मेरठ में ट्रैफिक जाम का निजाम हर तरफ सुबहो शाम
सुबहो दोपहर या फिर हो शाम
हर कोई है हलकान परेशान
चाहे ख़ास हो या हो आम
लेकिन बेफिक्र है हुकुमरान
मरकजी हो या फिर हो मेरठान
न कोई अपील न कोई दलील
सर दर्द और ब्लड प्रेशर
सबको हुआ बेहद आसान
क्योंकि कचहरी भी बनी है
ट्रैफिक जाम की रोजमर्रा की मेहमान
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