झल्लीगल्लां
नवयुवक
ओए झल्लेया! हसाडे नाल ये क्या मख़ौल हो रहा है ? केंद्र टीके नही दे रही और मोडर्ना फाइजर जैसी व्यवसायिक कम्पनियां भी राज्यों को टीके नहीबेच रही।कहती हैं कि सीधे केंद्र सरकार से ही सौदा करेंगी।ऐसे तो हमे टीके लगण से रहे ।महामारी जाणे से रही।
झल्ला
यारा!ये दिल्ली,पँजांब,राजस्थान वाले कुछ ज्यादा ही चतुराई दिखा रहे हैं।लगता है कमीशनखोरी के चक्कर मे पहले केंद्र के टीकाकरण अभियान का विरोध किया फिर विदेशों से सीधे आयात करने का जुगाड़ लगाया मगर विदेशों में अपनी प्रश्नवाचक विश्वसनीयता के चलते औंधे मुंह गिरे।माया मिली ना राम।मुझे विश्वास है कि टीके लगेंगे और सबको लगेंगे।
Tag: Time Pass Satire
दिल्ली,पँजांब सरकारें (अ)विश्वसनीयता के चलते विदेशी टीके नही ले पाए
केजरीवाल ने टीके आयात करने के लिए ग्राउंड बनानी शुरू कर दी
झल्लीगल्लां
आमआदमीपार्टीचेयरलीडर
ओए झल्लेया! केंद्र की सरकार हमे पर्याप्त वैक्सीन्स नही दे रही इसीलिए हसाडे प्रतिभावान मुख्य मंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी ने 18 से 44 साल के लिए टीकाकरण अभियान कोविराम लगा दिया है
झल्ला
चतुरायण जी!विदेशों से टीके आयात करने के लिए कोई ना कोई आधार तो चाहिए। सो उसी की तैयारी है ।विदेशों से आयात करने पीछे अनेकों किस्से कहानियां हैं गूगल बाबा सब बता देंगे
चुनाव हो लिए सो निडर सरकार ने अध्यापकों की मृत्यु पर निर्भीकता से पल्ला झाड़ा
झल्लीगल्लां
उत्तेजित शिक्षक
ओए झल्लेया! ये सरकार ने क्या कहर बरपा किया हुआ है?ओए पहले तो कोरोनासुरों के आतंक में चुनाव करवाये फिर हमारी मर्जी के बगैर हमारी ड्यूटी असुरक्षित छेत्रों में लगा दी।जिसके फलस्वरूप डेढ़ हजार कर्मी मारे गए लेकिन सरकार ओनली तीन शिक्षकों की मृत्यु को ही कोरोना मुआवजे के लिए सुपात्र मान कर हसाडे जले पर नमक छिड़क रही है।ओए ये तो सरकारी नाकामी और झूठ की बेशर्मी का सबूत है
झल्ला
चुनाव हो लिए सो निडर सरकार ने अध्यापकों की मृत्यु पर निर्भीकता से पल्ला झाड़ा माननीय ! मृतकों के प्रति मेरी सम्वेदनाएँ है।
चुनाव हो लिए!सो मस्त सरकार को कोई डर या जरूरत नही है।इसीलिए निर्भीकता से कहा जा रहा है कि तीन ही मरे।शेष लोगों की मृत्यु के कोई प्रमाण नही हैं
काश! सीएम योगी को तूफानी दौरे में दिव्यदृष्टि से कोरोनालूट दिख जाए
झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
झल्ला
चतुर सेठ जी! काश आपके योगी जी की दिव्यदृष्टि प्राइवेट अस्पतालों में जम कर लूट के बावजूद हो रही मौतों के कारण और सरकारी अस्पतालों के बाहर एड़िया रगड़ते मरीज और शवों को कांधों पर ढोते परिजन और कालाबजारी दिख जाए तो शायद कुछ सुधार हो जाये।
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को रुकवाने को लामबंद,छत्तीसगढ़ असेंबली निर्माण रुकवा देते
झल्लीगल्लां
काँग्रेसीचीयरलीडर
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुज़ान ! गल तो आपजी की दुरुस्त है लेकिन आपकी पार्टी की सरकार छत्तीसगढ़ में हैं और वहां भी पौने तीन सौ करोड़ ₹ की लागत से असेंबली भवन बन रहा है अगर उसे पहले रुकवा कर सेंट्रल विस्टा की बात करते तो लोगों को अधिक अपील करता
ये कैसा लोकतंत्र?विधायकों को केंद्र तो सीएम को संयुक्तराष्ट्र ही बचाने आएगा क्या ?
झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया । मजा आ गया।ओए बेशक वेस्ट बंगाल में हसाडी सरकार नही बनी लेकिन हसाडे सारे 77 के 77 विधायकों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी सुरक्षा मुहैया करवा रहे हैं।अब तो सीआरपीएफ और सीआईएसएफ आदि के ज्वान टीएमसी के गुंडों से हसाडे विधायकों की रक्षा कर लेंगे।
झल्ला
चतुर सुजाणा! ये कैसा लोकतंत्र है???विधायकों को केंद्र तो सीएम को संयुक्त राष्ट्र ही बचाने आएगा क्या ???
कोरोना के भमबड़भूसे से त्रस्त सियासतदां मुल्क को लॉक डाउन की गदिघेड़ में डाल रहे
झल्लीगल्लां
चिन्तितनागरिक
ओए झल्लेया! ये क्या हो रहा है? सियासतदां तो हसाडे सोण मुल्क को किस गदिगेड़ में डाले जा रहे हैं??
पहले कहते तो कि लॉकडाउन नही लगेगा ,और अब दिल्ली,उत्तरप्रदेश,हरियाणा,पंजाब ,राजस्थान आदि में किसी न किसी छद्म नाम से 17 मई तक लॉक डाउन बढ़ा दिया गया।ओये मजदूर बेचारे फिर पलायन को मजबूर होने लग गए
झल्ला
भापा जी! कोरोना किसी के भी काबू में नही आ रहा शायद इसीलिए भम्भडभूसे में डाले रखना चाहते हैं।
कोरोना संकट को सेना के पाले में डालने को सियासी उधेड़बुन शुरू
झल्लीगल्लां
चिंतितबुद्धिजीवी
ओए झल्लेया!ये क्या भम्बड़भूसे में मुल्क को धकेला जा रहा है।पहले तो सियासतदां मीलों लम्बे दावे करके सत्ता कब्जा लेते हैं फिर जरा सी मुसीबत गले पड़ते ही सेना की मदद की गुहार लगाने लगते है।यहां तक माननीय न्यायालय भी सेना की बात करने लग गए।दिल्ली राज्य और हरयाणा पहले ही हाथ खड़े कर चुके है।
झल्ला
भापा जी!
मुश्किल वक्तों में सेना ने हमेशा मुल्क को उबारा है और कॉरोनानुसरों के वर्तमान संकट में तो सेवानिवर्त डिफेंस डॉक्टर्स ने e संजीवनी पर ओ पी डी भी सम्भाल ली है लेकिन ये कोरोना संकट किसी एक छेत्र में आये भूकम्प/बाढ़ आदि का नही वरण समूचे राष्टीय आपदा का है और पूरे राष्ट्र की कमान आर्मी को देने के दुष्परिणाम भी हो सकते है।इसीलिए विपक्ष+सरकारों और जनता को मिल कर ही कोरोना से मुकाबिला करना होगा ।
कैपिटेशन फी+आरक्षण वाले डॉक्टर्स की भी यह कोरोनावधि परीक्षा की घड़ी है
झल्लीगल्लां
चिन्तितबुद्धिजीवी
ओए झल्लेया!ये डॉक्टर लोग महामारी में भी क्या कुफ्र कमा रहे हैं?ओए एक तरफ तो बीमार और तीमारदार पहले से ही दुखी लाचार हैं ऊपर से ये डॉक्टर्स कोरोना प्रोटोकॉल काउल्लंघन करते हुए अनाप शनाप भारीभरकम दवाएं प्रेस्क्राइब किये जा रहे है।बेशक ये लोग अपने एमआर को ओब्लाइज कर रहे हैं और सरकारी मशीनरी कालाबाजारी देखने वाले चश्मे कही रख कर भूल चुकी हैं लेकिन मरीज तो गोलोकधाम सिधार रहे हैं
झल्ला
भापा जी!वाकई सोचने का विषय है।कैपिटेशन फी +आरक्षण के दम पर बने डॉक्टर्स और धनाढ्य पिता के इन्वेस्टमेंट वाले अस्पतालों में उपलब्ध डॉक्टर्स की भी यह परीक्षा की घड़ी है ।
नगर निकायों में बेशक कोविड हेल्प डेस्क बनाओ लेकिन गले मे घण्टी भी बांधो
झल्लीगल्लां
भजपाईचेयरलीडर
ओए झल्लेया!देखा हसाडी सरकार हर मोर्चे पर मुस्तैद है। कोरोना के विरुद्ध सुरक्षात्मक व्यवस्था खड़ी करने में हम सबसे आगे हैं।उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन जी ने सभी नगर निकायों में कोविड हेल्प डेस्क बनाने के आदेश जारी कर दिए है।ओये अब दफ़्तरों में भीड़ भाड़ नही होगी हेल्प डेस्क पर ही हेल्थ सम्बन्धी सभी मदद मुहैया करवा दी जाएगी।
झल्ला
ओ भोले सेठ जी!नगर निकायों में बेशक कोविड हेल्प डेस्क बनाओ लेकिन गले मे घण्टी भी बांधो
इन बिल्लियों के गले मे घण्टी बांधने की भी तो कोई व्यवस्था होनी चाहिए क्योंकि अभी तक अधिकांश हेल्प डेस्क के खिलाफ ही खबरें आ रही हैं।
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