Ad

Tag: SachinPilot

पायलट ने अदालत में दी चुनोती;विधायकों को अयोग्य करार देने संबंधी नोटिस

(जयपुर) पायलट ने अदालत में दी चुनोती;विधायकों को अयोग्य करार देने संबंधी नोटिस
बागी विधायकों को विधानसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार देने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जारी नोटिस को सचिन पायलट खेमे ने राजस्थान उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। अदालत इस याचिका पर बृहस्पतिवार दोपहर में सुनवाई करेगी।
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पायलट सहित कांग्रेस के 19 विधायकों को भेजे गए इस नोटिस पर न्यायमूर्ति सतीश चन्द्र शर्मा की अदालत में सुनवाई होगी।
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की थी कि इन 19 विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में शामिल होने के पार्टी के व्हिप का उल्लंघन किया है, इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मंगलवार को सभी को नोटिस जारी किया।
पायलट खेमे के विधायकों का कहना है कि पार्टी का व्हिप सिर्फ तभी लागू होता है जब विधानसभा का सत्र चल रहा हो।
जिन लोगों को नोटिस भेजा गया है उनमें विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा भी हैं। अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत को लेकर सचिन पायलट के साथ इन्हें भी कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
साल 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस द्वारा अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद से ही सचिन पायलट कुछ नाराज चल रहे थे।
राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 107 और भाजपा के पास 72 विधायक हैं

राजस्थानी कांग्रेस ने चुनावों में शैक्षणिक योग्यता को समाप्त किया

[जयपुर]राजस्थान असेंबली नेचुनावों में शैक्षणिक योग्यता की शर्त समाप्त की
आज विधान सभा में नगरपालिका (संशोधन) विधेयक, 2019 और राजस्थान पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, २०१९ ध्वनिमत से पारित किये गए |
स्वायत्त शासन मंत्री शान्ती कुमार धारीवाल ने नगरपालिका (संशोधन) विधेयक पर कहा कि जन घोषणा पत्र में वायदे को पूरा करने के लिए चुनावों में शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता को खत्म किया जा रहा है|
उन्होंने कहा कि ऎसे कई मामले सामने आए हैं, जहां झूठे सर्टिफिकेट के आधार पर चुनाव लड़ लिया गया। चुनावों में शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता के कारण शिक्षित और अशिक्षित दो वर्ग बन गए। अशिक्षित लोग खुद को हीन समझते हैं, जबकि कॉमन सेंस ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। कई लोग अपने कॉमन सेंस के कारण बड़े प्रशासक साबित हुए।
उन्होंने कहा कि हरिदेव जोशी, भैंरो सिंह शेखावत, ज्ञानी जैल सिंह, राबड़ी देवी और उमा भारती जैसे महत्वपूर्ण लोग भी मैट्रिक पास न होने पर भी अच्छे प्रशासक साबित हुए। उन्होंने कहा कि अशिक्षित व्यक्ति भी अच्छे से अच्छा प्रशासक हो सकता है।
इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए परिचालित करने का संशोधन प्रस्ताव ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री सचिन पायलट द्वारा लाये गए राजस्थान पंचायती राज (संशोधन) विधेयक, 2019 पर
हुई बहस का जवाब देते हुए पायलट ने कहा कि पंचायती राज अधिनियम में पूर्व में किए गए प्रावधान ऎसे थे, जिनसे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किए गए सरपंच भी चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित हो गये थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के आधार पर समाज को दो श्रेणियों में नहीं बांटा जा सकता, इसलिए अधिनियम के प्रावधान संविधान की मूल भावना के विपरीत थे।
श्री पायलट ने बताया कि संवैधानिक संस्थाओं में शैक्षिक योग्यता की शुरूआत पहले ऊपर के स्तर से संसद और विधानसभा से होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि समावेशी विकास के लिए सरकार की यह कोशिश है कि वंचित लोगो को भी समान रूप से अवसर मिल सके।
इससे पहले सदन ने विधेयक को जनमत जानने के लिए परिचालित करने के संशोधन प्रस्ताव को ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया

Pilot Slashes BJP Govt for Institutionalising Transfer Racket

[Jaipur,Raj]Pilot Slashes BJP Govt for Institutionalising Corruption
Rajasthan Congress Chief Sachin Pilot today alleged that the BJP government has institutionalised corruption as a “transfer racket” was operating in the state.
“Government employees and officers who do not have resources and approach are being exploited by the government. They are being transferred on recommendations to benefit the relatives and those known to BJP leaders,” Pilot claimed.