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Archive for: August 2012

ज़की अहमद बने मेरठ के डी आई जी

अपराधों से त्रस्त मेरठ रेंज को अपराधों से राहत दिलाने के लिए डी आई जी ज़की अहमद को कमान सौंप दी गई है| चार्ज लेने के बाद श्री जकी ने गुप्तचर तंत्र को मजबूती प्रदान किये जाने को प्राथमिकता देने की आश्वासन दिया है \डेपुटेशन से रिवर्ट होकर आये श्री जकी १९९३ बैच के आई पी एस अधिकारी हैं|इन्होने समय पर ही जांच किये जाने को आवश्यक बताया है |उल्लेखनीय है कि २०११ में बी एस पी सरकार ने डी ई जी के पद समाप्त कर दिए थे अब सपा सरकार ने इस पद को फिर से बहाल कर दिया है

न्यू दिल्ली टेलीविजन ने ठोका धोकाधडी का मुकद्दमा

न्यू दिल्ली टेलीविजन [‘एनडीटीवी’] ने ‘नीलसन’ कंपनी के खिलाफ उसके गलत रेटिंग के लिए, न्यूयॉर्क स्टेट कोर्ट में मुकदमा दायर करके 26 जुलाई, 2012 को कम से कम 1.3 बिलियन यूएस डॉलर के हर्जाने की मांग की है। इसमें अन्य मुद्दों के अलावा कानूनी फीस भी शामिल है। ‘एनडीटीवी’ के द्वारा – ‘नीलसन कंपनी’, ‘’, ‘कंतार मीडिया रिसर्च’, पर गलत आंकड़े पैदा करने का आरोप लगाया है \वैसे तो ये दोनों कंपनियों में कड़ी प्रतिस्पर्धा रहती है मगर भारत में इन दोनों ने मिल कर व्यवसाय किया है ‘एनडीटीवी’ ने अपनी शिकायत में कहा है कि इनके गलत रेटिंग की वजह से ‘एनडीटीवी’ को काफी नुकसान हुआ है

ट्रिप हुए तीनो पावर ग्रिड बहाल हो गए

बिजली के महा संकट से देश को आज सुबह ९.३० बजे उबार लिए जाने का दावा किया गया है कल दोपहर करीब एक बजे तीन ग्रिड ठप्प पड़ गए थे।\ उत्तरी ग्रिड, पूर्वी ग्रिड और पूर्वोत्तर ग्रिड को आज सुबह करीब 9:30 बजे बहाल कर लिया गया है ।
सार्वजनिक क्षेत्र की पावरग्रिड ने एक बयान में कहा कि सभी तीन क्षेत्रों को 100 प्रतिशत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। दिल्ली सहित उत्तरी क्षेत्र में 30,081 मेगावाट की पूर्ण बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है।
कल देर शाम तक पूर्वी क्षेत्र के केवल 50 प्रतिशत हिस्से में पर्याप्त बिजली आपूर्ति की जा सकी। पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए कल शाम ही बिजली आपूर्ति पूरी तरह बहाल कर ली गईथी ।

यद्यपि ग्रिड ठप्प पड़ने की सटीक वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है,\ अधिकारियों और ऊर्जा [अब पूर्व]मंत्री ने कुछ राज्यों द्वारा क्षमता से अधिक बिजली लिए जाने को मुख्य कारण बताया है |सुशील कुमार शिंदे ने तो अपनी पीठ थप थपाते हुए यहाँ तक कह दिया कि अमेरिका में चार दिनों के बाद ग्रिड ठीक हो पाया था भारत में तो महज़ कुछ घंटों में ही इसे ठीक कर लिया गया है लेकिन सी एन एन पर राज दीप सरदेसाई को जवाब देते हुए अमेरिकी जवाबदेही को भारत में लागू किये जाने कि बात टाल गए

रुपया ने शुरूआती दौर में १० पैसे की मजबूती पकड़ी

भारतीय रुपया आज अमेरिकी डालर के मुकाबिले १० पैसे मजबूती के साथ खुला
आर बी आई द्वारा विदेशी मुद्रा में हुई आय को सिमित अवधि तक अपने पास रखने की अनुमति दिए जाने के बाद रुपये में यह मजबूती आई है |कल ५५.६५ पर बंद हुआ रुपया आज ५५.५५ पर खुला ।

मुलायम डांट पड़ते ही सी एम् मुस्कुरा कर बोले काम करके दिखाएँगे

सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के लख्ते जिगर अखिलेश यादव को ज़रा सी डांट कया पड़ी की अब अपने बुजुर्ग पार्टी प्रमुख को खुश करने के लिए काम करके दिखाने की बात कहने लग गए हैं|
बीते दिन पार्टी प्रमुख ने विधायकों और मंत्रियों की एक मीटिंग की थी इसमें उन्होंने सबको काम कम और ज्यादा ब्यान बाज़ी के लिए लताड़ा था प्रमुख की नाराज़गी की बात मीडिया में भी उछली तो आज मुख्यमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस करके स्थिति को संभालने का प्रयास किया
दरअसल पार्टी प्रमुख की नज़र २०१४ के चुनावों पर है और उन्होंने काम करके दिखाने के लिए अपने पुत्र अखिलेश की सरकार को छह महीने दिए थे उसमे से चार महीने बीत भी गए हैं मगर अनावश्यक बयाँबाजी ज्यादा हो रही हैउन्होंने ब्यान बाज़ी से बचने कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं करने और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने को जरुरी बताया|
कार्यकर्ताओं की सुनवाई न होने का जिक्र करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि इनके बल पर ही हम सत्ता में आए हैं। इनकी अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुलायम ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार समय रहते मैसेज नहीं दे पायी तो २०१४ के लोकसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता पर रिपोर्ट सबकी मिल रही है। जनता ने बहुत उम्मीद से सत्ता दी है, उसे नाउम्मीदी नहीं मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर कहा कि चुनाव घोषणा पत्र के अस्सी फीसदी वादों को या तो सरकार पूरा कर चुकी है या पूरा होने के कगार पर हैं। जो योजनाएं शुरू की गयी हैं उसका लाभ कुछ दिन बाद देखने को मिलेगा।
प्रदेश मुख्यमंत्री ने आज मुस्कुराते हुए अपनी सरकार की गलतिओं को स्वीकार तो किया मगर बिजली के महा संकट के लिए सारा दोष पूर्व की बसपा सरकार के मत्थे मड दिया |मायावती की मूर्ति तोड़े जाने के मामले पर बोलते हुए उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कीअभी तो स्पेयर मूर्ति रखी थी सो लगवा दी गई है भविष्य के लिए मूर्ति बनाने का सांचा तैयार करवा लिया जाएगा और जरुरत पड़ने पर प्लास्टर आफ पेरिस की मूर्ति बनवा ली जायेगी \
अपराधों में वृधि के प्रति गंभी रुख अपनाते हुए उन्होंने अपराध नियंत्रण में ढिलाई बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन भी दिया

केजरीवाल ने लगाया ह्त्या का आरोप और अन्ना ने भरी हुंकार

अन्ना टीम के अनशन का आज आठवां दिन है|आज जहां अन्ना ने हुंकार भर कर जन लोकपाल के आने तक उनका अनशन जारी रखा जाएगा जबकि अरविन्द केजरीवाल ने सरकार पर उनकी [अरविन्द की]ह्त्या के षड्यंत्र रचाने का आरोप लगाया है
आज टीम अनशन का आठवाँ और अन्ना का चौथा दिन है आज अरविन्द केजरीवाल और गोपाल राय की तबियत खराब बताई जा रही है तभी ये दोनों मंच पर बैठे नहीं दिखाई दे रहे |सवाबाढ़ बजे के करीब अरविन्द थोड़ी देर के लिए मंच पर आये और सरकार पर उनकी [अरविन्द की]ह्त्या के षड्यंत्र रचाने का आरोप लगाया |उन्होंने बताया की सरकारी हलकों में कहा जा रहा है कि अरविन्द को आत्महत्या के आरोप में गिरफ्तार करके अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है जहां उन्हें स्लो पोय्जन देकर मारा जा सकता है जबकि यह आत्म ह्त्या नहीं वरन आत्म बलिदान है और बलिदान कोई अपराध नहीं है |गांधी जी २५ दिन और संत तुका राम ४५ दिन तक अनशन पर रहे |उन्हें कभी नहीं पकड़ा गया अब ये सरकार अंग्रेजों से भी गई गुज़री हो गई है |
उन्होंने जयप्रकाश नारायण को कोट किया जेल में जय प्रकश को स्लोपायजन दिया गया इसके अलावा एक और स्वामी को अनशन से उठा कर अस्पताल में डाला गया अनशन स्थल पर तो वे ठीक थे मगर अस्पताल में उनकी मौत हो गई | यही षड्यंत्र अब उनके[अरविन्द]के साथ भी रचा जा रहा है|
उन्होंने बताया कि अभी तक कुछ कमजोरी जरूर है मगर मेरे सारे पेरामीटर ठीक हैं ऐसे में अस्पताल लेजाना किसी भी द्रष्टि से उचित नहीं है अगर जबरदस्ती अस्पताल ले जाया जाएगा तो जनता का डाईत्व उन्हें वापिस लाना होगा | अभी तक सरकारी अस्पताल जांच के सैम्पल ले रहे थे अब उन्हें सैम्पल भी नहीं दिए जायेंगे|
उधर सरकार इस मुद्दे पर संवाद स्थापित करने के मूड में नहीं दिख रही गृह मंत्री का चार्ज संभालने के बाद सुशील कुमार शिंदे ने अन्ना टीम से बात करने के स्थान पर उनका मज़ाक उड़ाना ज्यादा पसंद किया \श्री शिंदे ने कहा की अन्ना टीम मंच से नीचे और मंच के ऊपर कुछ अलग कह रही है जबकि अन्ना तीसरे नज़रिए की बात कर रहे हैं ऐसे में कैसे बात की जा सकती है|

जिलों के बाद अब यूनिवर्सिटी का नाम बदलने की कवायद

अंग्रेज़ी के विश्विख्यात साहित्यकार शेक्सपियर ने कहा था की नाम में क्या रखा है मगर आज कल उत्तर प्रदेश सरकार नाम के सहारे ही प्रदेश को २०१४ के चुनावों तक ले जाना चाहती है|जिलों के नाम बदलने के बाद अब कांशीराम उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, लखनऊ का नाम बदल कर ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी फारसी विश्वविद्यालय कर दिया गया है अजमेर दरगाह के सज्जादनशीन सैयद जैनुल आबेदीन अली खान और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस पर ऐतराज भी जता दिया है मायावती ने तो इसे बसपा आन्दोलन के जन्म दाता कांशीराम के प्रति एहसान फरामोशी बताया है| जबकि सूफी संतों के नाम पर राजनीति किये जाने की सैय्यद जैनुल ने भी गलत बताया है
मायावती सरकार के कार्यकाल में शुरू किये गऐ उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय का नाम बदलने के लिये सपा नेता एवं नगर विकास मंत्री आजम खां ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय का नाम उर्दू अरबी फारसी के किसी विद्वान या साहित्यकार के नाम पर रखे जाने का सुझाव दिया था। विश्वविद्यालय के कुलपति की और से इस सुझाव पर दस नाम आए थे जिसमें सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के नाम पर सरकार ने सहमति जताई है।
1993 में पूरी तरह से हाशिए पर आ गए सपा प्रमुख मुलायमसिंह यादव को कांशीराम जी ने ही सहारा देकर सपा-बसपा की गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री पद पर बैठाया था। अब उसी सपा सरकार द्वारा माननीय कांशीराम के नाम पर बनी यूनिवर्सिटी का नाम बदलने से उनके साथ एहसान फरामोशी की जा रही है

इन्कमटैक्स रिटर्न की आखरी तारीख अब ३१ अगस्त

मेरठ इन्कम टैक्स रिटर्न दाखिल करने के लिए अब अंतिम तिथि ३१ अगस्त कर दी गई है पहले यह ३१ जुलाई थी
यद्यपि अब आन लाईन रिटर्न दाखिल करने की सुविधा है मगर अभी भी मैनुअली फार्म भरने वालों की तादाद हज़ारों में हैं | पूर्व घोषणा के अनुसार ३१ जुलाई अंतिम तिथि थी और कल अंतिम दिन पर बड़ी संख्या में आयकर दाता कार्यालय में जुटे थे मगर सर्वर डाउन होने के कारण अनेकों आयकरदाता रिटर्न दाखिल नहीं कर पाए शाम को पञ्च बजे अंतिम तिथि आगे किये जाने की सूचना दी गई अब [नौकरी पेशा ] आयकर दाता ३१ अगस्त तक रिटर्न भर सकेंगे

भारत में आये बिजली के महा संकट को फिलहाल टाल दिया गया है

एक मंत्री की नाकामी को उजागर कर रहे तीन पावर ग्रिड[नोर्दर्न +इस्टर्न+नार्दर्न इस्टर्न] के महज़ २४ घंटों में दोबारा फेल्यौर को बेशक १० घंटों में शाम आठ बजे तक और कहीं कहीं देर रात तक ठीक कर लिया गया है मगर इसकी जांच और पुनरावर्ती की रोक थाम के उपायों के लिए कदम बढाने के बजाये राज्य और केंद्र सरकार अभी तक दोषारोपण के पुराने हथकंडे ही अपना रहें है |
इस फेल्यौर से २० राज्यों और[२] यूं टी की पीड़ित ६० करोड़ जनता के जख्मो पर नमक छिड़कते हुए वीरप्पा मोइली को बिजली का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है और फेल हुए मंत्री को प्रोमोट करके गृह मंत्री बना दिया गया है|
आजाद भारत में सबसे बड़े इस बिजली संकट से पीड़ित ६० करोड़ जनता की परेशानियों को विश्व मीडिया ने सुर्ख़ियों में लिया है और इस संकट से अमेरिका जैसे विकसित देश ने सबक रिपीट सबक लिया है
मंगलवार को बिजली गुल होने से देश की 60 करोड़ आबादी का जनजीवन ठहर सा गया था। आठ से नौ घंटे बाद राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में बिजली बहाल हो सकी। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के अनुसार रात के 11.30 बजे तक उत्तरी ग्रिड में 86 फीसदी तक बिजली सप्लाई होने लगी थी जबकि पूर्वी ग्रिड के 79 फीसदी हिस्सों में बिजली की सप्लाई शुरू हो गई थी।
कॉरपोरेशन के अनुसार शाम साढ़े आठ बजे तक पूर्वोत्तर ग्रिड में 100 फीसदी और दिल्ली में 90 फीसदी बिजली की सप्लाई होने लगी थी।
बिजली सप्लाई बंद हो जाने से दिल्ली मेट्रो के अलावा भारतीय रेलवे की लंबी दूरी की बिजली से चलने वाली सैकड़ों ट्रेनें जहा की तहा खड़ी हो गई। इस बार की गड़बड़ी के लिए उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को जिम्मेदार बताया जा रहा था, जिन्होंने उत्तरी ग्रिड में अपने कोटे से बहुत ज्यादा बिजली ले ली थी।
पहली बार पैदा हुए इस तरह के हालात में पूरा केंद्रीय तंत्र बदहवास नजर आया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिदे व उनके अमले ने संकट का ठीकरा राज्यों पर फोड़ पल्ला झाड़ लिया। कोई यह बताने की स्थिति में नहीं था कि आखिर ग्रिडों को राज्यों की मनमर्जी पर कैसे और क्यों छोड़ दिया गया है और इन पर समय रहते लगाम लगाने का तंत्र आखिर क्यों गायब है।उधर यूं पी पंजाब और बिहार ने तत्काल कोटे से अधिक बिजली लेने का खंडन भी कर दिया
दोपहर से शाम तक दिल्ली व अन्य महानगरों में ट्रैफिक लाइटें गुल होने से यातायात की हालत खस्ता हुई पड़ी थी। मेट्रो तथा मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में फंसे यात्रियों की हालत खस्ता रही। गाजियाबाद से मुगलसराय के बीच सवा सौ ट्रेनें घटों रुकी रहीं। जबकि दिल्ली से गुवाहाटी, हावड़ा, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, अमृतसर, मुंबई, लखनऊ के बीच सैकड़ों ट्रेनें लेट हो गई। दिल्ली में मेट्रो रेल प्रबंधन ने यात्रियों को बीच में ही उतार कर उनके पैसे वापस किए।
केंद्र व तमाम राज्यों में सरकारी व निजी दफ्तरों, अस्पतालों व कारखानों में शुरू में पावर बैकअप से काम चलाने की कोशिश की गई। अनेक जगहों पर कर्मचारियों को समय से पहले छुट्टी दे दी गई। जिन पेट्रोल पंपों के पास बैकअप था वे तो चलते रहे, बाकियों ने बंदी की तख्तिया टाग दीं। इस दौरान एटीएम बंद होने से लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। सोमवार को जहा 15 घटे में तकरीबन 35 करोड़ लोग प्रभावित हुए थे, वहीं मंगलवार के महा संकट ने आधे देश को अपनी चपेट में ले लिया।
यह पहला मौका है जब ग्रिड में बार-बार खराबी सामने आ रही है। इसी तरह पहली बार ऐसा हुआ है जब तीन ग्रिड एक साथ फेल हुए हैं मुख्य सचिव के अनुसार उन्हें सुबह ही सूचना मिल गई थी कि पूर्वी ग्रिड से 3000 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खींची गई है। ऐसा करने वाले चारों राज्यों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। पावरग्रिड के सीएमडी आरएन नायक पहली बार पैदा हुए इस तरह के हालात से परेशान दिखाई दिए। उन्होंने भरोसा दिया कि आगे ऐसे हालात पैदा न हों, इसके पूरे प्रयास किए जाएंगे।
सुशील कुमार शिदे के लगभग छह साल के कार्यकाल में बिजली क्षेत्र बद से बदतर हो गया। इस दौरान न सिर्फ नई बिजली परियोजनाओं की रफ्तार सुस्त हो गई है, बल्कि चालू बिजली संयंत्रों और ट्रासमिशन प्रणालियों की हालत भी बिगड़ी है।
शिदे के कार्यकाल में 11वीं योजना में नई बिजली क्षमता का लक्ष्य बुरी तरह पिछड़ गया। मूल लक्ष्य 78 हजार मेगावाट का था, जिसे घटाकर 63 हजार मेगावाट किया गया। लेकिन अंतत: केवल 54,800 मेगावाट की नई क्षमता ही सृजित की जा सकी। इस दौरान महत्वाकाक्षी अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट भी बुरी तरह पिछड़ गए। चार में केवल एक मध्य प्रदेश स्थित शासन प्रोजेक्ट में काम हो सका। बाकी सभी किसी न किसी वजह से ठप पड़े हैं। राज्य बिजली बोर्डो की बदहाली बढ़ने से निजी कंपनिया बिजली क्षेत्र में उतरने से घबराने लगी हैं।
अब 12वीं पंचवर्षीय योजना में 85 हजार मेगावाट नई क्षमता के सृजन का प्रस्ताव है, लेकिन उसके पूरा होने की भी कोई सूरत नजर नहीं आती। खुद शिदे का कहना है कि 20 हजार मेगावाट की परियोजनाओं को कोयला और गैस मिलने के लाले पड़े हैं।बिहार को ५०० एमवी तक के लिए कोयला नहीं दिया जा रहा

ऊर्जा मंत्रालय का काम देश में बिजली क्षमता के लक्ष्य तय करना, इन्हें पूरा करने के लिए केंद्रीय बिजली उपक्रमों के अलावा राज्यों को निर्देशित करना तथा कोयला, पर्यावरण व वन, पेट्रोलियम व विदेश मंत्रालय जैसे ईधन उपलब्धता से संबंध रखने वाले मंत्रालयों व विभागों के साथ समन्वय बनाना है दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है \उदहारण के लिए
[१] बिहार को ५०० एम् वी क्षमता के प्लांट के लिए पी एम् द्वारा सेंक्शन करने के बावजूद कोयला नहीं दिया जा रहा
[२]हरियाणा में नए प्लांट के लिए भूमि के अधिग्रहण के लिए उपजाऊ जमीन चिन्हित कि गई है जिसके विरोध में अब किसानो के साथ सेना के रिटायर्ड जनरल वी की सिंह भी उतर आये हैं|
यहाँ कि व्यवस्था को आईना दिखाने के लिए दो उदहारण गौर करने लायक हैं
[१]कल आस्ट्रेलिया में भी बिजली गई थी मगर उसे थोड़े समय में ही ठीक कर लिया गया
[२]अमेरिका में जबकि बिजली नहीं गई मगर वहां के बेक अप सिस्टम को चेक अवश्य किया गया भारत में आये बिजली के महा संकट को देखते हुए बेक अप सिस्टम को चेक किया गया

पवार की पावर कम करने के लिए असफल मंत्री को अधिक पावर

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
पवार की पावर कम करने के लिए असफल मंत्री को अधिक पावर

शरद पवार का महाराष्ट्री समर्थक
ओये झल्लेया ये कया हो रहा है ओये देश में बिजली संकट छाया हुआ है इसे दूर करने में विफल रहे सुशील कुमार शिंदे को प्रोमोट करके गृह मंत्री बना दिया गया है \फ़ैल होने वाले को भी प्रोमोशन ???
झल्ला
भई मराठी मानुष दरअसल बात ये है की अंग्रेजों की पालिसी के मुताबिक़ अपने आदमी के लिए कोई कानून या निति नहीं होती और फिर आपके पवार की पावर कम करने के लिए असफल मंत्री को भी अधिक पावर फुल बनाना फिलवक्त की जबरदस्त मांग है| आई बात कुछ समझ में