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रावण दहन के पश्चात अव्यवस्था के रावण ने पटना में ४० निर्दोष जिंदगियों को लील लिया

[पटना] रावण दहन के पश्चात अव्यवस्था के रावण ने अपना विकराल रूप दिखाया और ४० निर्दोष जिंदगियों को लील लिया|यह हादसा जीतन राम मांझी मुख्य मंत्री की मौजूदगी में हुआ|इससे पूर्व चुनावों के दौरान नरेंद्र मोदी की विशाल चुनावी सभा में भी हलके विस्फोट करके भगदड़ मचाने का प्रयास किया गया था |अब चालाकी से मात्र अफवाह उड़ा कर जनहानि के उद्देश्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त कर ली गई है|
लेकिन उस समय मोदी के धैर्य और न्रेतत्व कौशल से स्थिति को काबू में कर लिया गया| दुर्भाग्य से अबकी बार न तो चीफ मिनिस्टर सक्षम न्रेतत्व दिखाने को उत्सुक दिखे और ना ही व्यवस्था को ही दिशा प्रदान कर सके यहाँ तक के डी एम और प्रदेश सचिव द्वारा मृतकों और घायलों के प्रति अलग अलग आंकड़े आते रहे |डी एम ने तो यहाँ तक कहा के घायलों की संख्या १५ है और सबको बचालिये जाने का आश्वासन भी दिया मगर मृतकों की संख्या ही ४० तक जा पहुंची|यह अस्पताल की व्यवस्था की विश्वसनीयता को उजागर करने के लिए भी पर्याप्त है |
बिहार की राजधानी पटना में दशहरा उत्सव संपन्न होने के बाद गांधी मैदान में कम रौशनी के कारण अफवाहों ने कहर बरपाया |किसी ने कहा बिजली का तार टूट गया तो किसी ने बच्चे के गिरने की बात कही बहरहाल निकासी के लिए एक मात्र बनाये गए राम ग़ुलाम द्वार से निकलने की आपाधापी में भगदड़ मच गई जिसके फलस्वरूप एक दूसरे से कुचल कर कम से कम ४० लोग मारे गए जिनमें २५ महिलाएं और ५ बच्चे हैं||
दशहरे के अवसर पर रावण दहन के पश्चात हुए इस हादसे में घायलों की संख्या भी सैंकड़ा पार कर चुकी है |
दशहरा उत्सव के बाद पटना के गांधी मैदान के बाहर आक्रोशित लोगों की भीड़ ने पुलिस के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए एक यातायात चौकी में जमकर तोड़फोड़ की ।
इस ऐतिहासिक गांधी मैदान में भगदड़ तो अफवाहों के कारण हुई, लेकिन प्रशासन की लापरवाही से ४० लोग मारे गए और सौ से ज्यादा घायल हो गए।
प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार भारी संख्या में जुटी भीड़ के बावजूद प्रशासन ने सड़कों पर लाइट तक की सुविधा नहीं करा रखी थी। यहाँ तक की निकासी द्वार पर भी पर्याप्त रौशनी का अभाव था|
इस मैदान पर दशहरा देखने वालों की भीड़ तो हर साल उमड़ती है, लेकिन शुक्रवार शाम यहां लगभग पांच लाख से ज्यादा लोग एकत्र हो गए।
प्रधान मंत्री ने इसे संज्ञान में लेते हुए फोन पर सी एम से जानकारी हासिल की और मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया|
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पी एम एन आर फंड से मृतकों के परिजनों के लिए २-२ लाख और घायलों के लिए ५०-५० हजार की सहायता राशि का एलान किया