लिए पहले भी जंग करते रहे हैं और अभी भी करेंगे |उन्होंने हरियाणा के रिवाड़ी से लेकर भिवानी तक के किसानो से सम्पर्क किया और बर्बाद हुई फसल के लिए जल्द और उचित मुआवजे के लिए खुली जंग का एलान कर दिया है

झल्ला

राजस्थान के बाद हरियाणा में श्रीमती सोनिया गांधी के
दौरे से किसानो का तो पता नहीं हां निरंतर भाजपाई हमलों से घिरे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को थोड़ी बहुत स्पोर्ट जरूर मिल जाएगी |[१]उहलावास के राजीव गांधी चेरिटेबल ट्रस्ट से किसानों से हथियाई गई जमीन नहीं छिनेगी+ [२]केटीएस तुलसी+अश्विनी कुमार +डॉ सिंघवी +मनीषतिवारी जैसे वरिष्ठ नेता कम वकीलों को दी गई करोड़ों रुपयों की फीस की जांच धीमी हो जाएगी और इसके अलावा हो सकता है कि स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कांग्रेस को अंग्रेजों की ओलाद कहने से बाज आ जाएँ +और सबसे अंत में डीएलऍफ़ +वढेरा की फ़ाइल फाइनली फाइल हो जाये

मोदी भापे!भूअधिग्रहण के लिए एक्सपर्ट रोबर्ट वढेरा जी की सेवायें लेलो कांग्रेस खुश हो जाएगी और किसान भी

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये तो हद ही हो गई यार देख तो हमने जनता की भलाई के लिए भूमि अधिग्रहण बिल क्या ले आये ये अन्ना से लेकर अरविन्द केजरीवाल ने सड़क और और आनंद शर्मा ने संसद में हंगामा बरपा कर दिया न तो सड़क पर निकल पा रहे है और न ही संसद में कोई काम ही कर पा रहे हैं |अरे भईग्रामणी इलाकों में सड़के+पुल बनाने+गरीबों के लिए मकान बनाने +रक्षा मंत्रालय के लिए ही तो जमीन अधिग्रहित की जानी वहां हमने अपने महल थोड़े ही खड़े कर लेने हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी आप शायद भूल गए कि कांटे को काँटा ही निकालता है इसीलिए जमीन अधिग्रहण में एक्सपर्ट भूपेंद्र सिंह हुड्डा +अशोक गहलोत+डीएलऍफ़ और रोबर्ट वढेरा की विशेष्ज्ञ सेवायें क्यूँ नहीं ले लेते इससे कांग्रेस और किसान दोनों खुश हो जायेंगे

जैसे नौ मन तेल के बिना राधा ना नाचे वैसे ही फ़ाइल के पन्नों के बगैर वढेरा जी थानों में ना नाचें

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाईयों ने क्या पाखंड मचाया हुआ है पहले चिल्लाते फिरते थे कि हसाडे सोणे जवाई राजा रोबर्ट वढेरा जी ने हरियाणा की जमीनों में धांधली करके करोड़ों रुपये अंदर कर लिए अब जब इनकी सरकार बन गई तो घिघिया रहे हैं कि डीएलऍफ़ के साथ हुई वढेरा जी की डील की फ़ाइल के अहम पन्ने ही नहीं मिल रहे|जिस ढीले ढाले अशोक खेमका को हमने तड़ी पार लगाया था वोह अब इस सरकार के खिलाफ ऍफ़आईआर दर्ज करने की बात करने लग गया है |ओये इन्होने झूठ का बोलबाला करके सत्ता तो कब्ज़ा ली अब देखते हैं ये खट्टर की मनोहर सरकार न्याय कैसे करती हैंऔर ये आप पार्टी वालों को तो सांप ही सूंघा हुआ है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जैसे नौ मन तेल के बिना राधा ना नाचे वैसे ही फ़ाइल के पन्नों के बगैर वढेरा जी थानों में ना नाचें
ठीक ही है न “नौ मन तेल होगा ना राधा नाचेगी” हाँ हाँ ना पन्ने होंगे ना वढेरा जी थानों में नाचेंगे

हरियाणा के पूर्व सीएम हुड्डा वृद्धावस्था पेंशन के अपने ही दावं में फंस गये और सदन से वाक आउट कर गए

[चंडीगढ़] हरियाणा के पूर्व मुख्य मंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का सियासी दावं उलटे कांग्रेस पर ही भारी पड़ गया | जिसके चलते कांग्रेस को सदन से वाक आउट करना पड़ा|
श्री हुड्डा ने सत्ता रुड भाजपा को घेरने के लिए वृद्धावस्था पेंशन २००० रुपये प्रति माह की दर से वितरित किये जाने के वायदे को पूरा करने को कहा जिसके जवाब में मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पुरानी सरकार द्वारा पेंशन वितरण प्रणाली में अनेकों अवय्वस्थाओं को पहले दूर करने की बात कही |
श्री खट्टर ने कहा कि दो हजार रुपये पेंशन देने का उनका चुनावी वायदा था और उस पर वे अभी भी कायम हैं लेकिन पुरानी कांग्रेस की सरकार द्वारा दी जा रही एक हजार रुपये की वृद्धावस्था पेंशन वितरण प्रणाली में अनेको खामियां है जिन्हें दूर किया जाना जरूरी है इसके आलावा श्री खट्टर ने पुरानी सरकार से प्राप्त आर्थिक स्थिति पर श्वेतपत्र लाने की भी बात कही|वही विपक्ष में बैठी इनेलो के नेता अभय चौटाला ने रोबर्ट वढेरा और डी एल ऍफ़ में हुई जमीन डील की जांच की मांग कर डाली|
सभी तरफ से घिरा पाकर क्षुब्ध कांग्रेस ने सदन से वाक आउट कर दिया , जबकि बीते दिन श्री हुड्डा ने स्वयं सत्र की कार्यशैली में बदलाव के लिए सकारात्मक सहयोग का आश्वासन दिया था |

सीएम खट्टर,हरियाण में रेवड़ियां बांटने वाले एक्स सीएम हुडडा के आखिरी हुक़ुमों की,हद तय करेंगे

चंडीगढ़]सीएम खट्टर,हरियाण में एक्स सीएम हुडडा के रेवड़ियां बांटने वाले आखिरी हुक़ुमों की, हद तय करेंगे
अपने उपदेशक पी एम नरेंद्र मोदी के साथ कदम ताल करते हुए हरियाणा के नए मुख्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हुड्डा सरकार के हुक़ुमों की निष्पक्षता से जांच कर ही इनकी ह्द तय करने की घोषणा कर दी है | चूंकि अभी तक मंत्रीमंडल में शामिल मंत्रियों को पोर्ट फोलियोस नहीं बांटे जा सके हैं इसीलिए हुड्डा से लाभान्वित हुए भू माफियाओं को हड़काने के लिए फिलहाल यही पर्याप्त है| नरेंद्र मोदी भी राष्ट्रीय राजनीती में कानूनी प्रक्रिया का पालन करने की बात कहते हैं
सी एम श्री खट्टर की अध्यक्षता में सोमवार को हुई मंत्रिमंडल की पहली बैठक के बाद उन्होंने बताया कि पिछली सरकार की जनहित में की गई घोषणाएं जांचने और परखने के बाद ही लागू की जाएंगी । पक्षपात के उजागर मामले कानून के अनुसार ही डील किये जायेंगे
गौरतलब है के कांग्रेस के एक्स सी एम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हारने से पहले निम्न कुछ निर्णय लेकर लाभ की रेवड़ियां बांटने का काम किया था
रोबर्ट वढेरा+डी एल ऍफ़ की विवादित जमीन डील में महत्वपूर्ण निर्णय दिया गया था
इसके अलावा :
[1]पुलिस समेत सभी श्रेणी के कर्मचारियों को पंजाब के समान पेंशन और वेतनमान।
[2]अनुबंधित Contract कर्मचारियों की मृत्यु पर तीन लाख रुपये का मुआवजा।
[3]बुजुर्गो, निशक्तों+निराश्रित+विधवाओं को मासिक पेंशन 1500 रुपये।
फाइल फोटो