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Tag: Today Satire

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपा नन्द जी महाराज कहीं मोदी पक्ष में हुए हिन्दू ध्रुवीकरण से दुबले तो नहीं हुए जा रहे

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी संत

ओये झल्लेया हसाड़ी सुश्री उमा भारती ने शिर्डी वाले विधर्मी साईं बाबा की उपासना करके राम भक्त होने का अधिकार खो दिया है|हसाडे पूज्य शंकराचार्य स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ने भी धर्मादेश[फतवा] जारी करके कह दिया है कि भाजपाई केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने साईं पूजा की साईं को २५ वें अवतार के रूप में मान्यता दिलाने को चल रहे अभियान को समर्थन दिया |इसीलिए उनका राम मंदिर अभियान फ्लॉप हो गया| अब वोह साईँ बाबा के समर्थन में शंकराचार्य जी के खिलाफ खड़ी होने लग गई हैं |उमा से अब स्वयं भगवान राम भी नाराज हो गए हैं|इसीलिए संत समाज ने हरिद्वार में गंगामैय्या में डुबकी लगा कर उमा भारती का इस्तीफा मांग लिया है|

झल्ला

चतुर सुजाण जी पुरानी कहावत है कि “कहना बेटी को और सुनाना बहु को” सो पूज्य शंकराचार्य जी ने बेशक उमा भारती पर निशाना साधा है लेकिन उनका टारगेट तो भाजपा की केंद्र में मोदी सरकार ही है |भूल गए एक पत्रकार ने जब नरेंद्र मोदी के पी एम बनने की सम्भावनों पर प्रश्न किया था तब उस बेचारे को शंकराचार्य जी का थप्पड़ नसीब हुआ था इस थप्पड़ गूँज बेशक मोदी कि जीत में खो गईलेकिन अब मोदी के पक्ष में बहु संख्यकों के ध्रुवीकरण से कांग्रेस और उसके सहयोगी संत समाज में चिंता होना स्वभाविक ही है| ऐसे में अब उमा भारती ने अपने पिता तुल्य मगर कांग्रेस के हितेषी कहे जाने वाले शंकराचार्य जी को पत्र लिखा है तो उसका रिएक्शन तो होना ही था|

नरेंद्र मोदी ने नए सांसदों को कांग्रेस पक्ष के स्टिंग ऑपरेटरों+न्यूज़ ट्रेडर्स के कैमरों से बचने के गुर सिखाये गए

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चिंतक

ओये झल्लेया ये भाजपाइयों को क्या हो गया ?ओये एक चुनाव जीतने से ही इनके तो दिमाग सातवें आसमान पर उड़ने लग गए| देख तो कहने को तो इन्होने सूरज कुण्ड में दो दिन के प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया |उसमे सांसदों को संसद में उठक बैठक करने के नियम बताये |लेकिन वास्तव में मोदी की महिमा को ही महिमा मंडित किया गया |
लाल कृष्ण अडवाणी जैसे वयोवृद्ध भी अपने सर की सफेदी को भूल कर अपने “लल्ला” मोदी के गुण गान करते नहीं थके |अडवाणी ने तो मोदी को ट्रिपल सेंचुअरी मारने वाला एक मात्र कैप्टन तक बता दिया|ओये ऐसे दिया जाता हैसांसदों को प्रशिक्षण ?

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान |सुन मेरी बात दे कर ध्यान |ये सब तो कैमोफ्लेज है |असल में सांसदों को सोशल मीडिया की तरफ धकेल कर इन्हें कांग्रेस के पक्ष वाले स्टिंग ऑपरेटरों+न्यूज़ ट्रेडर्स के कैमरों से बचने के गुर सिखाये गए हैं|

अखिलेश यादव का माथा चौड़ा है तभी डिटर्जेंट दूध भी सर माथे रख कर पतनाला केंद्र पर ही गिरा दिया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया इन विपक्ष वालों ने तो नाक में दम करके हुआ है | विधान सभा को चलने ही नहीं दे रहे |अब देखो बिजली+भ्र्ष्टाचार + अपराधों के बेसुरे राग गाते गाते अब ये लोग दूध को ही लेकर बैठ गए भाई ठीक है ये तो हम मान रहे हैं कि हसाडे प्रदेश में भी १५/= में डिटर्जेंट दूध बना कर ५०/=में बेचा जा रहा है लेकिन इसमें हम क्या कर सकते हैं ?हसाडे वड्डे नेताओं ने सदन में फरमा दिया है कि केंद्र सरकार को इसकी रोकथाम के लिए कोई ठोस नियम बनाना चाहिए

झल्ला

मान गए पहलवान जी वाकई आपजी के नेता जी की तरह ही मुख्य मंत्री अखिलेश यादव का भी माथा बेहद चौड़ा है तभी सारी बातें माथे पर रख लेते हैं |खाद्य विभाग को पाल पोस कर दीवाली से पहले ही पतनाला केंद्र सरकार पर ही गिरा दिया

अखिलेश जी पेट्रोल डीजल पर उपकर से समाजवादी पेंशन देने के बजाय पैसे देकर अपनी फोटो छपवानी बंद करो

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सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां ओये इन भाजपाई+बसपाई+कांग्रेसियों ने हसाड़ी सरकार की साइकिल के टायर पंचर करने की लाख कोशिशें कर ली लेकिन हसाडे सोणे मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने विकास की रफ़्तार कम नहीं की है अब देख तमाम विरोधों के बावजूद समाजवादी पेंशन योजना को लागू कर दिया अब प्रदेश के ४० लाख परिवारों को ५००/= से ७५०/=तक का लाभ मिलेगा

झल्ला

पहलवान जी “लोक लुभावन”उन्मुक्त योजना से भी अगर आपकी”साइकिल”बची रह जाये तो गनीमत समझना क्योंकि अभी तक गरीबी की रेखा तो तय हुईनहीं और आप लोग चले हो गरीबी दूर करने |झल्लेविचारनुसार यदि आप लोग अख़बारों में पूरे पूरे पेज के महंगे विज्ञापनों में अपनी तस्वीर छपवाना बंद कर दें तो हजारों गावों में विकास के फोटो छपने लगेंगे |इसके लिए पेट्रोल डीजल पर वेट उपकर भी नहीं लगाना पढ़ेगा |बेशक लैपटॉप+हमारी बेटी उसका कल+पेंशन आदि की योजनाओं का बोझ उतार कर समाजवादी साइकिल की स्पीड बढ़ेगी लेकिन अखिलेश यादव जी पैसे देकर आप को अपनी फोटो छपवाने से परहेज भी करना होगा

नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने जशोदा बेन नहीं मांगी १०० दिन का ओनली राजनीतिक हनीमून ही तो माँगा है

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कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो ये ५६ इंच के सीने वाले भाजपाई नरेंद्र मोदी के सुशासन के सारे दावे एक ही महीने में ध्वस्त हो गए |अब कैसा तड़प कर अपने ब्लॉग में १०० दिन का हनीमून मांग रहा है|ओये दूर के ढोल सभी को सुहावने ही दीखते हैं नजदीक आते ही सारी गलतफहमियां दूर होजाती हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाणा नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी को अपनी पत्नी जशोदा बेन से १९६८ से अलग रखा जा रहा है इस पर अब मांगने पर भी राजनीतिक हनीमून और ओनली १०० दिन का हनीमून देने में भी आप लोग कांग्रेसियाये जा रहे हो | ६० महीने के जनादेश से सुशोभित सरकार का ओनली एक महीने में ही पोस्ट मार्टम करने लग गए,अब क्या बच्चे की जान ही ले लोगे?

महंगी “रसोई” में गैस कम खपेगी,ऐसे में मोदी भापा गैस के दाम बढ़ा कर राजनीतिक घाटे का सौदा क्यूँ करेगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र मोदी की सरकार ने तीन महीने तक रसोई गैस+केरोसिन तेल के दाम नहीं बढ़ाने की घोषणा कर दी है| हम लोग पिछली यूं पी ऐ सरकार के झांसे में नहीं आने वाले |उन्होंने तो१० जनवरी को दाम बढ़ा कर मॉडल कोड आफ कंडक्ट के नाम पर हसाडे लिए पेंडिंग में डाल दिए थे | ओये खुश हो जा अब तो हसाड़ी CCEA ने भी कह दिया है कि रसोई गैस के दाम[ MMBTU] सितम्बर तक ४.२ $ ही रहेंगे|झल्ला

ओ मेरे सेठ जी कर दी न आपने व्यपारियों वाली बात| अरे फ़िलहाल महंगाई के कारण आम रसोई ठंडी चल रही हैं सो गैस की खपत भी कम होगी और ऐसे में गैस कंपनियों की आमदनी भी तो कम ही होगी | जाहिर है महंगी “रसोई” में गैस कम खपेगी, मोदी भापा तो ठहरा गुज्जू खुर्राट सो गैस के दाम बढ़ा कर राजनीतिक घाटे का सौदा क्यूँ करेगा |

जनाब गोपाल सुब्रमण्यम ने UPAशासन में जो न्याय मित्र बन कर चुपड़ी खाईं थी उनका दर्द तो अब NDAमें होना था

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कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये मोदी सरकार तो अब न्यायधीशों की न्युक्ति में भी पंगा करने लग गई है ,लेकिन सभी एक जैसे “जी हजूर” नहीं होते|प्रमुख वकील न्याय प्रिय गोपाल सुब्रमण्यम ने तो सीधे सीधे नौ पेजों की चिट्ठी में लिख दिया है कि सुप्रीम कोर्ट में न्यायधीश की न्युक्ति उन्हें स्वीकार्य ही नहीं है |इस पर नए कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद को जवाब देते तो बन नहीं रहा उलटे सुब्रमण्यम पर सी बी आई को और छोड़ दिया है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी पुरानी कहावत है कि जिसने चुपड़ी खाई उसी के पेट में दर्द होता है |यूं पी ऐ सरकार को खुश करने के लिए गुजरात में सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले की तफ्तीश में जनाब सुब्रमण्यम साहब एमिकस क्यूरी[न्याय मित्र] की भूमिका में थे उस समय जनाब ने मोदी के खासुलखास अमित शाह के विरुद्ध सी बी आई जाँच करवाने के लिए पूरे कानून को ही उधेड़ डाला था| उस समय उन्हें ख़्याल भी नहीं आय होगा कि जिस यूं पी ऐ के आँगन में वोह राजनितिक कबड्डी खेल रहे हैं वोह आँगन बदल भी सकता है| अब चूँकि जिस आँगन के वोह एक्सपर्ट हैं वोह आँगन ही बदल गया तो नया आँगन कुछ समय तकउन्हें टेड़ा तो दिखेगा ही|

शिर्डी बाबा +स्वरूपानन्द को छोड़ो ,इंसान की पूजा शुरू करो, राजनीतिक भृष्टाचार भी रुकेगा

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शिर्डी साईं भक्त

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?अरे दो मठों पर कब्ज़ा जमाये ये कांग्रेसी शंकराचार्य अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरने के चक्कर में हसाडे सोणे साईं बाबा का ही अपमान करने लग गया हैं |हिन्दू समर्थकों को भाजपा से तोड़ने के चक्कर में बाबा समर्थक हिन्दुओं को ही गाली देने लग गया |अब तक दूसरे शंकराचार्यों के साथ गाली गलौच करने वाले शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद अब हसाडे शिर्डी वाले साईं बाबा और हम भक्तों का ही अपमान करने लग गए| कह रहे हैं कि बाबा को भगवान मत मानो+बाबा की पूजा मत करो+बाबा के मंदिर मत बनाओ+बाबा को चढ़ावा मत चढ़ाओ|अब तुम ही बताओ कि कल्याण कारी बाबा को भगवान मानने के बजाय इन मठाधीशों को भगवान माने क्या ?

झल्ला

भोले बादशाहो हसाडे सोणे मुल्क में यही रंडी रोना तो जानलेवा है |जिसे देखो भगवान बनने और भगवान बनाने की गद्दी गेड में लगा हुआ है| ना कोई इंसान बन रहा है और न ही कोई इंसान बना रहा है |जो लोग अपने जीवन काल में भिक्षा मांग कर गुजर करते रहे उनके नाम पर वैभव शाली+सोने +चांदी के मठ बनाये जा रहे हैं |यहाँ तक कि धर्माचार्यों के मठों में भी भक्त की हैसियत के ही हिसाब किताब रखे जाते हैं | झल्लेविचारनुसार भगवान को मठों +मंदिरों से बाहर निकाल कर भगवान के वर्तमान +वास्तविक स्वरुप इंसान की पूजा शुरू कर देनी चाहिए|इससे राजनितिक भ्र्ष्टाचारपर भी रोकथाम लग सकेगी |क्यों ठीक है ना ठीक ?

हरियाणवी हुड्डा के हाथ में जमाई राजा है तो कांग्रेस की बेचारी “हाई कमान” क्यूँ हटाएँगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हसाडे हरियाणवी चौधरी भूपिंदर सिंह हुड्डा को हटाने की रोजाना नई ख़बरें फैलाई जा रही हैं|ओये हसाड़ी हाई कमान ने फैंसला ले लिया है ये भाजपाई लाख कहते फिरें हमने हरियाणा तो क्या महाराष्ट्र +असम में भी अपने सिपह सालार बदलने नहीं हैं

झल्ला

चतुर सुजाण सुणो जराखोल के दोनों कान |हरियाणा में ही हुआ करते थे एक चौधरी बंसी लाल उन्हों का गुरु मंत्र था कि जब मेरे पास बछड़ा[ अब स्वर्गीय संजय गांधी ] है तो माँ [ अब स्वर्गीय इंदिरा गांधी] कहाँ जाएगी यही गुरु मंत्र का जाप करते हुए हुड्डा ने भी दामाद [रोबर्ट वढेरा]को काबू किया हुआ है ऐसे में सास [हाई कमान]कहाँ जाएगी ?जहाँ तक बात महाराष्ट्र की है तो वहां चुनाव सर पर है ऐसे में जोखिम उठाना कोई नहीं चाहता| असम में कोई नई असामी मिलने पर तरुणाई के बारे में सोचा जाएगा

बिहार के गावों के विकास की योजनाएं गावं के बजाय होटलों में शुरू हो रही हैं फिर भी विशेष राज्य का दर्जा चाहिए

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

जनता दल [यूं] चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे नए नए बने मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी ने नए नए बने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की आँख में आँख मिला कर २१ जून को साफ साफ़ कह दिया है कि बिहार के विकास की रफ़्तार को बनाये रखने और निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए विशेष राज्य का दर्जा बेहद जरूरी है

झल्ला

ठीक है ठीक है आप जी के नितीश कुमार भी विशेष राज्य के दर्जे के लिए राजनीती करते आ रहे हैं और नरेंद्र मोदी ने भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का आश्वासन दिया हुआ है लेकिन एक बात बताओ अभी २१ जून को ही एक परियोजना का शुभारम्भ किया गया है|१६०० करोड़ की इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में पेयजल और शौचलयों की व्यवस्था की जानी है,लेकिन इसका शुभारम्भ किसी प्रभावित गावं के बजाय पटना के शानदार मौर्य होटल में किया गया भापा जी ये कौन सा विशेष दर्जा हुआ ?