केंद्र सरकार भी यह माना कि देश के सशस्त्र बलों में विरोधी गुप्तचर ऐजेन्सियों द्वारा जासूसी की जा रही है |जासूसी के पांच मामले दर्ज भी किये जा चुके हैं रक्षा मंत्री श्री ए. के. एंटनी ने यह जानकारी राज्यसभा में सपा के नरेश अग्रवाल के प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
उन्होंने बताया कि सशस्त्र बलों में जासूसी पिछले तीन सालों और वर्तमान वर्ष के दौरान (2011 से 2014 तक) जासूसी के पांच मामले दर्ज किए गये हैं। कुछ विरोधी गुप्तचर ऐजेन्सियों का कथित रुप से जासूसी गतिविधियों में लिप्त होने का पता चला हैं। इस प्रकार की घटनाएं रोकने के लिए उचित कदम उठायें गए हैं।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर मेंश्री एंटोनी ने बताया कि भारतीय तट रक्षा गार्ड और भारतीय नौसेना समुद्री तट और उसके आसपास के क्षेत्रों में होने वाली राष्ट्रीय विरोधी गतिविधियों का पता लगाने, उन्हें रोकने और खोज करने तथा बचाव अभियान चलाने हेतु 24 घंटे निगरानी कर रही है। मछुआरों के लिए समुद्र में सुरक्षा उपायों की जानकारी देने के लिए भारतीय तट रक्षा गार्ड यहां रहने वाले समुदाय के साथ बातचीत कार्यक्रम का भी आयोजन कर रहा है। संबंधित समुद्री सीमा वाले राज्यों के सुझाव के बाद भारतीय तट रक्षा गार्ड ने समुद्री सुरक्षा के बेहतर अन्तर एजेंसी सहयोग के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपीएस) जारी की है।
राज्यसभा में श्रीमती कनिमोझी ने तटों की सुरक्षा से सम्बंधित यह प्रश्न उठाया था |
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