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Tag: SikhHistory

सिलेबस में सिख इतिहास हटाने को लेकर पूर्व ने वर्तमान सीएम को ललकारा

[चंडीगढ़,पंजाब]सिलेबस में सिख इतिहास हटाने को लेकर पूर्व ने वर्तमान सीएम को ललकारा
पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा के सिख इतिहास को समाप्त करने के लिए बनाई गई कैप्टेन अमरिंदर सिंह की कमिटी लोगों को गुमराह करने और अपना अपराध दूसरों पर थोपने के लिए ही बनाई गई है|
उन्होंने कहा के कांग्रेस सिख इतिहास को समाप्त करने पर तुली हुई है|वयोवृद्ध बादल ने कहा के अपनी गलती मानने से कोई छोटा नहीं हो जाता इसीलिए कैप्टेन को अपनी गलती किसी दूसरे पर थोपने के बजाय स्वयं अपनी गलती मान लेनी चाहिए |गौरतलब हे के पंजाब में बारहवीं कक्षा के सिलेबस से महत्वपूर्ण सिख इतिहास को हटाने के आरोप लगाए जा रहे हैं जिसे लेकर अकाली दल लगातार कांग्रेस की सरकार पर हमलावर है | शाहकोट में उपचुनाव होने हैं जहाँ इस मुद्दे को भुनाने की भरसक कोशिश जारी रहेगी

पंजाब में नया विवाद,पाठ्यक्रम से सिख इतिहास गायब करने का आरोप

[चंडीगढ़,पंजाब]पंजाब में नया विवाद,पाठ्यक्रम से सिख इतिहास गायब करने का आरोप
पूर्व शिक्षा मंत्री +अकाली दल के प्रवक्ता डॉ दलजीत सिंह चीमा ने मुख्य मंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह को पत्र लिख कर सिख इतिहास को बारहवीं कक्षा के पाठ्यक्रम से हटाए जाने की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है |सरकारी हलकों में कहा जा रहा है के सिख इतिहास को बारहवीं के बजाय अब ग्यारवी कक्षा में पढ़ाया जाएगा लेकिन अकालियों का कहना हे के सिख इतिहास से छेड़ छाड़ः करके दूसरी किताब छपाई गई है |उन्होंने इस किताब को मीडिया के समक्ष पेश करने की भी मांग की है|

सिख इतिहास की महत्वपूर्ण पैतृक तलवार को अंग्रेजी कब्जे से निकालने में भारतीय मूल के बॉब ढिल्लों सफल हुए

सिख इतिहास की एक महत्वपूर्ण पैतृक सम्पत्ति को विदेशी कब्जे से निकालने में बॉब ढिल्लों सफल हुए हैं|केनेडा के धनिक रियल्टर की इस सफलता के समाचार दुनिया भर के अखबारों की सुर्खिया बने हुए हैं| ढिल्लों ने सिख साम्राज्य के संस्थापक महाराजा रंजीत सिंह की एक तलवार नीलामी में खरीद ली है| यह नीलामी मुलोक[ MullockAuctioneers]दवारा कराई गई है| भारतीय पंजाब के बरनाला जिले से हांग कांग गए व्यापारी के परिवार से जापान में पैदा हुए बॉब ढिल्लों ने कनाडा को कर्म स्थली बनायाहै |केनेडा ,कैलगिरी निवासी भारतीय मूल के व्यवसाई बॉब ने अपनी जड़ों से जुड़ी महाराजा रंजीत सिंह की तलवार खरीदने का गौरव पाया है| ३३.५ इंच लम्बी १९ वी सदी की इस ऐतिहासिक तलवार की नीलामी लन्दन बेस्ड नीलामकर्ता मुलोक ने इस माह की ३ तारीख को कराई है इस तलवार पर पंजाबी भाषा “गुरुमुखी” में अकाल सहाय रंजीत सिंह लाहौर लिखा हुआ है|
यदपि इस नीलामी के लिए बंद लिफाफों में बिड मंगाई गई थी और इसकी कीमत भी उजागर नहीं की गई है लेकिन नीलाम कर्ता की वेबसाइट के अनुसार या तो यह तलवार महाराजा को गिफ्ट की गई थी अन्यथा महाराज नेइसे सवयम किसी को भेंट में दिया था | इसीलिए इससे१००००- १५००० पाउंड्स की आमदनी प्राप्त होने की उम्मीद जताई गई थी |
कर्टसी ब्यूरो