Tag: Satire
अफगान शरणार्थी और घुसपैठियों की जांच परख में काईयाँपन दिखाना होगा
झल्लीगल्लां
चिंतित हिंदूवादी
ओए झल्लेया! ये मोदी सरकार की मति मारी गई है जो अफगानिस्तान से शरणार्थियों को भारत के लिए e visa देने को उदारता दिखा रहा है।देख तो एनशिएन्ट Ancient राजा पोरस ने सिकन्दर के विरोधियों को शरण दी और झेलम चिनाब की जंग हार बैठे। आधुनिक भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने दलाईलामा को शरण दी तो चीन का ड्रैगन आज तक फुंकार रहा है।अब अफगानिस्तान के तालिबान को भी उंगली करनी शुरू हो गई है।ये तो वोही बात हुई कि पैर पर कुल्हाड़ी नही लगी तो कुल्हाड़ी पर ही पैर दे मारो।
झल्ला
ओ भापा जी! खातिर जमीत रखो! शरणागत को शरण देने की परिपाटी का तो आपने स्वयम बखूबी बखान कर ही दिया ।वैसे एआप जी की चिंतावामिब है जिसके निराकरण के लिए भारत सरकार को शरणार्थी और उनके भेष में घुसपैठियों की जांच परख में उदारता के बजायकाईयाँपन दिखाना होगा।
उन्हें एक स्थल पर ही पर्याप्त सुरक्षाघेरे में रख कर मूवमेंट पर सक्षम लगाम लगानी होगी।वरना तो समझो गई भैंस पानी में
अफगान शरणार्थी और घुसपैठियों की जांच परख में काईयाँपन दिखाना होगा
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रजिस्ट्रेशन प्लेट आई नही,फ्री की सर्विस से फ्री करो (व्यंग)
(#व्यंग) महान मुल्क भारत में बेशक 80 करोड़ लोग मुफ्त के सरकारी राशन को मोहताज़ है लेकिन अच्छी कंडीशन की महज महीने में 20 किलोमीटर चलने वाली पेंशनर की स्कूटी महज 15 वर्ष पुरानी होने पर वाहनकमेले में भिजवा कर हुकूमतें विकासविकास का गान कर गौरान्वित होती है।
अब हमारी स्कूटी किसी आंदोलनरत किसान के ट्रेक्टर सरीखा तो है नही सो अभयदान का पात्र नही है।इसी अपमानजनक तमगे से निजात दिलाने को श्रीमती जी ने 83 हजार ₹ की नई स्कूटी का वरदान दे दिया।अब चुनांचे नोटबन्दी के पश्चात सब कुछ चल रहा है सो डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर 1 %अतिरिक्त का भुगतान लाजमी है।
नए का पूरा सम्मान है।सो कुर्सी और दीवान के मध्य स्थान है।पेट्रोल 100 के पार है सो हौंसले की दरकार है
ईमानदार शासन और प्रशासन को भी सलाम है इसीलिए एक माह से रजिस्ट्रेशन नंबर और प्लेट का धैर्य से इन्तेजार है।वाहन कंपनी की पिल रही है इसीलिए या तो रजिस्ट्रेशन के बगैर वाहन चलाओ और चलान कटवाओ ।और तो और 15 दिन में गाड़ी चलाओ या ना चलाओ शुरू की फ्री सर्विस से फ्री होना लाजमी है
जहां तक विकास की बात है तो वाकई में विकास के दावों कोझुटलाया नही जा सकता।मैंने जब सरकारी नॉकरी शुरू की टाओ दूसरी तनख्वाह पर ही एक साईकल (बिना घण्टी+लाइट) ले पाया था, सुपरनुअशन तक महज साईकल से लूना,स्कूटर,स्कूटी तक ही पहुंच पाया। ।पिछले दिनों उसी (जो कभी अपना था)विभाग की रिहायशी कॉलोनी में जाने का अवसर मिला तो देखा कि जितने फ्लैट्स हैं उनके सामने उससे ज्यादा चौपहिया खड़े हैं।
माननीय रमण जी!कानून के हाथ बेशक लम्बे है लेकिन पीड़ितों को न्याय देने में छोटे हैं
झल्लीगल्लां
पुलिसपीड़ितनागरिक
ओये झल्लेया!अब तो माननीय मुख्य न्यायाधीश एन वी रमण जी ने भी स्वीकार कर लिया है कि पुलिस थानों में अघोषित unrecorded थर्ड डिग्री के हर किसी पर इस्तेमाल से मानवाधिकारों का हनन होता है। ओए इससे संविधान की धज्जियां उड़ा कर निर्दोषों को भी आसानी से मौत की नींद सुला दिया जाता है।
झल्ला
भापा जी! आपजी का दुखड़ा जायज है।कानून के हाथ बेशक लम्बे कहे जाते है लेकिन आम जनता को न्याय नही दे पा रहे।वास्तव में पॉलिटिक्स में वोटबैंक की राजनीति के कलंक से ही अधिकांश नागरिक अधिकारों से वंचित है।अब देखो 1947 के रिफ्यूजी आज भी अपने हक/मानावाधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं लेकिन हुक्मरानों के कानों में जूं नही रेंग रही।कानून का रास्ता बेहद महंगा है सो पिसने को मजबूर है।ऐसे ही भृष्ट नेता पुलिस थानों का भी दुरुपयोग करने से बाज नही आते ।
हमलावर सांसद सदन में रहें या जाएं कोई फरक नही पैंदा जी,बिल तो पास हो ही रहे हैं
झल्लीगल्लां
काँग्रेसीचीयरलीडर
ओए झल्लेया!
संसद में ये कैसी तानाशाही का दौर शुरू हो गया???
मोदी सरकार बिना विपक्ष के ही सारा बिजनेस चलाने पर तुली हुई है।
राज्यसभा में हसाडे नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने वरिष्ठता का परिचय देते हुए उच्च सदन में तृणमूल कांग्रेस के छह सदस्यों के निलंबन पर केंद्र सरकार को चेतावनी दे दी है कि मोदी सरकार विपक्षी सांसदों को बाहर निकालकर सदन चलाना चाहती है, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी झुकने वाले नहीं हैं
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजाणा !विपक्ष ने संसद की कार्यवाही के दौरान ही जनहित के मुद्दों पर क्या चर्चा कर ली???
शोर शराबे से जी नही भरा तो पुर्जे फाड़ कर स्पीकरों की तरफ उछाल दिए।अब हुक्मरानों को बिजनेस तो चलाना ही है ,अब चर्चा हो या ना हो।विपक्ष के चुनिंदा सांसद सदन में रहें या जाएं कोई फरक नई पैंदा जी।
आमजन के लिए 1947 के काला अगस्त 21 के अगस्त में और स्याह हो गया
झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया!
ये क्या हो रहा है? ओये सबसे वडडे लोकतंत्र के महान संसद की महत्वपूर्ण कार्यवाही को चाटपापड़ीं और ढोकला बता कर मजाक उड़ाया जा रहा है।मानसून सत्र में महत्वपूर्ण समस्यायों पर चर्चा ही नही हो पा रही । अगर अपनी जासूसी से त्रस्त सांसदों की आपसी दूरियां यूं ही बढ़ती रही तो हमारी समस्यायों का कौन समाधान निकालेगा ? किसानों को राहत कैसे मिलेगी?? कोरोना के खिलाफ जंग कैसे अंतिम मुकाम तक पहुंचेगी???
झल्ला
चतुर सेठ जी!
आपके प्रधान सेवक जी ने भी विपक्ष के व्यवहार को देश और लोकतंत्र का अपमान बता कर पल्ला झाड़ लिया ।मानसून सत्र में कैक्टस रूपी तीन बिल पास करा कर सीना ठोक लिया। आमजन की समस्या 1947 के काले अगस्त से शुरू हुई जो 2021 के काले अगस्त में और स्याह हो गई
1947 के हजारों रिफ्यूजी आज भी अपने हक के रिहैबिलिटेशन क्लेम के लिए दर दर भटक रहे है लेकिन हसाडे अलिकुली संसद ठप्प करने में महारत हासिल करने में जुटे है।
तोड़ूफोड़ू गैंग को सकारात्मक राजनीति में लाने के लिए इच्छाशक्ति से कानून चाहिए
झल्लीगल्लां
कश्मीरीपंडित
ओए झल्लेया!
हसाडे धाकड़ नरेंद्रभाईदामोदरदास मोदी जी ने कमाल कर दिया।ओए भटक हुए पत्थरबाज कश्मीरी युवकों को राह पर लाने के लिए कितना बढ़िया फरमान जारी करवा दिया।ओए कश्मीर में अब पत्थरबाजों को ना तो सरकारी नॉकरी मिलेगी और ना ही विदेश जाने के लिए वीसा दिया जाएगा।ओए अब सब ठीक हो जासी।हमे यहां बसने में आसानी हो जासी।
झल्ला
पंडित जी!गल तो आप दुरुस्त फर्मा रहे हो ।लेकिन आपजी के मोदी जी इसी कानून को पूरे देश मे सख्ती से अमल में क्यूँ नही ला रहे? इस एक कानून से तोड़ूफोड़ू गैंग सकारात्मक राजनीति करने लगेंगे
By धर्म या By कर्म यूपी में गद्दी बचानी हैं (व्यंग)
झल्ली गल्ला
By धर्म या By कर्म यूपी में गद्दी बचानी हैं (व्यंग)
सपाई चीयरलीडर
ओए झल्लेया!ये क्या हो रहा है?इन भजपाइयों ने तो गुरुपूर्णिमा जैसे पवित्र उत्सव का भी मजाक बना कर रख दिया। देख तो एक एक गुरु के दस दस छुटभैयों ने पैर पकड़ कर फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया भर दिया।और तो और मंदिरों में विग्रहों को भी नही छोड़ा।
झल्ला
पहलवान जी! 2022 में आपको पछाड़ने के लिए ये पार्टी लाइन होगी । अब तो सियासत में सब जायज है। By धर्म या By कर्म यूपी में गद्दी बचानी हैं (व्यंग)
वजीफे,मुंहदिखाई,इस्तीफे वाले एपिसोड से पीएमओ की असफलताएं ढंक गई
झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया!देखा हसाडे धाकड़ मोदी साहब का कमाल।
अब यूपी और पंजाब में हसाडा डंका बजे ही बजे
झल्ला
चतुर सेठ जी!बेशक आप इस एपिसोड “स्पेशल 36 ” में नयों को मुंह दिखाई पर दिए वज़ीफों पर फूल के कुप्पा हो जाओ मगर डॉ हर्षवर्धन+रविशंकरप्रसाद सहित 12 मंत्रियों से जो इस्तीफे लेकर पीएमओ की असफलताओं का ठीकरा फोड़ा गया है उस पर मौन क्यूँ???
तौबा तौबा !पुलिस चौकी के सामने गैरकानूनी डेरे के अज्ञात लोगों ने पुलिस पर ही बोला हमला
झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
झल्ला
ओ मेरे भोले सेठ जी!
पुलिस अगर नही सुधरी तो ये कानून तोड़ने वाले पुलिस की वर्दी पर आईं सभी सिलवटें सीधी कर देंगे।यकीन ना हो तो मेरठ के बेगमपुल पर बने डिवाइडर पर घटी शर्मनाक घटना से ही सबक ले लो।
डिवाइडर के एक तरफ पुलिस चौकी है।यहां आए दिन पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों का मीडिया फोटो सेशन चलता रहता है।आपके आई जी भी मेरठ में ही थे।ऐसे में डिवाइडर पर लम्बे समय से गैरकानूनी ढंग से रहने वाले अज्ञात लोगों ने शराब पी कर पुलिस पर ही हमला बोल दिया।अब आप ही बताओ कि पुलिस चौकी के सामने अज्ञात लोगों का गैरकानूनी डेरा ,डेरे में शराब ,और शराब के नशे में पुलिस पर हमला ।अब कौन पुलिस को सुधरेगा???
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