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Sidhu Bats For Tourism Industry For Punjab’s Economic Growth

[Chd,Delhi] Sidhu Bats For Tourism Industry For Punjab’s Economic Growth
Punjab Tourism and Cultural Affairs Minister Navjot Singh Sidhu said that the endeavor of Punjab Government is to make tourism contribute 20 percent to Punjab`s GDP.
Secretary, Punjab Tourism and Cultural Department, Vikas Pratap said that the State was making concerted efforts to connect with the people related with Tourism and Hospitality sectors from within India and abroad.
It is pertinent to mention that Punjab and Gujarat were theonly partner States in India Tourism Mart-2018 which was organized by Ministry of Tourism Government of India and Federation of Associations of Indian Tourism and Hospitality(FAITH). The international partner was Kingdom of Morocco.
Sidhu effectively showcased ‘Brand Punjab’ at India Tourism Mart-2018

Narendra Kumar Sinha, [IAS] To Boss Over Tourism Ministry Also

[New Delhi] Narendra Kumar Sinha, [IAS] To Boss Over Tourism Ministry Also And Jugal Kishore Mohapatra Given Additional Charge Of Department of Rural Development,
The Appointments Committee of the Cabinet has approved the following:
[1]The assignment of additional charge of the post of Secretary, Ministry of Tourism to Narendra Kumar Sinha, IAS (BH:80), Secretary, Ministry of Culture with immediate effect for a period of 3 months or till the appointment of regular incumbent whichever is the earliest.
[2]The assignment of additional charge of the post of Secretary, Department of Land Resources, Ministry of Rural Development to Shri Jugal Kishore Mohapatra, IAS (OR:79), Secretary, Department of Rural Development, Ministry of Rural Development with immediate effect for a period of 3 months or till the appointment of regular incumbent whichever is the earliest.

बीते वर्ष की फरवरी के मुकाबिले इस वर्ष आगमन पर पर्यटक वीजा की संख्‍या में 1162 % का इजाफा

[नई दिल्ली]बीते वर्ष की फरवरी के मुकाबिले इस वर्ष आगमन पर पर्यटक वीजा की संख्‍या में 1162 फीसदी का शानदार इजाफा दर्ज किया गया है
भारत सरकार ने 43 देशों के लिए 27 नवम्‍बर, 2014 को इलेक्ट्रॉनिक यात्रा अनुमोदन (ईटीए) के जरिये सक्रिय टीवीओए (आगमन पर पर्यटक वीजा) का शुभारंभ किया था और जनवरी, 2015 में गुयाना के नागरिकों को भी इस योजना के दायरे में ला दिया था।
फरवरी, 2015 के दौरान ईटीए के जरिये सक्रिय टीवीओए पर आने वाले पर्यटकों से जुड़ी निम्‍नलिखित बातें खास हैं:
(i) फरवरी, 2015 के दौरान ईटीए सक्रिय टीवीओए के जरिये कुल मिलाकर 24,985 पर्यटक आए, जबकि फरवरी 2014 में टीवीओए की संख्‍या 1980 थी। इस तरह फरवरी 2015 के दौरान टीवीओए में 1161.9 फीसदी का शानदार इजाफा हुआ है।
(ii) जनवरी-फरवरी 2015 के दौरान कुल मिलाकर 50,008 टीवीओए जारी किये गए, जबकि जनवरी-फरवरी 2014 में यह संख्‍या 3,883 थी। इस तरह जनवरी-फरवरी 2015 के दौरान टीवीओए में 1187.9 फीसदी की जोरदार वृद्धि हुई।
(iii) 44 देशों के लिए ईटीए सक्रिय टीवीओए की शुरुआत हुई इससे पहले जो टीवीओए योजना थी उसके तहत 12 देशों को कवर किया गया था।
(iv) फरवरी, 2015 के दौरान भारत में ईटीए सक्रिय टीवीओए के लिए शीर्ष 10 स्रोत देशों का हिस्‍सा कुछ इस तरह से रहा:
अमेरिका (31.01%),
रूसी संघ (14.76%),
जर्मनी (11.90%),
ऑस्‍ट्रेलिया (8.47%),
कोरिया गणराज्‍य (7.68%),
यूक्रेन (6.05%),
जापान (2.09%),
न्‍यूजीलैंड (1.83%),
इस्राइल (1.82%)
और संयुक्‍त अरब अमीरात (1.82%)।
(v) फरवरी, 2015 के दौरान भारत में ईटीए सक्रिय टीवीओए के लिए विभिन्‍न बंदरगाहों और राजधानी दिल्‍ली का हिस्‍सा कुछ इस प्रकार रहा:
नई दिल्‍ली (43.84%),
मुम्‍बई (19.84%),
गोवा (14.20%),
बेंगलुरू (6.03%),
चेन्‍नई (5.88%),
हैदराबाद (2.83%),
कोच्चि (2.73%),
कोलकाता (2.57%)
और तिरुअन्‍नतपुरम (2.09%)।

विदेशी पर्यटकों का आगमन लगभग १०% ज्यादा और आय बारह सौ करोड़ रुपये अधिक हुई है

विदेशी पर्यटकों का आगमन बीते वर्ष के मुकाबिले लगभग दस प्रतिशत अधिक दर्ज किया गया है जिसके फलस्वरूप बारह सौ करोड़ रुपयों की अधिक आमद हुई है |यह आंकड़े पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी किये गए हैं
प्रमुख बन्‍दरगाहों/हवाई अड्डों से प्राप्‍त आंकड़ों के आधार पर विदेशों से आने वाले पर्यटकों का मासिक अनुमान और भारतीय रिजर्व बैंक से प्राप्‍त आकड़ों के आधार पर पर्यटन से होने वाली विदेशी मुद्रा आय का आकंलन किया जाता है।
अक्‍तूबर 2014 के दौरान भारत में विदेशी पर्यटकों की हिस्‍सेदारी मुख्‍य 15 देशों में से सबसे ज्‍यादा
14.15 प्रतिशत बांगलादेश से रही, इसके बाद
अमरीका से 12.55 प्रतिशत,
ब्रिटेन से 10.95 प्रतिशत,
श्रीलंका से 3.73 प्रतिशत,
रूसी संघ से 3.64 प्रतिशत,
कनाडा से 3.64 प्रतिशत,
जर्मनी से 3.57 प्रतिशत,
फ्रांस से 3.45 प्रतिशत,
जापान से 3.06 प्रतिशत,
ऑस्‍ट्रेलिया से 3.05 प्रतिशत,
मलेशिया से 2.66 प्रतिशत,
चीन से 2.23 प्रतिशत,
पाकिस्‍तान से 1.86 प्रतिशत,
थाईलैंड से 1.81 प्रतिशत और
नेपाल से 1.79 प्रतिशत रही।
अक्‍तूबर 2014 के दौरान इस क्षेत्र में विदेशी पर्यटकों और विदेशी विनिमय आय के जारी किये गए महत्‍वपूर्ण आंकड़े इस प्रकार है :-
विदेशी पर्यटकों का आगमन (एफटीए)
१] अक्‍तूबर 2014 में देश में 6.56 लाख विदेशी पर्यटक आए, जबकि इसी माह में वर्ष 2013 में 5.98 और 2012 में 5.56 लाख पर्यटक आए थे।
२] अक्‍तूबर 2013 के मुकाबले अक्‍तूबर 2014 में इस क्षेत्र में 9.6 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जबकि 2012 के मुकाबले वर्ष, 2013 में 7.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई थी।
३]. इस वर्ष जनवरी से अक्‍तूबर 2014 में 58.35 लाख विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ और इसमें 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। 2013 की इसी अवधि 54.12 लाख विदेशी पर्यटक आए थे। 2012 की इसी अवधि के मुकाबले जनवरी-अक्‍तूबर, 2013 के दौरान 5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।

भारत में पर्यटन से रूपये और डॉलर के संदर्भ में विदेशी विनिमय से कमाई
१]अक्‍तूबर 2014 में विदेशी विनिमय से कमाई अक्‍तूबर 2013 हुई 8645 करोड़ रूपये के मुकाबले 9847 करोड़ रही, जबकि 2012 में यह कमाई 8154 करोड़ थी।
२]अक्‍तूबर 2014 में विदेशी विनिमय से कमाई की वृद्धि दर अक्‍तूबर 2013 मुकाबले 13.9 प्रतिशत रही। जबकि अक्‍तूबर 2012 के मुकाबले अक्‍तूबर 2013 में यह दर 6.0 प्रतिशत रही थी।
३] इस वर्ष जनवरी से अक्‍तूबर में विदेशी पर्यटकों से होने वाली कमाई रूपये के संदर्भ में 12.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 96007 करोड़ दर्ज की गई, जबकि 2012 के मुकाबले 2013 में इसी अवधि में 14.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 85014 करोड़ रूपये थी।
४] इस वर्ष अक्‍तूबर 2014 पर्यटकों से होने वाली कमाई अमरीकी डॉलर के संदर्भ में 1.604 अरब रही, जबकि अक्‍तूबर 2013 में यह 1.404 अरब और अक्‍तूबर 2012 में 1.538 अरब थी।
फाइल फोटो

साध्वी उमा भारती ने केदारनाथ जैसी त्रासदी की पुनरावृत्ति रोकने के लिए विभिन्‍न उपायों की घोषणा की

[नई दिल्ली]साध्वी उमा भारती ने केदारनाथ जैसी त्रासदी की पुनरावृत्ति रोकने के लिए विभिन्‍न उपायों की घोषणा की|
जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती ने एक वर्ष पहले हुई केदारनाथ जैसी त्रासदी को रोकने के लिए विभिन्‍न उपायों की घोषणा की।
मीडिया को संबोधित करते हुए सुश्री उमा भर्ती ने कहा कि उनका मंत्रालय बाढ़ प्रबंधन योजना के अन्‍तर्गत नदियों के उन तटबंधों की मरम्‍मत करेगा जिनका इस त्रासदी के दौरान नुकसान हुआ है। सुश्री उमा भारती ने कहा कि उनका मंत्रालय इस काम में पर्यावरण और पर्यटन मंत्रालय का भी सहयोग लेगा।
उन्होंने कहा कि नदियों में बाढ़ की अग्रिम चेतावनी देने वाले केन्‍द्रीय जल आयोग को अब उंचाई वाले स्‍थानों पर स्थित 50 हेक्‍टेयर से अधिक बडी झीलों में जल स्‍तर बढ़ने पर चेतावनी देने के निर्देश दिये गए हैं।
आयोग इन सूचनाओं को संबंधित राज्‍यों को भेजेगा।
केन्‍द्रीय जल संसाधन मंत्री ने कहा कि केदारनाथ त्रासदी की पहली वर्षगांठ पर एक राष्‍ट्रव्‍यापी वृक्षारोपण अभियान और सार्वजनिक जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। वृक्षारोपण अभियान गंगोत्री, हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, नवद्वीप और गंगासागर में होगा।

जुलाई में विदेशी पर्यटकों की संख्‍या में 7.9 %और पहले सात माह में 3.3 % की कुल बढोत्‍तरी हुई

माह जुलाई में विदेशी पर्यटकों की संख्‍या जहाँ 7.9 %बढ़ी वहीं 2013 में 531 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा में भी बढोत्‍तरी हुई है|
[१]जुलाई 2013 के दौरान पर्यटन से जुलाई 2012 की तुलना में 531 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा आय में वृद्धि हुई।
[२] जुलाई 2013 में विदेशी पर्यटकों के आगमन में भी 7.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी।
[३]जुलाई 2012 के 4.86 लाख की तुलना में जुलाई 2013 में 5.24 लाख विदेशी पर्यटक भारत आए।
[४]जनवरी से जुलाई 2013 के बीच 38.32 लाख विदेशी पर्यटक भारत आए जबकि पिछले साल जनवरी से जुलाई के दौरान 37.10 लाख पर्यटक आए थे।
[५] इस तरह से इस साल जनवरी से जुलाई के बीच भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्‍या में 3.3 प्रतिशत की वढ़ोत्‍तरी हुई।
जुलाई 2013 में विदेशी पर्यटकों से 8920 करोड़ रुपये की कमाई हुई जबकि यह कमाई 2012 के जुलाई में 8389 करोड़ रुपये थी। जुलाई 2011 में विदेशी पर्यटकों से 7116 करोड़ रुपये का अर्जन हुआ था।

बीते वर्ष घरेलू पर्यटन में यूं पी और विदेशी पर्यटक आकर्षित करने में दिल्ली तीसरे स्थान पर रहे

बीते वर्ष घरेलू पर्यटन में यूं पी और विदेशी पर्यटक आकर्षित करने में दिल्ली तीसरे स्थान पर रहे | घरेलू पर्यटन में 19 % बढ़ोत्तरी हुई तो विदेशी पर्यटक आगमन भी 6 %से अधिक बढ़ा है |
पर्यटन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार राज्‍यों और संघ-शासित राज्‍यों में घरेलू पर्यटकों की यात्रा (डीटीवी) में 2011 की तुलना में वर्ष 2012 के दौरान 19.87 % की बढ़ोतरी हुई।
वर्ष 2010 की तुलना में 2011 में यह वृद्धि 15.6 % रही थी। पर्यटन मंत्रालय द्वारा आज जारी नवीनतम पर्यटन आंकड़ों के अनुसार राज्‍यों / संघ-शासित राज्‍यों में घरेलू पर्यटकों की यात्राओं की संख्‍या 1036 मिलियन रही, जबकि 2011 में यह संख्‍या 865 मिलियन और 2010 में 748 मिलियन रही।
वर्ष 2012 के दौरान घरेलू पर्यटकों की यात्राओं की संख्‍या (मिलियन में) के मामले में 10 शीर्ष राज्‍यों के नाम इस प्रकार हैं: -[१] आंध्र प्रदेश (206.8),[२] तमिलनाडु (184.1),[३] उत्‍तर प्रदेश (168.4),[४] कर्नाटक (94.1),[५] महाराष्‍ट्र (66.3),[६] मध्‍य प्रदेश (53.2),[७] राजस्‍थान (28.6),[८] उत्‍तराखंड (26.8),[९] गुजरात (24.4) [१०] पश्चिम बंगाल (22.7)।
वर्ष 2012 के दौरान इन राज्‍यों का घरेलू पर्यटक यात्राओं की कुल संख्‍या में योगदान लगभग 84.5 % था। वर्ष 2012 के दौरान आंध्र प्रदेश ने डीटीवी के मामले में पहला स्‍थान प्राप्‍त किया, जबकि दूसरा स्‍थान तमिलनाडु का रहा, जो 2011 में तीसरे स्‍थान पर रहा था। उत्‍तर प्रदेश जो वर्ष 2011 में पहले स्‍थान पर था खिसक कर तीसरे स्‍थान पर आ गया।
राज्‍यों और संघ-शासित राज्‍यों में 2011 की तुलना में वर्ष 2012 के दौरान विदेशी पर्यटकों की यात्राओं (एफटीवी) की संख्‍या में 6.33 % की बढ़ोतरी हुई, जबकि 2010 की तुलना में 2011 में 8.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। राज्‍यों और संघ-शासित राज्‍यों में विदेशी पर्यटक यात्राओं की संख्‍या 2012 के दौरान 20.7 मिलियन रही, जबकि 2011 में यह संख्‍या 19.5 मिलियन और 2010 में 17.9 मिलियन रही थी।
एफटीवी संख्‍याओं (मिलियन) के संदर्भ में 10 शीर्ष राज्‍यों के नाम इस प्रकार हैं :- [१]महाराष्‍ट्र (5.1),[२] तमिलनाडु (3.6), [३]दिल्‍ली (2.3),[४] उत्‍तर प्रदेश (2), [५]राजस्‍थान (1.5), [६]पश्चिम बंगाल (1.2),[७] बिहार (1.1), [८]केरल (0.8), [९]कर्नाटक (0.6), [१०]हिमाचल प्रदेश (0.5) ।
वर्ष 2012 के दौरान विदेशी पर्यटक यात्राओं की कुल संख्‍या में इन राज्‍यों का योगदान 90.1 प्रतिशत रहा।

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ट्रेवल एजेंटों की कमीशन को लेकर किये गए एक दिवसीय शटर डाउन से २५० करोड़ का एयर ट्रेवल व्यापार प्रभावित हुआ

ट्रेवल एजेंटों की कमीशन को लेकर किये गए एक दिवसीय शटर डाउन से २५० करोड़ का एयर ट्रेवल व्यापार प्रभावित हुआ

ट्रेवल एजेंटों की कमीशन को लेकर किये गए एक दिवसीय शटर डाउन से २५० करोड़ का एयर ट्रेवल व्यापार प्रभावित हुआ

[मुम्बई]१९५१ से कार्यरत ट्रेवल एजेंटों की संस्था टी ऐ ऐ आई[TAAI ]ने आज एयर ट्रेवल बुकिंग को बंद करके उड्डयन मंत्रालय की नीतियों का विरोध किया और देश भर में एक दिन में लगभग २५० करोड़ रुपयों के व्यापार को प्रभावित किया| असंतुष्ट टी ऐ ऐ आई ने अजेंट्स कमीशन ट्रेवल अजेंट्स बॉडी को पुनः चालू नहीं किये जाने के फलस्वरूप शीघ्र अपने आज के एक दिवसीय शटर डाउन को बड़े आन्दोलन में तब्दील करने की चेतावनी भी दी है|
टी ऐ ऐ आई के राष्ट्रीय अध्यक्ष इकबाल मुल्ला ने फोन पर बातचीत के दौरान आज के शटर डाउन को बड़ी सफलता माना है श्री मुल्ला के अनुसार पहले केवल टी ऐ ऐ आई के २८०० सदस्यों द्वारा ही शटर डाउन किये जाने थे लेकिन आज पहले दिन ही देश भर में साड़े तीन हज़ार एजेंटों ने साथ दिया और अपने आक्रोश को व्यक्त किया|
श्री मुल्ला ने एयर लाइन्स और उनके माध्यम से नियामक डी जी सी ऐ और नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर निशाना साधते हुए बताया के पहले ट्रेवल एजेंट को ९% कमीशन दी जाती थी उसके बाद इसे षड्यंत्र के रूप में लगातार घटाकर ९% से ७%फिर ५% और उसके पश्चात ३% और फिर १% किया गया अब इस पर भी कुल्हाड़ी चलाई गई है| यह षड्यंत्र २००७ से शुरू किया गया है| सरकार की अस्पष्ट निति के चलते इस घातक कार्यवाही से टी ऐ ऐ आई के २८०० सदस्यों के अलावा ७०० अन्य एजेंट और इनके साथ देश भर से लगभग एक लाख छोटे मोटे एजेंट प्रभावित हुए हैं|
श्री मुल्ला ने एयर ट्रेवेलर्स के हित में यात्री यानों के किराए में पारदर्शिता के साथ ही एजेंसी कमीशन को पुनः चालू किये जाने की मांग की है |सीट+खाना+स्नैक्स +सॉफ्ट / हार्ड ड्रिंक्स आदि के नाम पर अतिरिक्त शुल्क को टिकेट्स में ही शामिल किये जाने की भी मांग की गई है|
बताते चलें की टूरिस्ज्म इण्डस्ट्रीज में लगभग ७०% हिस्से दारी एयर ट्रेवल से आती है और वर्तमान राष्ट्रीय बजट में टूरिस्ज्म मंत्रालय के लिए ८७.६६ करोड़ रुपयों की वृद्धि करके इसे १२९७ करोड़ किया गया है लेकिन आरोप लगाए गए हैं के एयर लाइन्स को फायदा पहुचाने के लिए धरातल पर जुड़े आम आदमी के रूप में लगभग एक लाख ट्रेवेल एजेंटों की कमीशन पर कुठाराघात किया जा रहा है|
श्री मुल्ला के अनुसार इस शटर डाउन से एक लाख एजेंटों में असंतोष और देश को बेशक २५० करोड़ रुपयों का व्यापार प्रभावित हुआ है लेकिन सरकार की तरफ से कोई ब्रेक थ्रू का प्रयास नही किया गया है|यह अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण है| शीघ्र ही राष्ट्रीय स्तर पर एक आन्दोलन को गति देने के लिए २० मेम्बर्स की एक कमेटी गठित की जायेगी|