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शत्रुघन सिन्हा को न खुदा मिला ना विसाले सनम

Jamos Cartoon[नई दिल्ली ]शत्रुघन सिन्हा को न खुदा मिला ना विसाले सनम|भाजपा ने अपने स्टार सांसद मगर बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा को ना तो पटना से टिकट दिया और ना ही पार्टी से बाहर ही निकाला |
अपनी अनूठी अदा और संवाद अदायगी से अपने फ़िल्मी विरोधियों को अक्सर ‘‘खामोश’’कराते रहे #शत्रुघ्नसिन्हा को १७वीं #लोकसभा के लिए होने जा रहे चुनाव में पटना से भाजपा का टिकट नहीं मिला
अब उन्होंने पार्टी छोड़ने के संकेत देने शुरू कर दिए हैं |
भाजपा ने पार्टी से निकाल कर #शहादत का ही सौभाग्य भी नहीं दिया
अब पार्टी से उनके खुद ही अलविदा कहने की भी प्रबल संभावना प्रतीत हो रही है
अर्थार्त न खुदा मिला ना विसाले सनम

कांग्रेसी आशीर्वाद से”आप”को शत्रुघ्न के भाषण+आशीर्वाद+प्यार मिलते रहे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

औए झल्लेया! मार दिया ना पापड़ वाले को |औए अब तो भाजपाई हीरो शत्रुघ्न सिन्हा ने भी हसाडी दिल्ली सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य कार्यक्रमों को मोदी की केंद्र में सरकार से बेहतर बता दिया |
उन्होंने हसाड़े सरकार के स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम को भी स्वयं शरू कराया |

झल्ला

कांग्रेस के आशीर्वाद से आप जी को शत्रुघ्न की उपस्थिति+भाषण+आशीर्वाद+प्यार मिलता रहे
उन्हें भी पटना से किसी दूसरी पार्टी से टिकट की दरकार होगी

शत्रुघ्नसिन्हा स्वयं को जिन्दा दिखाने के लिए अक्सर बैकफायर करते दिखाई दे जाते हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओये झल्लेया ये मीडिया वालों ने ख्वाहमख़ाह हसाडे लोकप्रिय सांसद शत्रुघन सिन्हा को भड़काना शुरू किया हुआ है |उलटे सीधे सवाल पूछ कर इनसे उलटे सीधे जवाब निकलवाते रहते हैं |ओये सिन्हा साहब ने अब खुद ही फर्मा दिया है के भाजपा उनकी पहली और भाजपा ही उनकी आखरी पार्टी है |ओये अब सब को दस दो के हसाड़ी पार्टी में कोई अंदरूनी दरार नहीं है|सिन्हा साहब हसाडे थे हसाडे हैं और हसाडे ही रहेंगे

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी!शत्रुघ्नसिन्हा स्वयं को जिन्दा दिखाने के लिए अक्सर बैकफायर करते दिखाई दे जाते हैं
शत्रुघ्न सिन्हा का एक फ़िल्मी नाम शॉट गन सिन्हा भी हैं ये अपने हितों को बखूब जानते हैं और हितों की खातिर ही विरोधियों को खामोश करते रहते हैं लेकिन कभी कभी बैक फायर भी कर जाते हैं |अर्थार्त ये जो कहते हैं उसका उल्टा ही होता दिखाई देता है |मेरठ में रोटरी क्लब के कार्यक्रम में कभी ये महाशय आये थे |तब पत्रकारों के पूछने पर इन्होने संसद में जाने से पुरजोर तरीके से इंकार कर दिया था लेकिन अगले ही दिन पीछे के दरवाजे से राज्यसभा के लिए चुनाव की घोषणा करते दिखे

शॉट गन सिन्हा के ये तो “कहीं पे निगाहें और कहीं पे निशाना वाले” सियासी शॉट्स हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा इस भाजपा के अंदर ही कितना असंतोष है एक के बाद एक नेता अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं |अब तो शत्रुघन सिन्हा ने भी अपनी जुबानी गन से आरोपों के शॉट्स निकलने शुरू कर दिए हैं|ओये शॉटगन सिन्हा ने ७५ साल की “आयु “बार” लगाने की नीति की खुल कर आलोचना की और भाजपा की सरकार में एल के आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को मंत्री नहीं बनाये जाने को मुद्दा बना दिया है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी पेड़ के नीचे बैठ कर आम के टूट कर गिरने की उम्मीद मत लगाओ|ये तो पटना साहिब में ढाई लाख वोटों से जीतने वाले शॉट गन के कहीं पे निगाहें और कहीं पे निशाना वाले सियासी शॉट्स हैं|बिहार से मंत्रियों की लिस्ट में अपना नाम नहीं देख कर इनका क्षणिक विचलित होना स्वाभाविक ही है| देखा नहीं एक तरफ तो उन्होंने कहा है के अपने नेता नरेंद्र मोदी की समझदारी को चुनौती नहीं देना चाहते तो दूसरी तरफ उन्होंने स्वयं को मंत्रालय से दूर रखे जाने पर टिपण्णी भी कर दी है|