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Tag: WITHDRAAWAL OF RESIGNATION BY ADVANI

एल के अडवाणी की लिखी +अभिनीत+ निर्देशित और निर्मित राजनीतिक फिल्म “३६ घंटे” हिट हो गई

कभी एक हिंदी फिल्म आई थी ३६ घंटे जिसमे सुनील दत्त और राजकुमार [अब दोनों स्वर्गीय] थे फिल्म पूरी तरह से सस्पेंस +एक्शन=ड्रामा से भरपूर थी |बिना गानों के इस फिल्म की रफ़्तार भी इतनी तेज थी कि दर्शकों को बांधे रखती थी लेकिन एल के अडवाणी द्वारा लिखी गई+अभिनीत+और निर्देशित इस राजनीतिक ३६ घंटे के तेजी से बदलते गए घटना क्रम ने कांग्रेस और उनके समर्थक चैनलों ने समा बांधे रखा |जाहिर है ऐसे में कहा जा सकता है कि अडवाणी की यह फिल्म हिट गई है|भाजपा के पी एम् इन वेटिंग वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ३६ घंटे पश्चात अपना इस्तीफा वापिस ले लिया इससे पार्टी में आया तात्कालिक भूचाल’ मंगलवार की शाम को थम गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत की सलाह और उनके आश्वासन पर आडवाणी राजी हो गए हैं। इससे पूर्व संसदीय बोर्ड द्वारा अडवाणी के इस्तीफे को तत्काल नामंजूर किया जा चुका है|
आडवाणी ने पार्टी का हर फैसला मानते हुए इस्तीफा वापस ले लिया है। हालांकि आडवाणी को मनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी व संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति की रही। इन दोनों ने ही आडवाणी व भागवत के बीच चर्चा से समाधान का रास्ता निकाला। दोपहर मोहन भागवत ने आडवाणी से लंबी बात भी की।
उन्होंने आडवाणी को आश्वस्त किया कि भविष्य में न तो उनको दरकिनार किया जाएगा। न ही उनकी आपत्तियों को नजरंदाज किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने यह आश्वासन दिया है कि ‘आगे से पार्टी के कामकाज व किसी भी फैसले को लेकर आडवाणी को कोई आपत्ति होगी, तो अध्यक्ष होने के नाते वह स्वयं उसका समाधान करेंगे। यह भी तय किया गया है कि भविष्य में फैसले आडवाणी की सहमति व उनकी मौजूदगी में ही लिए जाएंगे।’