अबहूँ ना बरसे बदरवा ,सावन भागे जाये ,हाय रे सावन भागे जाये
रमज़ान में रोज रोजे रखे,सच्ची इबादत में दिन दिए सब बिताये,
फिर बदरा तू क्यूँ नहीं बरसाए ,हाय रे बदरा क्यूँ ना तू बरसाए
अबहूँ ना बरसे बदरवा ,सावन भागे जाये ,हाय रे सावन भागे जाये
भोलो ने कावण है उठाई ,लम्बी रेस लगाये ,पावों में छाले पड़ गए
फिर भी पानी को तू तरसाये ,हाय क्यूँ फिर पानी को भी तरसाये
अबहूँ ना बरसे बदरवा ,सावन भागे जाये ,हाय रे सावन भागे जाये
शिर्डी वाले साईं दूध से दिए नहलाये हाँ जी दूध से दिए नहलाये
हिन्दू मुस्लिम दोनों ने अपने फर्ज निभाए फिर भी तूने सभी तरसाये
सभी ही तरसाये हाय रे सभी को ही तरसाये ,सावन भागे जाये
हाय रे सावन भागे जाये ,सभी का सावन भागे जाये
Tag: Time Pass Jhalli Shayari
अबहूँ ना बरसे बदरवा ,सावन भागे जाये ,हाय रे सावन भागे जाये
तहलका बना तेजपाल का जंजाल पीड़िता की अम्मा ही जा धमकाई
हम राज किसे बनाये आज झल्ला
जिधर देखो आस्तीनें उभरी हुई हैं
भाजपा से अब सपा में वोह वड गए
राह वाया बसपा जिन्होंने अपनाई
सोनिया कहें मोदी फहलाए जहर
मोदी कहें पूरी कांग्रेस को जहरीली
तहलका बना तेजपाल का जंजाल
पीड़िता की अम्मा ही जा धमकाई
अखिलेश बने यूं पी के युवा सी एम्
लेकिन प.यूं.पी. से ही आँख चुराई
मेरठ में कहीं नजरें नहीं मिल पाई
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