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बैडमिंटन की शान साइना नेहवाल के नाम को भी ,लास्ट डेट निकलने के बावजूद, पद्मभूषण के लिए आगे किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भारतीय खेल मंत्रालय के चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे गवर्नेंस का कमाल ओये हमने लास्ट डेट निकल जाने के बावजूद हसाड़ी बैडमिंटन की शान साइना नेहवाल के नाम को भी पद्मभूषण अवार्ड के लिए आगे कर दिया है |हमने खिलाड़ी के असंतोष को कितनी जल्दी सुलझा लिया |अरे भाई पहले सुशील कुमार का ही नाम आया था अब नेहवाल के नाम को भी कन्सिडरजरूर किया जाएगा

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी ठीक है आपजी के दरबार में साइना नेहवाल का नाम नहीं आया तो आप जी ने योग गुरु बाबा राम देव से कुश्ती लड़ने वाले सुशील कुमार को पद्म भूषण के लिए चुन लिया लेकिन “झल्ले” को बात समझ नहीं आई के भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक जीजी थॉमसन आईएएस. को उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले उनके संवर्ग मे वापस क्यों भेज दिया ?

अजय माकन ने, दिल्ली से, नरेंदर मोदी द्वारा पुणे में दिखाए गए गुजरात विकास को आईना दिखाया

कांग्रेस के नए संचार प्रभारी अजय माकन ने भाजपा नरेन्द्र मोदी के पुणे में दिए गए भाषण का दिल्ली से जवाब देते हुए केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए गुजरात में विकास माडल के दावों को आईना दिखाया |
दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में अजय माकन ने स्पोर्ट्स + शिक्षा और टूरिज्म के आंकड़ें प्रस्तुत करते हुए [१]स्पोर्ट्स के मामले में कहा के

[१]स्पोर्ट्स ]

के छेत्र में देश को अन्तराष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने में वाकई अभी समय लगेगा लेकिन इसके साथ ही २०१२ में महामारी उपलब्धियों को कम करके नही आँका जाना चाहिए |इसमें अब तक सबसे अधिक भारत के ८३ खिलाड़ियों ने क्वालीफाई किया और ६ मेडल्स जीते |इसकी तुलना उन्होंने गुजरात से करते हुए कहा के झाड़ खंड के नेशनल गेंम में गुजरात को ४४४ में से जीरो गोल्ड मैडल और कुल १४७९ मेडल्स में से केवल ७ मेडल्स ही मिले जबकि चंडीगढ़ जैसे छोटे यूं टी ने दस मेडल्स जीते| यहाँ तक के ओलम्पिक के लिए हरियाणा ने ६ में से ४ मेडल्स जीते जबकि गुजरात के पास क्या है?

[२]शिक्षा

२००४ में सामान्य शिक्षा के लिए ६८०० करोड़ रुपये थे २०१३-१४ के लिए ५२८७५ करोड़ रखे गए हैं टेक्नीकल शिक्षा में ६४१ करोड़ रुपये बढ़ा कर ६५१८.२ करोड़ का प्रावधान है|
गुजरात में २०११-१२ के लिए १३.९%का प्रावधान रखा था यह देश में १४वा स्थान है|
सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी +आई आई टी+आई आई एम् सर्वश्रेष्ठ हैं सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी की संख्या ३० से बढ़ा कर ७३ कर दी गई हैं|इसके ठीक विपरीत गुजरात में [अ]२५%सरकारी डिग्री कालेजों में प्रिंसिपल नही हैं|[आ]डिप्लोमा इंजीनियरिंग कालेजों में यह २०% से भी कम हैं|[इ]६७% सीनियर फेकल्टी मेंबर की कमी है|सामान्य शिक्षा में यह स्थिति और भी ख़राब है|
[३]मिड डे मिल्स के छेत्र में देश भर में ९२.०६% तक यह सुविधा पहुंची है जबकि गुजरात में यह संख्या केवल ८९.९४% ही है|पंजाब और वेस्ट बंगाल का नंबर इसके बाद आता है|
[४] देश में व्यस्क साक्षरता ६४.८% से ७४% पर है जबकि गुजरात में[ अ]पुरुष साक्षरता ९वे [आ]महिलाओं में १४ वा[इ]
इसके अलावा शिक्षा के अधिकार से ३०८८८ प्राईमरी भवन +१०६४४ अपर प्राईमरी + अतिरिक्त क्लास ६८८३८५ +५१८७०० शौचालय बनवाये गए हैं |७००४७५ शिक्षकों के पद स्वीकृत किये जा चुके हैं|

[३]टूरिज्म

राष्ट्रीय पर्यटन में गुजरात का २.५% शेयर से दसवें नंबर पर है जबकि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहले दस में तो कही नही हैं|