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हवा पर सवार चौ अजितसिंह प्.उ.प्र.में सियासी विरासत को तलाशने में व्यस्त हैं इसीलिए एयर इंडिया की दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

एयर इंडिया का परेशान पायलट

ओये झल्लेया भाई हम तो तंग आ गए इस रोजमर्रा की दहशत भरी जिंदगी से |आये दिन यात्री विमानों में खराबी आ रही है और हमें राम राम करते हुए अपनी जान भी जोखिम में डाल कर जहाज उड़ाने पड़ रहे हैं | अब देख जेद्दाह से ४००[३८०+२०] लोगों को बोइंग ७४७ जम्बो में लेकर मुम्बई वाया हैदराबाद के लिए चले थे[ऐ आई ९६४]लेकिन यार हवा में पहुँच कर खतरे का अलार्म बजने लग गया पता किया तो आगे का एक द्वार सिक्योर्ड नहीं था|यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जहाज को लौटाना पड़ा देर होने पर हैदराबाद को मिस करके सीधे मुम्बई जाना पड़ गया | अब देख इस तरह बदनामी तो हुई लेकिन साथ ही फालतू का खर्चा अलग हुआ |अभी पिछले दिनों ड्रीम लाइनर की विंड स्क्रीन में क्रेक्स आ गए तो दूसरे का पेनल ही निकल गया| मगर इतना सब होने पर भी सरकार चुप हैं मौन है यार हमारी जान से खिलवाड़ कब तक चलता रहेगा ?

झल्ला

अरे सर जी दरअसल हवा पर सवार होने के चक्कर में सिविल एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह प्.उत्तर प्रदेश में [,हुए दंगों में], अपनी सियासी जमीन को खो चुके हैं और आज कल उसी को तलाशने को जुटे हुए हैं |