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राहुल ने वरुण की विचारधारा को अस्वीकार किया_भारत जोड़ो यात्रा

(होशियारपुर)राहुल ने वरुण की विचारधारा को अस्वीकार किया_भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को
 भाजपा और आरएसएस पर संस्थानों पर कब्जा करने और चुनाव आयोग तथा न्यायपालिका पर दबाव बनाने का आरोप लगाया और यह भी घोषणा की कि वह आरएसएस के कार्यालय नहीं जाएंगे, भले ही कोई उनकी हत्या कर दे। गला। अपने चचेरे भाई और भाजपा सांसद वरुण गांधी तक पहुंचने की संभावना पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी विचारधाराएं मेल नहीं खाती हैं। “मैं कभी भी आरएसएस कार्यालय नहीं जा सकता। तुम मेरा गला रेत सकते हो, लेकिन मैं नहीं जाऊंगा। मेरे परिवार की एक विचारधारा है, इसकी एक विचार प्रणाली है," उन्होंने यहां अपनी भारत जोड़ो
 यात्रा के मौके पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा।

अयोध्या में बैनामे का गोरखधंधा,कांग्रेस का पाला पोसा

झल्लीगल्लां
उत्साहितकांग्रेसी

Ram Mandir

Ram Mandir

राम! राम !!राम !!!
घोर अनर्थ।ओए झल्लेया !राम के नाम पर इतनी बड़ी लूट।अयोध्या मे बन्न रहे भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए बनाए गए राममंदिरट्रस्ट ने दो करोड़ ₹ की भूमि साढ़े अठारह करोड़ में खरीद डाली।ये तो घोर कलयुग है ।राम के नाम पर केंद्र और यूपी में सत्ता कब्जाने वालों का असली चेहरा सामने आ गया।
झल्ला
चतुरसुजाण जी।
झल्लाचलो मौके की इंतज़ार में बैठे आपलोगों को बैठे बिठाए 2022 तक चिल्लाने के लिए मौका मिल गया लेकिन झल्लेविचारानुसार यह सारा गोरखधंदा बैनामे का है जिसे आपलोगों की सरकारों ने ही पाला पोसा है।
बैनामे रूपी रुमाल रख कर पहले जमीत घेर लो फिर वहां यौजनाएँ बनाओ और मनचाहा लूट लो

संघी भाई!आपजीकी सरकार भी तो लुटे हुए हिंदुओं को उनका हक नही दे रही

#उत्साहितसंघी
ओए झल्लेया! ये विपक्ष वाले बेफालतू में ही हिंदुओं को गालियां निकालते रहते हैं जबकि देशभक्ति तो हम हिंदुओं का बुनियादी चरित्र है।
#झल्ला
भापाजी! ठंड में तो ठंड रखो ठंड ।संघी भाई!आपजीकी सरकार भी तो लुटे हुए हिंदुओं को उनका हक नही दे रही
1947 में 10 लाख हिंदुओं ने अपना धर्म बचाने के लिए भारत को चुना ,इसके लिए उन्होंने अपने जानोमाल की बेशकीमती कुर्बानियां दी लेकिन कथित हिन्दू हुक्मरानों ने इन पीड़ितों के हक के #कंपनसेशन/#रिहैबिलिटेशन क्लेम तक लूट लिए।और अब आपजी की सरकार भी कह रही है कि हुआ तो हुआ

भारत मे रामराज्य लाने के लिए पीड़ितों को न्याय देना ही होगा

उत्साहितसंघी
ओए झल्लेया! मुबारकां!!
ओए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हसाडा राष्ट्रीय स्वयम सेवक संघ विदेशों से धन लेने की मुहिम नही चलाएगा।अब तो देश के गावों में ही राममय माहौल बनाने के लिए 11 करोड़ परिवारों से सम्पर्क किया जाएगा
झल्ला
भापा जी!
110 करोड़ ₹ इकट्ठा करो +राम मय माहौल बनाओ +भव्य राममंदिर बनाओ
लेकिन रामराज्य लाने के लिए पीड़ितों को न्याय देना ही होगा

National Event at Tagore,s University Rattles Anti RSS Forces

(Kolkata)National Event at Tagore,s University Rattles Anti RSS Forces
A national worskshop on heritage and culture at Visva-Bharati University to be hosted by Rashtriya Kala Manch has triggered controversy in the institute founded by Gurudev Rabindra Nath Tagore.
The central university is collaborating with Rashtriya Kala Manch for the workshop and a section of its students and the faculty have alleged that the 98-year-old institution is allowing organisations close to saffron outfits to set up their base in it.
Leader of SFI’s are against the entry of Rashtriya Kala Manch, an organisation known for its closeness to VHP.”
The programme, , is being held by the university’s journalism department in association with Rashtriya Kala Manch,

RSS Performed Shastra Puja to Mark 94 Years Old Tradition

(Nagpur)Mohan Bhagwat Performed Shastra Puja to Mark Vijayadashmi
Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) chief Mohan Bhagwat on Tuesday performed ‘shastra puja’ at the annual Vijayadashmi festival in Maharashtra’s Nagpur city.
He was seen giving a thumbs up while the RSS band performed after drill exercises by swayamsevaks.
Dussehra holds a special importance for sarsanghchalaks as the RSS was founded on this day in 1925.
HCL founder Shiv Nadar is the chief guest for this year’s event.
Union ministers Nitin Gadkari, Gen V K Singh (retd) and Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis were among the others present at the event.

पीएम की डिनर डिप्लोमेसी मिशन २०१९ के लिए अच्छी शुरुआत


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

औए झल्लेया ! हसाड़े धाकड़ प्रधान मंत्री नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी ने मिशन २०१९ के तहत पार्टी के नेताओं के कसबल कसने शुरू कर दिए |उन्होंने आरएसएस और भाजपा के नेताओं को एक साथ आज डिनर पर बुलाया है

झल्ला

पीएम की डिनर डिप्लोमेसी मिशन २०१९ के लिए अच्छी शुरुआत कही जा सकती है|
आपके पीएम साहिब इफ्तार की दावत तो देने से रहे |अब चूँकि मिशन २०१९ शुरू हो चूका है ,सो भगवा ब्रिगेडों को एक जुट करने के लिए डिनर से अच्छी शुरुआत हो सकती है |

प्रणब ने आरएसएस में हाजरी दी,शर्मिष्ठा ने विरोध ट्वीट कर दिया


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

औए झल्लेया देखा कांग्रेसी आखिर कार कांग्रेसी ही होता है | प्रणब मुख़र्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी अपने पिता की आरएसएस की सभा में उपस्थिति को लेकर फैलाये जा रहे भरम पर आरएसएस और भाजपा को करारा जवाब दे दिया है |औए हमें तो पहले ही शक था के ये भगवा वाले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी को लेकर कोई गेम खेलेंगे और इन्होने सोशल मीडिया पर प्रणब को गणवेश में दिखा कर उसे सही साबित भी कर दिया

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान ! प्रणब मुख़र्जी ने आरएसएस की सभा में हाजरी दे दी | शर्मिष्ठा ने उसका
विरोध कर दिया |बोले तो “रिन्द के रिन्द रहे और जन्नत भी हाथ से ना गई” लेकिन आपलोगों के हाथों से आरएसएस को लेकर मोदी सरकार पर अटैक करने का मुद्दा निकल गया |
फाइल फोटो
प्रणब मुख़र्जी डॉ मनमोहन सिंह कोहली के साथ

Cong VP Rahul Gets Bail in RSS Defamation Case

[Thane,Maha] Cong VP Rahul Gets Bail in RSS Defamation Case
Congress Vice President Rahul Gandhi was today granted bail by a court in Bhiwandi in a defamation case over his alleged comment against the RSS on Mahatma Gandhi’s assassination.
Rahul, who reached the Bhiwandi magistrate court in neighbouring Thane district around 10.30 AM amid tight security along with his supporters, appeared before Judge Tushar Waze, who adjourned the case till January 30, 2017.
Former Union Minister Shivraj Patil stood as surety for the bail for the Congress leader.
The case against Rahul was filed by a local RSS functionary, Rajesh Kunte, over the former’s speech in Bhiwandi on March 6, 2014 in the run up to Lok Sabha polls.
During the rally, Rahul had allegedly claimed, “The RSS people had killed Gandhi.”
The apex court however declined Rahul’s plea that he be exempted from personal appearance before the Bhiwandi court which had taken cognisance of the complaint of an RSS functionary by summoning him as an accused in the case.
Last evening, Rahul reached Mumbai to a rousing welcome by party workers and state leaders.
Several party workers carried placards which read: “Bapu ke samman mein, Rahul Gandhi maidan mein” (For Mahatma Gandhi’s honour, Rahul Gandhi joins fight”; “Gandhiji ke hatyaro se sangharsh rahega jari” (fight against Gandhi’s killers will continue) and “Rahul Gandhi sangharsh karo, hum tumhare saath hai” (Rahul Gandhi carry on the fight, we are with you).

जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष+वयोवृद्ध प्रो.बलराज मधोक[९३] नहीं रहे

[नयी दिल्ली]जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष+वयोवृद्ध प्रो.बलराज मधोक नहीं रहे |वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् [एबीवीपी]के संस्थापक सचिव भी थे।
भारतीय जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष और आरएसएस के दिग्गज नेता बलराज मधोक[९६] का आज एम्स में निधन हो गया।
मधोक कुछ समय से बीमार चल रहे थे और एक महीने से एम्स में भर्ती थे जहां आज सुबह नौ बजे उनका निधन हो गया। आज शाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दो बार सांसद रहे श्री मधोक ने 1961 और 1967 में क्रमश: दिल्ली एनसीटी और दक्षिण दिल्ली का दूसरे और चौथे लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया था।
वर्ष 1966 में उन्हें भारतीय जनसंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया।
वह नयी दिल्ली के पीजीडीएवी कॉलेज में इतिहास विभाग में शिक्षक थे और 1947..48 में उन्होंने ‘‘आर्गेनाइजर’’ तथा 1948 में उन्होंने ‘‘वीर अजरुन’’ हिंदी साप्ताहिक का संपादन किया। वह जम्मू,कश्मीर प्रजा परिषद् के संस्थापक सचिव भी थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मधोक के निधन पर दुख जताया है और कहा कि उनकी वैचारिक प्रतिबद्धता मजबूत थी, विचारों में सुस्पष्टता थी और उन्होंने नि:स्वार्थ भाव से खुद को राष्ट्र और समाज को समर्पित कर दिया था।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘जनसंघ के दिग्गज नेता श्री बलराज मधोक के दुखद निधन पर शोक जताता हूं। बलराज मधोक जी की वैचारिक प्रतिबद्धता मजबूत थी और विचार काफी स्पष्ट थे। वह नि:स्वार्थ भाव से देश और समाज की सेवा में समर्पित थे।’’
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कई मौके पर बलराज मधोक जी से वार्तालाप करने का अवसर मिला। उनका निधन दुखद है। उनके परिवार के प्रति संवेदना। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
वे गणमान्य शिक्षाविद, विचारक, इतिहासवेत्ता, लेखक एवं राजनीतिक विश्लेषक भी हैं।
उनका जन्म २५ फ़रवरी १९२० को जम्मू एवं काश्मीर राज्य के अस्कार्डू में हुआ था। उनकी उच्च शिक्षा लाहौर विश्वविद्यालय में हुई।
१८ वर्ष की आयु में ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आये। सन १९४२ में भारतीय सेना में सेवा (कमीशन) का प्रस्ताव ठुकराते हुए उन्होने आर एस एस के प्रचारक के रूप में देश की सेवा करने का व्रत लिया।उन्होंने ३० से अधिक किताबें लिखी हैं
फरवरी, 1973 में कानपुर में जनसंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सामने एक नोट पेश किया। उस नोट में मधोक ने आर्थिक नीति, बैंकों के राष्ट्रीयकरण पर अपनी अलग बातें कही थीं।मधोक ने संगठन मंत्रियों को हटाकर जनसंघ की कार्यप्रणाली को ज्यादा लोकतांत्रिक बनाने की मांग भी उठाई थी। लालकृष्ण आडवाणी उस समय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। वे मधोक की इन बातों से इतने नाराज हो गए कि आडवाणी ने मधोक को पार्टी का अनुशासन तोड़ने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से उन्हें तीन साल के लिये पार्टी से बाहर कर दिया गया। इस घटना से बलराज मधोक इतने आहत हुए थे कि फिर कभी नहीं लौटे।
मधोक जनसंघ के जनता पार्टी में विलय के खिलाफ थे। 1979 में उन्होंने ‘भारतीय जनसंघ’ को जनता पार्टी से अलग कर लिया। उन्होंने अपनी पार्टी को बढ़ाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई।