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Archive for: November 2012

येदियुरप्पा ने भाजपा से नाता तोड़ने की ओपचारिकता पूरी कर दी

बाग़ी पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने अज शुक्रवार को भाजपा से नाता तोड़ने की ओपचारिकता पूरी कर दी| कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी को एक कड़ा झटका देते हुए पार्टी छोड़ दी, उन्होंने राज्य में भाजपा को खड़ी करने में 40 साल तक अपना पूरा सहयोग दिया था। भाजपा के अनुसार इस इस्तीफे से राज्य की जगदीश शेट्टर सरकार पर तत्काल प्रभाव पड़ने की कोई संभावना नहीं है।पिछले काफी समय से येदियुरप्पा पार्टी से नाराज़ चल रहे थे |

येदियुरप्पा ने भाजपा से नाता तोड़ने की ओपचारिकता पूरी कर दी


श्री येदियुरप्पा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी को पत्र फैक्स किया। बाद में वह विधानसभा अध्यक्ष के जी बोपैया से मिले और उन्होंने उन्हें सदन की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा। वह जनसंघ के दिनों से ही भाजपा से जुड़े थे।
भाजपा नेतृत्व पर करारा प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि मैं पार्टी छोड़ने का यह कठिन निर्णय लेने के लिए बाध्य हुआ हूं, जबकि मैंने ही राज्य में इसे खड़ा किया था।
उन्होंने कहा कि ये महज कुछ नेता थे जिन्होंने मुझे इतनी दूर धकेल दिया, जहां से मैं नहीं लौट सकता।
एक न्यूज चैनल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार बनाने के लिए भविष्य में किसी भी पार्टी का सहयोग नहीं लेंगें|

रिटायर्ड विंग कमांडर को सी बी आई ने सरकारी गोपनीयता कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया

सीबीआइ ने वायुसेना के सेवानिवृत्त विंग कमांडर कोका राव को गिरफ्तार किया है। रक्षा क्षेत्र से जुड़े गोपनीय दस्तावेज रखने और सरकारी गोपनीयता कानून का उल्लंघन कर उन्हें विदेशी नागरिकों को देने का आरोप लगाया गया है। सीबीआइ ने आज शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में हथियारों के कारोबारी अभिषेक वर्मा+उसकी पत्नी और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया ।
वर्मा और उसकी पत्नी के अलावा जिस शख्स के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया गया वह भारतीय वायुसेना के पूर्व विंग कमांडर कोका राव हैं । सीबीआई ने कल रात को ही राव को गिरफ्तार किया और अदालत में पेशी के बाद उन्हें मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट विद्या प्रकाश ने 14 दिन के लिये न्यायिक हिरासत में भेज दिया ।
गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के आरोप में राव को गिरफ्तार किया गया ।
सीएमएम प्रकाश ने आरोप-पत्र का संज्ञान लिया और इसके साथ लगे दस्तावेजों की पड़ताल के लिए 11 दिसंबर की तारीख तय कर दी ।
सीबीआई ने 28 अगस्त को श्री वर्मा और उसकी रोमानियाई पत्नी एंका मारिया नियाक्सू के खिलाफ मामला दर्ज किया था । रक्षा मंत्रालय की ओर से की गयी शिकायत पर सरकारी गोपनीयता कानून के तहत दर्ज मामले में दोनों अभी जेल में हैं|

रिटायर्ड विंग कमांडर को सी बी आई ने सरकारी गोपनीयता कानून का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया

बारहवें [पूर्व]प्रधान मंत्री पुरुषार्थी इंद्र कुमार गुजराल नहीं रहे :श्रधान्जली

पूर्व प्रधानमंत्री पुरुषार्थी+स्वतन्त्रता सेनानी इंद्र कुमार गुजराल का आज शुक्रवार दोपहर साड़े तीन बजे निधन हो गया। श्री गुजराल को 19 नवंबर को गुडगांव के मेडिसिटी मेदांता हास्पिटल में फेफड़े के संक्रमण के इलाज़ के लिए भर्ती कराया गया था। पिछले दो-तीन दिन से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। डॉ नरेश त्रेहान के नतृत्व में नौ डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही थी। अंतिम संस्कार कल शनिवार को दिल्ली में होगा। विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आए श्री गुजराल भारत के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे। इसे पूर्व 1950 के दशक में वे एनडीएमसी के अध्यक्ष बने और उसके बाद केंद्रीय मंत्री बने और फिर रूस में भारत के राजदूत भी रहे। जमोस न्यूज़.काम परिवार की एक विनम्र श्रधान्जली |

बारहवें [पूर्व]प्रधान मंत्री पुरुषार्थी इंद्र कुमार गुजराल


अच्छे पड़ोसी संबंध को बनाए रखने के लिए ‘गुजराल सिद्धांत’ [डाक्टराइन] का प्रवर्तन करने वाले गुजराल कांग्रेस छोड़कर 1980 के दशक में जनता दल में शामिल हो गए। वह 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय मोर्चा सरकार में [१]विदेशमंत्री बने। विदेशमंत्री के तौर पर इराकी आक्रमण के बाद वह कुवैत संकट के दुष्परिणामों से निपटे, जिसमें हजारों भारतीय विस्थापित हो गए थे।वह 1998 में पंजाब के जालंधर से लोकसभा में अकाली दल के सहयोग से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुने गए। उनकी सरकार का विवादास्पद निर्णय 1997 में उत्तर प्रदेश में [२]राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करना था। तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ने उस पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया और पुनर्विचार के लिए इसे सरकार के पास वापस भेज दिया। उनकी पत्नी शीला गुजराल कवयित्री और लेखिका थीं, जिनका निधन, 2011 में हो गया। उनके भाई सतीश गुजराल मशहूर पेंटर और वास्तुविद हैं उनके परिवार में दो बेटे हैं, जिनमें एक नरेश गुजराल राज्यसभा के सदस्य और अकाली दल के नेता हैं।
एचडी देवेगौड़ा की सरकार में गुजराल दूसरी बार विदेशमंत्री बने और बाद में जब कांग्रेस ने समर्थन वापस ले लिया, तो 1997 में वह प्रधानमंत्री बने। लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह और अन्य नेताओं सहित संयुक्त मोर्चे की सरकार में गंभीर मतभेद होने के बाद वह सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उभरे। यह अलग बात है कि उनकी सरकार कुछ महीने ही चली, क्योंकि राजीव गांधी की हत्या पर जैन आयोग की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस फिर असंतुष्ट हो गई।
लोकसभा में गुजराल के निधन की सूचना देते हुए गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री 93 वर्षीय इंद्र कुमार गुजराल का निधन साढ़े तीन बजे गुडगांव के मेदांता हास्पिटल में हुआ। गुजराल के निधन की खबर के बाद दोनों सदनों को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।

निधन से पहले ही श्रधान्जली

झारखंड विधानसभा में आज पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के निधन के पहले ही सदन में उन्हें श्रृद्धांजलि दे दी गई।
राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कार्यवाही शुरू होने पर गुजराल के निधन के पहले ही विधानसभा में उन्हें श्रद्धांजलि दे दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
श्री गुजराल को म्रदुभाषी + कुशल राजनयिक+ महान दार्शनिक+सज्जन राजनितिज्ञ माना जाता रहा है। गुजराल को उनके सिद्धांतों के कारण जाना जाता है। उनक तर्क था कि भारत को अपने पड़ोसियों के साथ उदारता से व्यवहार करना चाहिए। गुजराल का जन्म चार दिसंबर 1919 को झेलम (अविभाजित पंजाब) में हुआ था। स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले गुजराल 1942 भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान जेल भी जा चुके हैं।

नाम की महिमा बड़ी भारी है

नामु राम को कल्पतरु , कलि कल्याण निवास ।
जो सुमिरत भयो भाग ते , तुलसी तुलसीदासु।

Rakesh Khurana

भाव : तुलसी दास जी कहते हैं – जो राम नाम है अर्थात जो रमा हुआ नाम है , वह कल्प वृक्ष और कलियुग में कल्याण का निवास है । कलियुग में इसके सिवाय और कोई कल्याण नहीं । इस नाम के सिमरन से जो गरीब तुलसी था वह भी तुलसी दास बन गया । किसकी महिमा से ? नाम की महिमा से । नाम की महिमा बड़ी भारी है
संत तुलसी दास जी
प्रस्तुति राकेश खुराना

पहले में पहले में की तकरार में स्पाईस जेट के २०० यात्रियों की जान जोखिम में डाली

दो पायलेटों की पहले मैं पहले की तकरार में स्पाईस जेट के दो प्लेन हवा में ही आपस में टकराने से बाल बाल बचे| दोनों प्लेन में सवार लगभग २०० यात्रियों की जान से यह खिलवाड़ इंदौर के एयरपोर्ट पर हुआ| आरोप है कि दोनों पायलट हवा में ही एक दूसरे सिर्फ इसलिए भिड़ गए क्योंकि वो पहले लैंडिंग करना चाहते थे। इस झगड़े के दौरान विमान आपस में टकराने से बच गए। ये दोनों विमान एक ही कम्पनी स्पाईस जेट के बताये गए हैं| बताया जा रहा है की दोनों को एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने एक साथ लैंडिंग की अनुमति दे दी थी। ऐसे में दोनों विमान पांच मिनट के अंतराल पर वहां उतरे। पहले लैंड कराने वाले विमान के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल इंदौर को उसी समय आपत्ति दर्ज करवा दी कि एटीसी अधिकारे हमेशा की तरह इसे भी सामान्य घटना बता रहे हैं।
बुधवार रात साढ़े आठ बजे भोपाल से आने वाला स्पाइस जेट का विमान एटीसी से लैंडिंग की अनुमति मिलने पर लैंडिंग की तैयारी में था। उसी समय इसी कंपनी का एक और विमान आसमान में दिखाई दिया जो दिल्ली से आया। यह पांच हजार फीट की ऊंचाई पर था। उसे भी उतरने की अनुमति दे दी गई। इस पर उक्त विमान ने भी सर्कल लेना (गोल घेरा) शुरू कर दिया। यह देख पहले विमान का पायलट घबरा गया। गुरुवार को पायलट ने दिल्ली में शिकायत दर्ज करवाई।
इंदौर एयरपोर्ट पर पहले लैंडिंग को लेकर जब दोनों पायलट झगड़ रहे थे तब उनके विमान करीब 3700 फीट की दूरी पर थे। इस दौरान उनके विमान टकराने वाले ही थे कि दोनों ने अपने अपने विमान को उलटी दिशा में मोड़ लिया।

File Photos

सतगुरु नानक देव जी के प्रगटोत्सव पर सबको लख लख वधाईयां

नानका तेरे नां दी चड़ी रहे दिन रेन
सतगुरु नानक देव जी के प्रगटोत्सव पर सबको लख लख वधाईयां
जैसे जल में कमल निरालम , मुर्गाई नैसाणे ।
सुरत शब्द भाव सागर तरिये नानक नाम वखाणे ।

सतगुरु नानक देव जी के प्रगटोत्सव पर सबको लख लख वधाईयां

भाव : जैसे कमल का फूल पानी में रहता है , मगर निर्लेप रहता है , जैसे मुर्गाबी पानी में रहती है , पर जब चाहती है सूखे परों से उड़ जाती है इसी तरह हमें भी अपने तमाम फर्ज तो अदा करने हैं मगर हमारी सुरत , हमारी लिव वाहेगुरु से लगी रहनी चाहिए , परमात्मा से लगी रहनी चाहिए ।
गुरुवाणी
प्रस्तुति राकेश खुराना

सांसारिक सुखों को मांगना व्यर्थ है

असतो मा सद्गमय: ।
तमसो मा ज्योतिर्गमय: ।
मृत्योर्मामृतं गमय: ।

सांसारिक सुखों को मांगना व्यर्थ है

अर्थात असत्य से हमें सत्य की ओर , अन्धकार से प्रकाश की ओर तथा मृत्यु से अमरता की ओर ले चलो ।
भाव: जैसे – जैसे साधक अंतर का अनुभव पाने लगता है , तो सारे सांसारिक सुख उसे तुच्छ प्रतीत होने लगते हैं । अटल सत्य के थोड़े से अनुभव में ये सब सांसारिक सुख चलायमान और नाशवान प्रतीत होने लगते हैं इसलिए वह सांसारिक सुखों को मांगना व्यर्थ समझता है।
बृहदारंयक उपनिषद
प्रस्तुति राकेश खुराना

ऍफ़ डी आई पर चर्चा के लिए सरकार ने नियम १९३ की जिद छोडी :किसी भी नियम में चर्चा को तैयार

संसद के शीत कालीन सत्र के चार महत्वपूर्ण दिन[छह करोड़ रुपय्ये] बर्बाद होने के उपरान्त केंद्र सरकार ऍफ़ डी आई पर नियम १९३ के तहत चर्चा कराने की अपनी जिद छोड़ कर किसी भी धारा में चर्चा कराने को राजी हो गई है| रिटेल में एफडीआई के मुद्दे पर विपक्ष के विरोध का सामना कर रही केंद्र सरकार ने आज मंगलवार को कहा कि वह इस मुद्दे पर संसद में किसी भी नियम के तहत चर्चा कराए जाने के लिए तैयार है, लेकिन इस बारे में अंतिम निर्णय लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ही लेंगी.
यूपीए की समन्वय समिति की आज मंगलवार को हुई बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा, “केंद्र सरकार किसी भी नियम के तहत चर्चा कराए जाने के खिलाफ नहीं है. हम मतदान को लेकर चिंतित नहीं हैं.”
खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को अनुमति देने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों के हंगामे के कारण मंगलवार को लगातार चौथे दिन संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही बाधित हुई. इसी के मद्देनजर यूपीए की समन्वय समिति की बैठक बुलाई गई थी|
श्री कमलनाथ ने कहा, “बैठक में शामिल अत्यधिक सदस्यों ने किसी भी नियम के तहत चर्चा कराए जाने का समर्थन किया. इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष को अवगत कराऊंगा. इस पर फैसला वही करेंगी.”
बीजेपी और वामपंथी दल इस मुद्दे पर वोटिंग के प्रावधान वाले नियम 184 के तहत चर्चा कराने की मांग कर रहे हैं, हालांकि दूसरे दल सिर्फ इस पर बहस की मांग कर रहे हैं और वे बहस के हक में नहीं हैं|बीते दिन स्वास्थ्य मंत्री ग़ुलाम नबी आजाद की डी एम् के के करूणानिधि से हुई मुलाकात के बाद सरकार अपने यूं पी ऐ को एक जुट रखने में सक्षम दिख रही है तभी वोटिंग करने के लिए राजी हो गई लगती है|

Indian Parliament

एसोचैम ने डूबती किंग फिशर एयर लाईन्स के लिए राहत पॅकेज का चारा माँगा

एयर इंडिया की तर्ज़ पर डूबती जा रही किंग फिशर एयर लाईन्स को भी बेल आउट पैकेज दिया जाना चाहिए| यह उद्योग संगठन एसोचैम का मानना है | एसोचैम के अनुसार वित्तीय संकट से जुझ रही एयर इंडियातथा किंगफिशर एयरलाइंस में कोई अंतर नहीं है।एसोचैम के महासचिव डी एस रावतका कहना है कि दोनों कंपनियाँ ही माँग में कमी, ईंधन की बढ़ती लागत और अन्य खर्च के बढ़ने की समस्या से पीड़ित हैं। उनका कहना है कि “सरकार ने एयर इंडिया को राहत देने का फैसला किया और एयर इंडिया के 7400 करोड़ रुपये के बांड निर्गम को एलआईसी तथा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने खरीद लिया। अगर एयर इंडिया को राहत पैकेज दिया जा सकता है, तो इसकी कोई वजह नहीं है कि बैंक तथा सरकारी संगठन किंगफिशर से अलग तरह से व्यवहार करें।” यह सुझाव ऐसे समय में आया है, जबकि रपटों के अनुसार एयर इंडिया के 7400 करोड़ रुपये के नान कनवर्टिबल बांड को एलआईसी तथा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने खरीद लिया है।

एसोचैम ने डूबती किंग फिशर एयर लाईन्स के लिए राहत पॅकेज का चारा माँगा

है|
एसोचैम ने एक बयान में कहा है कि अगर एयर इंडिया को राहत पैकेज दिया जा सकता है तो इसकी कोई वजह नहीं है कि बैंक तथा सरकारी संगठन किंगफिशर से अलग तरह से व्यवहार करें। बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस के प्रवर्तकों को नयी पूँजी लगाने तथा विस्तृत पुनरोद्धार योजना पेश करने के लिए 30 नवंबर 2012 तक का समय दिया है।
गौरतलब है कि एयर इंडिया और किंग फिशर एयर लाईन्स दोनों ही वित्तीय संकट से जूझ रही है दोनों के कर्मियों को पूरा वेतन नहीं दिया जा सका है और कर्ज़ भी चड़ता जा रहा है| किंग फिशर तो अपनी नीतियों के कारण डूबने के कगार पर आ पहुँची है| इसीलिए इसके मालिक विजय माल्या इस डूबते जहाज़ में अपना पैसा लगाना नहीं चाह रहे|और विदेशी निवेशक के इंतज़ार में हैं|अब एसोचैम द्वारा बीच का रास्ता निकाल कर सरकार पर बेल आउट पॅकेज के लिए दबाब बनाया जा रहा

एन सी सी की ७२ बटालियन के नए कार्यालय का उदघाटन हुआ

७२ उत्तर प्रदेश बटालियन एन सी सी कार्यालय का ग्रुप कमांडर कर्नल दीपक कपाडिया ने आज सोमवार को फीता काट कर उद्घाटन किया मेरठ कंकर खेडा के डिफेन्स एन्क्लेव स्थित इस नए कार्यालय में कर्नल एस एस पुंडीर ने हवन कराया|कर्नल डी एस परमार[७० उ प]+कर्नल वीरेंदर तोमर[७१ उ प]+कर्नल विनोद कुमार[३ उ प आरटी]+कर्नल एहलावत+कर्नल सह्रावन के साथ रिटायर्ड ब्रिगेडियर रमेश चन्द्र ने भी भाग लिया|मेजर सुनील शर्मा+एस मलिक+नरेन्द्र कुमार+दीपक शर्मा+संजीव+राजेश शर्मा आदि भी उपस्थित थे|

एन सी सी की ७२ बटालियन के नए कार्यालय का उदघाटन